दीनदयाल शोध संस्थान रहा भ्रमण का केन्द्र
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना के ‘‘फार्मेसी ’’ के छात्रों ने ‘‘दीनदयाल शोध संस्थान’’ चि़त्रकूट का एक दिवसीय भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने यहाॅ कि आयुर्वेदिक फार्मेसी लैब में औषधीय निर्माण की विभिन्न विधियों को बारीकी से समझा ।
जो सुना था वो करीब से जाना
नाना जी देशमुख की कर्मस्थली चित्रकूट में संचालित दीनदयाल शोध संस्थान में गौशाला, टकशाल, रसशाला, हर्बल गार्डन, फार्मेसी लैब, बाॅयोगैस जैसी विभिन्न इकाईयां कार्यरत है। विद्यार्थियों ने भ्रमण के दौरान सभी इकाईयों का भ्रमण कर महत्वपूर्ण जानकारियां एकत्रित की।
लेक्चर रहे ज्ञानवर्धक
विद्यार्थियों को सांइटिस्ट डाॅ. मनोज त्रिपाठी, डाॅ. विजय सिंह, डाॅ. आर.एल.एस. शिरकवार ने हर्बल टेक्नालाॅजी कल्टीवेशन, कलेक्शन, आयुर्वेदिक प्रिपरेशन, जैसे विषयों पर व्याख्यान दिये। जिससे विद्यार्थियों को मानव शरीर के लिए लाभदायक एवं गुणकारी औषधियों से सम्बन्धित तकनीकी ज्ञान अर्जित हुआ। विद्यार्थियों ने हर्बल गार्डन और फार्मेसी लैब के भ्रमण के दौरान बाॅयोगैस एवं केचुआ खाद बनाने की विधि एवं हर्बल आयुर्वेद से सम्बन्धित प्राचीन एवं नवीन पद्धतियों का निरीक्षण किया।
विद्याथयों ने किया देवस्थानों का दर्शन
विद्यार्थियों ने रामदर्शन, कामतानाथ, हनुमान धारा के भी दर्शन किये। विद्यार्थियों के समूह के साथ प्राचार्य प्रो. सूर्य प्रकाश गुप्ता ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया।