AKS University “As a knowledge Partner” participated in Mining Safety Workshop held recently in Jharkhand on the topic ‘Safety Management of Mining Machinery’. Inaugurating the function, Draupdi Murmu, Governor (Jharkhand) said that the Mining Safety is a burning issue and forum like this must be used to have constructive discussion on it. More than 150 delegates participated in workshop which is being held under the joint supervision of ‘Indian Mining and Engineering Journal’ and ‘AKS University’. Sharing the dais Er. Anant Soni, Chairman (AKSU) highlighted the contribution of AKS University in field of Mining. Other dignitaries present on the occasion included CMD-Central Coal Fields Limited, Shri Gopal Singh; CMD- Heavy Engineering Corporation, Abhijit Ghosh and MD-Essel Mining, Tuhin Mukharjee.
AKS University
AKS University, Satna M.P.
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस वि.वि. ने बतौर नाॅलेज पार्टनर माइनिंग सेफ्टी वर्कशाप में सहभागिता दर्ज कराई। नेशनल वकशाप में सेफ्टी मैनेजमेंट आॅफ माइनिंग मशीनरी पर विमर्श किया जा रहा है। नेशनल वर्कशाप के दौरान झारखंड राज्य की राज्यपाल द्रोपदी मुरमू ने कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कहा कि यह माइनिंग के क्षेत्र में एक बड़ा कार्यक्रम है जिसमें माइनिंग सेफ्टी पर विस्तार से रोचक चर्चा होगी। इंडियन माइनिंग एण्ड इंजीनियरिंग जर्नल और एकेएस वि.वि. सतना के द्वारा आयोजित वर्कशाप में 150 से ज्यादा डेलीगेट्स भाग ले रहे हैं। उद्घाटन सत्र में वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने वि.वि. द्वारा किये जा रहे खनन के क्षेत्र में योगदान पर जानकारी दी। इस मौके पर सेन्ट्रल कोल फील्ड्स लिमि. के सीएमडी श्री गोपाल सिंह, हैवी इंजीनियरिंग कार्पोरेशन के सीएमडी अविजीत घोष, एस्सेल माइनिंग के मैनेजिंग डायरेक्टर तुहिन कुमार मुखर्जी ने सहभागिता दर्ज कराते हुए अपने अनुभव उपस्थितजनों से बांटे। एकेएस वि.वि. के कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान के साथ फैकल्टी मेम्बर्स भी कार्यक्रम में सहभागिता दर्ज करा रहे हैं।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना में कृष्णा मारुति प्रा.लि.गुडगाॅव, हरियाणा ने कैम्पस के माध्यम से डिप्लोमा मैकेनिकल इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों का इंटरव्यू विभिन्न पदो के लिए लिया। आपको बता दें कि एकेएस वि.वि. में कैम्पस का सिलसिला लगातार जारी है, इसी कड़ी में मोस्ट इनोवेटिव युनिवर्सिटी इन सेंट्रल इंडिया 2018 अवार्डेड वि.वि. में कृष्णा मारुति प्रा.लि. ने विद्यार्थियों के लिए कैम्पस ड्राइव आयोजित किया। विभिन्न लोकेशन के लिये कैम्पस का आयोजन किया गया। वि.वि. के छात्रों ने इसमें बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। कैम्पस के दौरान टेनिंग और प्लेयमेंट डायरेक्टर एम.के.पाण्डेय,बालेन्द्र विश्वकर्मा,प्राची पाण्डेय और मनोज सिंह ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया।
सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस वि.वि. के इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान नेशनल वर्कशाप के कन्वेनर हैं और को-कन्वेनर मनीष अग्रवाल हैं। सेफ्टी मैनेजमेंट आॅफ माइनिंग मशीनरी विषय पर आयोजित नेशनल वर्कशाप 28 और 29 जुलाई को चाणक्य बीएनआर राँची में आयोजित होनी है। नेशनल वर्कशाप इंडियन माइनिंग एण्ड इंजीनियरिंग जर्नल द्वारा आयोजित की जा रही है जिसमें भारतवर्ष के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों के माइनिंग विशेषज्ञ शामिल होंगे। इस वर्कशाप में विभिन्न इण्डस्ट्रीज जिसमें अडानी, कोल इंडिया, एचसीएल, आदित्य बिरला, नाल्को, सेल, बाल्को, टाटा स्टील, जिंदल स्टील एण्ड पावर, डालमिया, भारत सीमेन्ट, इंडियन आॅयल, दीपटेक, पीसीआरए, आईआईटी खड़गपुर, डीजीएमएस जैसे प्रतिष्ठित संस्थान के प्रतिनिधि सहभागिता करते हुए अपने विचार भी रखेंगे। इस कार्यक्रम में द्रौपदी मुरमू, राज्यपाल झारखंड शुभारंभ अवसर पर कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगी। कार्यक्रम में मीडिया पार्टनर चाइना माइनिंग है जबकि नेशनल वर्कशाप आदित्य बिरला, हिंडाल्को और उत्कल एलुमिना द्वारा स्पांसर्ड है।
