सरस्वती आराधना की आध्यात्मिक लौ, वैदिक मंत्रोच्चारों के बाद देवार्चन और फिर अतिथि परिचय के प्श्चात एकेएस वि.वि. सतना के department of pharmacy में international and guest lecture सिरीज के तहत expert दो guest lecture का आयोजन किया गया जिसमें यूनियन आयुर्वेदा योगा के डाॅ. सत्यम त्रिपाठी ने ‘Respiratory disorders and Impact on कोविड-19 on current सिनेरियो including Post covid stitution पर जानकारी देते हुए बताया कि सामान्यतः फेफडे और श्वशन तंत्र के साथ ही कोविड -19 के संक्रमण से समस्या आती है। जिसमें ब्रोंकाइटिस सूज जाती है और उसमें जलन होती है, इसमें म्यूकश का निर्माण भी अधिक होता है जिससे कफ बनता है। ब्रोंकाइटिश दो प्रकार का होता है एक्यूट और क्रोनिक, एक्यूट दो से तीन सप्ताह में ठीक हो जाता है जबकि क्रोनिक लम्बे समय तक रहता है। निमोनिया से दोनों फेफड़ों में एयर सेक सूज जाते हैं, इसमें पस भर सकता है इससे इम्यून सिस्टम कमजोर होता है जबकि लेरिंजाइटिस में भोजन और तरल पदार्थ फेफड़े में जाने से रुकते हैं, काॅमन कोल्ड नाक और गले का संक्रमण होता है जो 7 से 10 दिनों में ठीक होता है,गले की खरास वायरस के संक्रमण के कारण होती है इसे फेरिनजाइटिस कहते हैं। बदलते मौसम में श्वसन तंत्र से जुड़ी बीमारियां जोर पकड़ने लगती हैं इससे बचने के लिये हमें खान-पान से लेकर सफाई तक का ध्यान रखना पड़ता है। उन्होंने कोविड-19 के अतीत के स्वरूप से लेकर वर्तमान के सभी प्रकारों मसलन कोविड,डेल्टा से ओमिक्रान तक के इफेक्ट पर प्रकाश डाला। इनके कारण,निवारण और उपचार के तरीके भी उन्होने बताए। गेस्ट लेक्चर के दूसरे व्याख्यान में Role of Yoga थेरेपी इन डायबिटीज मैलाइटिस दो के बारे में डाॅ. अमित सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर स्वामी विवेकानन्द योगा अनुसंधान समसंस्थान, बैगलुरू ने अहम जानकारियां दीं। उन्होंने कहा कि योग हमारी प्राचीन पद्धति है, योग करते समय ये ध्यान रखना है कि कौन सी स्वास्थ्यगत समस्या है जिससे निजात पानी है। योग में महत्वपूर्ण रूप से प्राणायाम जिसे ब्रीदिंग एक्सरसाइज कहते हैं, आसन जिसे फिजिकल पाॅस्चर कहते हैं, Meditation जिसमें Relaxion और माइंड फुलनेस शामिल है। योग के माध्यम से न सिर्फ डायबिटीज बल्कि अन्य कई रोगों में भी असरकारक परिणाम हासिल किये जा सकते हैं। उन्होने कहा कि कुछ योगा भी कई रोगों में वर्जित हैं इन्हें किसी योग्य योग शिक्षक के मार्गदर्शन में ही करना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के वरिष्ठजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत के पलों में दोनों व्याख्यान कर्ताओं को शाल, श्रीफल और मोंमेंन्टों देकर सम्मनित किया गया। इस मौके पर एकेएस वि.वि. के प्रो. चांसलर अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति प्रो.आर.एस.त्रिपाठी,प्रो.रमेश चंद्र त्रिपाठी, department of forestry,प्रो.जी.सी.मिश्रा, विभागाध्यक्ष फार्मेसी डाॅ. सूर्यप्रकाश गुप्ता की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
एकेएस वि.वि. सतना के विभिन्न संकाय के छात्रों को कोविड-19 के पूर्व और उसके बाद भी नियमित रुप से online और Offline campus के माध्यम से selection का मौका मिलता रहा है इसी कडी में दिसंबर में कई Campus आयोजित हुए और चयनित छात्रों को खुशी दे गए अगर बात करें चार दिसंबर को हुए campus की तो उसमें एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के "Department of management" के बीस छात्र अलग अलग पदों और कार्यो के लिए अपना selection करवाने में कामयाब रहे इसमें छः छात्र हिमांशु गर्ग, सौरव शुक्ला, बालेन्द्र अहिरवार, अनुराग सिंह, अमन सिंह, कपीश्वर गौतम का चयन बतौर क्लाइंट सर्विस डिवीजन पद पर हुआ है, इनका चयन चार लाख पर एनम के Package पर अहमदाबाद रीजन के लिए हुआ है इन्हें कस्टमर काॅल और विजिट के कार्य प्रदान किए जाऐगें। बारह छात्र साकिब सिद्विकी, अनिल कुमार बौद्व, रावेन्द्र शर्मा, विमल गर्ग, अश्विनी कुमार पाण्डेय, मोहन सिंह, धर्मेश समदरिया, अतुल मिश्रा, पीयूश त्रिपाठी, मानवेन्द्र सिंह, सौरव गुप्ता और आयुश त्रिपाठी का चयन बतौर न्यू सेल्स डिवीजन में कार्य के लिए तीन लाख तीस हजार पर एनम के पैकेज पर हुआ है। त्ृतीय श्रेणी में दो छात्राऐं ज्योति तिवारी और श्रुति जैन बतौर बिजनेश डेव्हलपर चयनित हुई हैं इन्हें जूम मीटिंग और गूगल मीट पर office job हेतु तीन लाख पर एनम के पैकेज पर नियुक्ति मिली है। छात्रों का चयन इंटरव्यू और ग्रुप डिस्कशन के बाद हुआ है। उन्हें जाॅचा, परखा और चयनित किया गया उल्लेखनीय है कि इंडिया मार्ट, गुजरात, इंडियाज online Largest Market Place कवर करने वाली कंपनी है। सभी बीसों छात्रों के चयन पर वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, प्रो. आर. एस. त्रिपाठी, विभागाध्यक्ष मैनेजमेंट डाॅ. कौशिक मुखजी, टी.पी.ओ. एम. के. पाण्डेय और मनोज सिंह परिहार ने चयनित छात्रों को चयन की शुभकामनाऐं प्रदान करते हुए हर्ष व्यक्त किया है। चयनित विद्यार्थियों को मेहनत और लगन से कार्य करके अपना भविष्य सुरक्षित रखने और निरंतर विकास करने की शुभकामनाऐं दीं हैं। छात्रों के लिए यह सपनों के सच होने जैसा है इंडिया मार्ट में चयनित हुए छात्रों ने अपने चयन का श्रेय एकेएस वि.वि. की पठनपाठन प्रणाली और अपने गुरुओं के मार्गदर्शन के साथ परिजनों के आशीर्वचनों को दिया है।
