एकेएस वि.वि. सतना के Department of Electrical के बी.टेक. सीएस प्रथम सेमेस्टर के छात्रों ने 33 केवी, Substation की Visit करके जाना कि कैसे Substation से Electricity Supply का कार्य संपन्न होता है। छात्रों को 33 केवी Incoming line, Transformer और उसकी Accessories और Substation उपकरण के बारे में बताया गया। जैसे Insulator ,Isolater ,Lighting अरेस्टर,Sercit Breker,ct bushing ,Conservator Tank, breather, Explosion Went ,Controlling Pannel,डिस्ट्र्रणाली,इत्यादि के बारे में विस्तार से समझाया गया। छात्रों को Point To Point जानकारी इजी.रमा शुक्ला और इंजी.के.के.तिवारी ने दी। इंजी.आर.के.श्रीवास्तव और इंजी.डी.सी.शर्मा का इस Traning में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन रहा।

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एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में डाॅ. दिनेश एम. पंडित, एमबीबीएस, एम.एस.सर्जरी, अमेरिका, मूल निवासी, आनंद गुजरात, श्री 108 प्राणनाथ जी मंदिर ट्रस्ट,पन्ना के न्यासी एवं चेयरमैन प्रणामी धर्म के धर्मगुरु का वि.वि. के प्रासार में बुधवार को आगमन हुआ उन्होंने कहा कि मानव सेवा ही सर्वोपरि धर्म है सभी संस्थानों में ेंपहले स्टूडेन्टस का चरित्र निर्माण करना होगा फिर नैतिक मूल्यों की शिक्षा देकर उन्हें Science और Technology से परिचित करने से सुदर समाज का निर्माण होगा। उन्होने वि.वि. की लगातार प्रगति की कामना करते हुए कहा कि वि.वि. में संस्कार और शिक्षा का उचित समन्वय है।
अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि ईश्वर की श्रृष्टि के हम सिर्फ निमित्त
डाॅ.पंडित ने कहा कि हमे जो भी सत्ता व संपत्ति मिली हे वह ईश्वर की ही है उनका उपयोग सही रुप में सही व्यक्ति के लिए करना चाहिए। खुशी का मूलमंत्र यह है कि आपको कभी मुडकर दुःखी न होना पडे। मै स्वयं जब मंदिर जाता हूॅ तो कुछ माॅगने का दूस्साहस नहीं करता हूॅ बल्कि भावविभेार होकर ईश्वर का धन्यवाद करता हूॅ कि हे ईश्वर आपने मेरा चयन इस कार्य के लिए किया जीवन ही ईश्वर की देन है तो उसका समर्पण उसे ही करना है।उनका भी गरीबी और लाचारी से साक्षात्कार हो चुका ह, इसीलिए जब ईश्वर ने डाॅ.पेडित को सेवा का अवसर दिया तो मैने पददलितों ओर मजलूमो की सेवा को अपना मिशन बना लिया। सेवा के कार्य को मैने दोनो हाथों से लपक लिया और अजब संयोग है कि 28 वर्ष की वय से प्रारंभ हुआ यह सफर अब 82 वर्ष में भी ईश्वर की इच्छा से कर पा रहा हूॅ। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि मानव सेवा ही नारायण की सेवा है। आपको अपनी सामथ्र्य के अनुसार मदद के लिए परिवार, समाज, देश में लोग मिल जाऐगें। आप अगर कहीं जाते हो और उल्लास की तरंगें न फैले, खुशी महसूस न हो तो समझो आपको सकारात्मक बदलाव की जरुरत है। उन्होंने सभागार को संबोधित करते हुए कहा कि सबसे सेवक धर्म कठोरा इसे सरल न मानों,गृरुर न आए बल्कि सेवा बढे तो कल्याण ही होगा।बिना परमात्मा की कृपा से कुछ भी संभव नहीं हो पाएगा। उन्होंने विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण पर जोर दिया और जब उन्हे बताया गया कि एकेएस वि.वि. के कुलाधिपति माननीय वी.पी.सोनी जी ने धरती को सुरक्षित रखने के लिए विश्व सरकार की संकल्पना की है तो उन्होंने इस बात के लिए उन्हें साधुवाद दिया। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी उनके कार्यो से परिचित हैं।उन्होंने छात्रों को कहा कि निर्धारित समय में लिए गए संकल्प पूर्ण करने का प्रयास करें।
ये हैं उनकी उपलब्धियों की फेहरिश्त
चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए डाॅ.दिनेश एम. पंडित को महामहमि राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। वह गुजरात की विभिन्न सेवा संस्थानों में सक्रिय भूमिका का निर्वहन करते हैं। आचार्य मंडल गुजरात के अध्यक्ष हैं। रोटरी क्लक के सदस्य जहाॅ इन्हें विलक्षण प्रमुख का सम्मान मिला। 2003 से पूर्व बतौर न्यासी कार्य करने के बाद पुनः अब 2003 से श्री 108 प्राणनाथ जी मंदिर ट्रस्ट,पन्ना के न्यासी एवं चेयरमैन के पद पर कार्यरत है। अब तक डेढ लाख से ज्यादा मरीजों की उन्होंने सर्जरी की है और सैकडों कैंपों के माध्यम से गरीब ,निराश्रित और बेसहारा लोगों की मदद लगातार कर रहे हैं।पन्ना के जिला अस्पताल में 2 कैंप ओर पाॅच सौ मरीजो का उपचार और 6 मेगा सर्जिकल कैंप जिसमें अमेरिका के डाॅक्टर्स ओर Medical Staff के साथ उन्होंने मुफ्त इलाज प्रदान किया है। 82 वर्ष की उम्र के बाद भी सेवा ही उनका मिशन है। एकेएस वि.वि. के विद्यार्थियों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इस जगत मे करोडों डाॅक्टर हैं स्वयं के लिए जीना धर्म नहीं है, डाॅक्टर्स को बहुजन हिताय की चिंता करनी चाहिए।माघ्यम बनिए,सब ईश्वर करता है।उन्होने वि.वि. के Biotech Lab की Visit करते हुए उसे उच्च्स्तरीय बताया।और अपने अनुभव भी विजिटर्स बुक में नोट करते हुए हर्ष व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी पधारे और डाॅ. पंडित का सम्मान किया और डाॅ.पंडित के कार्यो की सराहना की। उन्होंने अलग विन्ध्य प्रदेश निर्माण के अपने कार्य पर जानकारी से उपस्थितजनों को अवगत कराया और कहा कि यहाॅ संसाधनो की प्रचुरता है। उल्लेखनीय है कि वह पुथक विन्घ्य प्रदेश के लिए विभिन्न संस्थानों में जाकर संवाद कर रहे हैं। दोनो अतिथयों को कार्यक्रम का स्मृति चिन्ह, मोमेन्टो,शाॅल एवं श्री फल देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में स्वामी विश्वानंद जी, धर्मगुरु, गुजरात, वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन, डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी, डायरेक्टर अमित कुमार सोनी के साथ अनेक वरिष्ठजन उपस्थित रहे।
एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में पृथक विन्ध्य प्रदेश पर एक बृहद संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने अलग विन्ध्य प्रदेश निर्माण के लिए स्टूडेन्टस से संवाद किया उन्होंने कहा कि छोटे प्रदेश बनने से विकास की संभावनाऐ कई गुना बढ जाएगी। उन्होंने बताया कि 1956 में म.प्र. की स्थापना के साथ ही विन्घ्य प्रदेश का विलय म.प्र. में कर दिया गया जिसके प्रथम मनोनीत मुख्यमंत्री लाल पद्मधर सिंह रहे जबकि शंभूनाथ शुक्ला चुने हुए मुख्यमंत्री बने।उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के छोटे राज्यों की परिकल्पना पर चर्चा की और कहा कि विन्ध्य प्रदेश असीमित संभावनाओं का क्षेत्र है जिसे सिंगरौली से मिले राजस्व से ही समृद्वि की सौगात मिल सकती है। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतिभाओं के लिए खेल सुविधाऐं,उच्च शिक्षा, बडे उद्योग, परिवहन, पेट्रोल डिपो, एम्स जैसे संस्थानों के बनने से ही विकास के पंख खुलेंगें।उन्होंने संकल्प दोहराया कि 2023 के चुनाव के पूर्वउन्होंने कहा कि जननी जन्मभूमि स्वर्गादपि गरीयसी,हमें साधन उपलब्ध कराए जाऐं,इसके लिए आपको जागरुक होना होगा। तब ही यह प्रदेश अस्तित्व में आएगा यह मेरा प्रण है, अंत मे उन्होंने कहा कि जय-जय विन्ध्य प्रदेश ओर हमारा विंध्य हमे लौटा दों यह प्रण हर आगन में गूॅजना चाहिए। 25 मार्च को बीटीआई मैदान में आयोजित होने जा रही सभा में अधिक से अधिक संख्या में स्टूडेन्टस और लोगों के पहुॅचने की अपील भी की। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डाॅ.आर.एन.त्रिपाठी ने अतिथि डाॅ.दिनेश एम.पंडित,एमबीबीएस,एम.एस.सर्जरी,अमेरिका,मूल निवासी,ख्ंांभात,आनंद गुजरात, जो कि प्रणामी धर्म के धर्मगुरु भी हैं का परिचय करवाया। डाॅ.पंडित ने अपने उद्बोधन में कहा कि मानव सेवा ही ईश्वर की सेवा है। मदद के लिए परिवार,समाज,देश,गरीब और मजलूम हैं हमे जो भी सत्त व संपत्ति मिली हे उनका उपयोग सही रुप में उपयोग होना चाहिए। खुशी का मूलमंत्र यह है कि आपको कभी मुडकर यह न कहना पडे कि काश मैने ऐसा कर लिया होता तो इसकी जगह सही कार्य करिए। काश मैं अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जीता,काश मै बच्चो को बडा होते देखता,काश मैं लोगो को अपनी फीलिंग बता पाता,काश मै अपने आप को खुश रहने देता। आप बत भी कहीं जाओ ओर तरंगें न फैले,खुशी न मिले तो समझो बदलाव की जरुरत है। उल्लेखनीय है कि डाॅ.