एकेएस वि.वि. सतना के Management संकाय के छात्र की carrier शुरुआत ICICI Bank भोपाल से हुई है। बैकिंग के क्षेत्र में ICICI Bank चिरपरिचित नाम है। वि.वि. के मैनेजमेंट संकाय के छात्र हर्षित पुरवार ने कहा कि Management संकाय के Faculty का मार्गदर्शन चयन में अहम रहा। चयनित छात्र हर्षित ने समूची सेलेक्सन प्रक्रिया को क्रेक करते हुए आईसीआईसी बैंक, भोपाल की टीम में जगह बनाई है निजी क्षेत्र के बैंको में Competitive, Quality और Trust का दूसरा नाम है ICICI Bank यहाॅ written test और virtual interview के दौरान छात्र ने एचआर मैनेजर को अपने Answer Point से काफी प्रभावित किया। इनका चयन चार लाख पच्चीस हजार पर एनम के पैकेज पर हुआ है। छात्र के चयन पर वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवध्रन,डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी,विभागाध्यक्ष डाॅ.कौशिक मुखर्जी के साथ संकाय के सभी Faculty ने हर्ष व्यक्त किया है।
श्री विनय कुमार, एमडी एनएमडीसी, किरंदुल काम्पलेक्स ने कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर अतिथियों के साथ स्मारिका विमोचित करते हुए Rock Blasting And Safety In Use of explosive, safety Management Plan For Iron ओर विषय पर हर्ष व्यक्त किया उन्होने कहा कि एकेएस वि.वि. से knowladge Best And Close Relationship पर बेहद खुशी है। अपने उद्गार में आपने बताया कि यह एक शानदार मौका है जब हम अपने कार्य को विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में और उन्नत कर सकते हैं। टेªनिंग कार्यक्रम की यंग इंजीनियर्स के लिए उपयोग पर चर्चा करते हुए उन्होने एकेएस वि.वि. की एकेडमिक एपरोच और विकासवादी कार्यो की सराहना की। उन्होने कहा कि दंतेवाडा से 40 किमी दूर दूरवर्ती क्षेत्र में एकेएस वि.वि. ने Training कार्यक्रम रखा जिसमें हमें सीखने के बहुत अवसर मिलेंगें। इस मौके पर पर एकेएस वि.वि. सतना के इंजीनियरिंग डीन प्रो. जी. के. प्रधान ने संबोधित किया उन्होने उल्लेख किया कि Department of Mining,सतना के द्वारा यह तीन दिवसीय Training कार्यक्रम किरंन्दुल Complex के अधिकारियों और इंजीनियर्स हेतु आयोजित किया जा रहा है। गौरतलब है कि पिछले वर्षो से अब तक माइनिंग विभाग द्वारा इस तरह के कई ट्रेनिंग कार्यक्रम विभिन्न स्थलों की कंपनियों और संस्थानों में आयोजित हो चुके हैं। एनएमडीसी, किरंदुल माइन्स के लिए 16 सितंबर से 19 सितंबर तक Engineering और Managers की टेक्निकल स्किल को बढाने हेतु एकेएस वि.वि. को दायित्व सौंपा गया है। श्री प्रधान ने बताया कि 2012 से एकेएस वि.वि. ने शानदार infrastructure, Faculty पूल, laboratory और अन्य सुविधाऐ विकसित की हैं जिससे कई उद्योग एवं कंपनियाॅ भी लाभन्वित हो रही है और अपने संस्थानों में ट्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन करवा रही हैं जिसके शानदार परिणाम भी उन्हें मिल रहे हैं। वि.वि. के इंजी.डीन प्रो.प्रधान अतिथियों,मैनेजर्स और यंग इंजीनियर्स का स्वागत करते हुए एकेएस वि.वि. की Mining और शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिबद्वताओं को रंखांकित किया। इसी कडी में खनन में ट्रेनिग का महत्व निरुपित करते हुए उन्होने अब तक के परिणामों पर भी चर्चा की। टेªनिंग से तकनीकी कार्य मे दक्षता के लिए 30 की संख्या में माइनिंग, Electrical,Mechanical,Biology के साथ मिनरल प्रोसेसिंग विभाग के मैनेजर्स और इंजीनियर्स एकेएस वि.वि. के कोलैबोरेशन से कार्यदक्ष किए जा रहे हैं। एकेएस वि.वि. द्वारा दी जा रही Training में क्लासरुम के साथ ,साइट विजिट भी शामिल है जिससे जीरो एक्सीडेंट के साथ कार्य के दौरान सभी का मानसिक बल भी उॅचा रहे इस पर कार्य किया जा रहा है। इस ट्रेनिंग कार्य के लिए किरंडल काम्पलेक्स के executive, SUPERVISOR और Workman सक्रिय सहभागिता दं रहे है। उल्लेखनीय है कि 2013 से एकेएस वि.वि. लगातार देश की Mining Company में Training कार्यक्रम आयोजित कर रहा है जिसमें एनएमडीसी, उत्कल एल्यूमिना, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, जेएसडब्ल्यू कर्नाटका प्रमुख,किरंडल काम्पलेक्स शामिल हैं जिनमें Trainingके पर्याप्त नतीजे मिल रहे है। एकेएस वि.वि. के 10 फैकल्टी मेंम्बर्स लगातार जरुरी विषयों पर सारगर्भित और सूक्ष्म जानकारियाॅ प्रतिभागियों से साझा कर रहे हैं। ज्ञातव्य है कि कार्यक्रम में अन्य विशिष्टजन भी उपस्थित रहे। इस कार्य में वि.वि. के इंजीनियरिंग डीन प्रो. जी. के. प्रधान ,प्रो. पी. के. पालित, प्रो.अनिल मित्तल और मनीष अग्रवाल माइंस डिवीजन के अंतर्गत आने वाली माइंस में लेटेस्ट Technology के साथ, सेफ्टी मैनेजमेंट, गुड प्लान्स फाॅर माइंस, हैवी इक्विपमेंट सेलेक्शन, Rock Blasting And Safety In Use of explosive पर व्याख्यान देंगें। ट्रेनिंग कार्यक्रम एनएमडीसी किरंदुल में 75वाॅ आजादी के अमृत महोत्सव पर आयोजित हो रहा है।टेªनिंग के लिए सभी में उत्साह देखा गया।