During a simple but dignified ceremony in the auditorium of AKS University Satna, a Memorandum of Understanding was signed between the Union Yoga Ayurveda, and the Pharmacy Department of the University on various issues. Through MoU, student training, patient care, yogaclass transfer, simultaneous organization of international conferences, workshops, organizing various programs and promoting co-working activities are prominent. During the MoU, the representative of the Department of Pharmaceutical Sciences and Technology, Dr. Satyam Tripathi, Union Ayurveda Yoga, Singapore, Pro Chancellor Anant Kumar Soni, Per-Vice Chancellor Prof. R . S . Tripathi, Director of Cement Technology Prof. G . C . Mishra, Head of Department Pharmacy Dr. Suryaprakash Gupta and Head of the Department of Yoga, Dr. Dilip Tiwari were remarkably present. It is noteworthy that even before this, the MoUs with many institutions across the country and abroad have taken place. This has led to organisations and participation in many programs by the faculty and students of different faculties of the University.
एकेएस विश्वविद्यालय सतना के सभागार में एक सादे किन्तु गरिमामय समारोह के दौरान यूनियन योगा आयुर्वेदा,और विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग के बीच विभिन्न मुद्दों पर सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये गये। सहमति पत्र के माध्यम से students training, पेसेंट केयर एण्ड योगा क्लास ट्रांसफर, अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस एवं वर्कशाप का एक साथ आयोजन ,विविध कार्यक्रमों का आयोजन और coworking Activites को बढ़ावा देना प्रमुख है। एमओयू के दौरान department of Pharmaceuticals science and technology और यूनियन आयुर्वेदा योगा,सिंगापुर के प्रतिनिधि डाॅ. सत्यम त्रिपाठी सिंगापुर और एकेएस वि.वि. के प्रो. चांसलर अनंत कुमार सोनी और प्रतिकुलपति प्रो.आर.एस.त्रिपाठी,cement technology के डायरेक्टर प्रो.जी.सी.मिश्रा, विभागाध्यक्ष फार्मेसी डाॅ. सूर्यप्रकाश गुप्ता और department of yoga के विभागाध्यक्ष डाॅ. दिलीप तिवारी उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि वि.वि. का इससे पूर्व भी विश्व के कुछ देशों के साथ भारत के कई संस्थानों से एमओयू है जिसमें कई विभागों में पूर्व से ही कई कार्यक्रम और आयोजन हो चुके हैं।
एकेएस वि.वि. सतना की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में एड्स जागरुकता रैली का आयोजन किया गया जिसमें छात्र-छात्राओं ने पोस्टर प्रतियोगिता में भी भाग लिया पास्टर हाथेां में लिए उस पर कई समाजोपयोगी स्लोगन लिखकर इन्हें लोगों तक पहुॅचाया गया। इस रैली के माध्यम से एक्वायर्ड इम्युनों डिफिसिएन्सी सिन्ड्रोम यानी एड्स के कारण, निवारण और दवाइयो ंपर भी जानकारी शेयर की गई। रैली का आयोजन एनएसएस कोआर्डिनेटर इंजी.रमा शुक्ला एवं डाॅ. महेन्द्र कुमार तिवारी के मार्गदर्शन में किया गया। कैप्टन आर.एस.परिहार और कैप्टन प्राची सिंह परिहार ने अनुशासन एवं सेवा का महत्व निरुपित किया। रैली के अंत में वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी मिलकर समाज में कई कार्य कर सकते हैं क्योंिकि एनएसएस का कार्य साक्षरता कार्य,पर्यावरण संरक्षण,स्वास्थ्य और सफाई आपातकालीन या प्राकृतिक आपदा के समय पीडितो की सहायता करना होता है। डीन बेसिक साइंस डाॅ.जी.पी.रिछारिया ने एनएसएस का महत्व बताते हुए इसे सेवा का एक महत्वपूर्ण माध्यम बताया और कहा कि एनएसएस मीन्स नाॅट मी बट यू होता है यह इसी सिद्वांत पर कार्य करता है।
एक पल में जाने कब किस्सा हो जाता है, जाने कौन कब जिंदगी का हिस्सा बन जाता है ये रंग और नूर रहा एकेएस विश्वविद्यालय के Department of pharmacy में कला के विविध रंगों के साथ फ्रेशर्स पार्टी का जो कलारंग सबके सर चढ़कर बोला। एंकर्स आदर्श और नेहा ने कला वीथिका के पहले चरण की पतवार सम्हाली तो दूसरा चरण अखण्ड आनन्द और अभिषेक के नाम रहा। तीसरे चरण में साहिब सिद्दीकी ने खूब रंग जमाया। आदर्श, यश, सिमरन, ध्रुव, दिव्यांशी, ऐशा, नंदिनी, ज्योत्सना, आदर्श, आकांक्षा, आशुतोष, शशांक, रोशनी, सिमरन, विकास, राजलक्ष्मी, भारती, कल्याण, शेफाली, पुष्पेन्द्र, हिमांशु, श्वेता, नम्रता, शिवानी, नेहा, प्रणीत, अंकित, दिव्याश, निखिल, रूपा, दामिनी, अंजलि, दीपांशी ने कला के विविध रंगों को मंच में माध्यम से खूबसूरत एहसास में तब्दील किया। दर्शकदीर्घा में उपस्थित लोगों ने इन्हें गौर से निहारा और कलाकारों की हुनरमंदी की दाद दी। नृत्य मंे जहां बहुरंगी छटा बिखरी, वहीं गीत गायन में सुरों के लम्बे फन जमे, ड्रामा में सभी इमोशन्स की खूबसूरत तस्वीर बनी तो अन्य कार्यक्रमों ने भी खूब दाद बटोरी। नृत्य के कार्यक्रम के दौरान, सभी के पांव थिरकते रहे तो गीतों में कोरस भी खूब हुआ। वन्स मोर वन्स मोर का शोर सभी कार्यक्रमों के लिये गूंजा। कार्यक्रम का शुभारंभ अक्षत के चावल, पूजा के विविध पुष्प और देव आराधना के साथ हुआ। उपस्थितजनों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच सभी कार्यक्रमों ने आकाशीय ऊंचाइयां हासिल कीं। बी. फार्मेसी और डी. फार्मेंसी के सभी प्राध्यापक, विभागाध्यक्ष डाॅ. सूर्यप्रकाश गुप्ता, डाॅ. मधु गुप्ता, प्रभाकर तिवारी, पारस कोसे, नेहा गोयल, प्रिया द्विवेदी, इवनीत कौर भाटिया, दुर्गेश गुप्ता, पूनम द्विवेदी, विवेक चन्द्राकर, मनोज द्विवेदी, सुमित पाण्डेय, शिवम् अग्निहोत्री, रिंकी, शिखा, रैना की उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम के विजेता प्रतिभागियों को नई सोच, नई ऊर्जा के साथ एक नये मचं पर सम्मानित करने का वादा देकर फ्रेशर्स पार्टी के अंत में नायक वो जो उम्मीदों के पार उतर जाय, आजादी जो दिल में बसकर रार मिटा जाय, जोश वही जो छत बन जाय बादल फटने पर, मकसद वो जो सबको दरिया पार करा जाय, जुनूं जगे तो वतन तरक्की के पथ पर होगा, धूप सा जज्बा मन का सब अंधियारा खा जाय के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम के अंत में यादों की बारात बनी रहे इस बावत् मंच पर टीचर्स ने अपने स्टूडेंट्स के साथ स्नैप क्लिक कराये और मौके को यादगार बनाया स्टूडेन्टस ने सेल्फी के यादगार लम्हे एक दूसरे से साझा किए।
प्रबंधन अध्ययन संकाय एकेएस विश्वविद्यालय सतना और लिंकन युनिवर्सिटी कालेज मलेशिया के सहयोग से व्यापार और उद्यमिता उद्यमों में हाल के रुझानों पर चैथा अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन का मुख्य विषय तकनीकी दुनिया को बदलने में व्यवसाय अनुसंधान की भूमिका है। सम्मेलन वर्चुअल मोड में 27 और 28 नवम्बर 2021 को आयोजित हुआ। सम्मेलन में 150 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं और विभिन्न देशों द्वारा 65 से अधिक शोधपत्र प्रस्तुत किये गये हैं। मनीष कुमार सिन्हा ने डाॅ. कौशिक मुखर्जी के मार्गदर्शन में और यश शर्मा ने डाॅ. हर्षवर्धन श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में मैनेजमेंट के शोधपत्र प्रस्तुत किये। सम्मेलन में इसे सर्वश्रेष्ठ शोधपत्र प्रस्तुति निरूपित किया गया। सम्मेलन का आयोजन प्रो. संदीप पोद्दार, प्रो. वाइस चांसलर लिंकन युनिवर्सिटी कालेज मलेशिया और डाॅ. कौशिक मुखर्जी, मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष, प्रो. अभिजीत घोष, डीन, प्रबंधन अध्ययन संकाय के साथ किया गया। प्रो. अमियो भौमिक, कुलपति भी दो दिवसीय सम्मेलन में उपस्थित रहे। एकेएस विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर अनंत कुमार सोनी ने उद्यमिता अवधारणाओं के बारे में विस्तार से बात की और एकेएस विश्वविद्यालय के चांसलर माननीय बी.पी. सोनी जी की विश्व सरकार की अवधारणाओं पर प्रकाश डाला। सम्मेलन के दूसरे दिन एकेएस विश्वविद्यालय के डाॅ. कौशिक मुखर्जी, डाॅ. यमना रानी के साथ अध्यक्षीय मंच पर थे, पूरे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को बड़ी सफलता मिली।सम्मेलन में 100 से ज्यादा देशों के लोग जुडे।
NCC Day was celebrated by the cadets in the premise of AKS University Satna. Addressing on the occasion of the 71st anniversary of National Cadet Corps, it was informed that it comprises Navy, Army and Air Wings which are involved in grooming the youth of the country into a disciplined and patriotic citizens. Addressing the program, the Vice Chancellor of the University, Dr. Harsh Vardhan said that NCC is a volunteer organization. The youth studying in schools and colleges can join it as per their wish. NCC cadets are called the youth wing of the country's army. Engineering Administrator Engg. R . K . Shrivastava referred to the war with Pakistan in 1965 and 1971, when NCC cadets were sent to ordnance factories so that they could help in sending arms and ammunition to the soldiers who were fighting on the front. Along with this, they were also used as patrolling parties to capture the enemy's paratroopers. The special thing is that the Prime Minister of the country Narendra Modi has also been an NCC cadet. Prof. G.C. Mishra advised students to join NCC. He said, "you are the first and it is a mandatory condition to be an Indian citizen. Along with this, it is necessary for the students to be mentally and physically fit. TPO, M. K . Pandey described the NCC as an organization to encourage students to join the army during school time. In the next sequence, the