एकेएस विश्वविद्यालय के बी.एस-सी. एग्रीकल्चर सातवें सेमेस्टर के छात्र रावे कार्यक्रम के तहत किसानों एवं ग्रामीणों के लिए विविध कार्यक्रमों का आयोजन कर रहें है। ग्राम लोहरा एवं ग्राम सेमरा में छात्रों ने किसान संगोष्ठी का आयोजन कर ग्रामीण कृषकों को कृषि संबंधी नई तकनीकों से अवगत कराया। संगोष्ठी में रावे के समूह में छात्र अनूप, चंदू बोस, राज, श्रवण, अमित, सज्जन, नरेन्द्र, सतेन्द्र, विपिन,सचिन, कन्हैया, हरवंश, गौरव, कमलेश, दिलीप, आंनद एवं मनीष शामिल रहे। ग्राम सहिजना कोठार में स्वच्छता अभियान एवं कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। छात्र आशीष, कोमल, आदित्य, राजीव, चंचलेश, अरविंद, दिनेश, नीरज, विपिन, मिथुन ने अपने ज्ञान को किसानो तक पहुंचाया और किसानी की विभिन्न पöतियों के बारे में किसानों से बातचीत की।
AKS University
AKS University, Satna M.P.
एकेएस. विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान ने भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय द्वारा मेघालय की राजधानी सिंलाॅग में 17 नवम्बर को आयोजित बैठक में हिस्सा लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भारत सरकार के वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ. वी.पी. उपाध्याय ने की।
इन पहलुओं पर हुई चर्चा
बैठक में मेघालय में स्थित लाइम स्टोन एवं सीमेंट प्लांट के पर्यावरण पर पड़ रहे प्रभाव के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गयी।
इन संस्थानों की रही सहभागिता
भारत सरकार के चंडीगढ़, भोपाल, जे.एस.आई. (जुलाजिकल सर्वे आॅफ इण्डिया), मिजोरम युनिवर्सिटी, बोटानिकल सर्वे आॅफ इण्डिया, सी.एस.आई. हैदराबाद आदि प्रमुख संस्थानों से विषय विशेषज्ञो ने सहभागिता दर्ज कराई। कार्यक्रम में मेघालय के 13 सीमेंट कंपनियों के मुख्य अधिकारी एवं इंजीनियर्स की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
सर्फेस माइनर के प्रचलन पर दिया गया जोर
खनन संबंधी चर्चा के लिए एकेएस. विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान को आमंत्रित किया गया। डाॅ. प्रधान ने खनन द्वारा पर्यावरण के प्रभाव पर विस्तृत जानकारी देते हुये पूर्वोत्तर भारत में खनन प्रक्रिया में बारूद का प्रयोग पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करने पर जोर देते हुये वैज्ञानिक एवं तकनीकी प्रावधानों पर जोर दिया।साथ ही पर्यावरण मंत्रालय द्वारा जारी सूचना में बारूद का प्रयोग प्रतिबंधित करने के साथ सर्फेस माइनर के प्रचलन पर महत्व दिया।
एकेएस करेगा सहयोग
म्स्टिर प्रधान ने कहा कि एकेएस. विश्वविद्यालय मेघालय में संचालित इन 13 खदानों में अपनी रिसर्च के माध्यम से सर्फेस माइनर के प्रचलन पर कार्य करेगा। और इसके परिणाम भविष्य के लिए सुखद हों इस बात की भी कोशिश की जाएगी।
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय में मंगलवार को गवर्मेंेट एक्सीलेंस हायर सेकेण्डरी स्कूल (व्यंकट-1) के कक्षा नौवी,दसवीं और ग्यारहवीें के अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिये ”कॅरियर गाइडेंस” का आयोजन किया गया। इसका मकसद है छात्र-छात्राओं को सही वक्त पर सही कॅरियर मार्गदर्शन प्राप्त हो सके ओर वो वह बने जो वह बनना चाहते हैं।
कम्प्यूटर क्षेत्र है संभावनाओं भरा क्षेत्र -प्रो.अखिलेश ए. वाऊ
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में कम्प्यूटर साइंस विभागाध्यक्ष प्रो. अखिलेश ए. वाऊ द्वारा छात्रों को ”कम्प्यूटर क्षेत्र में कॅरियर की संभावनाएं” विषय पर विस्तृत जानकारियां दी गईं जिसमें डिजिटल इंडिया में विद्यार्थियों के लिये जाॅब संभावनाएं, कम्प्यूटर हार्डवेयर साफ्टवेयर, एनीमेशन जैसे क्षेत्रों में रोजगार की संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला गया।
फैकल्टीज ने दी छात्रों को कम्प्यूटर क्षेत्र की तकनीकी जानकारी
फैकल्टी शंकर बेरा एवं टेक्नीशियन चन्द्रशेखर विश्वकर्मा द्वारा छात्रों को कम्प्यूटर हार्डवेयर एवं नेटवर्किंग पर हैण्ड्स आॅन ट्रेनिंग दी गई। तत्पश्चात् छात्रों को विश्वविद्यालय की डिजिटल लायब्रेरी, विभिन्न कम्प्यूटर लैब्स, सी.सी.टी.वी. कंट्रोल रूम एवं साफ्टवेयर डेवलपमेंट सेल की विजिट के दौरान तकनीकी जानकारियां दी गईं। इस दौरान छात्रों का मार्गदर्शन गवर्मेंेट एक्सीलेंस हायर सेकेण्डरी स्कूल के नोडल अधिकारी एस.के. निगम एवं वोकेशनल आईटी ट्रेनर अभिषेक पाण्डेय, एकेएस वि.वि. के फैकल्टी विजय विश्वकर्मा, सुभद्रा साॅ, प्रज्ञा श्रीवास्तव एवं वीरेन तिवारी ने किया।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना
