Six students from the Department of Computer Science and Engineering, AKS University, Satna have been selected as software developers in Crate Energy Limited. Talking about the work, the selected students will have to work on the Common Gateway Interface for the General Purpose Scripting Languages geared towards development. This 7.4 version is used by about 80 percent of the world's websites and users using server-side programming language. Selected students Anupam Singh, Sahib Ahmed, Anisha Singh Parihar, Ashutosh Pandey, Shivani Gupta, Ayushi Gupta have been appointed in the Crate company on a good package of Rs. 3 lakhs per Annum. Anant Kumar Soni, Pro-Chancellor, Dr. Akhilesh A. Wau, Along with the Faculties of Computer Department have wished the students all the best for their bright future.
एकेएस वि.वि. सतना के विवेकानंद प्रासार में Fresher's party Department of computer science And Engineering.के सीनियर विद्यार्थियों ने जूनियर्स के लिए भव्य Fresher's party अरेंज की जो एक दूसरे से घुलने मिलने का बेहतरीन मंच बनी। पार्टी में एंकर्स ने Theme Best कार्यक्रम की जैसे ही घोषणा की तो सारा माहौल पार्टी के रंग में रंग गया। अवर फस्र्ट परफार्मेस जो लेकर आ रही हैं की एनाउंसमेंट और परफार्मर के लिए बजते गीतों ने मधुरता का ऐसा आलम रचा कि पूरा सभागार तालियों की गॅूच से सराबोर हो गया। मौशिकी ,गुलुकारी और नगमानिगारी के विविध रंग Fresher's party की खुशियों की लौ बने। उजाले उनकी यादों के गीत ने सभी को मुग्ध किया। पंजाबी ढोल की थाप पर कार्यक्रम को गति मिली जो सारे शहर में आप सा जैसे गीतों के साथ अंजाम तक पहॅुची। एंकर्स एक एक कर कलाकारों को आवाज देते रहे और फनकार अपने जलवों की नुमाइश करके सभागार को आल्हादित करते रहे। सेलिब्रिटी पेरोडी से कुछ जुदा रंग परोसे गए senior ने junior के लिए खास अंदाज में पूरा माहौल तय किया मौज,मस्ती और धूम के बाद मिस Department of computer science And Engineering के Mr. और Miss Fresher's चुने गए इन्हें रेड हैट एकेडमी की तरफ से कैप और पुरस्कार से भी नवाजा गया। वेहतरीन लजीज व्यंजन परोसे गए जिसके साथ सीनियर्स ओर जूनियर्स ने एक दूसरे का परिचय प्राप्त किया।
एकेएस वि.वि. सतना के Biotechnology विभाग में कार्यरत Assistant professor डाॅ.अश्विनी ए.वाऊ के मार्गदर्शन में वि.वि. की रिसर्च स्काॅलर्स चारु व्यास और शिवांगी अग्निहोंत्री ने विंगोल यूनिवर्सिटी, टर्की में संपन्न इस्पेक के आठवें International conference मे वर्चुअल Paper Paper किया conference का विषय एग्रीकल्चर,एनीमल साइंसेस और रुरल डेव्हलपमेंट रहा। research scholar चारु व्यास का विषय Microbial consortium Medicated approach For Restoration of heavy metal कंटैमिनेटेड साॅइल रहा जबकि शिवांगी अग्निहोत्री का विषय बायोइनोक्युलेन्टस फाॅर एलीविएटिंग सैलिनिटी स्ट्रेस इन प्लांटस रहा दोनों के पेपर काफी सराहे गए क्योंकि विषवस्तु के आधार पर दोनो रिसर्च स्काॅलर्स के paper presentation तथ्यात्मक और भविष्यात्मक रहे। उनके प्रयास पर बायोटेक विभाग के डीन प्रो.जी.पी.रिछारिया और विभागाध्यक्ष डाॅ.कमलेश चैरे ने भविष्य के शानदार रिसर्च वर्क और उन्नति के लिए शुभकामनाऐं प्रदान की हैं।
AKS University Head of Department of Mechanical Faculty of Satna Dr. Ajay Kumar Tripathi was awarded PhD under the able guidance of Pankaj Shrivastava. On this occasion, Ajay Kumar Tripathi was awarded his PhD degree after research and wished him for his bright future. With this research, all government and non-government organizations will be helped in better control and utilization of their resources. The centralized model has also been developed by the researcher. During the program, as an external expert in open defense, Dr. Awadhesh Narayan, Associate Professor, Motilal Nehru National University of Technology, Vice Chancellor Dr. Harsh Vardhan, AKS University Controller of Examinations Dr. Shekhar Mishra, Head of the Department Dr. Pankaj Shrivastava Faculties, scholars and other students of various faculties were present.