एकेएस वि.वि. में आयोजित होने वाला रोजगार मेला स्थगित
एकेएस वि.वि. सतना में वृहद रोजगार मेला जो विंध्य अंचल के अन्य महाविद्यालयों और संस्थानों के छात्रों के रोजगार बावत आयोजित किया जाना था उसकी तिथि 31 जुलाई व 1 अगस्त थी। उक्त वृहद रोजगार मेला अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया है। वि.वि. प्रबंधन ने जानकारी देते हुए बताया कि वृहद रोजगार मेला के आयोजन की अगली तिथि वि.वि. प्रबंधन द्वारा यथासमय दी जायेगी।
Ten days NCC Camp was organized in campus of AKS University, where cadets, through a number of sessions, were trained by third NCC Battalion of MP, while Tuesday was the occasion when closing ceremony witnessed the variety of cultural programmes, where NCC cadets demonstrated a totally different temperament of their personality by showcasing their dancing and musical talent. Chief Guest of the function, BP Soni, Chancellor (AKSU), graced the occasion by making his esteem presence, and sharing some interesting reminiscences. Also, he apprised audience about the importance of NCC. At the end of the function, cadets were distributed the certificates by special guests Chairman, Er. Anant Soni; Vice-Chancellor, PK Banik; and Pro-VC, Dr.Harshvardhan; All the guests present on the occasion, in a same voice, appreciated the discipline level, dedication and hard work of the cadets. Cadets named Girdhar Gopal, Mukesh Kumar, Pankaj, Shilpa Namdeo, Sangam Chaturvedi, and Prieti Sondhiya were honoured for their outstanding performance during the entire NCC training session.
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के डिपार्टमेंट आॅफ बायोटेक्नोलाॅजी विभागाध्यक्ष डाॅ. कमलेश चैरे ने इंटरनेशनल सोसायटी फार रूट रिसर्च (आईएसआरआर) द्वारा आयोजित 10वीं इंटरनेशनल सिम्पोजियम फार रूट रिसर्च एट दि फोरफ्रंट आॅफ साइंस में अपनी उल्लेखनीय उपस्थिति दर्ज कराई थी।।डाॅ. चैरे ने इजराइल के सबसे पुराने विश्वविद्यालय हिब्रू विश्वविद्यालय का भ्रमण किया और वहां पर उन्होंने सेन्टर आॅफ एक्सीलेंस इन इजराइल फाॅर रिसर्च आॅन क्राॅप अंडर क्लाइमेट चेंज का भ्रमण किया। वहां पर हो रही नवीनतम रिसर्च पर जानकारी ली। यह सेन्टर वल्र्ड में रियल टाइम रिसर्च आॅन प्लांट ग्रोथ अंडर स्ट्रेस कंडीशन के लिये जाना जाता है जहां पर उन्होंने प्रोफेसर मेनाखेम मोसलिआॅन से विचार विमर्श किया और उन्होंने भविष्य में कोलेबोरेशन के ऊपर सहमति जताई। इस आधार पर भविष्य में एकेएस के छात्र इजराइल जाकर ट्रेनिंग ले सकेंगे एवं रिसर्चर्स को भी फायदा मिलेगा।डाॅ. कमलेश चैरे ने इजराइल स्थित प्लान्ट डीटेक कम्पनी के सीईओ डाॅ. केरेन से भी विश्वविद्यालय के कोलेबोरेशन हेतु विचार विमर्श किया जिसके तहत वह विश्वविद्यालय के छात्रों को नवीनतम एग्रीकल्चर प्रेक्टिसेस के ऊपर ट्रेनिंग प्रदान करेंगे। डाॅ. चैरे ने इजराइल स्थित ड्रिप इरीगेशन सिस्टम, पाॅलीहाउस, ग्रीन हाउस एवं अन्य एग्रीकल्चरल प्रेक्टिसेस का भी अवलोकन किया ताकि भविष्य में ट्रेनिंग लेकर इन टेक्नोलाॅजी का उपयोग कर भारतवर्ष की कृषि संबंधी समस्याओं का निराकरण किया जा सके, साथ ही डाॅ चैरे ने येरूशेलम एवं तेल अवीव का भ्रमण कर उनके इतिहास एवं कल्चर को भी जानने की कोशिश की। डाॅ. चैरे के इस इजराइल भ्रमण में उनके स्वयं की ग्रोथ के साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय में पढ़ रहे छात्रों के साथ एग्रीकल्चरल, बायोटेक्नोलाॅजी एवं फूड प्रोसेसिंग में कार्यरत रिसर्चर्स को नवीनतम टेक्नोलाॅजी एडवांसमेंट्स पर ट्रेनिंग दिलाई जा सके ताकि वो भारतवर्ष के विकास में सहभागी बन पायें, साथ ही डाॅ. चैरे ने तेल अवीव विश्वविद्यालय इजराइल, चाइना एग्रीकल्चरल विश्वविद्यालय चाइना एवं मिशीगन स्टेट युनिवर्सिटी यूएसए के प्रोफेसर्स से भविष्य में कोलेबोरेशन हेतु विचार मंथन किया। ।