AKS University, Satna
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सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थी केन्द्रीय कृषि यंत्र परीक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान बुधनी एवं उत्तरी क्षेत्र केन्द्रीय कृषि यंत्र परीक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान हिसार हरियाणा के निदेशक ओमकार सिंह एवं वरिष्ठ प्रशिक्षक इंजीनियर जे.जे. आर नरवरे तथा सुनील कुमार पटिल के निर्देशन में रेग्युलर कोर्स ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे हैं। टेªनिंग के दौरान छात्र समस्त यंत्र एवं मशीनों जैसे डिस्प्लाऊ, रोटोवेटर, रीवर, मूवर, हार्वेस्टर की संरचना बनाने में उपयोग की गई तकनीकों के साथ मशीनों की एसेम्बलिंग एवं डिसमेन्टलिंग करने का तकनीकी प्रायोगिक ज्ञान दिया जा रहा हैं। जिससे छात्र सम्पूर्ण मशीनों एवं अभियंत्रों के प्रत्यके अवयव एवं उनकी वास्तविक कार्य विधि का प्रयोगिक परिचय प्राप्त कर रहें है। विद्यार्थियों ने बताया कि यह टेªनिंग भविष्य में उन्हें कृषि यंत्र एवं उपकरण के विनिर्माण क्षेत्र में तथा कृषि में इनके उपयोग, परीक्षण एवं प्रशिक्षण हेतु रोजगार के अवसर प्रदान करेंगी।एकेएसयू के कृषि इंजीनियरिंग के छात्र भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही कृषि यंत्रीकरण योजना को आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगे।
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के बाॅयोटेक विभाग नोयडा स्थित एलिल लाईफ सांइसेस के साथ मेमोरेन्डम आॅफ आण्डरस्टैडिंग पर सहमत होते हुए एक दूसरे से हाथ मिलायें है। दोनों पक्षों के बीच हुए इस एम.ओ.यू. से एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के विद्यार्थियों के लिए कॅरियर और रिसर्च के नए आयाम खुलेंगे। विद्यार्थी वहां जाकर बाॅयोटेक क्षेत्र में हो रही नवीनतम् रिसर्च पर आधुनिक मशीनों द्वारा माइक्रोअरे टेक्नालाॅजी, रियल टाईम पी.सी.आर. टेक्नालाॅजी, मेटाजिनोमिक्स, स्टेम सेल रिसर्च, बाॅयोइन्फारमेटिक्स पर रिसर्च एवं ट्रेनिंग प्राप्त कर सकेगें। यह कोर्स छात्रों के लिए फ्री कोर्स होगा। एलिल लाईस सांइसेस बाॅयोटेक क्षेत्र में देश का एक अग्रणी रिसर्च एवं टेªनिंग इंस्टीट्यूट है।एकेएस की तरफ से रजिस्ट्रार एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना अनंत कुमार सोनी एवं एलिल लाईफ सांइस की तरफ से डाॅ. मृत्युन्जय सिंह उपस्थिति में एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किए गए। भविष्य में एलिल लाइफ साइंस के साथ एम.ओ.यू. फैकल्टीज व विद्यार्थियों के लिए संजीवनी साबित होगी। इस अवसर पर एकेएस कुलाधिपति बी.पी. सोनी, कुलपति डाॅ. अशोक कुमार, डीन प्रीति कुमार, एडवाइजर वी.सी. डाॅ. आर.पी. धाकरे, प्रो. आर.एन. त्रिपाठी एवं समस्त संकायों के विभागाध्यक्ष, फैकल्टीज एवं छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहें।
सतना। ”आई.आई.टी. बाम्बे “और एकेएसयू के संयुक्त तत्वाधान में सेंटर फाॅर इन्टरप्रिन्योरशिप एण्ड स्किल्ड डेवलपमेंट सेल एवं कम्प्यूटर साइंस डिपार्टमेंट द्वारा ”स्पोकेन ट्यूटोरियल वर्कशाप“ का आयोजन किया जाएगा। जिसमें आई.आई.टी. बाम्बे से आॅनलाइन वेबकास्ट हो रहे वीडियो ट्यूटोरियल में फैकल्टीज एवं विद्यार्थियों को प्रोग्रामिंग, डाक्यूमेंट प्रोसेसिंग साफ्टवेयर, लेटेक्स, यू वन-टू लिनिक्स आॅपरेटिंग सिस्टम, पायथन प्रोग्रामिंग की तकनीकी आधुनिक जानकारियां दी जाएगीं। वर्कशाप में फैकल्टीज एवं विद्यार्थियों को नये इंजीनियरिंग साफ्टवेयर मैट लैब, स्काई लैब के बारे में व्याख्यान दिया जाएगा।