AKS University The students of B.Tech Food Tech and Diploma Food Tech of the Department of Food Technology, Satna welcomed their faculty Vikas Singh and the Department's Training and Placemate Officer Engg. Prafulla Gautam. The students received information related to rice mill under the guidance of the faculties. Here it was explained to them that rice milling is the process in which the bran and straw are separated from paddy to produce shiny rice, so if a student lives in such a geographical area where paddy production is high, he can earn for himself in that area by setting up a rice mill plant. Apart from this, the students were also explained about Food License, NOC from Pollution Control Board, Import, Export Code along with GST and Firm Registration. Marketing strategy was also explained to increase the business of rice. Loan process and cost and profit making method for rice mill were also explained. Students studied in detail about Milling Efficiency, Head Rice Percentage, Moisture Content etc. During the visit to the rice mill industry, they were also informed about setting up the industry. Head of Department Engg. Rajesh Mishra expressed happiness over the visit.
Three students of Agriculture Faculty of AKS University, Satna have been selected in big companies. Manish Thakur has been selected as Territory Channel Head Nurture Farm in UPL Group on a package of eight lakhs per annum to make agriculture a profitable business and for Sustainable Development Future trusts, Gaurav Goswami has been selected as CEO in Niman Krish Federation Farmers Producers Company Limited for three lakhs and Diwakar Bisen has been selected as CA channel retail. Anant Kumar Soni, Pro-Chancellor of The University, the Faculty of Agriculture, Dr.S.S. Tomar, Head of the Department Dr. Neeraj Verma, Faculty Dr. Dumar Singh, Dr. R . C . Tripathi, Dr. Ashutosh Maurya, Dr.Birendra Vishwakarma, Amit Singh Tiwari, Ashutosh Gupta, Abhishek Dwivedi, Sanjay Lilhare, Garima Singh, Soumya Patel, Prachi Awadiya and Prachi Singh congratulated the students and wished for their bright future.
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के Agriculture संकाय के तीन छात्रों का सेलेक्शन बडी कंपनियों में हुआ है मनीष ठाकुर का चयन बतौर टैरेटरी चेनल हेड नर्चर फार्म ,यूपीएल ग्रुप में आठ लाख पर एनम के Package पर हुआ है कंपनी कृषि को फायदे का व्यवसाय बनानें और sustainable Development For Future पर भरोसा करती है। गौरव गोस्वामी का चयन बतौर सीईओ निमाण कृष federation Farmers producers company Limited में तीन लाख पर एनम और दिवाकर बिसेन का चयन बतौर सीए चैनल रिटेल हुआ है। वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, एग्रीकल्चर संकाय के अधिष्ठाता डाॅ.एस.एस.तोमर,विभागाध्यक्ष डाॅ.नीरज वर्मा, Faculty डाॅ. डूमर सिंह, डाॅ. आर. सी. त्रिपाठी, डाॅ. आशुतोष मौर्या, डाॅ. बीरेन्द्र विश्वकर्मा, अमित सिंह तिवारी, आशुतोष गुप्ता, अभिषेक द्विवेदी, संजय लिल्हारे, गरिमा सिंह, सौम्या पटेल, प्राची अवधिया, प्राची सिंह की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