Head of Management Department, Dr. Kaushik Mukherjee told from his experiences while in the army that NCC is for both boys and girls. There is Junior Wing and Senior Wing for Girls and Junior and senior Division for Boys. Lieutenant Prachi Singh explained the rules of unity of duty and discipline and informed that the certification in NCC is given. A certificate to junior cadets who complete two years of training, B certificate to senior students after completing two years of training. While NCC C certificate is given to those students who complete three years of training. Mirza Samiulla Baig told the forum that the minimum age to join NCC is 12 years and the maximum age is 26 years. Pro . Rajiv Bairagi said for the establishment point that the NCC was started on 15 July 1948 under the National Cadet Corps Act. The NCC was the second line of defense in the wars against Pakistan. At the end of the program, it was told that the NCC Day celebration gives a sense of national dignity. In the ongoing vaccination campaign against covid-19 in the country, the youth who are seen in Army Uniform at the Vaccine Centers are part of NCC. During the program cultural programs were presented and the rationale of NCC Day celebration was also explained by the participants.
Violence should be eradicated from society with sensitivity, humanity, compassion, positivity and we should become a part of civilized society. We should be aware of our moral duties and rights. Under the guidance of Manju Chatterjee, Head of MSW Department of AKS University, Satna, Sudhir Pathak, Indira Soni and Maneka Soni, three students of Department of MSW ensured their participation in the three day workshop organized by National Institute Sama Sanstha Delhi on 23rd, 24th and 25th November in Bhopal. In the workshop, there was a detailed discussion on the nature of gender based violence. Reena ji, advocate and social worker threw light on various aspects while discussing in detail that most of the violence took place with men and women in the society. There was an increase in violence in the time of corana. She also discussed the reasons for what positive and negative elements were associated in the families besides, discussion on prevention of violence also took place. Violence continues in the society. However, there has been a change in its nature after Covid-19 and the discussions were invited on this. The seriousness of the police administration and the consequences of negligence were discussed in the workshop. Amidst the increasing interference of the media, what changes are being visible and what is the responsibility of the society and why the society is changing, was followed by a deep discussion. Posco Act-2012, Women's Violence and Domestic Violence Protection Act, 2005, Criminal Law Amendment Act 2013, guidelines of the Human Rights Commission, along with discussions on the guidelines of the Women's Commission were invited. The audiences were urged to know the provisions of the laws in this regard. This workshop was very important for the career of the students. Pratibha Singh, Trainer, shared information with many facts. "What is true other than what is seen" the discussion, underlined the role of police administration, media and society. Manju Chatterjee's poem recitation, " Jindagi ke Seelan mein Deemak Bano" was appreciated by all in the auditorium.
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Shubham Chaurasia, a student of the Department of Computer Science and Engineering, AKS University, Satna, has been selected as a software engineer in Rostris Infotech Indore, on a regular basis, through the campus. He will work a year on probation. His job profile includes Python code, debugging applications, integrating user facing elements, design, developing and analyzing user requirements, writing and testing code, research, design, operational documentation, client consulting and maintenance. He has got appointment on a good salary package which will translate into a good package after a year. On the selection of Shubham, Anant Kumar Soni, Pro-Chancellor, Dr. Harsh Vardhan, Prof. R.S. Tripathi, Head of the Department Dr. Akhilesh A. Waoo and the faculties of Computer Department have wished Shubham a bright future.
