• Home
    Home This is where you can find all the blog posts throughout the site.
  • Categories
    Categories Displays a list of categories from this blog.
  • Archives
    Archives Contains a list of blog posts that were created previously.

b2ap3_thumbnail_unnamed-3_20170408-063230_1.jpgb2ap3_thumbnail_unnamed_20170408-063233_1.jpg

एकऐस विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित शिक्षा विभाग के छात्राध्यापकों का शैक्षणिक भ्रमण धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थानों की जानकारी के उद्देश्य से एवं छात्रों की शिक्षण की पर्यटन विधि से रूबरू व्यवहारिक ज्ञान कराने हेतु 27 मार्च को रखा गया। इसमें डीएलएड एव ंबी.एड. के छात्राध्यापकों ने धार्मिक स्थल जटाशंकर एवं ऐतिहासिक स्थल खजुराहो का छात्राध्यापकों ने समुदाय के साथ कार्य करने की विधि एवं शिक्षण की पर्यटन विधि का ज्ञान जटाशंकर में एक सेमिनार का आयोजन कर दिया गया। ऐतिहासिक स्थल खजुराहो में छात्रों ने वास्तु कला का सुन्दर नमूना देखकर एक नुक्कड़ नाटक का भी मंचन किया। संगीत की स्वर लहरियों ने समा बांधा दिया शिखा त्रिपाठी ने छात्रों का उत्साहवर्धन किया ,डाॅ. बी.डी. पटेल ने यात्रा को मनोरंजक बनाते हुए प्रेरणा दी कि मनोरंजनपूर्ण शिक्षा से ही शिक्षण कार्य प्रभावी हो सकता है। अनुरुद्ध कुमार गुप्ता ने छात्राध्यापकों को ऐतिहासिक स्थलों की सारगर्भित अभिप्राय एवं महत्व के बारे में जानकारी प्रदान की। धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थल का आंखों देखा हाल का संस्मरण लिखने के लिये कहा गया और एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। इस प्रकार पूरे शैक्षणिक भ्रमण का छात्राध्यापकों ने मौज मस्ती पूर्ण आनन्द लिया तथा जानकारियां भी प्राप्त कीं। शैक्षणिक भ्रमण का नेतृत्व विभागाध्यक्ष डाॅ. आर.एस. मिश्रा ने किया।

मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना

Hits: 1541
0

b2ap3_thumbnail_unnamed-1_20170403-063035_1.jpgb2ap3_thumbnail_unnamed-2_20170403-063037_1.jpgb2ap3_thumbnail_unnamed_20170403-063038_1.jpg
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के सीमेन्ट टेक्नाॅलाॅजी विभाग द्वारा प्रिज्म सीमेंन्ट फैक्ट्री मे एक अभिनव टेªनिंग प्रदान की गई। पोर्टलैण्ड सीमेन्ट मैन्युफैक्चरिंग टेक्नाॅलाॅजी पर टेªनिंग लेने वालों ने इसे सीखने का बेहतरीन अनुभव बताया। तीन महीने का कन्डेस्ड ट्रेनिंग प्रोग्राम 2 जनवरी से 31 मार्च तक प्रदान किया गया। उल्लेखनीय है कि प्रिज्म सीमेन्ट सतना द्वारा ‘‘बेस लोड वर्क फोर्स‘‘ पर ट्रेनिंग प्रदान करने की मांग की गई थी जिसमें प्रिज्म सीमेन्ट के 35 वर्क फोर्स ने हिस्सा लिया यह सभी वर्कफोर्स प्रिज्म सीमेन्ट के विभिन्न सेक्टर से हैं ‘‘पोर्टलैण्ड सीमेन्ट मैन्युफैक्चरिंग टेक्नाॅलाॅजी पर ट्रेनिंग प्रदान करते हुए एकेएस वि.वि. के सीमेंन्ट टेक्नाॅलाॅजी के डायरेक्टर प्रो जी.सी. मिश्रा ने बताया कि तीन महीने के ट्रेनिंग सत्र के दौरान ‘‘माॅर्डन प्रैक्टिसेस इन मैन्युफैक्चरिंग आॅफ पोर्टलैण्ड सीमेन्ट पर जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्रिज्म सीमेन्ट फैक्ट्री की तरफ से भवन्स प्रिज्म स्कूल में बृहद कार्यक्रम आयोजित करके टेªनिंग कार्यक्रम के सहभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस मौके पर डी.एन. स्वैन,सीनियर प्रेसीडेन्ट एच.आर.एम.,एडमिन मनोज कुमार झा.,एस.के. झा,सीनियर प्रेसीडेन्ट,टेक्निकल, एन. दास, टेक्निकल वाइस प्रेसीडेन्ट एचआरडी ,मि. कपूर, जी.एम. क्वालिटी कन्ट्रोल राजेश कुमार असिस्टेंट जनरल एचआरडी एवं एकेएस विवि की तरफ से डाॅ. पी.के. बनिक, कुलपति एकेएसयू, डाॅ. हर्षवर्धन, प्रतिकुलपति, डाॅ. आर.एन.त्रिपाठी,प्रो. जी.सी. मिश्रा, फैकल्टी पियूष गुप्ता ने सहभागिता दर्ज कराई। इनोवेटिव ट्रेनिंग प्रोग्राम की सफलता के बाद प्रिज्म फैक्ट्री की तरफ से भविष्य मे और ट्रेंिनंग प्रोग्राम आर्गनाइज करने की मांग की गई है। प्रो. मिश्रा ने बताया कि ट्रेनिंग से कार्यकुशलता और क्षमता दोनों में वृद्धि होती है।यह सम्भवतः भारतवर्ष की पहली आर्गनाइज ट्रेनिंग है जो बेस लेबल वर्कर्स के लिये रखी गई जिसके काफी सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए। कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों के अनुभव काफी सकारात्मक रहे।इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम की माॅग अन्य सीमेंन्ट औद्योगिक प्रतिष्ठानों द्वारा भी की जा रही है।

मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना

Hits: 1545
0

b2ap3_thumbnail_unnamed_20170330-050721_1.jpgb2ap3_thumbnail_unnamed_20170330-050723_1.png
सतना। 28 मार्च, एकेएस विश्वविद्यालय सतना के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में अध्ययनरत् युवा एवं प्रतिभाशाली इंजीनियर्स श्री अनुसुइया प्रताप सिंह परिहार एवं श्री देवीलाल सिंह परिहार एकेएस वि.वि. में छठे सेमेस्टर के छात्र है इनके द्वारा लिखे गए ‘‘माॅडलिंग एंड आस्टिमाइजेशन आॅफ हाइब्रिड मेटल में मैट्रिक्स कंपोजिस्ट यूजिंग ए.एन.एन.एंड पी.एस. ओ. एक्सोक्सिमेशन‘‘ शीर्षक से मौलिक अनुसंधान पत्र का चयन मेटाह्यूरिटिक्स एंव स्वार्य इंटेलिजेंस द्वारा हाॅगकांग में आयोजित अंतरराष्ट्रीय तकनीकी गोष्ठी आई.एम.एस.आई- 2017 इंटेलेजेंस कान्फ्रेन्स आॅन इंटेलिजेण्ट सिस्टम एनाइजर हेतु किया गया है।यह गोष्ठी 25 मार्च से प्रारंभ है। इस अति प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय तकनीकी आयोजन में सम्मिलित होने के लिए डाॅ. पंकज श्रीवास्तव, विभागाध्यक्ष, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के नेतृत्व में दोनों मेधावी युवा इंजीनियर्स सतना से हाॅगकांग के लिए रवाना हो चुके है। इस गौरवमयी अवसर पर वि.वि. परिवार एवं सुधीजनों ने प्रस्थान कर रहे दल के सभी सदस्यों की सफलता की कामना करते हुए हार्दिक प्रसन्नता के साथ शुभकामनाएँ प्रदान की है गोरतलब है कि इनके पिता नागौद स्थिति शासकीय विद्यालय के शिक्षक श्री बालेन्द्र प्रताप सिंह है उन्होने छात्रों की सफलता का श्रेय वि.वि. की समुन्नत शिक्षा प्रणाली एवं शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन को दिया है।



 

Hits: 1592
0

b2ap3_thumbnail_unnamed-1_20170330-050054_1.jpgb2ap3_thumbnail_unnamed-2_20170330-050056_1.jpgb2ap3_thumbnail_unnamed-3_20170330-050058_1.jpgb2ap3_thumbnail_unnamed-4_20170330-050100_1.jpgb2ap3_thumbnail_unnamed_20170330-050102_1.jpg