एकेएस वि.वि. सतना के Department Food Technology के बीटेक फूड टेक और Diploma Food Tech के छात्रों ने अपने फैकल्टी विकास सिंह और विभाग के ट्रेनिंग And Placement officer इंजी.प्रफुल्ल गौतम के मार्गदर्शन में rice mill से संबंधित कई जानकारियाॅ प्राप्त कीं। यहाॅ उन्हे यह समझाया गया कि rice milling वह प्रक्रिया है जिसमें धान से चोकर और भूसे को अलग करके चमकदार चावलों का उत्पादन किया जाता है इसलिए अगर कोई छात्र ऐसे भोगोलिक क्षेत्र में रहता है जहाॅ धान का उत्पादन अधिक होता है वह उस क्षेत्र में खुद कमाई करने के लिए राइस मिल प्लांट स्थापित कर सकता है। उसके अतिरिक्त छात्रों को फूड लाइसेंस,पाल्यूशन कंन्ट्रोल बोर्ड से एनओसी,Import, Export Code क साथ जीएसटी और फर्म रजिस्ट्रेशन भी समझाया गया। चावल का व्यापार बढाने के लिए मार्केटिंग स्ट्रेटेजी भी समझाई गई। राइस मिल के लिए लोन प्रक्रिया और लागत व मुनाफा कमाने की विधि भी समझाई गई। छात्रों ने मिलिंग एफीसिएंसी, हेड राइस परसेन्टेज, म्वाइस्चर कंटेन्ट के बारे में विस्तार से अध्ययन किया। राइस मिल इंडस्ट्री की विजिट के दौरान उन्हें Industry लगाने की भी विधिवत जानकारी दी गई। विभागाध्यक्ष इंजी.राजेश मिश्रा ने विजिट पर खुशी जाहिर की है।
एकेएस वि.वि. सतना के कामर्स Faculty डाॅ.घीरेन्द्र ओझा के दो Research Paper International जर्नल of Applied And Universal Research में प्रकाशित हुए है जिसका शीर्षक उपभेाक्ता व्यवहार पर कोविड-19 का प्रभाव और ई कामर्स का भारतीय आयुर्वेद प्रर प्रभाव कोविड-19 के दौरान विषय पर ,शहडोल जिले के संदर्भ में प्रकाशित हुआ है पहले पेपर में उपभेक्ताओं ने क्या नजरिया और रुख संक्रमण काल के दौरान रखा और आयुर्वेद ने उपभेाक्ता के मानस पर क्या असर रखा और कितना भरोसा कायम किया पर रहा। उनका पेपर दिसंबर अंक के वाल्यूम 8,इश्यू 2 में प्रकाशित हुआ है। उनकी उपलब्धि पर उनके सहकर्मियों और शुभेच्छुओं ने हर्ष व्यक्त किया है उनका कार्य लगातार प्रकाशित होता है और उनका विषय भी निरंतर चर्चित होता है । डाॅ.ओझा को वि.वि. परिवार ने भी शुभकामनाऐंद हैं।
एकेएस वि.वि. सतना के मैकेनिकल संकाय के विभागाध्यक्ष डाॅ.पंकज श्रीवास्तव के कुशल मार्गदर्शन में अजय कुमार त्रिपाठी को पीएचडी एवार्ड की गई। इस मौके पर रिसर्च के बाद अजय कुमार त्रिपाठी को पीएचडी डिग्री प्रदान करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई। उक्त रिसर्च के साथ सरकारी और गैरसरकारी सभी संस्थाओं को अपने संसाधनों का बेहतर नियंत्रण और उनकी उपयोगिता का इस्तेमाल करने में मदद मिलेगी। शेाधकर्ता द्वारा केन्द्रीयकृत माॅडल का भी विकास किया गया है। कार्यक्रम के दौरान ओपन डिफेन्स में बाह्य विशेषज्ञ के रुप में डाॅ. अवधेश नारायण, एसोसिएट प्रोफेसर, मोतीलाल नेहरु राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी वि.वि. प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, एकेएस वि.वि., परीक्ष नियंत्रक डाॅ.शेखर मिश्रा ,विभागाध्यक्ष डाॅ. पंकज श्रीवास्तव के साथ विभिन्न संकायों के फैकल्टीज, रिसर्च स्काॅलर और अन्य छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहे।