एकेएस विश्वविद्यालय सतना के सभागार में इंजीनियर्स डे का विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया इस मौके पर Electrical Engineering विभाग में LED BULB पर Workshop का आयोजन हुआ जिसमें B TEch Electrical और Diploma Electrical के 70 से ज्यादा Students ने सहभागिता दर्ज कराई। जबकि Civil Engineering विभाग द्वारा क्विज का आयोजन किया गया जिसमें 500 से ज्यादा प्रतिभागियों ने भाग लिया। इंजीनियर्स डे के मौके पर डाॅ. एम. विश्वेश्वरैया जिन्हें 1955 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया को याद करते हुए Engineers day Celebration हुआ। उल्लेखनीय है कि इंजीनियर्स ने अपनी स्क्लि से पूरी दुनिया में अनोखें कार्य किए हंै। 15 सितम्बर को मनाया जाने वाला यह डे इंजी.डाॅ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जन्मदिन है जो एक महान इंजीनियर थे उन्हीं को समर्पित करते हुए और श्रद्धांजलि देते हुए इंजीनियर्स डे का भव्य कार्यक्रम विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित किया गया। इस मौके पर इंजी.रमा शुक्ला ने बताया कि इंजीनियर्स के हाथ में देश का नव निर्माण है। तकनीकी ज्ञान के बढ़ने के साथ ही इंजीनियरों का दायित्व बढ़ गया है। सिविल इंजीनियर दुनिया की भौतिक संरचनाओं का निर्माण करते हैं, मैकेनिकल इंजीनियर दुनिया अपने उपकरणों से दुनिया चलाते है,Electrical Engineering दुनिया को पावर देते हैं जो बिजली के माध्यम से आता है कम्प्यूटर इंजीनियर दुनिया की प्रोग्रामिंग की शान हैं। Electronic Engineering दुनिया को गैजेट उपलब्ध कराकर जीवन को सरल बनातै हैं।क्विज प्रतियोगिता जो सिविल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित हुई उसमें प्रथम आदेश अग्रवाल,बी.टेक सिविल,सूरज सोनी, बी.टेक. सीएस, सारांश मिश्रा, बी.टेक. सीई और चैथे स्थान पर उत्कर्ष शर्मा, बी.टेक, सीई रहे। इन्हें पारितोषिक प्रदान किए गए। इस मौके पर विश्वविद्यालय के सभागार में विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति प्रो. आर.एस. त्रिपाठी, डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. आर.एन. त्रिपाठी, प्रो.जी.सी.मिश्रा, प्रो.जी.पी.रिछारिया, प्रो.विपिन व्योहार और आॅनलाइन इंजी. आर.के. श्रीवास्तव उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन इंजी.रमा शुक्ला ने जबकि आभार अतुलदीप सोनी ने व्यक्त किया।
एकेएस वि.वि. सतना का प्रथम दीक्षांत समारोह दिसंबर में प्रस्तावित किया गया है इस आशय का निर्णय वि.वि. की एकेडमिक परिषद द्वारा गत दिवस बैठक में लिया गया। प्रथम दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि के रुप में माननीय महामहिम म.प्र. के राज्यपाल श्री मंगूभाई छगनभाई पटेल को मुख्य अतिथि के रुप में आमंत्रित करने का निर्णय लिया गया है। इस प्रायोजन से वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी एवं प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन द्वारा दिनांक 25 अगस्त को महामहिम से भेंट कर उन्हें इस गरिमामयी समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में आमंत्रित करने का अनुरोध किया जिसे माननीय महामहिम ने दीक्षंत समारोह में उपस्थित होने हेतु अपनी सैद्वान्तिक सहमति प्रदान कर दी है। उल्लेखनीय है कि वि. वि. की स्थापना वर्ष 2011 में म.प्र. शासन एवं विधान सभा द्वारा पारित एक्ट के अंतर्गत हुई है। वि.वि. का प्रथम सत्र 2012 से प्रारंभ हुआ है और लगभग 1000 विद्यार्थियों को उनके पाठ्यक्रम पूर्ण होने के उपलक्ष्य में वि.वि. में उपाधि से सम्मानित किया जाएगा। वि.वि. प्रबंधन द्वारा समारोह की विधिवत तैयारी प्रारंभ की जा रही है। इस अवसर पर प्रोचांसलर ने विश्वशांति स्थापना के लिए विश्व सरकार की परिकल्पना पर आधारित एक पुस्तक माननीय महामहिम को समर्पित की जिसकी परिकल्पना वि.वि. के चांसलर श्री बी.पी.सोनी ने तैयार की है।
In the implementation of the new National Education Policy 2020 announced by the Government of India, the Government of Madhya Pradesh has taken a leading position across India by taking initiatives. In the same vein, after the formation of the task force constituted by the MP Government, it was decided that the new education policy would be implemented in Madhya Pradesh from the current session itself.