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के विशाल सभागार में वर्तमान में बायोटेक्नालाॅजी रिसर्च विषय पर दो दिवसीय सिम्पोजियम एवं वर्कशाप के दूसरे दिन समापन सत्र मे एकेएस यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति बी.पी. सोनी, कुलपति डाॅ. अशोक कुमार, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी एवं विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों की उपस्थिति में सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। तत्पश्चात् मंचासीन सभी अतिथियों ने जैव प्रौद्योगिकी के शोध क्षेत्र पर चर्चा की। समापन अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो.यू के चैहान(विभागाध्यक्ष पर्यावरण जीव विज्ञान एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग अवधेश प्रताप सिंह वि.वि.रीवा) रही। विशिष्ठ अतिथि प्रो. अनिल प्रकाश( सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग बरकतउल्ला सिंह वि.वि.भोपाल) रहे।
परफार्म करवाए गए प्रैक्टिकल्स
जैव प्रौद्योगिकी के शोध क्षेत्र में व्याप्त अपार संभावनाओं पर विद्यार्थियों को विषय से संबधित प्रैक्टिकल्स । जिनोमिक्स, फरमेटेशन, प्लांट टिश्यू कल्चर पर हैन्डस आॅन टेªनिंग बाॅयोटेक विभाग के आधुनिक प्रयोगशाला कराई
समापन में उपस्थित रहे विशिष्टजन
‘‘राष्ट्रीय सिम्पोजियम एवं हैन्डस आॅन टेªनिंग’’के समापन अवसर पर कुलाधिपति बी.पी. सोनी ने अपने उदबोधन में कहा कि विश्वविद्यालय का जैव प्रोद्योगिकी विभाग कुलपति महोदय के मार्गदर्षन से सफलता की उॅचाईयाँ छुयेगा। मुख्य अतिथि प्रो. चैहान ने बायोटेक के क्षेत्र में निजी विश्वविद्यालय के सहयोग से हो रहे विकास की प्रशंसा करते हुये भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। वर्कशाप के दौरान बाॅयोटेक क्षेत्र में हो रही उन्नति रिसर्च एवं डेवलेपमेंट में उपस्थित अवसरों से विषय विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों को विषय की विभिन्न रोचक एवं शोधपूर्ण जानकारियों से अवगत कराया। समापन अवसर पर जीवन विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो.आर.पी.एस धाकरे ने कार्यक्रम का संक्षिप्त प्रतिवेदन प्रस्तुत किया । संचालन डाॅ कमलेश चैरे ने किया।
वर्कशाप के अन्त में प्रो. आर.एन. त्रिपाठी डीन बेसिक साइंस प्रो. आर एन ़ित्रपाठी ने वोट आॅफ थंैक्स दिया। अंत मे विद्यार्थियों ने राष्ट्रगान किया।
एकेएस का बायोटेक विभाग होगा रिसर्च में हाईटेक
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के विशाल सभागार में भव्य एवं गरिमामय कार्यक्रम में ‘‘वर्तमान में बायोटेक्नालाॅजी रिसर्च ‘‘विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। ये राष्ट्रीय सिम्पोजियम विश्वविद्यालय के बायोटेक्नालाॅजी विभाग एवं सेंटर फार रिसर्च एण्ड स्किल डेवलपमेंट के तत्वाधान में हुआ।
इन्होने प्रदान की कार्यक्रम को गरिमा
दो दिवसीय सिम्पोजियम एवं वर्कशाप के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि डाॅ. राजेश कपूर (एडवाइजर एवं विभागाध्यक्ष बायोटेक विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय,भारत शासन) के करकमलों द्वारा सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. अखिलेश पाण्डेय (चेयरमैन म.प्र. निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग) ने की। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बी.पी. सोनी ने बतौर पेट्रन उपस्थित जनों का मार्गदर्शन किया एवं विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. अशोक कुमार एवं जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के बायोटेक विभाग के अध्यक्ष प्रो. शरद तिवारी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