एकेएस वि.वि. सतना के Department of Environment Science Faculty of Life Science के शयोधकर्ता मनीष कुशवाहा ने अपना presentation Impact of Ground water quality for Irrigation Purpose इन सतना डिस्ट्रिक्ट पर दिया जिसकी विषयवस्तु और प्रस्तुतिकरण ने सभी उपस्थितजनों को खूब प्रभावित किया और उन्हें नेहरु ग्राम भारती वि.वि., प्रयागराज उत्तरप्रदेश में आयोजित तीन दिवसीय International conferences में सम्मानित किया गया। उन्हें Global Environment And social association ने young Scientist Award से नवाजा है। उनकी उपलब्धि पर वि.वि. के लाइफ साइंस डीन प्रो.जी.पी.रिछारिया, पर्यावरण विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ.महेन्द्र कुमार तिवारी उनके पीएचडी गाइड डाॅ.आर.एस.शिकरवार, डाॅ.शैलेन्द्र यादव, सुमन पटेल, भूपेन्द्र सिंह इत्यादि ने खुशी जाहिर करते हुए उन्हें उर्जावान और कार्य के प्रति समर्पित रिसर्चर बताया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। उल्लेखनीय है कि मनीष को पूर्व में यंग प्रोफेशनल एवार्ड मिला था और एक ही सप्ताह में उन्हें यह दूसरी उपलब्धि प्राप्त हुई है।
एकेएस वि.वि. सतना की बायोटेक Faculty कीर्ति समदरिया ने catalyst synthesis And There Application Topic पर एक जानकारीपूर्ण आलेख लिखा है जिसे प्रकाशन के नजरिए और उपयुक्त पठनीय विषय सामग्री मानकर Social Research Foundation ने अपने Publication में स्थान दिया है। यह किताब डाॅ.उत्कर्ष सक्सेना द्वारा लिखित है इसका आईएसबीएन नं.1-7 है।यहाॅ यह बताना लाजिमी है कि यह बुक चैप्टर बीएससी और एमएससी की सभी ब्रान्चेस में सिलेबस का एक प्रमुख विषय है।जो भविष्य के लिहाज से छात्रों के लिए काफी उपयोगी होगा। कीर्ति ने अपने कार्य के लिए वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी और प्रो.आर.एस.निगम का आभार माना है और उनके लिए कृतज्ञता ज्ञापित की है।
एकेएस वि.वि. सतना के Agriculture Engineering छात्रों की डीआरआई Visit के दौरान उन्हें तकनीकी ज्ञान से अवगत कराया गया। यहाॅ भूमि एवं जल संरक्षण कृषि अभियांत्रिकी शाखा के प्रमुख अध्ययन क्षेत्र के अंतर्गत दीनदयाल अनुसंधान संस्थान के मझगवाॅ स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र में भ्रमण करवाकर समस्त कृषि कार्यो एवं तकनीकी ज्ञान से अवगत कराया गया। यह Visit hands on Training तथा करके सीखें शिक्षण माॅडल पर करवाई गई जिसमें वर्तमान परिदृष्य में स्थाई कृषि के लिए जल एवं भूमि की महत्ता से परिचित करवाया गया उन्हें बताया गया कि ये ही वह संसाधन हैं जो कृषि कार्यो के लिए उपयोगी हैं। अवैज्ञानिक तरीकों से की जा