According to the intention of the government, the implementation of the National Education Policy 2020 in AKS University will be initiated.
The most popular AKS University in the Vindhya region has decided to implement the new education policy according to the intention of the Madhya Pradesh government. It is noteworthy that the Madhya Pradesh government has constituted a task force committee of eminent educationists for the implementation of the New Education Policy 2020. The Vice-Chancellor of AKS University from Vidhya Zone, Dr. Harsh Vardhan is its important member and his practical suggestions have also been considered prominently by the government. It is to be remembered that the students admitted to the new education policy in AKS University will now have the freedom to take more flexible courses than before, under which students will be able to choose different subjects according to their interest. Now the earlier restrictions have been relaxed.
एकेएस वि.वि. में शासन की मंशानुसार होगा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का क्रियान्वयन
विंध्य अंचल में स्थापित सर्वाधिक लोकप्रिय एकेएस विश्वविद्यालय द्वारा मध्य प्रदेश शासन की मंशानुसार अपने विश्वविद्यालय में नवीन शिक्षा नीति के क्रियान्वयन का निर्णय लिया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश शासन ने नवीन शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन हेतु प्रतिष्ठित शिक्षाविदों की टास्कफोर्स कमेटी गठित की गई है। जिसमें विंध्य अंचल से एकेएस विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन इसके महत्वपूर्ण सदस्य हैं। और उनके व्यवहारिक सुझावों को शासन ने प्रमुखता से माना भी है। स्मरणीय है कि एकेएस विश्वविद्यालय में नवीन शिक्षा नीति में प्रवेशित छात्रों को अब पहले से अधिक लचीला पाठ्यक्रम लेने की स्वतंत्रता होगी, इसके अंतर्गत छात्र अपनी रुचि के अनुसार विभिन्न विषयों का चयन कर सकेंगे। अब पहले के प्रतिबंध शिथिल किये जा चुके हैं। छात्रों को हैण्ड्स आॅन ट्रेनिंग, व्यावहारिक प्रशिक्षण, अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग व इंटर्नशिप प्राप्त करने के अवसर सुलभ हो जायेंगे।
नवीन शिक्षा नीति की भावना के अनुरूप व्यावहारिक प्रशिक्षण एवं इण्स्ट्रीज पर आधारित पाठ्यक्रमों का समावेश
उल्लेखनीय है विश्विद्यालय ने उपरोक्त प्रावधानों के अनुरूप अधिकारिक रूप से नवीन शिक्षा नीति की भावना के अनुरूप व्यावहारिक प्रशिक्षण एवं इण्स्ट्रीज पर आधारित पाठ्यक्रमों का समावेश इसी सत्र से किया जा रहा है। साथ ही छात्रों को विशेष तौर से जर्नल स्ट्रीम यथा बी.एससी., बीबीए, बी.काॅम, बीसीए आदि पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले छात्रों को भारत सरकार द्वारा स्थापित बोर्ड आॅफ अप्रंेटिश ट्रेनिंग मुम्बई कार्यालय के अंतर्गत विभिन्न सेंटर काउंसिल एसोसियेशन तथा स्थानीय उद्योगों से अनुबंध के आधार पर प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। इसके अतिरिक्त ऐसे छात्रों को नियमानुसार स्ट्रायपेंड की भी सुविधा उपलब्ध होगी, अभी तक यह सुविधा केवल टेक्निकल कोर्सेस के विद्यार्थियों को प्राप्त होती रही है परन्तु नवीन शिक्षा नीति में अब सभी संकायों के छात्रों को प्रशिक्षण के दौरान इस तरह की सुविधा प्रदान की जायेगी। ज्ञातव्य है कि इसी कड़ी में विश्वविद्यालय निरंतर इण्डस्ट्री एवं एकेडमिया मीट पर जोर दे रहा है ताकि औद्योगिक संगठनों, उद्योगों के प्रतिनिधियों के सहयोग से पाठ्यक्रमों में संशोधन के साथ-साथ रोजगार की दृष्टि से तथा व्यावहारिक प्रशिक्षण उद्योगों में ही उपलब्ध कराकर छात्रों को रोजगार के लायक बनाया जा सके तथा वोकेशनल पाठ्यक्रमों के माध्यम से स्वरोजगार स्थापित करने के विशेष प्रयास किये जा रहे हैं।
प्लेसमेंट पर सर्वाधिक जोर,, अधिकांश छात्र औद्योगिक प्रतिष्ठानों में चयनित
