एकेएस वि.वि. सतना और Society Of pharmaceutical Education And Research के संयुक्त तत्ववधान में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। यह स्पर का 9वाॅ वार्षिक International Conference और Exhibition-2020 है जिसका आयोजन 28 और 29 फरवरी को किया जाएगा। इसकी theme Natural Education इन Heath Care Research-Discovering New Verticals रखी गई है इसका आयोजन Department Of pharmaceutical Science And Technology द्वारा किया जाएगा इस बात की जानकारी देते हुए विभागाध्यक्ष डाॅ.सूर्यप्रकाश गुप्ता ने बताया कि दो दिवसीय आयोजन का उद्येश्य pharmaceutical Education And Research की नवीन पद्वतियों को आगे बढाना और FARMA Industry की जानकारी प्रदान करना है। इस कार्यक्रम में साइंटिफिक Research Paper भी Present किए जाऐगें।ओरल Presentation चयनित विषयों पर किया जाएगा। Conference के दौरान मि.सुधा नगाइच Memorial Award, Society Of pharmaceutical Education And Research Fellowship Award, Amendment Tizer Award, principal of the Year Award, young साइंटिस्ट,Innovative Researcher, young Teacher, young साइंटिस्ट, Best Students Award भी प्रदान किए जाऐंगें। वि.वि. के चांसलर बी.पी.सोनी,प्रो.चांसलर अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक ने कार्यक्रम के आयोजन पर हर्ष व्यक्त करते हुए कान्फ्रेन्स की सफलता के लिए शुभकामनाऐं दीं हैं।

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एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में असर 2019 survey report का उन्मुखीकरण एवं सर्वेकर्ता छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र वितरण का कार्यक्रम रखा गया। जिसकी अध्यक्षता प्रो.आर.एन.त्रिपाठी ने कीउन्होने कहा कि अगर 10 वर्ष का सेचना है तो कुआ खोदो, 50 साल की सोचना है तो पेंड लगाओ और सदियों के बारे मे ंसोचना है तो युवा को कौशल दो। कार्यक्रम में प्रमुख रुप से जिला कार्यक्रम अधिकारी,महिला बाल विकास, सौरव सिंह ने कहा कि प्रदेश में 3013 आगनवाडी को बाल शिक्षा केन्द्र के रुप में विकसित किया गया है और सतना में 8 बाल शिक्षा केन्द्र विकसित है 18 और आगनवाडी केन्द्र विकसित किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। डाॅ.हर्षवध्रन श्रीवास्तव ने कहा कि 4 साल का बच्चा माॅ और समाज से सीखता है। महेन्द्र यादव ने असर सर्वे-2019 की समीक्षा की और इसके निष्कर्षो पर प्रकाश डाला। उल्लेखनीय है कि प्रथम फाउंडेशन द्वारा असर कार्यक्रम के तहत अर्ली एज 4 से आठ साल के बच्चों का संजानात्मक विकास, प्रारंभिक भाषा, प्रारंभिक गणित सामाजिक एवं भावनात्मक विकास अध्ययन करने हेतु सम्पूर्ण भारतवर्ष के 24 राज्यों के 26 जिलों में सर्वेक्षण कार्य किया गया। जिसमें म.प्र. में भोपाल एवं सतना जिला भी शामिल हैं।सतना जिले में इस सर्वे के लिए एकेएस वि.वि. के समाजकार्य विभाग द्वारा सर्वेक्षण कार्य संपन्न कराया गया जिसमें एकेएस वि.वि. सतना,राजीव गाॅधी काॅलेज ओर महात्मा गाॅधी काॅलेज के 60 सर्वेक्षक शामिल हुए।जिले के आठों ब्लाकों में चिन्हित 60 गाॅवों में 1097 घरों में 1365 बच्चों का सर्वे किया गया।इस मौके पर अमर सिंह,बाल संरक्षण अधिकारी,एस.सी.राॅय,प्रो.डिग्री काॅलेज,डाॅ.आर.एन.त्रिपाठी, अरुण शुक्ला, प्राघ्यापक, महात्मा गाॅधी काॅलेज, महेन्द्र यादव, असर कार्यक्रम समन्वयक, अखिेलेश रिछारिया, श्याम किशोर कोलारे, कताल लदाफ, मजू चैटर्जी, कमलाकर सिंह, नीलम तिवारी की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