रही खेती की बदौलत संसाधनों की गुणवत्ता में कमी आ रही है। जल श्रोत घट गए है और जमीन बंजर की श्रेणी में जा रही है जिस तरह से दीनदयाल अनुसंधान संस्थान के मझगवाॅ स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र ने किसानों के लिए उन्नति के आयाम खोले हैं वह काबिले तारीफ है वैज्ञानिक तरीकों से मूल अवधारणाओं की तरफ जाना और प्रकृति को समीचीन रखते हुए खेती करना आज जरुरी है Visit के दौरान फैकल्टी मधूलिका सिंह ने विभागाध्यक्ष डाॅ.अजीत सराठे और संकाय के अधिष्ठाता डाॅ.एस.एस.तोमर के दिशानिर्देश के तहत छात्रों का मार्गदर्शन किया।
एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में आत्मनिर्भर म.प्र. रोड मैप के अंतर्गत युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने हेतु पशुपालन एवं डेयरी विभाग जिला सतना द्वारा युवा उद्यमी संवाद प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डाॅ.प्रमोद कुमार शर्मा, उपसंचालक पशुपालन एवं डेयरी विभाग,कुषि संकाय के अधिष्ठाता डाॅ.एस.एस.तोमर तथा डाॅ.एस.के.पाण्डेय,विभागाध्यक्ष कृषि डाॅ.नीरज वर्मा के द्वारा आयोजित किया गया कार्यक्रम में केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं, नवीन राष्ट्रीय पशुधन मिशन एवं हितग्राही मुलक योजनाओं का प्रशिक्षण डाॅ.जे.के.गुप्ता द्वारा प्रदान किया गया उन्होंने विस्तार से समस्त योजनाओं की जानकारी प्रदान की। अतिरिक्त उपसंचालक, पशुपालन किसान क्रेडिट कार्ड, डाॅ.क्रान्ति राजे ने बृहद स्तर पर इसकी जानकारी प्रदान की। सहायक संचालक, पशुधन बीमा योजना,डाॅ.महेन्द्र कुमार वर्मा, सहायक संचालक ने देते हुए कैसे बीमा कराऐ ओर क्लेम पाऐं पर व्यापक चर्चा की ,पशुओं में रोग उदभेद एवं रोकथाम हेतु डाॅ.ए.पी.सिंह, वरिष्ठ पशु चिकित्सा शल्यज्ञ ने गलघेाटू,बाद और अन्य रोगों पर चर्चा के साथ समयानुसार टीके कैसे दिए जाऐं पर उद्यमियों को जानकारी दी। कार्यक्रम में कृषि संकाय के 300 से ज्यादा युवा उद्यमियों को प्रशिक्षित किया गया। कार्यक्रम के दौरान एग्रीकल्चर संकाय के फैकल्टी डाॅ. डूमर सिंह, डाॅ. आर. सी. त्रिपाठी, डाॅ.आशुतोष मौर्या, डाॅ.बीरेन्द्र विश्वकर्मा, अमित सिंह तिवारी, आशुतोष गुप्ता, अभिषेक द्विवेदी, संजय लिल्हारे, गरिमा सिंह, सौम्या पटेल, प्राची अवधिया, प्राची सिंह की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
एकेएस वि.वि. सतना के Department of pharmaceutical Sciences And Technology International Expert Talk के तहत व्याख्यान का आयोजन किया गया फार्मेसी में अतिथि व्याख्यान के दौरान एक्सपर्ट स्पीकर डाॅ. हरदीप सिंह सलूजा, बर्नहर्ट प्रोफेसर आॅफ फार्मास्युटिकल साइंसेज साउथवेस्टर्न ओकलाहोम स्टेट यूनिवर्सिटी वेदरफोर्ड ओकलाहोम, यूनाइटेड स्टेटस, अमेरिका ने ड्रग्स एण्ड डिजीजेज, डोन्ट डिस्क्रिमिनेट विषय पर सारगर्भित, तथ्यपूर्ण और फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज की वैश्विक विविधताओं पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि आइए हम और आप मिलकर विश्व को रहने की एक अच्छी जगह बनाएं, वैश्विक नागरिक बनें,देश