इस विश्वविद्यालय की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह भी है कि जो भी छात्र विश्वविद्यालय में प्रवेश लेते हैं उन छात्रों के प्लेसमेंट पर सर्वाधिक जोर दिया जाता है और अधिकांश छात्र औद्योगिक प्रतिष्ठानों में चयनित भी हो रहे हैं। यहां यह भी बताना जरूरी है कि एकेएस विश्वविद्यालय की अपनी विशेषता रही है कि यहाँ पाठ्यक्रमों को निरन्तर आद्यतन एवं विश्व स्तरीय बनाने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। परीक्षाएं समय पर आयोजित की जाती हैं ताकि छात्र उच्च शिक्षा एवं प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये समयानुसार अवसर प्राप्त कर सकें। यहाँ एक विशेषता यह भी है कि छात्र अपनी उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन परीक्षोपरांत स्वयं भी कर सकते हैं तथा पेपर बैक होने पर उनके पाठ्यक्रम की अवधि अनावश्यक रूप से अधिक न हो इसलिये ऐसे छात्रों की परीक्षायें यथा समय तत्परता से कराई जाती हैं ताकि छात्र के कॅरियर पर इसका प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर इंजी. अनंत कुमार सोनी ने यह भी अवगत कराया है कि शीघ्र ही जिले में स्थित विभिन्न औद्योगिक प्रतिष्ठानों, सीमेन्ट फैक्टरीज, खनिज से संबंधित प्रतिनिधियों, विभिन्न उद्योगपतियों, चैम्बर आॅफ काॅमर्स, जिला उद्योग संघ आदि की एक विशेष बैठक सतना सांसद श्री गणेश सिंह के मुख्य आतिथ्य में आयोजित की जा रही है जिसमें उद्योग के प्रतिनिधियों के परामर्श के आधार पर एवं स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार विशेष पाठ्यक्रम भी विश्वविद्यालय में प्रारम्भ किये जायेंगे। इन समस्त विशिष्ट प्रयासों के बाद विश्वविद्यालय लगातार एकेडेमिक एक्सिलेंस के लिये वैचारिक आदान प्रदान विषय विशेषज्ञों से प्राप्त करता है जिसके सकारात्मक परिणाम दृष्टिगोचर हो रहे हैं।
पुस्तके साक्षात जीवंत देव प्रतिमाऐं है और शिक्षक उनको अपनी दुष्टि देकर जीवन समझाने वाले प्रणेता, अघ्येता और इतिहासवेत्ता जो अपनी ज्ञान की लौ को निरंतर प्रवाहमय रखते हुए इतिहास के पन्नों पर अमिट छाप छोड जाते हैं ऐसे ही अमर क्षिक्षक थे भारत के पूर्व राष्ट्रपति और शिक्षा जगत में अध्यापक की मिसाल सर्वपल्ली राधकृष्ण जी, जिनकी याद में हम दिवस को न सिर्फ याद करते हैं बल्कि उनके विचारों की स्फटिक शिला सी आभा में अपने को विचारमग्न भी पाते हैं। और हर बार नया उजास लेकर धन्य होते हैं। शिक्षा की लौ को अंतिम व्यक्ति तक पहुॅचाने के लिए कृत संकल्पित एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में शिक्षक दिवस समारोहपूर्वक 6 सितम्बर को मनाया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान उत्सवमयी रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ विशिष्टजनों के अमूल्य उद्बोधन मौके की गरिमा में चार चाॅद लगाऐंगें। कुछ यादें होगी,विरासत होगी और पीछे छूट रही परिपाटी गुरु शिक्षक और उनके शिष्यों के संबंधों पर रोशनी डालती विचार प्रक्रिया भी होगी। इस मौके पर सभी शिक्षको को शिक्षक दिवस की गरिमा के अनुकूल श्रीफल से सम्मानित करने के साथ ही उन्हें सम्मान से नवाजा जाएगा। उनके उन्नत विचारों की अलख से जगी रोशनी से सभी जनों को अवगत कराया जाएगा। गुरुब्रहमा, गुर्रुविष्णु, गुर्रुदेवो महेश्वरः, गुरु साक्षात परब्रहमा, तस्मै श्री गुरुवे नमः...की परम्परा के अनुकूल गरिमा, विशिष्टता का भान कराते हुए सम्पूर्ण परिदृष्य को प्रस्तुत किया जाएगा। जिनके सम्मान में यह दिवस मनाया जाता है वह हैं सर्वपल्ली राधाकृष्ण जी उन्हें नमन करते हुए दिचस की विराटता और समसामयिक परिदृष्य में गुरुओं की चुनौतियों पर भी चर्चा होगी। दैदीप्यमान मंच पर विशिष्टजन विराजमान रहेंगें और परम्पराओं के वक्त के साथ परिवर्तनों की गाथा के साथ गुरु की महिमा पर विचार साझा करेगें। कार्यक्रम में एकेएस वि.वि. परिवार के सभी डीन,डायरेक्टर्स,फैकलटी मेम्बर्स और सभी जन शामिल होगें।
A One day National Seminar was organized online by Management Faculty of AKS University Satna. In the discussion on Startup and economic development it was said that inclusion of people of better IQ with job generation and foreign investment, Communication with people, welfare of employees and many other aspects are also important. Participating in the National Conference on Startup and Our Economic Development in association with the Association for Social Sciences and Management Welfare. Dr. Harsh Vardhan, Vice Chancellor, said that economic development is closely related to individual development. On the plan to connect students with startups, he said that for this, youth need a training process. If there is preparation for entrepreneurship, then there is no need to return half way, he explained through examples how the wheel of development spins on the earth and affects the whole nation. Discussing how startups affect the economy and what it means, the University's Pro-chancellor Anant Kumar Soni, said that Top and Town