07-08-17 एकेएसयू मंे ब्रेस्ट फीडिंग पर सेमिनार
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कार्यक्रम में महिला बालविकास पर्यवेक्षक साधना श्रीवास्तव, रंजना मिश्रा एवं वन्दना मिश्रा ने छात्राओं को स्तनपान से सम्बन्धित जानकारी देते हुए बताया कि माँ के दूध में ऐसा तत्व होता है जो बच्चे की आँत में लौह तत्व को बाँध लेता है और लौह तत्व के अभाव में आँत में रोगाणु पनप नहीं पाते। माँ के दूध में तत्व होते है। जो उन रोगाणु विषेष के खिलाफ प्रतिरोधात्मक तत्व बनाते है। जिन बच्चों को बचपन में पर्याप्त रूप से माँ का दूध नहीं मिलता उन्हें बचपन में होने वाले डायबिटिज की बीमारी अधिक होती है। उनमें अपेक्षाकृत बुद्धि विकास कम होता है इसलिए 6-8 महीने तक बच्चे के लिए माँ का दूध श्रेष्ठ ही नहीं जीवन रक्षक भी होता है। माँ का दूध बच्चे के लिए अमृत का वह पहला टीका है जो बच्चे की सुरक्षा करता है। इस अवसर पर छात्राओं के लिए क्विज कन्टेस्ट आयोजित किया गया जिसमें इनसे स्वास्थ्य एवं कल्याण से सम्बन्धित सामान्य ज्ञान के सामान्य ज्ञान के सवाल किये गये। और विजेता टीम को पुरस्कार स्वरूप समृति चिन्ह प्रदान किये गये। इस अवसर पर समस्त विभागों के फैकल्टी एवं छात्राऐं उपस्थित रही।