शिक्षार्थ आइए, ज्ञानार्थ जाइए के ध्येय वाक्य पर एकेएस विश्वविद्यालय,सतना में आए विद्यार्थियों को कॅरियर काउंसिलिंग प्रदान की गई। वि.वि. में प्रतिवर्ष छात्र-छात्राओं के लिए निःशुल्क कॅरियर काउंसिलिंग आयोजित की जाती है इसी कडी में एकेएसयू वि.वि. की एज्यूकेशनल विजिट पर गवर्नमेंट हायर सेकेन्डरी स्कूल, रामपुर बाघेलान से अरविंद तिवारी ,राकेश कुमार त्रिपाठी, गवर्नमेंट हायर सेकेन्डरी स्कूल शिवराजपुर से रविप्रकाश जी और दीपा पटेल गवर्नमेंट हायर सेकेन्डरी स्कूल, भटनवारा से विकाश चतुर्वेदी, विजय विश्वकर्मा नीतू आहूजा और नीलम पटेल के साथ छात्र-छात्राऐं शामिल हुए। विद्यार्थी अपने प्राध्यापकों के साथ कम्प्यूटर फील्ड और गणित की विविधता और रोजगार की संभावनाओं के बारे में जानकारी लेने आए। विश्वविद्यालय में आयोजित कॅरियर काउंसिलिंग एण्ड कम्प्यूटर में एज्यूकेशनल विकल्पों पर एकेएस वि.व department of computer के फैकल्टीज ने प्रकाश डाला कार्यक्रम में वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ,प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन,प्रो.आर.एस.त्रिपाठी ने छात्रों को संबोधित किया और कहा कि अप्प दीपो भव यानी अपने दीपक स्वयं बनें। कम्प्यूटर विभागाध्यक्ष डाॅ.अखिलेश ए.वाऊ अध्ययनरत विद्यार्थियों को डिपार्टमेंट आॅफ कम्प्यूटर में संचालित डिप्लोमा, सीएसई, बी.टेक.सीएसई, बीसीए आनर्स, बीएससी, आईटी, आनर्स, बी.टेक.कम्प्यूटर, बीएससी,सीएस, डीसीए, एमएससी, पीजीडीसीए, एमएससी इन सायबर सिक्योरिटी एण्ड डिजिटल फोरेन्सिक, डिप्लोमा इन साइबर सिक्योरिटी एण्ड डिजिटल फोरेन्सिक कोर्सेस के बारे में विस्तार से बताते हुए समझाया कि एकेएस वि.वि. का कम्प्यूटर साइंस विभाग आईआईटी मुम्बई का रिमोट सेंन्टर भी है और कई छात्र बडी कंपनियों में कार्यरत हैं। एकेएस वि.वि. में विधिवत लैब्स और कक्षाऐं हैं। फैकल्टी सीमा पटेल ओर फैकल्टभ् शंकर बेरा ने छात्रों को हैकिंग,इंटरनेट और अन्य विधिवत जानकारी दी। कार्यक्रम आयोंजन में वि.वि. सेे इंजीनियरिंग डीन डाॅ.जी.के.प्रधान, मार्केटिंग हेड अविनाश मिश्रा,आईटी हेड सोनू कुमार सोनी, एडमिनिस्ट्रेटर ब्ृजेन्द्र कुमार सोनी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम में एकेएस वि.वि. के प्राध्यापकों ने विजिटिंग विद्यार्थियों के सवालों के तर्कसम्मत उत्तर भी प्रदान किए।
एकेएस वि.वि. सतना के विभिन्न संकाय के छात्रों को नियमित रुप से कैम्पस के माध्यम से सेलेक्सन का मौका मिलता है इसी कडी में एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के डिपार्टमेंट आॅफ फार्मेसी के तीन छात्रों मृदुल मिश्रा, अंबिका पटेल, जैनेन्द्र कुमार शुक्ला, बीटेक इलेक्ट्रिकल के छात्र अभिषेक सिंह और बेसिक साइंस के छात्र शिवम मिश्रा का चयन प्रीतम International private limited में हुआ है। उल्लेखनीय है कि प्रीतम International private limited, उत्तराखंड, रुडकी डियों और कास्मेटिक्स के मैन्युफैक्चरिंग और प्रोडक्शन के क्षेत्र में बडा नाम है। उन्हें अच्छे सैलरी पैकेज पर नियुक्ति मिली है जो एक वर्ष बाद अच्छे पैकेज में तब्दील होगी। सभी पाॅचों छात्रों के चयन पर वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन, प्रो.आर.एस.त्रिपाठी टीपीओ एम. के. पाण्डेय और विनय सिंह ने उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी है।
एकेएस वि.वि. सतना के cement technology के छात्रों ने KJS cement की Visit के दौरान कई जानकारियाॅ हासिल की। बी.टेक. cement technology और डिप्लोमा के छात्र visit में शामिल हुए उन्होंने KJS cement plant पहुॅचकर cement manufacturing Process, CCR opreation, quality control, cement plant , safty manager और cement क्षेत्र में जाॅब करने के लिए क्या योग्यता और आर्हता होनी चाहिए और कार्यदक्ष होने के लिए किन प्रक्रियाओं का पालन भविष्य में जरुरी है ये जानकारी भी हासिल की। जबकि संपूर्ण विजिट के दौरान छात्रों को मूलभूत जानकारियाॅ मिले इसकी गहन जिम्मेदारी श्री वी.के.सिंह, इंजी. रवि पाण्डेय,इंजी.राहूल ओमर और इंजी.रोहित ओमर ने निभाई प्रो.जी.सी.मिश्रा ने छात्रों को समझाया कि अगर सीमेंन्ट क्षेत्र को अपना कॅरियर बनाना है तो कुछ अलग करने की ठानना ही पडेगा नाम रोशन करना है तो पढाई भी दिल लगाकर और प्रैक्टिकल और मेहनत से करना चाहिए।छात्रों ने संपूर्ण विजिट के दौरान उत्सुकता से समस्त जानकारियाॅ हासिल कीं। छात्रों की विजिट पर वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन, डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी, सीमेन्ट टेक्नाॅलाॅजी के डायरेक्टर प्रो.जी.सी.मिश्रा, विभागाध्यक्ष डाॅ.एस.के.झा ने हर्ष व्यक्त किया है।
एकेएस वि.वि. के छात्रों को नियमित रुप से कैम्पस के माध्यम से सेलेक्सन का मौका मिलता है इसी कडी में एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के Department of computer science and engineering के छात्र शुभम चैरसिया का चयन Rostris infotech इंदौर में बतौर software engineering किया गया है इनको प्रोबैशन पीरियड पर एक वर्ष कार्य करना होगा। इनके कार्यो में Python code, debugging Application, Intregating user Facing Implementation, desiging, Development के साथ एनालाइजिंग यूजर रिक्वायरमेंट, Right and test code research, design opreational documentation, कंसल्ट क्लायंटय एण्ड कलीग्स, कंसर्निग द मेंटेनेन्स शामिल है। उन्हें अच्छे सैलरी पैकेज पर नियुक्ति मिली है जो एक वर्ष बाद अच्छे केज में तब्दील होगी। शुभम के चयन पर वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन, प्रो.आर.एस.त्रिपाठी, विभागाध्यक्ष डाॅ.अखिलेश ए. वाऊ के साथ कम्प्यूटर विभाग के फैकल्टीज ने उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी है।
संवेदनशीलता,मानवीयता,करुणा,सकारात्मकता के साथ समाज से हिंसा विलोपित हो और हम सभ्य समाज का हिस्सा बने हमें अपने नैतिक कर्तव्यों और अधिकारो का बोध हो ऐसे ही विविध पहलुओं को लेकर एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के एमएसडब्ल्यू विभाग की विभागाध्यक्ष मंजू चैटर्जी के मार्गदर्शन में डिपार्टमेंट आॅफ एमएसडब्ल्यू के तीन विद्यार्थियों सुधीर पाठक, इंदिरा सोनी और मेनका सोनी ने 23, 24 और 25 नवंबर को राष्ट्रीय इंस्टीट्यूट समा संस्था दिल्ली द्वारा भोपाल में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। कार्यशाला में जेन्डर आधारित हिंसा के स्वरुप पर विस्तारित विमर्श हुआ। समाज में पुरुष और महिलाओं के साथ ज्यादातर हिंसा हुई इस पर भी विस्तार से चर्चा करते हुए रीना जी, एडवोकेट एवं सामाजिक कार्यकर्ता ने विविध पहलुओं पर प्रकाश डाला। कोराना के समय में हिंसा में बढोत्तरी हुई, परिवारों में क्या सकारात्मक और नकारात्मक तत्व जुडे इसके क्या कारण रहे पर भी चर्चा के साथ निवारण पर भी बहस की गई। हिंसा लगातार यानी कोविड-19 के पहले से हो रही है या इसके स्वरुप में परिवर्तन हुआ पर भी विमर्श हुआ। कार्यशाला में पुलिस प्रशासन की संजीदगी ओर लापरवाही के परिणामों पर सारगर्भित बात की गई। मीडिया के बढते दखल के बीच क्या परिवर्तन दृष्टिगोचर हो रहे हैं और समाज के क्या दायित्व है और समाज क्यों बदल रहा है इस पर भी गहन चर्चा हुई। पाॅस्को एक्ट-2012, महिला हिंसा एवं घरेलू हिंसा संरक्षण अधिनियम,2005, आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम 2013,मानव अधिकार आयोग के दिशा निर्देश,महिला आयोग के दिशा निर्देश पर चर्चा के साथ कानूनों के प्रावधानों को भी जाना। यह कार्यशाला विद्यार्थियों के कॅरियर के लिहाज से काफी अहम रही जिसमें प्रतिभा सिंह ट्रेनर ने कई तथ्यों के साथ जानकारी साझा की। जो दिखता है उससे इतर क्या सही है पर पुलिस प्रशासन, मीडिया और समाज की भूमिका रेखंकित करते हुए परिचर्चा में मंजू चैटर्जी की कविता जिंदगी की सीलन में दीमक बनों और रातों-रात बंद इन दीवारों की खिडकियों, रोशनदान और दरवाजों को चाल दो ....को काफी सराहा गया।
एकेएस वि.वि. सतना ने आस्ट्रेलियन पेटेंट एक्ट 1990 द्वारा 8 वर्षो के लिए सिस्टम स्मार्ट इटीग्रेटेड ट्रैफिक कंन्ट्रोल की प्रणाली डेव्हलप करने पर पेटेंट हासिल किया है। इस प्रणाली के तहत भीड भरे शहर में यातायात का प्रबंधन अब बडी चुनौती साबित हो रहा है। वर्तमान में हर रुट पर पथ और दिशा के हिसाब से ट्रैफिक लाइट का संचालन समय निश्चित है पर कई बार इसमें विसंगति नजर आती है और वाहन न होने पर भी वाहनों को रुकना पडता है। यातायात प्रबंधन को प्रभावी ढंग से सुधारने के लिए एकेएस वि.वि. के मैकेनिकल इंजी.विभाग सतना के विभागाध्यक्ष डाॅ.