सतना। सेमिनार ‘‘परिवर्तन-2014‘‘ एक बार फिर विश्वविद्यालय के द्वारा विद्यार्थियों के सम्मान तथा भविष्य मंे बदलते अवसरों पर 26 जुलाई को आयोजित किया जा रहा है। सेमिनार में शहर के विद्यार्थियों को एकेएस विश्वविद्यालय द्वारा सम्मानित किया जाएगा साथ ही एकेएस विश्वविद्यालय में चल रहे बी.काॅम. आॅनर्स सी.एस.पी., कैप एवं अन्य कोर्सेंस की जानकारी दी जाएगी। वि.वि. प्रबंधन ने सतना जिले के सभी सी.ए, सी.एस. एवं काॅमर्स संकाय के विद्यार्थियों को एकेएस यूनिवर्सिटी के इस कैरियर ओरिएण्टेड सेमिनाॅर मे भाग लेने का परामर्श दिया है जिससे कॅरियर के नए आयाम खुलेंगें।
सतना। ऐकेएस यूनिवर्सिटी सतना में कैम्पस ड्राइव का आयोजन 25 जुलाई 2014 को किया जाना है। जिसमें एकेएस यूनिवर्सिटी सतना एवं राजीव गांधी ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशन्स के विद्यार्थी भी भाग लेगें। कैम्पस ड्राइव में एएडीईसीओ कंपनी विद्यार्थियों का चयन करेगी। मेगा कैम्पस में एमबीए,बीबीए,बी़ काम ,बीसीए, इंजीनियरिंग डिप्लोमा होल्डर्स (मैकेनिकल/इलेक्ट्रिकल) संकायों के विद्यार्थी भाग लेगें । प्रतिभागी छात्र कैम्पस ड्राइव में भाग लेने के लिये अपने दस्तावेज भी लायें जिनमे रेज्यूमे दो, फोटोग्राफ चार, आईडीप्रूफ ,काॅलेज आईडी ,अटेस्टेड मार्कशीटस, काॅलेज डेªस कोड आवश्यक है।
दीनदयाल शोध संस्थान रहा भ्रमण का केन्द्र
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना के ‘‘फार्मेसी ’’ के छात्रों ने ‘‘दीनदयाल शोध संस्थान’’ चि़त्रकूट का एक दिवसीय भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने यहाॅ कि आयुर्वेदिक फार्मेसी लैब में औषधीय निर्माण की विभिन्न विधियों को बारीकी से समझा ।
जो सुना था वो करीब से जाना
नाना जी देशमुख की कर्मस्थली चित्रकूट में संचालित दीनदयाल शोध संस्थान में गौशाला, टकशाल, रसशाला, हर्बल गार्डन, फार्मेसी लैब, बाॅयोगैस जैसी विभिन्न इकाईयां कार्यरत है। विद्यार्थियों ने भ्रमण के दौरान सभी इकाईयों का भ्रमण कर महत्वपूर्ण जानकारियां एकत्रित की।
लेक्चर रहे ज्ञानवर्धक
विद्यार्थियों को सांइटिस्ट डाॅ. मनोज त्रिपाठी, डाॅ. विजय सिंह, डाॅ. आर.एल.एस. शिरकवार ने हर्बल टेक्नालाॅजी कल्टीवेशन, कलेक्शन, आयुर्वेदिक प्रिपरेशन, जैसे विषयों पर व्याख्यान दिये। जिससे विद्यार्थियों को मानव शरीर के लिए लाभदायक एवं गुणकारी औषधियों से सम्बन्धित तकनीकी ज्ञान अर्जित हुआ। विद्यार्थियों ने हर्बल गार्डन और फार्मेसी लैब के भ्रमण के दौरान बाॅयोगैस एवं केचुआ खाद बनाने की विधि एवं हर्बल आयुर्वेद से सम्बन्धित प्राचीन एवं नवीन पद्धतियों का निरीक्षण किया।
विद्याथयों ने किया देवस्थानों का दर्शन
विद्यार्थियों ने रामदर्शन, कामतानाथ, हनुमान धारा के भी दर्शन किये। विद्यार्थियों के समूह के साथ प्राचार्य प्रो. सूर्य प्रकाश गुप्ता ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया।
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना के फूड इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नालाॅजी के खाद्य उद्योग प्रांगण में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने अशोक,अमलताश, पीपल, बड़, फाकड़ एवं कदम के पौधों का वृक्षारोपण किया।
वृक्षारोपण के बाद हुआ सभागार मं कार्यक्रम
