प्रदेश व विंध्य के ट्रेनीज को निखारेगी -एसओआई
वैश्विक परिदृश्य मे नवीन परिवर्तनों को आत्मसात करते हुए एकेएस विश्वविद्यालय ने अपने हर कोर्स को विशेषज्ञता से पूर्ण करते हुए विद्यार्थियों के लिए जाॅब ओरिएण्टेशन तय किया हैं। वि. वि. की अवधारणाओं मे शमिल स्किल डेवलपमेंट की कड़ी मे बायोटेक विभाग अब नजीर पेश करेगा और यह संभव होगा बायोटेक्नालाॅजी एवं फार्मास्यूटिकल इण्डस्ट्री की वर्तमान मांग के अनुसार पारंगत विषय विशेषज्ञ तैयार होने से ।
एडवांस बायोटेक्नालाॅजी की होगी ट्रेनिंग
बयोटेक विभागाध्यक्ष डाॅ. कमलेश ने बताया कि टेªनिंग के साथ विद्यार्थियों को करेंट इण्डस्ट्रियल नीड के एकाॅर्डिंग तैयार करने की दिशा मे यह अहम होगा। अब तक इस तरह की ट्रेनिंग के लिए ट्रेनीज को मेट्रो शहरों का रूख करना पड़ता था। जो अब एकेएस में भी उपलब्ध होगा।
इन विषयों मे होगे पारंगत
ट्रेनीज को माइक्रोबियल टेक्नालाॅजी, फर्मेन्टेशन टेक्नालाॅजी, प्लांट बायोटेक्नालाॅजी, मालीक्यूलर बायोलाॅजी, नैनो टेक्नालाॅजी एवं बायो इन्फर्मेटिक्स में विश्वविद्यालय की एक्सपर्ट फैकल्टीज द्वारा गहन ट्रेनिंग प्रोवाइड कराई जायेगी।
ट्रेनिंग का यह होगा स्पान
बी.एससी., एम.एससी. बायोटेक्नालाॅजी, माइक्रो बायोलाॅजी एवं एम.फिल में अध्ययन कर रहे हैं विद्यार्थियों को एक महीने से छः महीने की विस्तृत ट्रेनिंग करवाई जायेगी। ट्रेनिंग के साथ विद्यार्थियों को सीएसआईआर, डीबीटी एवं आईआईटीज एवं फार्मास्यूटिकल्स इण्डस्ट्री से आये हुए एक्सपर्ट्स के लेक्चर भी प्रोवाइड करवाये जायेंगे।इस बारे मे समस्त जानकारीयां एकेएस वि.वि. के बायोटेक विभाग से प्राप्त की जा सकती है।