पंकज श्रीवास्तव ने टीम के साथ आर्टिफिसियल इंटेलीजेंस पर आधारित एक प्रणाली का प्रस्ताव पेश किया जिसे 8 वर्षो का पेटेंट हासिल होना एक बडी उपलब्धि और गौरव का विषय है। इसकी कार्यप्रणाली की बात करें तो आर्टिफिसियल इंटेलीजेंस वाहनों की संख्या और लगी कतारों की लंबाई के आधार पर ट्रैफिक लाइट को संचालित करेगा। इस उपकरण में कैमरा, क्यू डिटेक्शन यूनिट, संचार नेटवर्क, कंट्रोल यूनिट, डेटाबेस यूनिट,आदि के समग्र समन्वयन के अनुसार सिस्टम केन्द्रीय यातायात नियंत्रण प्रणाली से युक्त होगा। सिस्टम स्वचलित रुप से मशीन लर्निग एल्गोरिथम का उपयोग करके ट्रैफिक लाइट को प्राथमिकता देगा इस बेहतर सामंजस्य की बदौलत बेहतर यातायात प्रबंधन में मदद मिलेगी। वि.वि. की इस उपलब्धि पर वि.वि. के कुलाधिपति माननीय बी.पी.सोनी जी,वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी,प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन,प्रो.आर.एस.त्रिपाठी,इंजी.डीन प्रो. जी.के.प्रधान ने समस्त मैकेनिकल विभाग को और बैहतर कार्य करने की शुभकामनाऐं दीं है।
एकेएस विश्वविद्यालय सतना के प्रासार में विश्वविद्यालय के कैडेटों द्वारा राष्ट्रीय कैडेट कोर की 71 वीं वर्षगांठ मनाई गई इस मौके पर संबोधित करते हुए बताया गया कि इसमें नौसेना,सेना और एअर विंग शामिल हैं जो देश के युवाओं को अनुशासित और देशभक्त नागरिकों के रुप में सॅवारने में लगे हुए हैं। कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन ने कहा कि एनसीसी एक वालियंटियरी आर्गेनाइजेशन है।स्कूल काॅलेज में पढ़ने वाले युवा अपनी इच्छा से इसे ज्वाइन कर सकते हैं। एनसीसी कैडेट को देश की सेनाओं की यूथ विंग कहा जाता है। इंजीनियरिंग एडमिनिस्ट्रेटर इंजी. आर.के. श्रीवास्तव ने उद्बोधन में पाकिस्तान के साथ हुए युद्व का जिक्र किया 1965 और 1971 में जंग हुई तो एनसीसी कैडेट्स को आर्डिनेंस फैक्ट्रियों में भेजा गया ताकि वे मोर्चे पर तैयान सैनिकों को हथियार और गोला बारूद भेजने में मदद कर सकें।इसके साथ ही दुश्मन के पैराट्रोपर्स को पकड़ने के लिये इन्हें पेट्रोलिंग पार्टीज के तौर पर भी प्रयोग किया गया। खास बात यह रही कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी एनसीसी कैडैट रह चुके हैं। प्रो.जी.सी. मिश्रा ने अपनी राय दी कि एनसीसी ज्वाइन करने के लिये आपका भारतीय नागरिक होना पहली और अनिवार्य शर्त है। इसी के साथ छात्रों को मानसिक तथा शारीरिक रूप से फिट होना जरूरी है। टीपीओ एम.के. पाण्डेय ने एनसीसी को स्कूल के समय में छात्रों को सेना में जाने के लिये प्रोत्साहित करने वाला संगठन निरुपित किया। इसके अगले क्रम में मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष डाॅ. कौशिक मुखर्जी ने बतौर सेना में रहते अपने अनुभवों से रुबरु कराया कि एनसीसी लड़के और लड़कियों दोनों ही के लिये है। लड़कियों के लिये जूनियर विंग और सीनियर विंग और लड़कों के लिये जूनियर डिवीजन, सीनियर डिवीजन है। लेफ्टिनेंट प्राची सिंह ने डयूटी, एकता और अनुशासन के नियम बताए साथ ही जानकारी दी कि एनसीसी में सर्टिफिकेशन ए सर्टिफिकेट जूनियर के उन कैडेट्स को मिलता है जो दो साल की ट्रेनिंग को पूरा कर लेते हैं, बी सर्टिफिकेट सीनियर छात्रों को दो साल की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद मिलता है जबकि एनसीसी सी सर्टिफिकेट उन छात्रों को मिलता है जो तीन साल की ट्रेनिंग पूरी कर लेते हैं। मिर्जा समीउल्ला बेग ने मंच से कहा कि एनसीसी ज्वाइन करने के लिये न्यूनतम आयु 12 साल और अधिकतम आयु 26 साल है। प्रो. राजीव बैरागी ने स्थापना बिंदु के लिए कहा कि एनसीसी की शुरुआत 15 जुलाई 1948 को नेशनल कैडेट कोर एक्ट के तहत हुई थी, एनसीसी पाकिस्तान के साथ हुए युद्धों में सेकेण्ड लाइन आॅफ डिफेंस के तौर पर था। कार्यक्रम के अंत में बताया गया कि एनसीसी डे सेलिब्रेशन से राष्ट्रीय गरिमा का आभास होता है,देश में कोविड-19 के खिलाफ जारी वैक्सिनेशन अभियान में वैक्सीन सेंटर पर आर्मी यूनिफार्म में जो युवा नजर आते हैं वह एनसीसी का ही हिस्सा हैं। कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये और एनसीसी डे सेलिब्रेशन का औचित्य भी समझाया गया।