has given a new dimension to the startup and it is a living proof of how to reach the top with the right adjustments. The summit can be reached only by planning, action and extra efforts because winners always do the things differently. Describing the importance of startup, he described it as a factor providing financial assistance in nation building. The pertinent questions like Are startup companies really making an impact in India? What is the government of India doing for start ups? How startups are growing in India, were also discussed.Talking about what problems are being faced by startups in India and what are their solutions, Dr. Mukherjee, Head of Management Department, while revealing the growth history of Swiggy, Flipkart, Rivigo, Edutech, Foodmart, Sweet Capital, said that these companies have made long-term action plans showing vision and are creating new records of success. He sheds light on how Ola, Uber, Udaan and FarmEasy have worked and emerged winners among Indian companies. In this program 45 research papers were presented from all over India in which three best papers focusingonthesustainabledevelopmentofstartupsandtheirimpactoneconomicdevelopment,were selected which were awarded e-certificates as well. It was also discussed in this event that startups are really defining and growing the Indian economy. However, India's startup economy has not reached full potential and many startups die in infancy due to lack of proper action plan, lack of better skill management and quick decision making in the hope of being successful soon is fatal. Successful operation of the program was led by Dr. Kaushik Mukherjee, Head of Management Department. In the conference Dr. D. Vishwakarma gave special thanks to the Secretary of Social Science and Management Welfare Association (SSMWA) for making the program a success.
एकेएस वि.वि. सतना के Management संकाय द्वारा Online एक दिवसीय राष्ट्रीय Seminar का आयोजन किया गया जिसमें Startupऔर हमारा आर्थिक विकास पर बात करते हुए कहा गया कि Job Generation और Foreign investment के साथ बेहतर आईक्यू के लोगों का समावेश, लोगों से संवाद, कर्मचारियों के वेलफेयर व अन्य कई पहलू भी जरुरी हैं। सामाजिक विज्ञान और प्रबंधन कल्याण संघ के सहयोग से Startup और हमारा आर्थिक विकास पर राष्ट्रीय सम्मेलन में सहभागिता करते हुए वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन ने कहा कि Economic Development का गहरा रिश्ता विकास क्रम से है Students को Startup से जोडने की योजना पर उन्होने कहा कि इसके लिए युवाओं को प्रशिक्षण प्रक्रिया की दरकार है। अगर एंटपे्रन्योरशिप की तैयारी है तो आधे रास्ते से लौटना नही पडेगा उन्होंने उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि कैसे विकास का पहिया अर्थ पर घूमता है और सम्पूर्ण राष्ट्र केा प्रभावित करता है। स्टार्टअप अर्थव्यवस्था को कैसे प्रभावित करते हैं और इसके क्या मायने हैं इस पर चर्चा करते हुए वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने कहा कि टाप एण्ड टाउन ने Startup को एक नया आयाम दिया है और सही समायोजना से कैसे शिखर तक पहुॅचा जा सकता है यह इसका जीता जागता प्रमाण है। योजनाबद्वता, कार्ययोजना और Extra Effort से ही शिखर तक पहुॅचा जा सकता है क्योकि जीतने वाले कोई काम अलग ढंग से करते है। Startup का महत्व निरुपित करते हुए उन्होने इसे राष्ट्रनिर्माण में आर्थिक सहायता प्रदान करने वाला कारक बताया। क्या स्टार्टअप कंपनियाॅ वास्तव में भारत में प्रभाव डाल रही हैं। भारत सरकार स्टार्ट अप के लिए क्या कार्य कर रही है, भारत मे स्टार्टअप कैसे बढ रहे हैं भारत में Startup को किन समस्याओ का सामना करना पड रहा है और इनका क्या समाधान है इस पर बात करते हुए वि.वि. के मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष डाॅ.मुखर्जी ने Swiggy, Flipkart , Rivigo, एडयूटेक, FoodMart, Sweet capital की विकास हिस्ट्री रिवील करते हुए बताया कि इन कंपनियों ने दूरदृष्टि का परिचय देते हुए लंबी कार्ययोजना बनाई और सफलता के नए कीर्तिमान रच रही हैं। भारत की कंपनियों में ओला, उबर उडान और फार्मइजी ने कैसे कार्य किया और विजेता बनी इस पर उन्होंने प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम में समूचे भारतवर्ष से 45 शोधपत्र प्रस्तुत हुए जिनमें Startup के निरंतर विकास और आर्थिक विकास पर उनके प्रभाव पर ध्यान केन्द्रित करते हुए तीन बंस्ट पेपर चयनित किए गए जिन्हें ई.