AKS University
AKS University, Satna M.P.
एकेएस वि. वि सतना में 69वाॅ स्वतंत्रता दिवस वि.वि. की प्राचीर पर तिरंगा लहराकर किया गया।जन-गण-मन की मधुर धुनों के बीच कुलाधिपति बी.पी.सोनी,कुलपति पारितोष के बानिक,चेयरमैन अनंत कुमार सोनी,प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन,प्रतिकुलपति डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी,ओएसडी प्रो.आर.एन.त्रिपाठी एवं वि.वि. के डीन,डायरेक्टर्स,फैकल्टी मेम्बर्स एवं छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं भारतवर्ष को आजादी की फिजा देने वाले देशपे्रमियों को याद करते हुए मनाई गई।कार्यक्रम का ओजपूर्ण संचालन इंजी.आर.के श्रीवास्तव ने किया।
AKS University held the grand Induction Programme for the first year students here on Friday. Anchoring the function Er. R.K. Shrivastava, Director, engineering department delivered the inspirational speech to motivate the students. The students were fully energized as they were inching towards realizing their dream to become a responsible professional. Induction Programme was organized exclusively for the diploma students of Mining, Electrical, Civil, Mining Surveying, Mechanical and B. Tech students of Agriculture, Food Technology, Mining, Electrical, Mechanical, Civil and Cement Technology students. Addressing the students Dr. Harshvardhan, Pro V.C. informed the students regarding the objective of Induction Programme and also guided them about the rules and regulations framed by AKS University. Professor R.N. Tripathi apprised the students about the library facilities being provided by AKS University and the importance of attendance. Professor G.C. Mishra, Dean, students welfare told the students about the various schemes initiated by the government and AKS University for the welfare of students such as scholarship, chancellor scholarship, bank loan, railway concession, insurance facilities, canteen facilities, cultural activities, sports, English Club, transport facilities and other facilities being provided by AKS University. At the end of the programme Er. Anant Soni, Chairman AKS University introduced the students about the objectives of the establishment of University and his vision to give new dimension to the University in research, development and academic fields.
भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा टी.एस.आर. सुब्रमणयम् समिति द्वारा तैयार की गये नई शिक्षा नीति प्रारूप पर जन-सामान्य, प्रबुध वर्ग तथा विषय-विशेषज्ञो के सुझाव हेतु प्रसारित की गई है। इसी संदर्भ में एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार में एक विशेष सम्मेलन का आयोजन किया गया।
ये विशिष्टजन रहे उपस्थित
सम्मेलन के मुख्य अतिथि डाॅ. देशपाण्डे (अवकाश प्राप्त प्राचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, महाराष्ट्र एवं राष्ट्रीय प्रचारक राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ) रहे तथा विशिष्ठ अतिथि डाॅ. के.एन. यादव (कुलपति अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, रीवा), डाॅ. पी.के. बनिक, (कुलपति एकेएस विश्वविद्यालय, सतना) एवं चेयरमैन इंजी. अनंत कुमार सोनी रहेे।ललित माहेश्वरी द्वारा अतिथियों के स्वागत-संबोधन के पश्चात् बौद्धिक प्रमुख उत्तम बनर्जी ने डाॅ. देशपाण्डे का संक्षिप्त परिचय देते हुए विषय के संदर्भ में विस्तृत जानकारी दी।