भारत सरकार के माइनिंग के उच्च पद पर आसीन मि. रंजन सहाय (कंट्रोलर जनरल इण्डियन ब्यूरो आॅफ माइंस) के उच्च पदाधिकारी वर्ष 2017 के वेस्ट इनोवेटिव युनिवर्सिटी आॅवार्ड 2017 से पुरस्कृत एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार में पहुॅचे और एकेएस विश्वविद्यालय की विजिट की। उन्हांेने कहा कि वि.वि. के विकास को देखकर सहज ही कहा जा सकता है कि इसका संचालन प्रबुद्व और कुशल लोगों के हाथों में है जिससे वि.वि.निरंतर सफलता के नए सोपान तय कर रहा है।कार्यक्रम मंे अतिथि परिचय देते हुये डाॅ. जी.के. प्रधान ने कहा कि मि. सहाय का विश्वविद्यालय में आगमन विन्ध्य क्षेत्र और माइनिंग के लिए गौरव की बात है। मि. सहाय का स्वागत करते हुये अनंत कुमार सोनी, चेयरमैन ने कहा कि एकेएस विश्वविद्यालय को देश की प्रतिष्ठित युनिवर्सिटी बनाना उनका सपना है और रंजन सहाय जी का वि.वि. में आना वि.वि. के लिए गौरव का विशिष्ट क्षण हैं।
एकेएस विश्वविद्यालय के माइंनिंग के विद्यार्थियों को मिलेगा देश के प्रतिष्ठित शासकीय प्रतिष्ठानों में प्रशिक्षण
मि. रंजन सहाय ने कहा कि विश्वविद्यालय माइंनिंग के क्षेत्र में निरंतर उच्च प्रतिमानो की तरफ अग्रसर है। अपने व्याख्यान के दौरान उन्होने आई.बी.एम. के विभिन्न विभागो की कार्य प्रणाली नियम एवं कायदे, माइंस के साइज, माइंस के प्रकार, माइंस में उपयोग होने वाली कार्य प्रणाली, माइंनिंग विभिन्न रिर्सोसेज पर एक कुशल शिक्षक की तहर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रंजन सहाय ने कहा कि छोटी-छोटी चीजे मिलकर बड़ा आकार ग्रहण करती है। जैसे एकेएस विश्वविद्यालय ने अब शिक्षा के क्षेत्र में वटवृक्ष का रूप धारण कर लिया है।उल्लेखनीय है कि एकेएस विश्वविद्यालय में माइंनिंग संकाय सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है और पासआउट छात्र देश-विदेश में कार्य कर वि.वि. का नाम रोशन कर रहे हैं। एकेएस विश्वविद्यालय के माइंनिंग के विद्यार्थियों की लगन और अनुशासन की उन्होने प्रशंशा की और कहा कि देश के प्रतिष्ठित शासकीय प्रतिष्ठानों में विद्याथ्रियों को प्रशिक्षण मिले उनका सदैव सहयोग प्राप्त होगा।
प्रकृति का दोहन न करें इसे संतुलित रखने के हों प्रयास
व्याख्यान के अंत में विभिन्न रीजन के माइंनिंग विशेषज्ञो को सम्बोधित करते हुये रंजन सहाय ने कहा कि प्रकृति का सानिध्य प्राप्त करते हुये यह ध्यान रखना जरूरी है कि हम प्रकृति का दोहन मानवीय पहलुओ को दृष्टिगत रखते हुये करे, जिससे प्राकृतिक असंतुलन न पैदा हो। छात्रों को संबोधित करते हुये उन्होने कहा कि आप सभी को टेक्नोलाॅजी की बेहतर समझ विकसित करनी चाहिए। माइनिंग के नए एप्स विकसित करने की कोशिश करे और माइनिंग की नकारात्मक भ्रांतियों को दूर करते हुये लोगो के जहन में माइनिंग एवं माइनिंग इंजीनियर्स की छवि बेहतन बनाये।
इनकी उपस्थिति रही खास
कार्यक्रम के दौरान प्रो. पारितोष के. बनिक, कुलपति एकेएस वि.वि., अनंत कुमार सोनी, चेयरमैन अशीम कुमार चट्टोपाध्याय, बिरला सीमेंट, सूरज गुप्ता, रिलायंस सीमेंट माइंस, अशोक सिंह, सतना सीमेंट, रजनीश पुरोहित, जबलपुर रीजन माइंस, प्रो. आर.एस. त्रिपाठी, प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, इंजी. डीन डाॅ. जी.के. प्रधान, प्रशासक आर.के. श्रीवास्तव, मि. मिततल, डाॅ. वी.के. मिश्रा, डी.एस. माथुर, दास गुप्ता, बी.एस. तिवारी, आनंद पाण्डेय, मनीष अग्रवाल ,दीप्ती शुक्ला के साथ विश्वविद्यालय के माइनिंग संकाय के छात्र-छात्राऐं खचा-खच भरे सभागार में उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय की विकास यात्रा एवं मूल्य आधारित शिक्षा की जानकारी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने दी। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को मोमेन्टो प्रदान किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ।कार्यक्रम का संचालन प्रज्ञा ने किया।

