AKS University
AKS University, Satna M.P.
एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में जल है तो कल है की थीम के साथ भारतीय खान व्यूरों का कार्यक्रम आयोजित किया गया। खनन पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण सप्ताह के तहत रखे गए कार्यक्रम में organizing Comity के member के साथ विभिन्न संस्थाओं और Mines के क्षेत्र में कार्यरत विशिष्टजन भी उपस्थित रहे। सभी ने अपने अनुभवी विचारों से कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए मशविरा दिया। 29वें "Mines Environment and Minerals Conservation Week" 2019.2020 के आयोजन में कार्यक्रम की अध्यक्षता एकेएस वि.वि. के Mining विभाग के मि. पालित ने की। इस मौके पर सम्पूर्ण खाका खींचते हुए खनन पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण सप्ताह के कार्यक्रमों का सिलसिलेवार एजेण्डा विवरण दिया गया जिसे मि.आर.पुरोहित, Indian व्यूरो of Mines ने प्रस्तुत किया और सभी से संवाद करते हुए उन्होंने organizing comity, Co ordinance, Calendar, souvenir, budget, poster, slogans, inspection team पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम में एकेएस वि.वि. के प्रोचांसलर ओर चेयरमैन अनंत कुमार सोनी,प्रो.जी.सी.मिश्रा,प्रो.जी.के.प्रधान,अनिल मित्तल,प्रो दास गुप्ता,प्रो.प्रसाद,प्रो.बी.के.मिश्रा के साथ अन्य विशिष्टजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में वि.वि. के प्रोचासलर अनंत कुमार सोनी ने मि.पुरोहित को स्मुति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के आयोजक केजेएस सीमेंन्ट रहे।
एकेएस वि.वि. सतना के #Fashion designing विभाग में तीन दिवसीय Hand Made Slik Thread Jewelry के प्रशिक्षण के दूसरे दिन Ear Ring में slik Tread का प्रयोग कैसे करें व कम लागत में बेहतर ज्वैलरी केसे बनाऐं इस पर प्रशिक्षण संपन्न हुआ। Fashion डिजायनिंग विभाग के प्रथम दिन के कार्यक्रम में 100 से ज्यादा प्रशिक्षणार्थियों को बेंगल्स में Slik Tread का प्रयोग बताया गया।महिलाओं के गहनों में प्लास्टिक Best झुमका बनाना सिखाया गया जिसमें बकरम, आई पिन, slik Thread, Stone Chain, purl chain, earring stud Base जैसी चीजों का बेहतर इस्तेमाल करते हुए उनकों कम लागत में तैयार करने का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम की trainer प्रियंका बागरी ने बताया कि रचनात्मकता कुछ अलग करने की प्रेरणा देती है जब उन्होंने इनका कार्य प्रारंभ किया था तो यह एक शैाक था जो अब जुनून बन गया है। Fashion कभी पुराना या नया नहीं होता है इसका pattern बदल जाता है और जो ट्रेड को समझ जाता है वह हुनरमंद कहलाता है। jewelry designing भी एक रचनात्मक कार्य है ट्रेनिंग के अंतिम दिन प्रियंका necklace, greeting cards, Best through Best, paper Ring और Work from home पर उपस्थित प्रतिभागियों को विस्तृत जानकारी और मार्गदर्शन देंगी। तीन दिनो तक चलने वाले Training में दिल्ली से अपना प्रिया Collection चलाने वाली प्रियंका बागरी ने बताया कि Hand made Slik Thread जूलरी ट्रेनिंग कार्यक्रम में स्टेप बाय स्टेप प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है प्रशिक्षिका ने बताया कि घर पर रहकर कार्य करने और रोजगार का माध्यम बनाने के लिए महिलाओं के यह प्रशिक्षण काफी महत्वपूर्ण है। इसके साथ रचनात्मक दृष्टिकोण रखने वाली महिलाओं ओर Girls के लिए भी यह महत्वपूर्ण training है। कार्यक्रम में चुमन यादव और रेनू शुक्ला ने प्रियंका बागरी के साथ विद्यार्थियों को चीजों को बारीकी से समझने में मदद की।
