• Home
    Home This is where you can find all the blog posts throughout the site.
  • Categories
    Categories Displays a list of categories from this blog.
  • Archives
    Archives Contains a list of blog posts that were created previously.

b2ap3_thumbnail_s-m-1.JPGb2ap3_thumbnail_s-m4.JPGb2ap3_thumbnail_s-m3_20180120-065332_1.JPG

सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना में स्पिक मैके संस्था के तत्वावधान में गुरुवार को पद्श्री अवार्ड से विभूषित ओडिसी नृत्यांगना माधवी मुद्गल द्वारा मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी गई।
शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति रही मनमोहक
पद्मश्री नृत्यागना माधवी मुद्गल ने एकेएस वि.वि. के मंच से प्रस्तुति दी। प्रस्तुति के दौरान उन्होंने समूचे नृत्य का भाव भंगिमा के साथ प्रस्तुतिकरण किया। नृत्य के दौरान सौंदर्य और महारथ का बेजोड़ नमूना देखने के लिये मिला। थिरकते कदमों, नेत्रों की भंगिमाओं और तन-मन से की गई प्रस्तुति ने सभागार में उपस्थित सभीजनों का मन मोह लिया। नृत्य की प्रस्तुति के बाद उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर वि.वि. परिवार के वरिष्ठजन छात्र छात्राओं के साथ उपस्थित रहे और प्रस्तुति का लुत्फ उठाया।
साझा किये अपने अनुभव
पद्मश्री नृत्यागना माधवी मुद्गल ने कहा कि शास्त्रीय नृत्य उनके लिये पूजा है, जो सौंदर्य से परिपूर्ण है। ओडिसी नृत्य लातित्य और सौंदर्य का समागम है। पुरातात्विक साक्ष्यों की बात मानें तो सबसे पुराने नृत्य रूपों को अलग ढंग से प्रस्तुत किया जाता है। उन्होंने एकेएस वि.वि. में लगभग 50 मुद्राओं के माध्यम से नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि शास्त्रीय नृत्य का प्रसारण होना चाहिये जिससे इसे अलग पहचान मिले। उन्होंने देश विदेश के शोज के अनुभव भी शेयर किये। युवाओं को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि परिस्थितियां कैसी भी हों अपनी और अपने देश की अस्मिता को बनाए रखें।
संगत में ये कलाकार रहे शामिल
स्पिक मैके सोसाइटी फार प्रमोशन आॅफ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक एण्ड कल्चर अमंग्स यूथ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उनके साथ संगत कलाकार के रूप में पखावज पर दीपेन्द्र कुमार, गायन पर मनीकुन्तला भौमिक, सितार पर यार मोहम्मद और सह कलाकार सलाखा राय रहीं।
कई अवार्डों से नवाजी जा चुकी हैं माधवी मुद्गल
शास्त्रीय नृत्यांगना माधवी मुद्गल 1990 में भारत सरकार के पद्मश्री सम्मान से सम्मानित हो चुकी हैं। 4 अक्टूबर 1991 में जन्मी मुद्गल ओडिसी नृत्यांगना हैं परंतु वे भरतनाट्यम, कथक पर भी समान अधिकार रखती हैं। 68 वर्ष की आयु में भी ओडिसी तथा शास्त्रीय नृत्य की प्रशिक्षक वह वर्तमान में भी हैं। मुद्गल को अब तक कई अवार्डों से नवाजा गया है जिनमें 1984 में संस्कृति अवार्ड, 1990 में पद्श्री अवार्ड, 1996 में उड़ीसा संगीत नाटक अकादमी अवार्ड के साथ और कई पुरस्कार उन्हें प्राप्त हो चुके हैं।एंकर कुलदीप सक्सेना ने सभी उपस्थितजनों एवं वरिष्ठजनों के परिचय दिया जबकि इंजी. आर.के. श्रीवास्तव ने एकेएस वि.वि. की तरफ से सभी उपस्थितजनों का आभार व्यक्त किया।

 