एकेएस. विश्वविद्यालय के एम.एस-सी. बायोटेक्नोलाॅजी के विद्यार्थी वीरेन्द्र पाण्डेय का चयन भारत की नं. 1 सी.एस.आई.आर. बेस्ड, (सेन्टर फाॅर साइंस एण्ड इण्डस्ट्रियल रिसर्च) हैदराबाद स्थित सी.सी.एम.बी. (सेन्टर फाॅर सेलुअर एण्ड माॅल्यूक्यूलर बायोलाॅजी) लैब के लैकोन्स सेक्सन में छः माह की डिजर्टेंशन ट्रेनिंग के लिए हुआ है। गौरतलब है कि इसे पूर्व भी छात्रों का चयन देश विदेश के विभिन्न संस्थानों में हुआ है । विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी.के. बनिक,चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, विभागाध्यक्ष डाॅ. कमलेश चैरे ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।
सतना। एकेएस वि.वि. के माइनिंग विभागाध्यक्ष डाॅ. बी.के. मिश्रा ने आईआईटी खड़गपुर में 24 एवं 25 नवम्बर को आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में भाग लिया। कार्यशाला में देश के नामी गिरामी संस्थान जैसे कोल इंडिया, बीसीसीएल, एसईसीएल, ओएनजीसी, एनएमडीसी इत्यादि संस्थाओं से 60 विषय विशेषज्ञों ने उपस्थिति दर्ज कराई जिसमें आईआईटी खड़गपुर के विभागाध्यक्ष खनिन्द्र पाठक, आईआईअी (आईएसएम) के प्रो. फाल्गुनी सेन, आईआईटी (बीएचयू) के प्रो. एस.के. शर्मा ने खनन पाठ्यक्रम की विषयवस्तु, लेबोरेटरी, प्रयोगशाला की जरूरतें, प्रेक्टिकल ट्रेनिंग, क्वालीफाइड फैकल्टी मेम्बर्स एवं सुरक्षा की दृष्टि से डीजीएमएस द्वारा निर्धारित गुणात्मक पहलुओं पर विशेषज्ञों द्वारा चर्चा की गई। कार्यक्रम में एकेएस वि.वि. के माइनिंग विभागाध्यक्ष डाॅ. बी.के. मिश्रा ने एकेएस में संचालित बी.टेक माइनिंग पाठ्यक्रम, प्रयोगशालाओं, शिक्षकों की शैक्षणिक गुणवत्ता, छात्रों को दी जाने वाले खनन ट्रेनिंग इत्यादि पहलू प्रस्तुत किये। शैक्षणिक संस्थाओं एवं खनन विशेषज्ञों ने एकेएस विश्वविद्यालय द्वारा चलाए जा रहे इंडस्ट्री ओरिएन्टेड एकेडमिक सिलॅबॅस एवं छात्रों के उन्नत शैक्षणिक स्तर की व्यापक सराहना की।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना
एकेएस वि.वि. के छात्रों को विषयगत जानकारियाॅ पै्रक्टिकल टेªनिंग के माध्यम से मिलती है इसी कडी में एकेएस. विश्वविद्यालय के बी.टेक माइनिंग इंजीनियरिंग के 45 विद्यार्थियों ने ”अंतर्राष्ट्रीय माइनिंग मशीनरी एक्जीबीशन” में सहभागिता दर्ज की। इस विश्व स्तरीय आयोजन में विद्यार्थियों ने विभिन्न खनन उपयोगी मशीनरी के डेमोस्ट्रेशन को देखा और तकनीकी जानकारी हासिल की, साथ ही छात्रों ने एटलाॅस काॅपको द्वारा प्रदर्शित ड्रिलिंग मशीन को भी संचालित किया। विद्यार्थियों ने ई.सी.एल. (ईस्टर्न कोल्ड फील्ड) रानीगंज स्थित सोनपुर बजारी खदान की भी विजिट की। इस दौरान उन्होने खदान में ड्रैग लाइन एवं आधुनिक खनन उपकरणों की कार्यविधि एवं खनन के विभिन्न पहलुओं की जी.एम.मिस्टर एन.के. त्रिपाठी के मार्गदर्शन में जानकारियां प्राप्त की। विद्यार्थियों का मार्गदर्शन फैकल्टी पी.एस. तिवारी एवं जे.एन. सिंह ने किया। गौरतलब है कि इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान के मार्गदर्शन में कोलकत्ता में 16 से 19 नवम्बर तक आयोजित इस एक्जीबिशन में छात्रों ने माइनिंग की और कई नवीन जानकारियाॅ भी प्राप्त कीं।
An important characteristic of AKS University is to impart the subjective knowledge to students by associating it with practical knowledge. In this series, 45 students of B.Tech. Engineering participated in an International Mining Machinery Exhibition held in Kolkata between 16/11/2016 to 19/11/2016. In the Exhibition, students got the opportunity to observe the demonstration of various machineries used in mining works. Apart from it, students also experienced the operation of drilling machines exhibited by Atlos Copko. Participation in International Exhibition was followed by the visit of students in E.C.L. (Eastern Cold Field) situated in Rani Ganj, Kolkata. During the visit students gained the knowledge of various aspects of mining activities as well as the functioning of modern apparatus like Dragline under the guidance of N.K. Tripathi. During the visit students were guided by P.S. Tiwari and J.N. Singh.