एकेएस विश्वविद्यालय के कृषि संकाय के छात्राओं ने ‘रावे’ कार्यक्रम के तहत ग्राम देवरा में ग्राम वासियों के लिए बौद्धिक परिचर्चा का आयोजन किया। इस अवसर पर विषय विशेषज्ञ के रूप में जिला चिकित्सालय के डाॅ. आर..एस त्रिपाठी द्वारा स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी विस्तार से दी गई। उन्होंने ग्रामीणों को स्वास्थ्य ठीक रखने के लिए विभिन्न सामान्य रोग यथा डेगू, मलेरिया, टी.वी. आदि की सुरक्षात्मक उपायों की की जानकारी प्रदान की। इसी तरह ग्राम वासियों को पौष्टिक खाद्य पदार्थो को लेनी की सलाह दी।
बौद्धिक परिचर्चा के दौरान डाॅ. एस.के. गौतम (सेवानिवृत्त उपसंचालक पशु चिकित्सा विभाग) द्वारा बतलाया गया कि जानवरों की उचित देखभाल की जाए और समय-समय पर रोग प्रतिबन्धात्मक टीके लगवायें जाए तो जानवर स्वास्थ्य रहेगें उन्होंने पशु पालन के अन्तर्गत विभिन्न सावधानियाँ तथा शासन की लाभकारी विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। डाॅ. गौतम ने प्लास्टिक से बने हुई थैलियों के प्रयोग को रोकने के लिए आगाह किया और कहा कि इससे सबसे ज्यादा नुकसान मवेशियों को होता है क्योंकि इसको खाने के पाश्चात् यह मवेशियों के रूमेन में एकत्र हो जाता है। जो बाहर नहीं निकल पाता। अन्ततः उसकी मृत्यु हो जाती है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. पारितोष बनिक ने ‘रावे’ की योजना एवं विश्वविद्यालय द्वारा देवरा ग्राम की विभिन्न समस्याओं के निदान हेतु पहल करने पर जोर दिया। प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन ने बतलाया कि विश्वविद्यालय द्वारा उनके ग्राम की विभिन्न समस्याओं के निदान हेतु आवश्यक पहल विभिन्न स्तरांे पर की जाएगी। इस अवसर पर गायत्री परिवार के प्रमुख महेन्द्र तिवारी, नरेन्द्र तिवारी (सेवानिवृत्त रेंजर), निगम जी (सेवानिवृत्त प्रिंसपल) ने भी सामाजिक एवं नैतिक मूल्यों के विकास पर जोर दिया साथ ही कृषि खाद्य सम्बन्धी आवश्यकताओं के लिए जैविक खेती करने की सलाह दी। कार्यक्रम संचालन ‘रावे’ इंचार्ज डाॅ. डूमर सिंह ने किया। इस अवसर पर आर्जू बानो, चित्रलेखा सिंह, दीपशिखा सिंह, मोनिका सोनी, मीनल दुबे, प्रियंका पाण्डे, पूजा पटेल, पारूल, रानी, शिल्पी, सरोज, शैलू, सविता, सीमा, प्रौणिता छात्राओं की सक्रिय उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
मीडिया विभाग
एकेएसविष्वविद्यालयसतना