प्रमाण पत्रप्रदान किए गए। इस कार्यक्रम में इस बात पर विमर्श हुआ कि Startup सचमुच भारतीय अर्थव्यवस्था को पारिभाषित और विकसित कर रहे हैं। हालांकि भारत की Startup अर्थव्यवस्था पूर्ण परिपक्वता तक नहीं पहुॅची है और कई स्टार्टअप शैशवावस्था में ही कालकवलित हो जाते हैं इसका कारण सही कार्ययोजना का न होना, बेहतर स्किल Management का अभाव और जल्द सफल होने की बेचेनी में लिया गया जल्दी का निर्णय घातक है। कार्यक्रम का सफल संचालन डाॅ. कौशिक मुखर्जी, Management विभागाध्यक्ष ने किया। सम्मेलन मे डाॅ.डी.विश्वकर्मा,सामाजिक विज्ञान और प्रबंधन कल्याण संघ एसएसएमडब्ल्यूए के सचिव को कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विशेष धन्यवाद दिया गया।
एकेएस वि.वि. सतना की मैनेजमेंट संकाय की दो होनहार छात्राओं ने एलजी यंग मार्केटिंग चैंप प्रतियोगिता में सहभागिता देते हुए अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई। सीजन वन एलजी यंग मार्केटिंग चैंप प्रतियोगिता में वि.वि. की दो छात्राओं साक्षी कटारिया और वैशाली सिंह बघेल ने देश के नामीगिरामी संस्थानों के बीच अपनी मेघा का प्रदर्शन किया। एलजी टोनफ्री द्वारा संचालित प्रतियोगिता में इन्हें 4 थी रैंक से ही संतोष करना पडा लेकिन यह अनुभव के लिहाज से बडा मंच और बडा पारितोषिक है। छात्राओं ने आईआईएम,रायपुर, ओरिएन्टल काॅलेज और आईआईएम इंदौर जैसे संस्थानों के बीच एकेएस वि.वि. का प्रतिनिधित्व करते हुए चैथी रैंक हासिल की कुछ अंकों से ही इनकी रैंक फिसली है। जबकि इनके कार्य की तारीफ हुई है। वि.वि. की छात्राओं की सहभागिता पर वि.वि. के मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष डाॅ.कौशिक मुखर्जी,फैकल्टी शीनू शुक्ला, डाॅ.प्रदीप चैरसिया और प्रमोद द्विवेदी ने हर्ष व्यक्त करते हुए शुभकामनाऐं दीं हैं।
Two promising girl students of Management Faculty of AKS University Satna made their presence felt by participating in the LG Young Marketing Champ competition. In Season One LG Young Marketing Champ Competition, Two girl students of the University Sakshi Kataria and Vaishali Singh Baghel displayed their talent amongst the students of reputed institutes of the country. In the competition run by LG Tonfi, they had to be content with 4th rank but this is a big platform and a big reward in terms of experience. The girl students participated among students from institutions like IIM Raipur, Oriental College and IIM Indore. Their rank has slipped by a few points and they secured the fourth rank. While their work has been praised. On the participation of girl students of the University, the Head of Management Department, Dr. Kaushik Mukherjee, Faculty Sheenu Shukla, Dr. Pradeep Chaurasia and Pramod Dwivedi have expressed their best wishes.
Seventeen students of 5th Semester B. Tech Electrical Engineering Department and 16 students of Diploma Electrical of AKS University went for training to Tons Hydroelectric House No. 1, Sirmaur. Students got detailed information about turbine, generator, power house, hydropower plant structure and transformer. The students told that they were taught that there is no loss of energy in water electric. It can be reused. He told that due to the end of fossil fuel, the dependence on solar, hydel and water power is increasing. There is no water pollution and water can be used again and again. It is noteworthy that in all the faculties of AKS University, training is organized for the students for detailed knowledge about the working style, systems and machines of the industries and from there the students also get the opportunity of selection. Faculty of Engg. Ajay Singh, Madhu Soni and Diwakar Dubey were present along with the students. After the completion of the training of students, the Head of the Department of Electrical Engineering, Rama Shukla and Administrator, Engg. R.K. Shrivastava have expressed happiness and extended their best wishes for the bright future of the students.