डाॅ. देशपाण्डे ने दिया विभिन्न शैक्षणिक पहलुओं पर व्याख्यान
डाॅ. देशपाण्डे ने उपस्थिजनों को संबोधित करते हुए वर्तमान परिवेश में बेसिक तथा उच्च शिक्षा से संबंधित समस्त विषयों पर सारगर्भित विचार व्यक्त किए। उन्होने कहा कि देश में स्कूली शिक्षा में प्रवेशी विद्यार्थियों की संख्या में उत्साहजनक वृद्धि हुयी है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सकल नामांकन संख्या भी संतोषजनक हो गयी है। फिर भी इसमें वृद्धि की आवश्यकता है। डाॅ. देशपाण्डे ने शिक्षा को रोजगार परक एवं मानव मूल्य संवर्धित बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होने कहा कि आधुनिक विज्ञान तकनीकी के साथ-साथ हमें मानव सांस्कृतिक मूल्यों से समावेशी शिक्षा चाहिए जिससे भारत देश भविष्य में पुनः विश्व गुरू बनेगा। क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय परिवेश में हो रहे परिवर्तन इस बात का संकेत देते है, कि भारत वर्ष को मार्गदर्शन करने के लिए आगे बढ़ना होगा जिससे कि मानव कल्याण एवं विश्व शांति स्थापित हो। उन्होने कहा कि देश के विकास के लिए शोध कार्यो में गुणवत्ता आवश्यक है।
चर्चा के अहम बिन्दुओं पर एकेएस वि.वि. के पदाधिकारियों ने दिए सुझाव
चर्चा में भाग लेते हुऐ चेयरमैन अंनत कुमार सोनी ने महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए और कहा कि शासकीय एवं निजी विश्वविद्यालयों में शासन की संपूर्ण नीतियां समान होनी चाहिए। क्योंकि वर्तमान दौर में निजी विश्वविद्यालय उच्च एवं तकनीकी शिक्षा में अपना महत्वूर्ण योगदान दे रहे है, इनके प्रोत्साहन से देश और समाज में विकास के नये आयाम स्थापित हो रहे है। प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन ने कौशल विकास केन्दो की स्थापना एवं उच्च शिक्षा को उद्योग जगत से सतत् जोड़ने के सुझाव दिए उन्होने यह भी कहा कि निती वि.वि. को छात्रावास निर्माण,शोध कार्य प्रयोगशाला जैसे कार्यों के लिए शासकीय वि.वि. के समान अनुदान राशियाॅ स्वीकृत होनी चाहिए। ओ.एस.डी. प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने सुझाव दिया कि भारत सरकार के सभी मंत्रालय समग्र रूप से एक सर्वेक्षण कर पंचवर्षीय योजना बनाए जिससे ये निश्चित हो सके कि कितने अर्ध शिक्षित एवं उच्च शिक्षित युवाओं की अन्य विभागो में आवश्यकता है। इससे विभिन्न विषयों में प्रवेश लेने वाले एवं उत्तीर्ण होने वालो की संख्या में एकरूपता होने से बहुत अधिक सीमा तक नव युवको की बेरोजगारी दूर हो सकती हैंे जिससे सामाजिक संतुलन भी स्थापित हो सकेगा। प्रतिकुलपति डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी ने विश्वविद्यालय के स्वयत्तता नियमों पर प्रकाश डालते हुए विस्तार से चर्चा की और इस पर गंभीरता पूर्वक पुनः विचार करने का सुझाव दिया। शासकीय इंदिरा कन्या महाविद्यालय के डाफ.एम.पी.सिंह ने विज्ञान विषय पर अपने सुझाव दिए। पंरपरागत ज्ञान, विज्ञान एवं शोध केन्द्र के डायरेक्टर डाॅ. भूमानंद स्वामी ने अनेक स्थानों के उदाहरण देते हुऐ प्राचीन पद्धतियों को अपनाने के सुझाव दिए एवं कहा कि गौ-दूध एवं गौ-मूत्र सबसे बडी औषधि है।
इनकी उपस्थित रही उल्लेखनीय
कार्यक्रम में एकेएस विश्वविद्यालय के डायरेक्टर अवनीश सोनी, विद्यार्थी परिषद के प्रांतीय महामंत्री मुकेश तिवारी, शासकीय पी.जी. महाविद्यालय एवं कन्या महाविद्यालय के साथ विश्वविद्यालय के डीन, डायरेक्टरर्स एवं विभागाध्यक्ष की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन इंजी. प्रो. आर.के. श्रीवास्तव द्वारा किया गया।