एकेएस वि. वि. सतना के Department of Cement Technology और Civil इंजीनियरिंग के संयुक्त तत्वावधान में 28 फरवरी को Cement And concrete Conclave सतना क्लस्टर-2020 का आयोजन नियत किया गया हे जिसमें की नोट स्पीकर के रुप में इंजी.मनीष दुबे,Chairman of Indian concrete institute,जबलपुर,Center,डाॅ.ए.के.चैटर्जी,Farmer Hole Time डायरेकटर,एसीसी,डाॅ.बी.एन.महापात्रा,डायरेक्ट जनरल,एनसीबीबीएम,इंजी.अनिल बंछोर,एमडी,आरडीसी काॅक्रीट,Private Limited के साथ कमिश्नर नगर निगम सतना,अमनवीर सिंह बैस विशेष तौर पर उपस्थित रहेंगें।इस मौके पर प्लांट के कई इंजीनियर और नगर निगम के कंसल्टेंट ओर contractor भी काॅनक्लेव में उपस्थिति दर्ज कराऐंगें। इस बात की जानकारी Cement Technology के डायरेक्टर और सिविल इंजी.Faculty हर्ष प्रताप सिंह ने दी है।
हजारों किसानों की उपस्थिति में एकेएस वि.वि. में म.प्र.शासन,कृषि विकास विभाग,petroleum Conservation Research Association और Nabard के सहयोग से आयोजित @Agritech-2020 का भव्य समापन किया गया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि पद्मश्री बाबूलाल दाहिया ने किसान कल्याण मेले में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि जैविक खेती के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण कृषि उत्पादन होगा और किसानों को फसलों की अदला-बदली करके बुवाई से भी लाभ होगा उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि एकेएस वि. वि. सतना में तीन दिवसीय Agritech मध्यप्रदेश 2020 किसान कल्याण मेले में हजारों की संख्या मे किसान शामिल हुए और लाभान्वित भी हुए। डाॅ. कोलेकर,ज्वाइंट डायरेक्टर, हाॅर्टीकल्चर ने बागवानी फसलों को अपनाने के साथ ही Marketing के लिए जरुरी जानकारी पर बल दिया। डाॅ.बी.एल.कुरील उप संचालक कृषि ,सतना ने किसान कल्याण की योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला उन्होंने सतना में गेहूॅ और धान की अच्छी उपज की जानकारी देते हुए प्रसन्नता व्यक्त की। उल्लेखनीय है कि एकेएस वि.वि. एवं किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग म.प्र.शासन द्वारा दूसरे एग्रीटेक मध्यप्रदेश किसान विज्ञान मेला और कृषि उद्योग प्रदर्शनी का तीन दिवसीय भव्य आयोजन 23 से 25 फरवरी तक किया गया।
इन स्टाॅल्स को मिला प्रथम,द्वितीय और तृतीय पुरस्कार
कार्यक्रम में 75 स्टाॅल्स लगाए गए जिनका तीनो दिन आए अतिथियों ने निरीक्षण किया और उनकी राय के आधार पर हाॅल नं.एक से प्रथम Award आशीर्वाद पाइप, द्वितीय पुरस्कार कुबोटा और तृतीय पुरस्कार जाॅन डियर को, हाॅल नं. दो से प्रथम एवार्ड कृतिका खादी निर्मल ग्रामोद्योग,,द्वितीय पुरस्कार united phosphorus ,सतना और तृतीय पुरस्कार निर्मल सीडृस को ,हाॅल नं. तीन से प्रथम पुरस्कार के हकदार Agronomy और मृदा विभाग, एकेएस.वि.वि.,द्वितीय पुरस्कार संयुक्त इंजी. विभाग और तृतीय पुरस्कार एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग विभाग को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने करने वाले 16 किसानों को 10 हजार रु का पुरस्कार आत्मा द्वारा प्रदान किया गया। जबकि विशिष्ट पुरस्कार के लिए Biotechnology और Food Technology विभाग को चुना गया।