तत्पश्चात् यूनिवर्सिटी, के सभागार में सादगी पूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने अपने उद्बोधन में कहा कि जो पौधे हमने पिछले वर्ष लगाए थ, धीरे-धीरे पेड़ो की शक्ल ले रहे है। यही हमारी असली विरासत है, जो हम आने वाली स्वस्थ्य पीढ़ियों के लिए सौपेगें। धन, संपदा, पद और प्रतिष्ठा को मनीषियों ने नश्वर कहा है। लेकिन प्राकृति की विरासत शाश्वत है इसे बनाये रखना सबका कर्तव्य है। हमारे पूर्वजों ने इसका मूल्य समझा इसलिए जल में, वृृक्षों में देवताओं की कल्पना की गई और धरती को माँ कहा गया।
इस अवसर पर फूड इंजीनियरिंग टेक्नालाॅजी के डायरेक्टर डाॅ. सी.के. टेकचन्दनी ने कहा कि एक दरख्त वह अपनी शाखों को मूक परिन्दों के घरोदे बनाने के लिए बाँहो की तरह फैला देता है उसकी हर कोपल और पत्ती प्राण वायु देती है। फल हमारा पोषण करते है। गहरी जड़े जमीन के भीतर पानी की हर बूद और उपजाऊ मिट्टी के हर कण को बाँधे रखती है। वृक्ष घर के गरिमामय बुजुर्ग जैसे है सबका ध्यान रखते है वे सबका शुभ ही उनका एकमात्र उद्देश्य है इसी कड़ी में एन.एस.एस. प्रभारी डाॅ. महेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि पौधे धरती का जेवर है पौधों के इस मौसम को एक पवित्र अनुष्ठान बनायें, एक पौधा लगाये। इस अवसर पर समस्त विभागों के विभागाध्यक्ष एवं फैकल्टी उपस्थित रहे।
कैम्पस ड्राइव में 21 छात्रों का हुआ चयन
सतना। एकेएसयू विद्यार्थियों को बेहतर स्कोप, अकादमिक डिग्री और साफ्ट स्किल्स के अलावा जाॅब भी उपलब्ध करवाती है।इस परिपेक्ष्य में यूनिवर्सिटी में भारत की नामचीन कम्पनी रिलायंस एचआर प्रा.लि.ने कैम्पस ड्राइव का आयोजन किया जिसमें विद्यार्थियों ने भारी उत्साह से सहभागिता दर्ज कराई। कम्पनी के अधिकारियों ने विद्यार्थियों के इनोवेशन, मोटीवेशन स्किल्स, इंटर पर्सनल स्किल्स, लर्निंग स्किल्स, क्रियेटिव थिंकिंग एवं प्राबलम साल्विंग स्किल के नाॅलेज को परखा और तहे दिल से सराहना की।
एकेएस में नई उम्मीदों का जाॅब फेयर
नौकरी तलाशने के बदलते तरीकों के साथ ही वर्तमान मे अब नियुक्ति के ढंग में भी बदलाव आया है ऐसे में विद्यार्थियों की महत्वपूर्ण जाॅब ट्रेंड्स की जानकारी वर्तमान प्रोफेशनल जीवन में सफलता के साथ मनचाही कंपनी में जाॅब हासिल करने में भी मदद करती है। भारत की नामचीन कम्पनी रिलायंस एचआर प्रा.लि. के अधिकारी विनीत सिंह एवं जीतेन्द्र नामदेव नेे विद्यार्थियों का एप्टीट्यूट टेस्ट एवं ग्रुप डिस्कशन के साथ पर्सनल इंटरव्यू लिया। कैेम्पस ड्राइव मे एमबीए, बीबीए, बी.काॅम., बी.एससी. आईटी के लगभग 150 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
विद्यार्थियों का हुआ फाइनल सलेक्शन
कैेम्पस ड्राइव सम्पन्न होने पर कंपनियों के अधिकारियों ने बताया कि जिन विद्यार्थियों को शार्ट लिस्टेड किया गया है। उन्हे कम्पनी की विभिन्न शाखाओं जबलपुर, इन्दौर, भोपाल, छत्तीसगढ़, सतना क्षेत्र में मार्केटिंग एक्सक्यूटिव एवं फाइनेंसियल सिक्योरिटी आॅफीसर के पद पर रिक्रूट किया जायेगा। चेयरमेन अनंत कुमार सोनी ने चयनित विद्यार्थियों को बधाई देते हुए चयन के लिए शुभकामनाऐं दी है। चयनित विद्यार्थी एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना के एम.बी.ए. एवं राजीव गांधी काॅलेज के विभिन्न संकायों के विद्यार्थी है।
ए.पी.एस विश्वविद्यालय से संबद्ध राजीव गांधी के बैचलर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेषन की कक्षाएं 24 जुलाई से प्रारंभ हो रही है। इस बात की जानकारी देते हुए विभागाध्यक्ष प्रमोद द्विवेदी ने बताया कि कक्षा के बारे मे अतिरिक्त जानकारियां कार्यालयीन समय मे प्राप्त की जा सकती है।