सेवा करें विदेश नौकरी करने तब जाऐं जब बहुत जरुरी हो ,हिन्दुस्तानी हार्ट तो वैसे ही जीवट का बना होता है आप भी हार मत मानिए और चलते रहिए,आत्मविश्वास रखिए, ये मत सोचिए कि फार्मेसी करने के बाद मै जाॅब करुॅगा इसकी जगह मै इंडस्ट्री लगाउॅगा और लोगों को कार्य दूॅगा का भाव रखिए। उन्होंने पीपीटी के माध्यम से विदेशों में अध्ययन, जाॅब, वर्किंग प्रोफाइल, हाउ टू बी मोटिवेटेड और फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री स्टार्ट करने की जरुरतों,अमेरिका और भारत की कार्यशैली पर बात की। उन्होंने अपने पब्लिश्ड रिसर्च पेपर, कोविड 19 वैक्सीन और उसके प्रभाव पर चर्चा के साथ एकेएस वि.वि.के विविध पहलुओं की तारीफ की और कहा कि वि.वि. के सभी प्रयास सराहनीय है। उन्होेने सवाल पूछने वाले स्टूडेन्टस का उत्साहवर्धन करते हुए डाॅलर प्रदान किया और Students का उत्साह बढाया और students को अमेरिका आने के बाद डाॅलर लौटाने का वादा लिया।इस मौके पर उन्होंने देशप्रेम का भी जज्बा दिखाया और हिन्दी में व्याख्यान देकर प्रभावित किया। अतिथि परिचय देते हुए फार्मेसी विभागाध्यक्ष डाॅ. सूर्यप्रकाश गुप्ता ने फार्मेसी में अतीत और वर्तमान में चल रहे लेक्चर सीरिज के उद्येश्य और उपादेयता पर जानकारी प्रदान की। अतिथि स्वागत करते हुए ओएसडी प्रो. आर. एन. त्रिपाठी ने वि.वि. के मिशन और विजन की जानकारी दी। कार्यक्रम में आए वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने कहा कि जब तक जीवन है तब तक इसे सही चलाने की आवश्यकता है ऐसे में फार्मासिस्ट की अहम भूमिका है। कार्यक्रम के अंत में अतिथि डाॅ.सलूजा को मोमेंन्टो देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ ब्राहमी के सामने दीप प्रच्वलन, अक्षत के चावल, पूजा के पुष्प और रोली चंदन का टीका लगाकर किया गया। व्याख्यान के दौरान प्रतिकुलपति प्रो.आर.एस.त्रिपाठी, प्रो.जी.पी.रिछारिया, डाॅ.मधु गुप्ता, प्रभाकर तिवारी, पारस कोसे, प्रिया तिवारी, नेहा गोयल,दुर्गेश गुप्ता,मनोज द्विवेदी,प्रदीप सिंह,नवल सिंह,सुमित पाण्डेय,शिवम अग्निहोत्री,रैना गुप्ता,शिखा सिंह,रिंकी चावला के साथ फार्मेसी विभाग के सभी फैकल्टी मेम्बर उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में ग्रुप फोटों के साथ डाॅ. सलूजा ने पुनः वि.वि. आने का वादा किया और सर्वे भवन्तु सुखिनः कहते हुए सभी के हमेशा स्वस्थ रहने की कामना की। कार्यक्रम का संचालन फैकल्टी अंकुर अग्रवाल ने किया।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान,इंदौर, विज्ञान भारती एवं म.प्र. काउंसिल of Science And Technology के संयुक्त तत्वावधान में चार दिवसीय कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। एकेएस वि.वि. सतना के Basic Science के Faculty साकेत कुमार ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के चार दिवसीय सम्मेलन मे प्रतिनिधित्व करते हुए मौखिक व्याख्यान में शीर्ष स्थान हासिल किया उन्होंने एकेएस वि.वि.और अपने परिजनों का नाम रोशन किया है। 22 से 25 दिसंबर तक चले विज्ञान सम्मेलन में साकेत कुमार,सहायक प्राध्यापक,भौतिकी विभाग जो कि वि.