किसानों और विद्यार्थियों के लिए व्याख्यान और प्रश्नोत्तरी
कृषि विकास विभाग म.प्र.शासन के आयोजन के तीसरे दिन कई व्याख्यान हुए। जिसमें डाॅ.बालाजी विक्रम ने बागवानी में पूराने पौधों के जीर्णोद्वार पर,,डाॅ.डूमर सिंह ने फसलों केा कीडों और रोगों से बचाव पर,व्याख्यान दिया,वैद्य अब्दुल वारसी ने नाडी दोष विषय पर चर्चा की। डाॅ आर.एन.त्रिपाठी ने कृषि की पुरानी परंपरा से किसानों के द्वारा प्रकृति को बचाने की तरफ ध्यान आकर्षित किया गया। किसानों और विद्यार्थियों को प्रश्नोत्तरी के बाद इनाम प्रदान किया गया।
ये प्रबुद्वजन रहे उपस्थित और बढाई कार्यक्रम की गरिमा
विशिष्ट अतिथि के रुप में डाॅ.राजेश कुमार मिश्रा, डिप्टी डायरेक्टर, विटनरी,डाॅ. राजेश तिवारी,डिविजनल एग्रीकल्चर शामिल हुए।वि.वि. से वि.वि. के प्रोचांसलर और चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक,प्रतिकुलपति प्रो.आर.एस.त्रिपाठी डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ.एस.एस.तोमर,डाॅ. रिछारिया, डाॅ.एस.एस.तोमर, डाॅ.पाठक के साथ अन्य जन भी शामिल हुए। वोट आॅफ थैंक्स डाॅ. के. आर. मौर्या ने देते हुए कहा कि हजारों किसानों का किसान मेले के प्रांगण में आकर सहभागिता करना अभूतपूर्व रहा आगे भी आप सब का सहयोग अपेक्षित है। भविष्य की बडी अपेक्षाऐं छोडते हुए सभी ने एक साथ समापन में भाग लिया।
एकेएस वि. वि. सतना में आयोजित हो रहे @Agritech मध्यप्रदेश-2020 के दूसरे दिन मुख्य अतिथि रीवा संभाग के कमिश्नर अशोक कुमार भार्गव ने मेले में आए किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशासन किसानों को हर संभव मदद करने के लिए तत्पर है उन्होंने कहा कि एकेएस वि.वि. के किसान विज्ञान मेले में आकर मुझे इस बात का एहसास हुआ कि मेले से किसानों को व्यापक लाभ होगा उन्होंने मंच से कृषि ज्ञान प्रतियोगिता के विजेता किसानों और विद्यार्थियों केा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया और वि.वि. की प्रगति की कामना की।इस मौके पर मंच से विंध्यांचल कृषि पत्रिका का अतिथियों ने विमोचन किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता वि.वि. के कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक ने की उन्होंने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। किसान संघ के अध्यक्ष जगदीश सिंह ने सतना क्षेत्र की कृषि पर बुनियादी बातों पर चर्चा की। पद्मश्री बाबूलाल दाहिया ने छोटे जोत वाले किसानों के लिए मोटे अनाज वाली फसलों को उगाने के साथ कृषि में गाय के महत्व पर प्रकाश डाला।एस.सी.सिंगाडिया,संयुक्त निदेशक कृषि ने पाॅलीहाउस की उपयोगिता एवं उससे होने वाले लाभ की जानकारी प्रदान की उन्होंने शासन की योजनाओं की जानकारी देते हुए किसानों को मेले का लाभ लेने की बात कही। डाॅ. अनिल मिश्रा,एडीए,सतना ने वातावरणीय बदलाव से होने वाले कृषि के प्रभावों को कैसे लाभ में बदले कम पानी व बौनी की प्रजाति को उगाने की सलाह दी। वि.वि. में Agro Best Industry and Agriculture entrepreneurial Concept, Benefits For Agriculture Graduate विषय पर डाॅ. बी.बी.ब्येाहार, एक्स चेयरमैन एमपीपीएससी, मि.अनिल रावत, VOICE President, आरएमडी, Orient Paper मिल, अमलई, डाॅ.इलियस कुजूर, नावार्ड, डाॅ.