एकेएस वि.वि. सतना के फिफ्थ सेमेस्टर बी. टेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के 17 और डिप्लोमा इलेक्ट्रिकल के 16 छात्र टेªनिंग के लिए टोन्स जल विद्युत गृह क्रमांक 1,सिरमौर गए। छात्रों ने वहाॅ टर्बाइन, जनरेटर, पावर हाउस, हाइड्रोपावर प्लांट स्ट्रक्चर एवं ट्रान्सफार्मर के बारे मे विस्तार से जानकारी प्राप्त की। छात्रों ने बताया कि यहाॅ पर यह सिखाया गया कि वाटर इलेक्ट्रिक में एनर्जी का लाॅस नही होता है ।इसे फिर से उपयोग किया जा सकता है ट्रेनिंग के दौरान एडीशनल चीफ इंजीनियर रिषभ जैन ने छात्रों केा टेान्स हाइडल पावर की समस्त जानकारियों से रुबरु कराया। उन्होने बताया कि फासिल फ्यूल खत्म होने से अब सोलर, हाइडल और वाटर पावर पर निर्भरता बढ रही है, पानी से काई वाटर पाल्यूशन भी नहीं होता है और वाटर को बार बार प्रयोग भी किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि एकेएस वि.वि. के सभी संकायों में विद्यार्थियों को इंडस्ट्रीज की कार्यशैली, सिस्टम तथा मशीनों के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए ट्रेनिंग आयोजित होती है और वहीं से विद्यार्थियों को चयन और ज्ञानार्जन का अवसर भी मिलता है। विषय के बारे मे विस्तार से जानकारी के लिए वि.वि. के फैकल्टी इंजी.अजय सिंह,मधु सोनी और दिवाकर दुबे उपस्थित रहे। छात्रों की ट्रेनिंग पूर्ण करने के लिए इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग संकाय की विभागाध्यक्ष रमा शुक्ला, एडमिनिस्ट्रेटर इंजी.आर.के.श्रीवास्तव ने हर्ष व्यक्त करते हुए भविष्य की शुभकामनाऐं दीं हैं।
एकेएस वि.वि. सतना के मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष डाॅ.कौशिक मुखर्जी ने एपीडा,भारत सरकार,डीआईसी,म.प्र.सरकार और एमएसएमई द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अपनी सहभागिता दी और अपने विद्वतापूर्ण व्याख्यान से सबको प्रभावित किया। उन्होने निर्यात संवर्धन पर व्याख्यान देते हुए कहा कि म.प्र. में अभूतपूर्व संभावनाऐं प्रचुर मात्रा में उपस्थित हैं जरुरत है इनकी सही पहचान और उनका दोहन करने की। उन्होने बताया कि पहले हमें अधिशेष की पहचान करनी होगी फिर बिक्री क लिए योजना बनाने की जरुरत है,दूसरा धरेलू संसाधनों का अधिकतम इस्तेमाल जरुरी है। तीसरा रोजगार क अवसर बढे तो ज्यादा बेहतर कार्य प्राप्त किया जा सकता है। विदेशी मुद्रा की कमाई और अंत में राष्ट्रीय आय में वृद्वि जिससे नए और आने वाले निर्यातकों को भी फायदा हो। कार्यक्रम में उपस्थित अन्य युवा निर्यातको ने अपने क्षेत्र के अनुभव शामिल करते हुए अपनी राय रखी जिससे नए उद्यमियों का मार्ग भी प्रशस्त हुआ। कार्यशाला का मुख्य उद्येष्य निरुपित करते हुए डाॅ.मुखर्जी ने कहा कि इसका मूल था अधिकतम विदेशी मुद्रा अर्जित करना और घरेलू उत्पादनों को बढावा देना। कार्यक्रम में डाॅ.मुखर्जी ने उपस्थित जनों के सवालों के तारतम्य में सरल,सहज और त्रृटिहीन जवाब भी दिए। जिसे काफी सराहना मिली।
A perfect Career start for three students of B.Tech Electrical Engineering department of AKS University Satna in Wonder Cement, Rajasthan. Wonder Cement is a well-known name in the Portland Pozlana and Ordinary Portland construction sector. All three selected students of AKS University Satna Rajeev Sen, Ajay Kumar and Abhishek Mahato have cracked the entire selection process and made a place in the team of Wonder Cement. Wonder Cement is another name for Competitiveness, Quality and Trust. During the written test and virtual interview, the students impressed the HR Manager. The students were happy after hearing that they were given the joining offer letter from 1st September. For them, it is like a dream come true. On the selection of the students, Wonder Cement has offered them a package of four lakh twenty five thousand per annum salary package. Looking at the details of their work, after completing their degree, they have to complete the assigned tasks in the initial phase of the job. They will upgrade themselves with maximum practical knowledge. They will work on the project and take notes as well as report to the higher authorities. Along with giving their valuable suggestions in the assigned project, they will also have to work on the findings. On the selection of students Pro-Chancellor Anant Kumar Soni, Per Vice Chancellor Dr. Harshavadran Dr. RS Tripathi, Engg., Prof. GK Pradhan, Head of the Department of Electrical Engineering, Rama Shukla. Administrator, Engg.RK Shrivastava have expressed happiness. The three selected students of the University, Rajeev Sen, Ajay Kumar Bais and Abhishek Mahato have been congratulated by the entire family of the university for their selection. The family also extended the best wishes for the bright future of students.