इन्होने किया सिम्पोजियम को संबोधित
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डाॅ. राजेश कपूर ने अपने उद्बोधन में जैव प्रौद्योगिकी के शोध क्षेत्र में व्याप्त अपार संभावनाओं के विषय में . भारत सरकार की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की एवं यह भी बताया कि भारत सरकार का विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय शोध कार्यों हेतु प्रतिवर्ष 45 हजार करोड़ रूपयों का बजट प्रदान करता है। जिसकी मदद से हम सतना जैसे स्थान का विकास बड़े पैमाने पर कर सकते हैं। अघ्यक्षीय उद्बोधन में प्रो. पाण्डेय ने निजी विश्वविद्यालय द्वारा शैक्षणिक स्तर पर किये जा रहे सुधारों के विषय में गहन रूप से व्याख्यान दिया उन्होने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब एकेएस विश्वविद्यालय प्रदेश ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना स्थान बनायेगा। कार्यक्रम में प्रो. शरद तिवारी ने अपना की-नोट लेक्चर दिया। उन्होंने जी.एम. फसलों के बारे मे बताया और कहा कि उत्पादन में अभूतपूर्व सफलता दर्ज कराई है।
ये रहे उपस्थित
इस कार्यक्रम में डीन लाइफ साइंस डाॅ. आर.पी.एस. धाकरे ने वर्तमान में बायोटेक विभाग की उपलब्धियों, सुविधाओं एवं भविष्य की योजनाओं का विस्तार से उल्लेख किया। भव्य और जानकारी भरे आयोजन के लिये एकेएस के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने विभाग को बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन विभागाध्यक्ष डाॅ. कमलेश चैरे ने कियाएवं आभार प्रदर्शनओ.एस.डी. प्रो. आर एन ़ित्रपाटी ने किया कार्यक्रम को सफल बनाने में विभाग के प्राध्यापक डाॅ. दीपक मिश्रा, डाॅ. एन.के. घोष, रेनी निगम, नाहिद उस्मानी, संध्या पाण्डेय, कान्हा सिंह तिवारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के समस्त संकायों के डा मौर्य,डाॅ. आर.एस. निगम,डाॅ. शेखर मिश्रा,डाॅ. प्रधान,डाॅ. टेकचंदानी,इंजी आर.के श्रीवास्तव,डाॅ. नीरत वर्मा के साथ प्राध्यापकगण एवं बायोटेक के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना के एक सौ दो एकड़ से ज़्यादा मे फैले विशाल हरे भरे खूबसूरत प्रांगण में महिन्द्रा फाइनेंस कम्पनी द्वारा लगातार तीसरे वर्ष पौधरोपण किया गया। शनिवार को एकेएसयू के परिसर में सुबह दस बजे चांसलर बी.पी सोनी के साथ महिन्द्रा फाइनेंस के विपिन तिवारी (रीजनल मैनेजर आॅपरेशन ) ने अशोक,अमलताश, पीपल, बड़ एवं कदम की कलमों का पौधरोपण किया। पौधरोपण महिन्द्रा फाइनेंस कम्पनी के दीप तिवारी (रीजनल रिकवरी हेड) के अथक प्रयासों से संम्पन्न हुआ।
पौधरोपण के बाद हुआ सभागार मंे कार्यक्रम
तत्पश्चात् यूनिवर्सिटी, के सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि एकेएसयू के चांसलर बी.पी सोनी ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम सबको जागरुक होकर वृक्षों का क्षय रोकना होगा ,अधिक से अधिक पौधरोपण करना होगा। पौधों को उचित महत्व देने से हमें प्रकृति के साथ रहने का आनंद प्राप्त होता है। कार्यक्रम मे विपिन तिवारी एवं बाॅयोटेक डीन डाॅ. आर.पी.एस. धाकरे ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रो. आर.एन. त्रिपाठी डीन बेसिक साइंस ने वृक्षों के महत्व पर प्रकाश डाला एवं महिन्द्रा फाइनेंस कंपनी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से चांसलर बी.पी सोनी, डायरेक्टर अमित सोनी, डाॅ. आर.पी.एस. धाकरे, प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, टी एण्ड पी एम.के. पाण्डेय ,एडमिन आॅफीसर ब्रजेन्द्र सोनी ,सूर्यप्रकाश गुप्ता के साथ महिन्द्रा फाइनेंस कम्पनी की टीम उपस्थित रही।