वी.के.विश्वकर्मा,एकेएस,इंजी.राजेश मिश्रा, मि.संतोष कुमार, एकेएस ने विषय पर विस्तृत संवाद उपस्थित किसानों के साथ किया।मेडिसनल एण्ड एरोमैटिक प्लांट पर व्याख्यान डाॅ.आर.एल शिकरवार ने दिया। कार्यक्रम के दूसरे चरण में Mechanized cultivation and Energy saving concept पर चर्चा हुई। कार्यक्रम में पी.एस.त्रिपाठी, एसडीएम,सतना, एडीसी,श्री खालको, वि.वि. के प्रोचांसलर अनेत कुमार सोनी ,प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ.एस.एस.तोमर, डाॅ.के.आर.मौर्या, डाॅ.आर.एस.पाठक, डाॅ. नीरज वर्मा के साथ वि.वि. के Agriculture संकाय के Dean, Directors और Faculties Members के साथ हजारों की संख्या में किसान और विद्यार्थियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। कृषि ज्ञान प्रतियोगिता के विजेताओं को सर्टिफिकेट देकर पुरस्कृत किया गया इसी के साथ अपने कृषि क्षेत्र में अहम मुकाम प्राप्त करने वाले किसानों को memento देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में प्रतिकुलपति डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी ने सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। सांस्कृतिक संध्या में वि.वि. के विद्यार्थियों ने नृत्य और गीत की प्रस्तुति से शमाॅ बाॅधा।किसान विज्ञान मेला में आए अतिथियों को मोंमेंन्टो भी प्रदान किए गए।
इनका है आयोजन में विशेष योगदान
Agrifest 2020 में रमा शर्मा,डाॅ.बालाजी विक्रम,डाॅ.डूमर सिंह,पूर्णिमा सिंह सिकरवार,शैम्पी जैन, डाॅ. विनीता देवी, डाॅ.अभिषेक सिंह, आशुतोष मौर्या,शिवांगी,भास्कर त्रिपाठी,राफिया अमीन,रुचि गुप्ता,अतुल सिंह,आशुतोष गुप्ता,सात्विक सहाय बिसारिया,अयोध्या प्रसाद,अमित तिवारी,राजवीर सिंह,लक्ष्मण सोनी,कुमार मंगलम,लौकेश सोनी,रवीश द्विवेदी,धीरेन्द्र चतुर्वेदी,नवनीत राठौर,संजीव कुमार,सुनीता देवी,शरद त्रिपाठी,संतोष कुमार,ज्येति पाण्डेय का योगदान प्रमुख है।म.प्र.शासन द्वारा दूसरे एग्रीटेक मध्यप्रदेश किसान विज्ञान मेला और कृषि उद्योग प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम पेट्रोलियम कंजर्वेशन रिसर्च एसोसिएशन और नाबार्ड के सहयोग से आयोजित है। दूसरे दिन आमजन के लिए खुले हर्बल व्यूटी प्रोडक्ट के स्टाॅल,अनुसंधान केन्द्रों पर परीक्षणों,कृषि उद्योग प्रदर्शनी,खरीफ की फसलों के नवीनतम प्रजातियों के बीज व मिनीकिट की बिक्री, कृषि समस्याओं के समाधान हेतु किसान गोष्ठी, फलों के उन्नत बीजों व पौधों की बिक्री,कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी, किसानोपयोगी उन्नत तकनीकों,लघु एवं कुटीर उद्योग के साथ जैविक कृषि के फायदे,कृषकों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण, पंजीकृत किसानों का निःशुल्क मृदा परीक्षण, फसल संजीवनी,फल-फूल-शाक,सब्जी एवं परिरक्षित पदार्थो की प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता के साथ ,वनोत्पादन आधारित लघु उद्योगों एवं उत्पादों की बिक्री के लिए हजारों लोग जुटे। विशेष व्याख्यानमाला के अंतर्गत वैज्ञानिकों के व्याख्यान एवं किसान गोष्ठी हुई। मेले में समस्त म.प्र. एवं अन्य प्रदेशों के किसान भी सहभागिता दर्ज कराऐंगें। इस बात की जानकारी एकेएस वि.वि. के एग्रीकल्चर संकाय ने देते हुए अधिक से अधिक संख्या में क्षेत्र के किसानों को मेले का लाभ लेने की अपील की है।