ए.के.एस. विश्वविद्यालय के फैकल्टी आॅफ इंजी. एण्ड टेक्नाॅलोजी में कार्यक्रम का संचालन करते हुए इंजी. आर.के.श्रीवास्तव ने कार्यक्रम को छात्रों के लिए प्रेरणा का सबक बताया। छात्र-छात्राओं के चेहरे उत्साह एवं उर्जा से दमक रहे थे मौका था इंजी.संकाय के नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं के मन मस्तिष्क पर पूर्व से ही अंकित अपने वि.वि की शानदार छवि जो छात्रों के लिए एक सपने की तरह था वह मूर्त रुप में सामने था। शुक्रवार को प्रवेशोत्सव-अभिमुखीकरण कार्यक्रम का हर पल सभागार मे उपस्थित जनो के लिए यादगार रहा। गृरुजनों के आशीर्वचन के साथ उच्च शिक्षा की दहलीज की तरफ बढते अगले चरण में कॅरियर के नए सपने लेकर प्रवेश करना विशेष रहा।
इस संकाय के छात्रो ने लिया प्रवेशोत्सव में भाग
विश्वविद्यालय के प्रवेशोत्सव एवं अभिमुखीकरण कार्यक्रम में डिप्लोमा माइनिंग,इलेक्ट्रिकल,सिविल,माइनिंग सर्वेइंग,मैकेनिकल,बीटेक,एग्रीकल्चर,,बी.टेक.फूड,बी.टेक.माइनिंग,बी.टेक.इलेक्ट्रिकल,बी.टेक.सिविल,बी.टेक. मैकेनिकल,बी.टेक,सीमेट टेक्नाॅलाॅजी इत्यादि के नव प्रवेशी उत्साही विद्यार्थियों ने उपस्थित होकर सहभागिता दर्ज कराई।
ये विशिष्टजन रहे उपस्थित
प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक,चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डा.आर.एस.त्रिपाठी, डाॅ.हर्षवर्धन, डायरेक्टर अवनीष सोनी,ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी,डाॅ जी.के.प्रधान,डाॅ.जी.सी मिश्रा,डाॅ..आर.एस.पाठक,डाॅ.सी.के.टेकचंदानी, ने छात्र-छात्राओं को आर्शीवचन प्रदान करते हुए लक्ष्य, लगन, अनुशासन और गुरूजनों का सम्मान विषय पर सारर्भित प्रसंग बताये एवं उन्हे आगे बढ़ने का आर्शीवाद दिया। जिसे छात्रों का शानदार सम्मान मिला। इस अवसर पर डाॅ. पंकज श्रीवास्तव, ए. के. मित्तल, डाॅ. नीलेश राॅय , रमा शुक्ला , डाॅ. बी. के. मिश्रा, मनीष अग्रवाल , शिवानी गर्ग, गौरी रिक्षारिया, डाॅ दिनेश मिश्रा, इंजी. अजीत सराठे, डाॅ. सुधा अग्रवाल, डाॅ.भरत राज जैसवाल प्यस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में छात्र-छात्राओं ने उपस्थितजनों का अभिवादन किया तत्पश्चात सभी फैकल्टीज का परिचय दिया गया।
इन्होंने छात्रो को किया संबोधित
नव प्रवेशी नवागत विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डाॅ. हषवर्धन ने संबोधित करते हुए प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के उद्देश्य, महत्व एवं अनुशासन संबंधी नियमावली प्रारूप की विस्तृत जानकारी दी। ओ.एस.डी. प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राआंे की उपस्थिति एवं पुस्तकालय में उपलब्ध सुविधाओं से अवगत कराया। प्रो. जी.सी. मिश्रा, अधिष्ठाता छात्र कल्याण ने छात्र कल्याण की योजनाऐं एवं शासन के नियमानुसार मिलने वाली छात्रवृत्ति एवं विश्वविद्यालय द्वारा छात्रो के प्रगति-पत्रक आधार पर दी जाने वाली चान्सलर स्काॅलरशिप, बैंक लोन एवं फाइनेंनशियल प्राब्लम, रेल्वे कन्सेशन, इंश्योरेंस सुविधा, कैंटीन सुविधा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, खेल-कूद कार्यक्रमों, इग्लिश क्लब, ट्रांसपोटेशन सुविधा एवं विश्वविद्यालय में उपलब्ध अन्य छात्र मूलक सुविधाओं एवं योजनाओं को जानकारी दी। चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने विश्वविद्यालय की स्थापना से परिचय करवाते हुए वर्तमान एवं भावी योजनाओं (रोडमैप) से छात्रो को रू-ब-रू कराया।