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना ने फूड इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नालाॅजी (3 वर्षीय डिप्लोमा एवं 4 वर्षीय बी.टेक.) कोर्स एक नई अवधारणा के साथ प्रारंभ हुआ है। यह नवीन अवधारणा है, इन्क्यूबेशन। विद्यार्थियों को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में मजबूत बनाने के लिए इन्क्यूबेशन किया जायेगा। इसके अन्र्तगत विश्वविद्यालय में 8-10 व्यवसायिक स्तर पर संचालित खाद्य प्रसंस्करण उद्योग प्रांरभ किए जायेगें। 10-15 विद्यार्थियों के समूह को एक उद्योग 1-1 1/2 महीने के लिये संचालन के लिये दिया जायेगा। इन्हें कच्चा माल की खरीददारी, भण्डारण, प्रसंस्करण, पैकेजिंग एवं बाजार में बेचने की प्रक्रिया से गुजरना होगा। इस तरह कोर्स के दौरान विद्यार्थी कुछ उद्योगों को प्रारंभ से अन्त तक संचालित करने के अनुभव ले चुका होगा। ऐसे विद्यार्थी एक दक्ष इन्जीनियर के रूप में भरपूर आत्मविश्वास के रूप में निकलेगे। इसी तारतम्य में एकेएस यूनिवर्सिटी ने तीन खाद्य प्रसंस्करण उद्योग अपने प्रांगण में खोल लिये हैं - बेकरी, सोयाबीन, प्लान्ट एवं हैमर मिल। बेकरी में जहां बन, ब्रेड, बिस्कुट, टोस्ट, पैटीस, कोक इत्यादि बनेगें वही पर सोया प्लांट में सोयाबीन से दूध, पनीर (टोफू) एवं हैमर मिल में गेहूँ से दलिया, चने से बेसन एवं कुटे मसाले निर्मित किये जायेगें।
एकेएस वि.वि के एम.बी.ए.मार्केटिग संकाय के विद्यार्थी आशीष सिंह का चयन एकेएस के ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट आफीसर एम.के. पाण्डेय के मार्गदर्शन मे एक्सिस बैंक मे बतौर एसि. मैनेजर हुआ है जिसमे विद्यार्थी को साढे तीन लाख सालाना का पैक्ज कंपनी ने आॅफर किया है आशीष ने अपने चयन के लिए एकेएस के शैक्षणिक एवं पै्रक्टिकल ज्ञान को देते हुए बताया कि एकेएस के उच्चतम शिक्षा प्रतिमानो की वजह से उसका सपना पूर्ण हुआ है वि.वि. प्रबंधन ने आशीष को उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है।
कार्यक्रम में महिला बालविकास पर्यवेक्षक साधना श्रीवास्तव, रंजना मिश्रा एवं वन्दना मिश्रा ने छात्राओं को स्तनपान से सम्बन्धित जानकारी देते हुए बताया कि माँ के दूध में ऐसा तत्व होता है जो बच्चे की आँत में लौह तत्व को बाँध लेता है और लौह तत्व के अभाव में आँत में रोगाणु पनप नहीं पाते। माँ के दूध में तत्व होते है। जो उन रोगाणु विषेष के खिलाफ प्रतिरोधात्मक तत्व बनाते है। जिन बच्चों को बचपन में पर्याप्त रूप से माँ का दूध नहीं मिलता उन्हें बचपन में होने वाले डायबिटिज की बीमारी अधिक होती है। उनमें अपेक्षाकृत बुद्धि विकास कम होता है इसलिए 6-8 महीने तक बच्चे के लिए माँ का दूध श्रेष्ठ ही नहीं जीवन रक्षक भी होता है। माँ का दूध बच्चे के लिए अमृत का वह पहला टीका है जो बच्चे की सुरक्षा करता है। इस अवसर पर छात्राओं के लिए क्विज कन्टेस्ट आयोजित किया गया जिसमें इनसे स्वास्थ्य एवं कल्याण से सम्बन्धित सामान्य ज्ञान के सामान्य ज्ञान के सवाल किये गये। और विजेता टीम को पुरस्कार स्वरूप समृति चिन्ह प्रदान किये गये। इस अवसर पर समस्त विभागों के फैकल्टी एवं छात्राऐं उपस्थित रही।
