
कला और संस्कृति है हमारी सजीव धरोहर-अनंत सोनी,प्रो.चांसलर,एकेएस वि.वि.
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में शनिवार को स्पंदन-2018 के कार्यक्रम प्रस्तुतकर्ता प्रतिभागियों को उनके उल्लेखनीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रस्तुतिकरण के लिए सम्मानित किया गया। कलाकारों को सर्टिफिकेट वितरण किए गए।सादे किंतु गरिमामय कार्यक्रम के दौरान मंच से उनको सम्मानित किया गया जिन्होंने स्पंदन-2018 को अकल्पनीय, अद्भुत, अविस्मरणीय, अद्वितीय, ऐतिहासिक बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोडी थी। पल-पल, छिन-छिन घडी की टिक-टिक के साथ कार्यक्रमों का कारवाॅ मंच पर आता रहा और आज भी वि.वि. की वेबसाइट पर लगातार देखा जा रहा है, पसंद किया जा रहा है वि.वि. के प्रो.चांसलर अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी, डाॅ.हर्षवर्धन, प्रो.आर.एन त्रिपाठी, डाॅ.जी.के.प्रधान, प्रेा.जी.सी.मिश्रा, प्रो.जी.पी.रिछारिया के हाथेां वि.वि. के उन कलाकार प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया जिन्होंने स्पंदन- 2018 को बेहद खास बनाया। अपने गीत,संगीत,नाटक,ध्वनि,पात्र,चरित्र चित्रण और कलमकारी के हुनर और डायरेक्सन के जुदा अंदाजे-ए-बयाॅ, एंकरिंग की जलवा नुमाइश,दर्शकों की खुशी की चीख, यादों के रुप में कुछ क्लिपिंग जब पावर प्वाइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से स्क्रीन पर दिखीं तो ऐसा लगा जैसे कुछ अपना सा फिर घटित होने लगा। सजे-धजे मंच पर वि.वि. की विशिष्ट जनों के बीच गणेश वंदना,आर.के.व्यायज,वन्दे मातरम,मालकिन उपासे हैं,सोलो डांस,पंजाबी डांस,देवी नृत्य,अजि सर्वत्र वर्जयेत,आरंभ,बचपन से पचपन,वार एण्ड पीस,फेस्टिवल शो,स्कैरी डांस,हनुमान चालीसा,आॅख चल गई,मिले सुर मेरा तुम्हारा,फैशन-शो,एमजे-5,दुर्गा स्तुति, माइम, जल ही जीवन है, ट्रिब्यूट टू श्रीदेवी, ढिंचक डांस, केदारनाथ और जनगणमन के निदेशकों के साथ प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। सभागार में तालियों के मस्त माहौल के बीच कलाकार सम्मानित होते रहे और यादों के कोठार से स्मृतियों के दीप प्रज्वलित होते रहे। स्पंदन प्रतिभा सम्मान समारोह कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को उनकी मेहनत,लगन और लगन से किए गए कार्यो के लिए प्रशंसा की गई।