एकेएस वि.वि. सतना के बी.टेक Electrical Engineering विभाग के तीन छात्रों की कॅरियर शुरुआत वंडर सीमेंन्ट,राजस्थान से एक परफेक्ट शुरुआत, में हुई है। वंडर Portland cement पोजलाना और आर्डिनरी पोर्टलैण्ड निर्माण के क्षेत्र में चिरपरिचित नाम है। वि.वि. के तीनो चयनित छात्रों राजीव सेन ,अजय कुमार और अभिषेक महतो ने समूची सेलेक्सन प्रक्रिया को क्रेक करते हुए Wonder Cement की टीम में जगह बनाई है Wonder Cement Competitive, Quality और Trust का दूसरा नाम है यहाॅ Return Test और वर्चुअल इंटरव्यू के दौरान छात्रों ने एचआर मैनेजर को काफी प्रभावित किया। उन्हें 1 सितम्बर का ज्वाइनिंग आॅफर लेटर दिया गया यह सुनते ही छात्रों की खुशी का पारावार न रहा क्योंकि यह सपनों के सच होने जैसा है। विद्यार्थियों के चयन पर वंडर सीमेन्ट ने उन्हे चार लाख पच्चीस हजार पर एनम का Package Offer किया है। उनके कार्यो के व्योरे को देखें तो उन्हें अपनी डिग्री पूर्ण करने के बाद नौकरी के शुरुआती चरण में एसाइन्ड कार्यो को पूर्ण करना,अधिकतम Practical knowledge obtain करना,Project पर कार्य और नोट लेने के साथ रिपोर्ट भी उच्चाधिकारियों को देनी होती है। एसाइन्ड Project में उन्हें अपने वैल्यूबल सजेशन देने के साथ फाइंडिग्स पर भी कार्य करना होगा। छात्रों के चयन पर वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवध्रन,डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी इंजी.डीन प्रो.जी.के.प्रधान ,Electrical Engineering संकाय की विभागाध्यक्ष रमा शुक्ला,Administrators इंजी.आर.के.श्रीवास्तव ने हर्ष व्यक्त किया है। वि.वि. के तीनों चयनित छात्रों राजीव सेन ,अजय कुमार बैस और अभिषेक महतो को उनके चयन के लिए समूचे वि.वि. परिवार ने भी शुभकामनाऐं दीं है।
एकेएस वि.वि. सतना के B.Tech Electrical Engineering विभाग के छात्र हर वर्ष Training के लिए विभिन्न संस्थानों में जाते हैं और वहाॅ Practical जानकारी से रुबरु होकर ज्ञान अर्जित करते हैं इसी कडी में वि.वि. के तीन छात्र शिवचरण सिंगरौल,अजय कुमार बैस और विनोद कुमार प्रजापति कानपुर Edible oil में 6 माह की Training में रहे उन्हें चयन की यह सुखद खबर कंपनी द्वारा मिली कि उनकी दक्षता, कार्यकुशलता और कार्यशैली से प्रभावित होकर कंपनी ने उन्हे चयनित किया है। एकेएस वि.वि. के सभी संकायों में विद्यार्थियों को इंडस्ट्रीज की कार्यशैली, सिस्टम तथा मशीनों के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए आयोजित होने वाली ट्रेनिंग होती है और वहीं से विद्यार्थियों को चयन का अवसर भी मिला है। उल्लेखनीय है कि एकेएस वि.वि. सतना के बीटेक इलेक्ट्रिकल संकाय के फाइनल ईयर के छात्र कानपुर Edible oil के लिए इसी लिए चयनित हुए है। इनका सेलेक्सन बतौर असिस्टेंट इंजीनियर हुआ है। अच्छा पैकेज होने के साथ ही स्टूडेन्टस को अन्य फैसिलिटीज भी प्रदान की जाएगी। छात्रों के चयन पर वि.वि. प्रबंधन के साथ ही इंजी.डीन प्रो.जी.के.प्रधान ,Electrical Engineering संकाय की विभागाध्यक्ष रमा शुक्ला,Administrator इंजी.आर.के.श्रीवास्तव ने हर्ष व्यक्त करते हुए भविष्य की शुभकामनाऐं दीं हैं।
डॉ. कौशिक मुखर्जी, प्रमुख, प्रबंधन अध्ययन संकाय, एकेएस विश्वविद्यालय, सतना, को इकोसिस्टम विशेषज्ञ के तहत आयोजित कार्यक्रम "बिजनेस चर्चा" में विशेषज्ञ के रूप में नामित किया गया है जो एक आईएसओ प्रमाणित स्टार्टअप कंपनी है। यह मंच विभिन्न उद्योग विशेषज्ञों, व्यावसायिक प्रशिक्षकों और विषय-वस्तु पेशेवरों के नेतृत्व में विचार को व्यवहार्य व्यवसाय में बदलने और उद्योग अकादमिक बंधन को मजबूत करने के लिए एक पहल है। Business चर्चा इसके लिए एक मंच है सह-निर्माण, प्रशिक्षण और उद्यमिता विकास के लिए आकांक्षी उद्यमियों को साकार करने के लिए व्यापार की उनकी दृष्टि स्थापना के लिए एक मंच है
Dr. Kaushik Mukherjee, Head, Faculty of Management Studies, AKS University, Satna, has been named as an expert in the program "Business Charcha" organized under Ecosystem Expert which is an ISO certified startup company. The platform is an initiative led by various industry experts, business trainers and subject matter professionals to turn the idea into a viable business and strengthen the industry-academia bond. Business Discussion is a platform for co-creation, training and entrepreneurship development for aspiring entrepreneurs to help realize their vision of business.