Hits: 1444
0

b2ap3_thumbnail_unnamed-1_20170327-090917_1.jpgb2ap3_thumbnail_unnamed-2_20170327-090919_1.jpgb2ap3_thumbnail_unnamed-3_20170327-090921_1.jpgb2ap3_thumbnail_unnamed_20170327-090923_1.jpg
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् भोपाल म.प्र. के वित्तीय सहयोग से रिसंेट एडवासेंस इन जिनोमिक्स एवं बाॅयोइन्फार्मेटिक्स विषय पर केन्द्रित सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का सफल आयोजन का भव्य समापन वि.वि. के सभागार में किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. अखिलेश पाण्डेय, चेयरमैन म.प्र. निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग, भोपाल के द्वारा की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. आर.सी. दुबे अधिष्ठाता, जीवन विज्ञान संकाय गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार, विशिष्ट अतिथि डाॅ.पवन जुटूर अंतरर्राष्ट्रीय अनुवांशिक अभियांत्रिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी संस्थान नई दिल्ली, प्रो. पी.के. बनिक कुलपति एकेएस विश्वविद्यालय, सतना एवं इंजीनियर अनंत कुमार सोनी चेयरमैन, एकेएस विश्वविद्यालय सतना रहें। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. आर.सी. दुबे ने अपने उद्बोधन के दौरान माइक्रोबियल डायवर्सिटी के महत्व एवं अनुप्रयोगों के विषय में विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया एवं छात्र-छात्राओं को शोध के नए पहलूओं से अवगत कराया तथा विभाग को इस कार्यशाला के सफल आयोजन हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डाॅ. पवन जुटूर जी ने आधुनिक समय के शोध प्रारूप में एलगल जिनोमिक्स एवं बाॅयोइन्फार्मेटिक्स के संयुक्त समाकलन के सम्बन्ध में अपने वक्तव्य के माध्यम से महत्वपूर्ण बिन्दुओं को चिन्हित करते हुए विभाग को इस दिशा में कार्य करने हेतु प्रेरित किया। विश्वविद्यालय के मान्नीय कुलपति महोदय प्रो. पी.के. बनिक जी ने विभाग को कार्यक्रम क सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए मध्यप्रदेश ही नहीं वरन् भारत के विभिन्न सुप्रतिष्ठित शोध संस्थानों से पधारे हुए अतिथियों के वक्तव्यों का प्रत्यक्ष रूपान्तरण करने का सन्देश छात्र-छात्राओं को दिया। विश्वविद्यालय के मान्नीय चेयरमैन इंजी. अनंत कुमार सोनी जी ने विभाग की उत्तरोत्तर उन्नति हेतु शुभकामना प्रेषित करते हुए शोध की नवीनतम् ऊँचाइयों की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया एवं यह भविष्य में विभाग में शोध से सम्बन्धित गतिविधियों में निरन्तर अग्रसर होने आह्वान किया। कायक्रम के अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो. अखिलेश पाण्डेय, चेयरमैन म.प्र. निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग, भोपाल जी ने विभाग को मध्यप्रदेश के प्रथम माइक्रोबियल कलेक्शन संेटर रूप में विकसित करने की घोषणा की साथ ही विभाग में रोग परीक्षण एवं विश्लेषण इकाई को स्थापित करने की स्वीकृति प्रदान की जिससे भविष्य में चिकित्सकों को विभिन्न असाध्य बीमारियों के निदान हेतु मदद मिल सकेगी तथा सूक्ष्म जीवों के आईडेंटीफिकेशन एंटी बायोटिक सेंसिटीविटी परीक्षण के पाश्चात् पर्सनालाइज्ड मेडिसिन के विकास के द्वारा सम्पूर्ण मानव जाति के लिए रोग प्रतिरोधकता एवं निदान के क्षेत्र में आभूतपूर्व सहयोग मिल सकेंगा। अतिथियों का स्वागत प्रो. आर.एन. त्रिपाठी के द्वारा कराया गया कार्यक्रम का प्रतिवेदन आॅर्गनाईजिंग सेक्रेटरी डाॅ. कमलेश चैर के द्वारा प्रस्तुत किया गया। मंच संचालन डाॅ. दीपक मिश्रा द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथियांे के द्वारा कार्यशाला के प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। अतिथियों को मोमेन्टो भी प्रदान किए गए।

Hits: 1442
0