वि. में शोधार्थी भी हैं, साकेत ने अपने शोध कार्य से संबंधित व्याख्यान में एचसीएमई मैग्नेटिक क्लाउड,एण्ड सोलर विन्ड प्लाज्मा डिस्टरबेंन्सेस, इन रिलेशन टू इन्टेन्स जियो मैग्नेटिक स्ट्राम डयूरिंग द पीरियड आॅफ 2014-2017 पर तथ्यात्मक, विश्लेषणात्मक और निबंधपरक व्याख्यान दिया उनके नजरिए को काफी सराहा गया साकेत सूर्य से आने वाली सौर घटनाओं का भूचुंबकीय क्षेत्र पर होने वाले प्रभावों का अध्ययन कर रहे है वह भविष्य में इसके विविध पहलुओ और प्रभावों को दृष्टिगत रखते हुए कार्य करेगें। उनका शेाध कार्य शेाध निदेशक प्रो.पी.एल.वर्मा, प्राध्यापक, भौतिकी, विभाग,शासकीय विवेकानंद पी.जी.काॅलेज, मैहर जो कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिसर्च कर रहे है और विदेशों के मंच से अंतरराष्ट्रीय शोध में चिरपरिचित नाम हैं दूसरे गाइड,डाॅ.ओ.पी.त्रिपाठी,एकेएस वि.वि.,भौतिकी विभाग है इनके मार्गदर्शन में चल रहा है इस सम्मेलन का उद्येश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिपे्रक्ष्य में कौशल विकसित करना और मौलिक शोध को बढावा देना है। उल्लेखनीय है कि सम्म्ेालन में कुल 17संगोष्ठी,3 काॅनक्लेव एवं विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसमें 271रिसर्च पेपर,47 पोस्टर प्रजेन्टेशन एवं कई माॅडल प्रस्तुत किए गए। विज्ञान सम्मेलन में प्रदेश के कुल 676 एवं अन्य प्रदेशों से 272 प्रतिभागियों ने पंजीयन कराया। विज्ञान सम्म्ेालन का शुभारंभ मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शिवराज सिंह चैहान के मुख्य आतिथ्य और केन्द्रीय शिक्षा राज्यमंत्री डाॅ.सुभाष सरकार की उपस्थिति में सम्म्लन का समापन हुआ।कार्यक्रम में प्रदेश के गणमान्य विभूतियों सर्वश्री ओम प्रकाश सकलेचा, डाॅ.अनिल काकोडकर, प्रो.दीपक बी.पाठक, डाॅ.शेखर श्री माण्डे, डाॅ.अनिल कोठारी, प्रो.नीलेश कुमार जैन, डाॅ.भरतशरण सिंह,,डाॅ प्रमोद वर्मा,मंत्री,उच्च शिक्षा मोहन यादव, प्रो.विजय पी.भाटकर, प्रो.सुधीर एस. भदौरिया, प्रो.रेणु जैन, प्रो.संतोष विश्वकर्मा जैसी विभूतियों ने विभिन्न चरणों में शिरकत की। मौखिक व्याख्यान में शीर्ष स्थान का गौरव प्राप्त करने पर साकेत कुमार को वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, डाॅ.नीलेश राॅय,डाॅ.सी.पी.सिंह,लवली सिंह गहरवार,अतुलदीप सोनी,गौरी रिछारिया,डाॅ.सुधा अग्रवाल,डाॅ.दिनेश मिश्रा,मनीष अग्रवाल ने बधाई दी है।
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के Department Of Bio Technology के एक छात्र विकास सनोदिया का चयन HDFC bank में किया गया है। उनका चयन वित्तीय सेवा सहयोगी के पद पर किया गया है। उनका वर्कप्लेस मध्यप्रदेश का इंदौर शहर है। छात्र के चयन पर वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, प्रो.आर.एस.त्रिपाठी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, बायोटेक विभाग के डीन डाॅ.जी.पी.रिछारिया, विभागाध्यक्ष कमलेश चैरे ने छात्र के उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी है।