एकेएस विश्वविद्यालय,सतना में प्रतिवर्ष छात्र-छात्राओं के लिए निःशुल्क carrier counselling आयोजित की जाती है इसी कडी में एकेएसयू वि.वि. की educational visit पर कन्या धवारी और gov. school रामपुर बाघेलान, गवर्नमेंट हायरसेकेन्डरी स्कूल,कोठी,गवर्नमेंट गल्र्स हा.सेकेन्डरी उॅचेहरा के छात्र-छात्राऐं शामिल हुए विद्यार्थी अपने प्राध्यापकों के साथ computer field गणित की विविधता और रोजगार की संभावनाओं के बारे में जानकारी लेने आए। विश्वविद्यालय में आयोजित कॅरियर काउंसिलिंग एण्ड कम्प्यूटर में एज्यूकेशनल विकल्पों पर एकेएस वि.वि. Department of computer के Faculty ने प्रकाश डाला जिसमें हरिमोहन मिश्रा सर ने लिब्रे office और फैकल्टी सीमा पटेल ने computer security और हैकिंग पर Lecture दिया और प्रैक्टिकल भी परफार्म करवाए। कार्यक्रम में वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, ने जीवन के अहम पहलुओं और विद्यार्थी जीवन पर चर्चा करते हुए बताया कि समस्याओं का समाधान कैसे करें उन्होेने आगे बढने का मूल मंत्र प्रदान करतेे हुए कहा कि जो पाना है वह पाने के लिए पहले हर बैरियर को दूर करना होगा। विभागाध्यक्ष डाॅ.अखिलेश ए.वाऊ ने कक्षा नौ और दस के अध्ययनरत विद्यार्थियों को Department of computer में संचालित डिप्लोमा, सीएसई, बी.टेक.सीएसई, बीसीए आनर्स, बीएससी, आईटी, आनर्स, बी.टेक.कम्प्यूटर, बीएससी,सीएस, डीसीए, एमएससी, पीजीडीसीए, एमएससी इन cyber security and digital फोरेन्सिक, Diploma in cyber security and digital forensic courses के बारे में विस्तार से बताते हुए समझाया कि एकेएस वि.वि. का computer science विभाग आईआईटी मुम्बई का रिमोट सेंन्टर भी है और कई छात्र बडी कंपनियों में कार्यरत हैं। एकेएस वि.वि. में विधिवत लैब्स और कक्षाऐं हैं। कार्यक्रम के दौरान उॅचेहरा स्कूल से प्राध्यापक राहुल ताम्रकार, नविका जैसवाल, कोठी स्कूल से आदित्य मिश्रा, अनुभव त्रिपाठी, धवारी स्कूल से अनिरुद्व गौतम, आदित्य द्विवेदी, अनिता गौतम, और कल्पना गर्ग और वि.वि. सेे इंजीनियरिंग डीन डाॅ.जी.के.प्रधान, मार्केटिंग हेड अविनाश मिश्रा,आईटी हेड सोनू कुमार सोनी, एडमिनिस्ट्रेटर ब्ृजेन्द्र कुमार सोनी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम में एकेएस वि.वि. के प्राध्यापकों ने विजिटिंग विद्यार्थियों के सवालों के तर्कसम्मत उत्तर भी प्रदान किए।
एकेएस वि.वि. सतना की जैवप्रौद्योगिकी विभाग में एमएससी, Biotechnology की 2018 बैच की होनहार छात्रा गायत्री सोंधया ने अपनी मेहनत और अपने शिक्षकों के मार्गदर्शन एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोंण को समझते हुए निर्थ में बतौर Project Research Associate चयन में सफलता हासिल की है। गायत्री का चयन बतौर Project Research एसोसिएट बहुआयामी कार्य के लिए किया गया है गायत्री (निर्थ) राष्ट्रीय जनजाति स्वास्थ्य अनुसंधान परिषद, जबलपुर में कार्य अवसर प्राप्त करेगी। उनके Project का विषय मध्य भारत से ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी रोगाणुओं के विभिन्न उपभेदों का आणविक लक्षणीकरण,जीनोम अनुक्रमण और तुलनात्मक विश्लेषण जैसे विषय पर इन्हें शोध करने के लिए साक्षात्कार आधार पर चयन किया गया है। उल्लेखनीय है कि गायत्री को तीन लाख पचास हजार पर एनम के Salary Packageपर नियुक्ति मिली है। उनके चयन पर Biotechnology विभाग के डीन डाॅ.जी.पी.रिछारिया, विभागाध्यक्ष डाॅ.कमलेश चैरे के साथ समस्त फैकल्टी मेंम्बर्स ने उज्जवल भविष्य की शुभकामनाऐं दीं हैं और चयन पर हर्ष व्यक्त किया हैं।
एकेएस वि.वि. सतना के मैकेनिकल संकाय के बी.टेक.सातवें और Diploma थर्ड के विद्यार्थियों ने जल विद्युत केन्द्र देवलौद,बाणसागर की एकदिवसीय Visit की। वि.वि. के विद्यार्थियों ने तीन वाय बीस एमडब्ल्यू Plant Capacity की Visit के दौरान टरबाइन की कार्यविधि के बारे में विस्तार से प्रैक्टिकल जानकारी प्राप्त की बाॅध से टरबाइन तक पानी आने की प्रक्रिया और टरबाइन में जो मैकेनिकल एनर्जी प्राप्त होती है वह विद्युत उर्जा में जनरेटर के माध्यम से परिवर्तित होती है मैकेनिकल इंजीनियरिंग संकाय में मशीनरी के विषय में विद्यार्थी जल विद्युत संयंत्र का अध्ययन करते हैं इसी के साथ छात्रों ने स्पिलवे, गेट, Elementary Profile of up and Down Area,फ्रांसिस टर्बाइन के साथ समस्त जानकारियाॅ हासिल की। मैकेनिकल संकाय के विद्यार्थियों को उनके फैकल्टी आलोक रंजन तिवारी और रामनारायण शुक्ला में मार्गदर्शित किया और उन्हें बाणसागर बाॅध के बनने से लेकर इसके भौगोलिक क्षेत्र और समूचे परिदृष्य,उपादेयता और कार्यविधि को लेकर जानकारी दी। विद्यार्थियों ने इसे बेहद जानकारी वाली Visit बताया और कहा कि हम भी ऐसे बडे कार्यों में भविष्य में शामिल होंगें। वि.वि. प्रबंधन ने Visit पर हर्ष व्यक्त करते हुए छात्रों को ऐसे मौकों पर विषय विशेषज्ञों से अधिकतम प्रैक्टिकल नाॅलेज प्राप्त करने की सलाह दी है जो सवालों से अधिक जानकारी और अपनी उत्सुकता से संबंधित जवाब प्राप्त कर सकते है।