दिनेश एम. पंडित ने अब तक डेढ लाख से ज्यादा मरीजों की सर्जरी की है और सैकडों कैंपों के माध्यम से गरी,निराश्रित और बेसहारा लोगों की मदद भी की है । 82 वर्ष की उम्र के बाद भी सेवा ही उनका मिशन है। उन्होंने पृथक विन्ध्य प्रदेश को समर्थन करते हुए कहा कि पन्ना में हमारा अंतरराष्ट्रªीय प्रणामी मंदिर है। कार्यक्रम में स्वामी विश्वानंद जी, धर्मगुरु, गुजरात, वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन, डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी, डायरेक्टर अमित कुमार सोनी के साथ अनेक वरिष्ठजन उपस्थित रहे।
एकेएस वि.वि. सतना के "Department of Biotechnology" में आठ और नौ मार्च को दो दिवसीय "National Science Day" -2021 प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।कार्यक्रम National council For Science And Technology Communication, डीएसटी,नई दिल्ली और Mapcast, एम.पी.council of Science And Technology, भोपाल म.प्र. से Supported रहा। जिसमें Poster Making की Theme Biotechnology Innovations For सोसायटी, Online Society की Theme Science technology, एस्से Written की Theme Skill Development For Science Innovation, Debet की Theme Science And Technology Quiz Effective For Skill Development Among Youth रही जिसमें Expert Talk ,डाॅ.अंकुर गौतम, Lab Services Manager, मर्क हाय And skill development, Center,चंडीगढ, डाॅ.शुभम,साइंटिस्ट, Mark हाय skill development, सेंटर, चंडीगढ,श्री विशालिनी राजाराम,सीईओ,बिल्ड गीक्स Private limited,डाॅ.रत्ना कटियार, एसोसिएट प्रोफेसर, Department of Biotechnology Science, university of लखनउ, डाॅ.आर.सी.अग्रवाल, Head Research Division, प्रियंबदा बिरला कैसर रिसर्च इन्स्टीट्यूट,सतना और डाॅ.अश्विनी कुमार दुबे, डीन बेसिक साइंसेस, एस.के.यूनिवर्सिटी छतरपुर ने अपने उद्बोधन से प्रतिभागियों को विषय ज्ञान दिया। कोर आर्गनायजिंग कमेंटी मे प्रो.जी.पी.रिछारिया,प्रो कमलेश चैरे,डाॅ.दीपक मिश्रा,डाू.अश्विनी बाऊ,डाॅ.रेनी निगम शामिल रहे।विजेताओं में क्विज के विजेता जीतेन्द्र दाहिया,दौलत रजक,प्रथम,इशिका तिवारी और हर्षा कुमार द्वितीय और सुरेन्द्र परौहा तृतीय रहे। पोस्टर मेंकिंग में रोज रानी प्रथम,आकाश गुप्ता द्वितीय अैर प्रियांशी,श्रस्टी सयोनी तृतीय रहे।एस्से राइटिंग में हर्षिता सानी प्रथम,अर्जुन सिंह द्वितीय ओर नीलम केवट तृतीय रहे। डिबेट में धीरज कुमार प्रथम,रोज रानी,राजकुमार,द्वितीय,ओर सुनीता कुशवाहा तृतीय रहे।कार्यक्रम में प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन और डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी,इंजी.आर.के.श्रीवास्तव,प्रो रिछारिया की उपस्थिति में संपन्न हुआ।प्रतियोगिता के विजेताओं को सर्टिफिकेट प्रदान किए गए।
सतना के Department of Computer में एक माह की Internship Training कार्यक्रम के दौरान वि.वि. के Final year के विद्यार्थी Hands on Practical Training प्राप्त कर रहे है कार्यक्रम का मुख्य उद्येश्य है जब विद्यार्थी professional दुनिया मे प्रवेश करें तो Job के दौरान कार्य सहूलियत से कर सकें। कंपनियों में माॅग के आधार पर ही उन्हें ट्रेनिंग प्रदान की जा रही है जिससे वह दक्ष प्रोफेशनल बन सकें। विद्यार्थियों को System Administrator, Security, Python, cloud, System Automation के गुर सिखाए जा रहे हैं। Department of computer के विभागाध्यक्ष Dr. Akhilesh A Waoo और कार्यक्रम coordinator हरिमोहन मिश्रा हैं जबकि विद्यार्थियों को Training रोस्ट्रिस इंडिया प्रा. लिमि. बैगलोर के Faculty चंद्रशेखर शुक्ला प्रदान कर रहे हैं। कार्यक्रम पूरे एक माह तक विद्यार्थियों की कम्प्यूटर मेघा को निखारने का कार्य करेगा।