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के सभागार में “बायोटेक्नालाॅजी एवं माइक्रो बायाटकनोेलाॅजी”विभाग द्वारा विद्यार्थियों के लिए प्रवेषोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यार्थियों को बाॅयोटेक्नालाॅजी क्षेत्र के महत्व एवं कॅरियर से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ वरिष्ठजनों माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर दीप प्रज्जवलन किया गया। तत्पाष्चात् अतिथियों का स्वागत माल्यार्पण कर किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डाॅयरेक्टर अमित कुमार सोनी ने यूनिवर्सिटी आकदमिक ष्षैक्षणिक व्यवस्था पर चर्चा करते हुए छात्रों को महत्वपूर्ण जानकारियां दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने विद्यार्थियों को जैव प्रौद्योगिकी के बारे मे बताते हुए कहा कि यह एक ऐसा नया और उदयीमान अध्ययन क्षेत्र है जिसमें भविष्य में विकास की असीम संभावनाएं हैं। कार्यक्रम में डाॅयरेक्टर अमित कुमार सोनी, बाॅयोटेक डीन डाॅ. आर.पी.एस. धाकरे, डीन बेसिक सांइस प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, इंजी. आर.के. श्रीवास्तव, डाॅ. शेखर मिश्रा, डाॅ. कमलेश चैरे मंचासीन रहे।
कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए विभागाध्यक्ष डाॅ. कमलेश चैरे ने बायोटेक्नालाॅजी कोर्स में जाॅब की संभावनाओं पर बाॅयोटेक्नालाॅजी विभाग का मिशन और विजन बताते हुए संक्षिप्त विवरण दिय
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के बीकाॅम आनर्स सीएसपी के विद्यार्थियों की दूसरे चरण की आॅडिट टेªनिंग सतना स्थित इलाहाबाद बैंक की शाखाओं में प्रारंभ हुई। एसि. प्रो.विपुल शर्मा ने बताया की पहले चरण में विद्यार्थियों ने नागपुर के यवतमाल को-आपरेटिव बैंक की 82 शाखाओं में आॅडिट टेªनिंग का विस्तृत तकनीकी ज्ञान अर्जित किया था। इसी तरह अब दूसरे चरण में सतना स्थित इलाहाबाद बैंक की शाखाओं में बीकाॅम सीएसपी के विद्यार्थियों का चयन आॅडिट टेनिंग के किया गया है। जिसमें विद्यार्थियों को तीन महीने का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस दौरान विद्यार्थियों को बैंक खातो की जांच एवं बैंक से संबंधित दस्तावेजो का अध्ययन करवाया जायेगा। इसका कार्यभार चार्टेड एकाउन्टेड अतुल साडा के मार्गदर्शन मेें होगा। जिससे विद्यार्थी बैंक की कार्यप्रणाली को आसानी से समझ सकेगें।
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना में संचालित शिक्षा विभाग द्वारा तुलसीदास जंयती के अवसर पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लोकनायक गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित विभिन्न ग्रंथों में कही गई समायोपयोगी एवं मर्यादित बातों को आज के जनमानस में प्रासांगिकता हेतु चर्चा की गई। इस संदर्भ में विभागाध्यक्ष डाॅ. आरएस मिश्रा एवं फैकल्टी बीडी पटैल, शिखा त्रिपाठी, नीतासिंह, ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये। इस अवसर सभी विभागों के फकल्टीज एवं छात्र-छात्रायें उपस्थित रहंे।
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के कृषि एवं प्रोद्योगिकी विभाग के फैकल्टी अभिषेक सिंह एवं आशुतोष कुमार मौर्य ने भोपाल में ”राष्ट्रीय हिन्दी विज्ञान सम्मेलन “ में एम.पी.सी.एस.टी मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सम्मेलन में “मधुमक्खी पालन, भारतीय ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण का मिठास भरा रास्ता” विषय पर अपना पेपर प्रजेंट किया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि (विज्ञान एवं तकनीकी मंत्री मध्यप्रदेश शासन) भूपेन्द्रसिंह ठाकुर एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो.के.बी पाण्डेय(पूर्व कुलपति महात्मागांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय)ने की। इस अवसर पर (एम.पी.सी.एस.टी के डायरेक्टर जनरल) प्रो.पी.के.वर्मा एवं आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रो.अखिलेश पाण्डेय की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। सम्मेलन में देश की ख्यात्नाम यूनिवर्सिटी से आये विषय विशेषज्ञों ने हिन्दी भाषा को विज्ञान से जोडकर कैसे आगे बढाया जाये इस बात पर जोर दिया। यहां मध्यप्रदेश की विभिन्न यूनिवर्सिटी से आये लगभग 145 वैज्ञानिक रिसर्चस ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये।
