एकेएस विश्वविद्यालय के फैकल्टीज का रिसर्च पेपर प्रकाशित इंडियन सोसायटी आॅफ पल्सेस रिसर्च एण्ड डेव्हलपमेंट एण्ड आईसीएआर (इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ पल्सेस रिसर्च) में नेशनल सिम्पोजियम
- Font size: Larger Smaller
- Hits: 1307
- 0 Comments
- Subscribe to this entry
- Bookmark
सतना, मंगलवार। एकऐस विश्वविद्यालय सतना के डिपार्टमेंट आॅफ फूड टेक्नालाॅजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर रितिका सामंता और वीरेन्द्र कुमार पाण्डेय टीचिंग एसोसियेट का ‘‘न्यूट्रीटिव हेल्थ ड्रिंक‘‘ पर रिसर्च पेपर इंटरनेशनल रिसर्च जर्नल इंडियन सोसायटी आॅफ पल्सेस रिसर्च एण्ड डेव्हलपमेंट एण्ड आईसीएआर (इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ पल्सेस रिसर्च में प्रकाशित हुआ है। कार्यक्रम 2 से 4 दिसम्बर तक कानपुर में पल्सेस फार न्यूट्रीशनल सिक्येारिटी एण्ड एग्रीकल्चरल सस्टेनिबिलिटी विषय पर आईसीएआर, आईआईपीआर द्वारा आयोजित हुआ। रितिका सामंता एवं वीरेन्द्र कुमार पाण्डेय के रिसर्च पेपर का विषय‘‘टू डेव्हलप अ न्यूट्रीटिव हेल्दी ड्रिंक इनहिबिटिंग एण्ड लोवरिंग कार्टीसोल लेवल इन मेल्स’’रहा। रितिका और वीरेन्द्र ने बताया कि केार्टीसोल का हायर लेवल पुरुषों में चिंता, दबाव, उच्च रक्तचाप, हाइपर ग्लाइसीमिया और स्थूलता लाता है। कोर्टीसोल एक तनाव हार्मोन है जब शरीर में इसका स्तर ज्यादा होता है तो इससे कई तरह की परेशानियाँ होती हैं, इससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर भी असर पड़ता है इसलिये इसके स्तर को कम करना बहुत जरूरी है। इसको नियंत्रित करने के लिये बायो फोर्टीफाइड हेल्थ ड्रिंक कम कीमत पर तैयार होता है। भारतवर्ष सोयाबीन और सूखे सोयाबीन पावडर के उत्पादन में पांचवें स्थान पर है और एनएचडी में इसकी बहुतायत है। इस न्यूट्रीटिव हेल्थ ड्रिंक में 36 ग्राम प्रोटीन, विटामिन बी-6 के लिये ड्राइड बनाना पावडर, विटामिन सी के लिये पपीता, मैग्नीशियम के लिये कद्दू के बीज, एन्टी आॅक्सीडेंट के लिये ग्रीन टी एक्सट्रैक्ट और तनाव कम करने के लिये अश्वगंधा एक्सट्रैक्ट, कार्बोहाइड्रेट के लिये ब्राउन राइस पावडर और चाकलेट पावडर के साथ फ्लेवर्स का इस्तेमाल किया गया है। इससे पुरुषों में केार्टीसोल लेवल कम पाया गया। नेशनल हेल्थ एनएचडी (न्यूट्रीटिव हेल्थ ड्रिंक) केाटीसोल के स्तर को कम करने में उत्तम है। इनकी इस उपलब्धि पर वि.वि. के डाॅ.सी.के.टेकचंदानी,डाॅ.राजेश मिश्रा, और अन्य फैकल्टीज ने बधाई दी है।