Hits: 1348
0

b2ap3_thumbnail_gou-amrit.JPG

सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना द्वारा 11 जनवरी 2017 को प्रारंभ किया गया गौअमृत चिकित्सा केन्द्र 11 जनवरी को 1 वर्ष पूर्ण कर रहा है। इन 1 वर्षों के दौरान यह केन्द्र अपने उद्देश्यों में काफी हद तक सफल रहा है। इसकी स्थापना के वक्त इस बात की कोशिश की गई थी कि भारत की प्राच्य चिकित्सा पद्धति को पुनर्जीवित करना है। ज्ञातव्य है कि यहां पर गौमूत्र एवं गौ के विभिन्न उत्पादों के द्वारा सभी फसलों के संरक्षण एवं उसमें लगने वाले कीट व्याधियों से फसलों को मुक्त करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई है। इस दिशा में आयुर्वेदिक पद्धति से व कृषि कल्याण विभाग के सहयोग एवं मार्गदर्शन से इस केन्द्र के चिकित्सा विशेषज्ञ वैद्य अब्दुल वारसी द्वारा असाध्य रोगों जैसे मिरगी, वात, किडनी की पथरी, घुटनों का दर्द, ंसाइटिस आदि रोगों पर गौमूत्र की आयुर्वेदिक पद्धति से निदान किया जा रहा है जिसके अच्छे परिणाम परिलक्षित हो रहे हैं। अनेक पीड़ित रोगियों पर सफलतापूर्वक इसका परीक्षण करते हुए उन्हें रोगमुक्त किया गया है। इस केन्द्र के चिकित्सा विशेषज्ञ को 35 वर्षों का अनुभव है। अब्दुल वारसी द्वारा सतना जिले के विभिन्न ग्रामों में आयोजित विशेष शिविरों में जैविक खाद तैयार करने, गौमूत्र का फसल चक्र में व्याधि कीटों आदि की रोकथाम संबंधी गहन प्रशिक्षण ग्रामवासियों को दिया गया है और इसके सफल व सकारात्मक परिणाम किसानों को प्राप्त हुए हैं। एकेएस वि.वि. द्वारा निर्मित गौअमृत फसल रक्षक कीट नियंत्रण दृव्य का प्रयोग कृषकों द्वारा सफलतापूर्वक किया जा रहा है। श्री अब्दुल वारसी द्वारा जिले के आयोजनों में होने वाले कृषि मेलों, कृषि संगोष्ठी में अपने प्रभावकारी उद्बोधन से अधिकांश क्षेत्रों में वि.वि. का नाम रोशन किया है साथ ही वि.वि. प्रबंधन का यह संकल्प है कि जिले के कृषकों को कृषि संकाय के विशेषज्ञों के माध्यम से दोगुनी फसल प्राप्त करने के उपायों के बारे में सतना जिले के एवं आसपास के अन्य जिलों के कृषकों को लाभान्वित कराया जायेगा।

 

Hits: 1400
0

b2ap3_thumbnail_sa.png                                                                                                                                                                    सतना। एकेएस वि.वि. सतना के एग्रीकल्चर संकाय में कार्यरत सात्विक सहाय विसारिया को संस्कार भवन, जी.टी. रोड, झूंसी इलाहाबाद, उ.प्र. में आयोजित कार्यक्रम में यंग प्रोफेसनल अवार्ड से नवाजा गया। कार्यक्रम संकल्पना, द मल्टी डिस्प्लिनरी रिसर्च जर्नल द्वारा आयोजित था। दो दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस की थीम प्रमोटिंग एण्ड रीइन्विगोरेटिंग एग्रीकल्चर, एक्सटेंशन टेक्नोलाॅजिकल इनोवेशन्स संकल्पना -2017 थी। सात्विक सहाय विसारिया को उपस्थितजनों ने के साथ वि.वि. प्रबंधन ने शुभकामनाएं दीं।

Hits: 1527
0

b2ap3_thumbnail_pradhan-ji.jpgl                                                                                                                                                       सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना के इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान ने 38वें वार्षिक स्थापना दिवस सेमिनार के टेक्निकल सेशन में राॅक ब्लास्टिंग टेक्निक पर पेपर प्रजेंट किया। कार्यक्रम में देश के 100 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने पार्टिशिपेशन किया। एक दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ संतोष शर्मा चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरेक्टर, हिन्दुस्तान काॅपर क्षेत्रीय राजस्थान ने किया। खास बात यह रही कि टेक्निकल सेशन की अध्यक्षता भी डाॅ. जी.के. प्रधान ने की। उन्हे वि.वि. प्रबंधन ने शुभकामना प्रदान की है।  

 

Hits: 1403
0

b2ap3_thumbnail_Pradeep-Chaurasia.JPG

सतना। एकेएस वि.वि. सतना के प्रबंधन विभाग मे कार्यरत डाॅ. प्रदीप चैरसिया का रिसर्च पेपर स्टडी द ओपिनियन आॅफ जनरल पब्लिक एण्ड ट्रांसपोर्टर रिगार्डिंग द सर्विसेस प्रोवाइडेड बाइ रीजनल ट्रांसपोर्ट आॅफिस इन रीवा रीजन आॅफ म.प्र. के इंटरनेशनल पीर रिव्यूड रेफर्ड जर्नल के दिसम्बर अंक में प्रकाशित हुआ है। इसी पर उन्हें 23 दिसम्बर 2017 को इंटरनेशनल कांफ्रेंस आॅन रिसेंट डेव्हपमेंट इन इंजीनियरिंग साइंस और महाराष्ट्र चेम्बर आॅफ काॅमर्स इण्डस्ट्रीज एण्ड एग्रीकल्चर सेनापति बापट मार्ग पूना में सर्टिफिकेट प्रदान किया गया। वि.वि. के प्रबंधन संकाय के फैकल्टीज ने उन्हें भविष्य की शुभकामनाएं दी हैं।

 

Hits: 1464
0