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना को प्रतिष्ठापूर्ण ‘‘एशिया इंटरनेशनल अचीवर्स एवार्ड इन एज्यूकेशलन एक्सीलेंस’’ पुरस्कार 2014 से नवाजा गया । यह इंटरनेशनल सेमिनार काठमान्डू नेपाल में 02 अगस्त, 2014 को आयोजित हुआ । एकेएस यूनिवर्सिटी के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी को नेपाल के उद्योग मंत्री कर्ण बहादुर थापा द्वारा गरिमामय समारोह मे सम्मान प्रदान किया गया। सेमिनार ‘‘इकोनाॅमिक ग्रोथ सोसायटी आॅफ इंडिया’’ द्वारा आयोजित हुआ । एकेएसयू के शैक्षणिक एक्सीलेंस के महत्वपूर्ण क्षे़त्र हैं स्टूडेन्ट में सेल्फ मैनेजमेंट, इमपावर्नमेंट, जिम्मेदारी व शिक्षा की उन्नत प्रणाली से अवगत होना इन्हीं महत्वपूर्ण गुणो के विकास के साथ एकेएस में शिक्षा व संस्कारों की सीख दी जाती है जिससे विद्यार्थियों का मानसिक व शैक्षणिक विकास होता है।
नेपाल के उपराष्ट्रपति ने दिया इंडो नेपाल सद्भावना एवार्ड-2014
एकेएस मे नेपाल के साथ देश के 16 राज्यों केन्द्र शासित प्रदेशों एवं म.प्र. के 39 जिलों के विद्यार्थी अध्ययनरत है ‘‘राष्ट्र एक है और हम सब एक है‘‘ं कि तर्ज पर एकेएसयू मे सोशल हार्मनी व ब्रदरहुड की अनोखी मिसाल देखने को मिलती है और इसी विशिष्टता के मद्देनजर एकेएस के चेयरमेन अनंत सोनी को इंडो नेपाल सद्भावना एवार्ड-2014 से नेपाल के उपराष्ट्रपति परमानन्द झा द्वारा उपराष्ट्रपति निवास में सम्मानित किया गया
ये गणमान्य अतिथि रहे उपस्थित
एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना को ‘‘एशिया इंटरनेशनल अचीवर्स एवार्ड इन एज्यूकेशलन एक्सीलेंस एवार्ड-2014’’ नेपाल के उद्योग मंत्री कर्ण बहादुर थापा द्वारा प्रदान किया गया। एवार्ड प्राप्त करने की होड़ में देश के और नामी गिरामी संस्थान रहे लेकिन ज्यूरी मैम्बर्स द्वारा एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना के एज्यूकेशनल एक्सीलेंस पर मुहर लगाई गई। यूनवर्सिटी, द्वारा विगत वर्षो में शिक्षा जगत मे किये गए अंतरराष्ट्रीय उन्नतिशील मानको के आधार पर शिक्षा के लिए प्रदान किया गया। इस अवसर पर जनरल सेक्रेटरी सीपीएन-एमएल नेपाल सी.पी मैनाली, पूर्व सी.बी.आई. डाॅयरेक्टर (फोरेसिंक) मि. वी0एन0 सहगल की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। वि.वि. प्रबंधन को शैक्षणिक उन्नति के उच्चतम प्रतिमानो की शैली की वजह से चहुॅओर प्रशंसा मिल रही है क्योंकि वि.वि. की शैक्षणिक प्रणाली में नवीनता के साथ प्राचीन विशिष्टताओं का अनूठा समावेश है जिसमें आध्यात्म की शिक्षा शामिल है।
2014 की यह रही चैथी बड़ी उपलब्धि इसके पूर्व एकेएस विश्वविद्यालय को 27 मई को ‘‘एक्सीलेंट प्राइवेट यूनिवर्सिटी एवार्ड इन म0प्र0-2014’’ एवं 19 जुलाई को ‘‘बेस्ट यूनिवर्सिटी इन आई इन्फ्रास्ट्रक्चर-2014’’ के साथ ‘‘एशिया इंटरनेशनल अचीवर्स एवार्ड इन एज्यूकेशलन एक्सीलेंस’’ और चैथा महत्वपूर्ण एवार्ड ‘‘इंडो नेपाल सद्भावना एवार्ड-2014’’ रहा। इसी के साथ विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न संकायों में नेपाल के विद्यार्थी भी अध्ययनरत है। इंटरनेशनल क्षितिज पर अपनी उत्कृष्टता दर्ज करा रहे एकेएस यूनिवर्सिटी के वैश्विक परिदृश्य में शैक्षणिक उन्नति का प्रतिफल नेपाल के वृहद कार्यक्रम के दौरान मिला यह एवार्ड है। एकेएस के कुलाधिपति ने वि.वि. की उपलब्धि पर सभी की लगन एवं मेहनत की तहेदिल से तारीफ की व सभी को बधाइयाॅ दी है।