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के Department of MSW की छात्रा शिप्रा बागरी का चयन डिजिटल पंचायत परियोजना ,पन्ना में बतौर ब्लाॅक coordinator किया गया है उनका कार्य डिजिटली लोगों की समस्याओं का समाधान करना है और युवाओं को डिजिटल माध्यमों के बारे में जागरुक भी करना है। शिप्रा ने पूर्व में विकास संवाद कार्यक्रम में बतौर इंटर्न भी कार्य किया है। शिप्रा बागरी एकेएस वि.वि. सतना के MSW विभाग में तृतीय सेमेस्टर में अध्ययनरत है और उन्हें अभी Training के दौरान सेलरी और इंन्सेन्टिव्स प्रदान किए जाऐंगें। उनकी उपलब्धि पर विभागाध्यक्ष मंजू चैटर्जी ने उन्हें भविष्य की शुभकामनाऐं प्रदान की है।
एकेएस विश्वविद्यालय,सतना के Department of Electrical Engineering के छात्रों ने Faculty दिवाकर दुबे और अच्युत पाण्डेय के मार्गदर्शन में केजेएस पावर प्लांट की विजिट की और थर्मल पावर प्लांट की विजिट के दौरान कोयला नियंत्रण प्लांट, कंडेंशर, इकाॅनाॅमाइजर, अल्टरनेटर, पुलवेरसिंग प्लांट, टर्वाइन फीड वाटर हीटर, एअर फ्री हीटर के बारे में विस्तार से अध्ययन किया बीटेक, इलेक्ट्रिकल, थर्ड सेमेस्टर के विद्यार्थियों की विजिट के दौरान केजेएस पावर प्लांट के इस विभाग के सम्पूणर््ा जनों ने विद्यार्थियों को पै्रकिटकल जानकारी दी। यहाॅ विद्यार्थियों का उस संपूर्ण प्रक्रिया से साक्षात्कार हुआ जिसमें बिजली जनरेट होती है, टरवाइन कैसे रोटेट होता है टरबाइन को Power Plant का हृदय क्यों कहते हैं, इसे चलाने के लिए कितनी स्टीम की जरुरत होती है जिसके लिए कोल ,वेस्ट,विगेरे को जलाकर वाटर को हीट किया जाता है प्रक्रिया में वाटर हीट होकर स्टीम में रुपांतरित होता है स्टीम हाई प्रेसर के साथ हाई टेम्प्रेचर होती है अब उसका कार्य होता है टरबाइन को घुमाना संपूर्ण यंत्र को चलाने के लिए पावर और एक्सट्रीम हीट का इस्तेमाल होता है इसलिए इसे पावर प्लांट कहते है संपूर्ण प्रक्रिया को देखकर समझना स्टूडेन्टस के लिए बडा अनुभव रहा। इसे लर्न व्हाइल यु डू की श्रेणी में विविध संकायों में Student को Visit के माध्यम से सिखाया जाता है।
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के दो छात्रों ने Confederate of Indian Industry के राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिता के चैथे संस्करण में दूसरा स्थान प्राप्त करने का गौरव हासिल किया है। उनका विषय online बनाम offline शिक्षा रहा जिसमें दोनो छात्रो ने तर्क,तथ्य,भावों का समावेश,वाणीचातुर्य से अपनी मेधा का खूब प्रदर्शन किया जिसे मंच के साथ अन्य जनों ने भी सराहा। उनके द्वारा राष्ट्रीय स्तर के मंच से किए गए प्रदर्शन की अनुगॅूज चहुॅओंर है। पूरे भारतवर्ष में बडे मंच से दूसरा स्थान पाना हर्ष और गौरव का विषय रहा। वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, प्रो.आर.एस.त्रिपाठी, मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष डाॅ.कौशिक मुखर्जी,कम्प्यूटर विभागाध्यक्ष अखिलेश ए.वाऊ,डाॅ.दीपक मिश्रा,सांस्कृतिक निदेशालय ने आशुतोष सिंह, एमबीए और प्रतीक निगम,कम्प्यूटर विभाग के छात्र को उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी है।