ए.के.एस. विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं को हर पल यह बताया जाता है कि अनुशासन जीवन का अभिन्न अंग है। इसी तरह प्रेरणा, स्वप्रेरणा एवं खुशी के लिए भी छात्र-छात्राओ को विचार प्रदान किए जाते है। नियमित विश्वविद्यालय आना, रूचि पूर्वक पठन-पाठन एवं कार्य को उत्सव की तरह लेना सिखाया जाता है। प्रवेशोत्सव कार्यक्रम का शुभांरभ मोटीवेशनल स्पीकर संदीप माहेश्वरी की प्रेजेन्टेशन से हुयी। जिसने छात्र-छात्राओं के मन मस्तिष्क पर गहरा असर डाला और उन्होने पूरे व्याख्यान को पूरे मनोयोग से सुना। प्रवेशोत्सव-अभिमुखीकरण कार्यक्रम के अगले चरण में विद्या की देवी की अराधना की गयी।
इन्होने ने छात्रो को किया संबोधित
नव प्रवेशी नवागत विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी ने छात्र-छात्राओं को विद्यार्थी जीवन के महत्व के बारे में बताया प्रतिकुलपति (विकास) डाॅ. हषवर्धन ने संबोधित करते हुए प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के उद्देश्य, महत्व एवं अनुशासन संबंधी नियमावली प्रारूप की विस्तृत जानकारी दी। परीक्षा नियंत्रक डाॅ. शेखर मिश्रा ने छात्रो को सेमेस्टर सिस्टम, परीक्षा में क्रेडिट पद्धति एवं सी.बी.सी.एस. क्रेडिट बेस्ड च्वाइस सिस्टम जिसमें छात्र सिंगिंग, डांसिंग, पेंटिंग, एक्टिंग, आर्ट एवं क्राफ्ट को अपनी रूचि अनुसार अपने विषय का चयन कर सकते है। इस बात की विस्तृत जानकारी छात्रो से साझा की। मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष डाॅ. कौशिक मुखर्जी ने विभाग एवं विषय संबंध में परिचय छात्रो को दिया। इंजी. विजय विश्वकर्मा ने कम्प्यूटर एप्लीकेशन एवं सांइस विभाग से संबंधी जानकारियां दी। डाॅ. असलम सईद ने कामर्स विषय से संबंध जानकारियां छात्रों से साझा की। ओ.एस.डी. प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राआंे की उपस्थिति एवं पुस्तकालय में उपलब्ध सुविधाओं से अवगत कराया। प्रो. जी.सी. मिश्रा, अधिष्ठाता छात्र कल्याण ने छात्र कल्याण की योजनाऐं एवं शासन के नियमानुसार मिलने वाली छात्रवृत्ति एवं विश्वविद्यालय द्वारा छात्रो के प्रगति-पत्रक आधार पर दी जाने वाली चान्सलर स्काॅलरशिप, बैंक लोन एवं फाइनेंनशियल प्राब्लम, रेल्वे कन्सेशन, इंश्योरेंस सुविधा, कैंटीन सुविधा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, खेल-कूद कार्यक्रमों, इग्लिश क्लब, ट्रांसपोटेशन सुविधा एवं विश्वविद्यालय में उपलब्ध अन्य छात्र मूलक सुविधाओं एवं योजनाओं को जानकारी दी। चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने विश्वविद्यालय की स्थापना से परिचय करवाते हुए वर्तमान एवं भावी योजनाओं (रोडमैप) से छात्रो को रू-ब-रू कराया।
इस संकाय के छात्रो ने लिया प्रवेशोत्सव में भाग
विश्वविद्यालय के प्रवेशोत्सव एवं अभिमुखीकरण कार्यक्रम में मैनेजमेंट विभाग, कम्प्यूटर एप्लीकेशन एवं सांइस विभाग एवं कामर्स संकाय के नव प्रवेशी उत्साही विद्यार्थियों ने उपस्थित होकर सहभागिता दर्ज कराई।
ये फैकल्टी रहे उपस्थित
प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के दौरान कम्प्यूटर एप्लीकेशन एण्ड सांइस विभाग से प्रज्ञा श्रीवास्तव, शंकर बेरा, वीरेन तिवारी, वशुंधरा नामदेव, मदन मोहन मिश्रा, कामर्स विभाग से विपुल शर्मा, रेखा पटेल, डाॅ. धीरेन्द्र ओझा, भरत सोनी उपस्थित रहे। मैनेजमेंट विभाग से चंदन सिंह, श्वेता सिंह, सीनू शुक्ला, प्रकाश सेन, विजय कुमार चतुर्वेदी एवं प्रमोद द्विवेदी विश्वविद्यालय के विद्वान कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक ने छात्र-छात्राओं को आर्शीवचन प्रदान करते हुए लक्ष्य, लगन, अनुशासन और गुरूजनों का सम्मान विषय पर सारर्भित प्रसंग बताये एवं उन्हे आगे बढ़ने का आर्शीवाद दिया। जिसे छात्रों का शानदार सम्मान मिला। कार्यक्रम के अंत में छात्र-छात्राओं ने उपस्थितजनों का अभिवादन किया तत्पश्चात सभी फैकल्टीज का परिचय दिया गया।