गुजरात टेक्नालाॅजिकल यूनिवर्सिटी कैम्पस में आयोजित गरिमामय समारोह में विद्धानों ने एकेएस विश्वविद्यालय के इन्फारमेशन एंड टेक्नालाॅजी के क्षेत्र में किए गए व्यापक विकास को मान्यता देते हुए बतौर सम्मान 19 जुलाई को टेक्नालाॅजी एज्यूकेशन एक्सीलेंस एवार्ड सेरेमनी मे बेस्ट यूनिवर्सिटी इन आई.टी. इन्फ्रास्ट्रक्चर-2014’’ के एवार्ड से नवाजा।एवार्ड मिलते ही सभागार एकेएस विश्वविद्यालय के लिए तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इसी कार्यक्रम में भारत के कई वि.विद्यालयों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे जिन्हे विभिन्न केटेगरी में सम्मानित किया गया।
ये विभूतियाॅ रहीं उपस्थित
गुजरात टेक्नालाॅजिकल यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में वाइस चांसलर गुजरात टेक्नालाॅजिकल यूनिवर्सिटी डाॅ. अक्षय अग्रवाल, इंडोनेशिया के भारत में राजदूत डब्ल्यू इन्द्रेशुमा, नाइजीरिया के भारत में हाई कमिश्नर मि. एन.बी. अमाकू, अफगानिस्तान के भारत में राजदूत सैय्यद मो0 अब्दाली, मलावी के भारत में राजदूत डाॅ. लेविस विलिजी खासतौर पर उपस्थित रहे।उपस्थित गणमान्य अतिथियों ने विश्वविद्यालय के अहम पद कार्यरत अमित सोनी को वि.वि के लिए एवार्ड प्रदान किया।
नींवि.वि. की है गौरवशाली
गौरतलब है कि इसके पूर्व एकेएस विश्वविद्यालय को 27 मई को ‘‘बेस्ट एक्सीलेंस प्राइवेट यूनिवर्सिटी एवार्ड-2014’’ से नवाजा जा चुका है। इसी कड़ी में एवार्ड मिलने के पश्चात बात करते हुए चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने कहा कि शिक्षा के विकास की यह मशाल 18 वर्ष पूर्व राजीव गाँधी काॅलेज के साथ प्रारम्भ हुई थी। सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नित नए आयाम स्थापित करते हुए राजीव गांधी काॅलेज, राजीव गांधी कम्प्यूटर काॅलेज, राजीव गांधी इंस्टीट्यूट आॅफ कम्प्यूटर एक्सीलेंस का सफर राजीव गांधी ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशन्स के वट वृक्ष के रूप में तब्दील हो गया। इस सफर में राजीव गांधी के विभिन्न कोर्सेस जिनमें बी.सी.ए., एम.सी.ए, एम.एस.सी. आई.टी., एम.एस.सी. सी.एस., में अध्ययनरत् विद्यार्थियों ने देश विदेशों की विभिन्न कम्पनियों में सफलता के परमच लहराये। और इनकी सफलता में महत्वपूर्ण योगदान रहा काॅलेज और विश्वविद्यालय की उन्नत एकेडमिक एक्सीलेंस, बेस्ट फैकल्टीज और लर्न वाइल डू की तर्ज पर दी जा रही शिक्षा प्रणाली का। विगत दो वर्षो में एकेएस विश्वविद्यालय जिन पुनीत लक्ष्यों के साथ स्थापित हुआ था। ये कारवां इसी दिशा में उत्तरोत्तर आगे बढ़ रहा हैं। विश्वविद्यालय का इन्फारमेशन टेक्नालाॅजी इन्फ्रास्ट्रक्चर विश्वस्तरीय है जिसमें वो सभी तकनीके शामिल है जिसमें एकेएसयू ग्लोबल क्षेत्र में एक विश्वसनीय नाम के रूप में उभरा है और यहां के विद्यार्थी इस बात कि तस्दीक करते है।
एकेएस यूनिवर्सिटी सतना में विद्यार्थियों की कक्षाओं को और अधिक रूचिकर, दिलचस्प और ज्ञानवर्धक बनाने की दृष्टि से कम्प्यूटर साइंस विभाग द्वारा विभिन्न संकायों की फैकल्टीज को आॅन लाइन क्लासेस के माध्यम से विषय विशेषज्ञों द्वारा इफेक्टिव टीचिंग मैथेडोलाॅजी पर महत्वपूर्ण जानकारियां दी जा रही हैं जिसमें माइक्रोटीचिंग, सेल्फ रिपोर्ट, क्लास डिस्कशन, टीचर-स्टूडेंट रिलेशन, प्राइमरी वैल्युएशन, पारस्परिक शिक्षण जैसे विषयों पर एक्सपर्ट्स द्वारा स्पेशल क्लासेस दी जा रही हैं। साथ ही यूनिवर्सिटी के अधिक उन्नत और शैक्षणिक विकास के लिये फैकल्टीज को नई तकनीकों से ट्रेंड किया जा रहा है जिसमें एन्ड्राइड सिस्टम, पायथन टेक्नालाॅजी, आईओएस से सम्बन्धित विषयों पर ज्ञानवर्धक जानकारियां दी जा रही हैं।