एकेएस वि.वि. सतना के #Department Of Art में मिर्जा समीउल्ला बेग के निदेशन में Hand made Slik Thread jewellery का प्रशिक्षण संपन्न हुआ। Department Of Art के प्रथम दिन के प्रशिक्षण में प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्हांने कहा कि हुनर कभी जाया नहीं होता है यह हमेशा हमे आगे बढाता है हुनरमंद बनिए और तरक्की करिए। कार्यक्रम की ट्रेनर प्रियंका बागरी रहीं जिन्होने इसके Basics और अन्य चरण बताए। लगातार तीन दिनो तक चलने वाले कार्यक्रम में Step by step प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। घर पर रहकर कार्य करने के लिए और रोजगार करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण है। कार्यक्रम में चुमन यादव और रेनू शुक्ला ने विद्यार्थियों को चीजों को बारीकी से समझने में मदद की।
रामपुर विकासखंड अन्तर्गत ग्राम पंचायत गाड़ा तथा सिंधौली में एकेएस विश्वविद्यालय के बीएससी कृषि 7वे सेमेस्टर के विद्यार्थियो द्वारा ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव 2019 के अंतर्गत, ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम के छात्रों ने रावेे समन्वयक सात्विक बिसारिया की अगुवाई में 6 नवंबर को किसान संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमे एकेएस विश्वविद्यालय के कृषि विभाग के अधिष्ठाता डॉ साहिब सिंह तोमर, डॉ भूमानन्द स्वामी, डॉ कुबेर राम मौर्य, श्री अब्दुल वारसी, श्री धेरेन्द्र चतुर्वेदी और कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ वेद प्रकाश और स्थानीय कृषक उपस्थित रहे। किसान संगोष्ठी में कृषि विशेषज्ञों ने जैविक कृषि के महत्व को बताया साथ ही साथ कृषको को इस बात की भी जानकारी दी गयी कि कैसे कृषक अपने खेतों में जैविक खेती करते हुए फसलों में लगने वाले रोग-व्याधि एवं कीटों का प्रवंधन कर सकते है। विशेषज्ञों के द्वारा कृषको को इस बात की भी जानकारी दी गयी की कैसे स्थानीय संसाधनों का उपयोग करते हुए फसलो की पोषक तत्वों के मांग की पूर्ति की जा सकती है तथा फसल उपज को बढ़ाया जा सकता है। संगोष्ठी में नछत्र आधारित कृषि पर भी चर्चा की गई और कृषको को बताया गया कि कैसे कृषि कार्यों को नछत्रो को ध्यान में रख कर करने से कृषक लाभान्वित हो सकते हैं। तत्पश्चात कृषि विशेषज्ञों ने किसानों के सवालों के जवाब भी दिए जिससे किसानों की कृषि से संबंधित सारी दुविधाओं को किसान संगोष्ठी में दूर किया गया। उक्त कार्यक्रम को कराने में विश्वविद्यालय के कृषि विभाग के डीन एस एस तोमर, एचओडी नीरज वर्मा, रावेे समन्वयक सात्विक बिसारिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा। साथ ही ग्राम सिंधौली व गाड़ा के रावे छात्र भी उपास्थि रहे।
एकेएस वि.वि. सतना के Computer Science विभाग द्वारा Red Hat Global Certification Training कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें Red hat System Administrator परीक्षा से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण रोष्ट्रिस Private Limited बेगलौर के द्वारा प्रदान किया गया। जिसमें प्रशिक्षक चंद्रशेखर ने विद्यार्थियों को training प्रदान की। कार्यक्रम में50 विद्यार्थियों की सहभागिता उल्लेखनीय रही। प्रशिक्षण के दौरान अखिलेश ए.बाउ अैार co-ordinator हरिमोहन मिश्रा ने Global Certification training कार्यक्रम का समस्त जिम्मा सॅभाला।इसकी परीक्षा भी 04 नवंम्बर को संपन्न हो गई।