भारत की आजादी की 75वें वर्ष के पूर्व का स्वदेशी विज्ञान महोत्सव एवं विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को स्थापित करने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश विज्ञान सम्मेलन एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत समूचे मध्यप्रदेश में विज्ञान यात्रा शैक्षणिक संस्थाओं में जाकर वैज्ञानिक उपलब्धियों से अवगत करा रहा है। विज्ञान यात्रा का आयोजन विज्ञान भारती, म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् भोपाल एवं आई.टी.आई. इंदौर के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है।
यह विज्ञान यात्रा ए.के.एस. विश्वविद्यालय में पहुँची जहाँ भव्य स्वागत किया गया। विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में प्रोचांसलर इंजी. अनंत सोनी, विज्ञान संकाय के डीन डाॅ. जी.पी. रिछारिया, पर्यावरण विज्ञान के विभागाध्यक्ष डाॅ. महेन्द्र तिवारी, डाॅ. कमलेश चैरे, डाॅ. अखिलेश ए. वाऊ, भूपेन्द्र सिंह, डाॅ. अश्विनी वाऊ, धीरेन्द्र, साइंस कम्युनिकेटर श्री राजेन्द्र सिंह, कोआर्डिनेटर सुनील सिंह, तकनीकि सदस्य देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से अंश जैन, मिहिर जोशी, अक्षय दशौरा एवं शैक्षणिक स्टाॅफ तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।
ए.के.एस. विश्वविद्यालय के प्रोचांसलर अनंत सोनी ने विज्ञान यात्रा को ऐतिहासिक कदम बताते हुए विज्ञान के चमत्कार पर विस्तार से प्रकाश डाला। पर्यावरण विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. महेन्द्र कुमार तिवारी ने विज्ञान यात्रा के इस विशाल आयोजन पर शानस को बधाई देते हुए कहा कि इससे विश्वविद्यालयीन छात्र-छात्राओं एवं शाधार्थियों को शोध के मार्ग प्रशस्त होंगे जो आगामी समय में भारत के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। डीन डाॅ. जी.पी. रिछारिया ने विज्ञान के महत्व एवं योगदान पर प्रकाश डाला।
भोपाल से आये साइंस कम्यूनिकेटर श्री राजेन्द्र सिंह ने इस विज्ञान यात्रा के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आयोजन संस्थायें विज्ञान के क्षेत्र में अविस्मरणीय कार्य एवं बच्चों में विज्ञान के प्रति जिज्ञासा जागृत कर रही हैं। उन्होंने बताया कि म.प्र. विज्ञान सम्मेलन एवं प्रदर्शनी का भव्य आयोजन मई 11 से 13 तक आई.टी.आई. इन्दौर में किया जा रहा है जहाँ पर विज्ञान प्रदर्शनी, शोध, तकनीक, पारम्परिक विशेष ज्ञान प्रदर्शित करने का मौका विद्यार्थियों को मिलेगा। श्री राजेन्द्र सिंह ने विज्ञान यात्रा में लगे विशेष उपकरणों से छात्र-छात्राओं का परिचय कराया जिसमें गति के नियम, ए.डी. करेंट, विभवान्तर, भाप का इंजन, टेस्ला कुंडली, स्टोवोस्कोप रोचक रहे। वहीं कुछ प्रयोगों को करके भी बताया जिसे विद्यार्थियों ने बहुत सराहा। विश्वविद्यालय परिवार की ओर से आये हुए अतिथियों को शाॅल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डाॅ. महेन्द्र कुमार तिवारी ने करते हुए कहा कि अंधविश्वास हटायें वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनायें एवं राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें।
Addressing as the Chief Guest on the occasion of award distribution program of Farmer Welfare and Agriculture Department of AKS University Satna, under the Atma Project organized in the auditorium of AKS University Satna, Member of Parliament, Ganesh Singh said that India is an agrarian country, all the forward looking changes are taking shape in the field of agriculture. Addressing the agricultural vendors and the people present in the auditorium, he said that if Satna district has got the reputation of tomato market, then a big work should be done in this direction and farmers should get the soil tested, the production of cash crop has reduced now, instead it should increase. He praised the project started by Atma and said that if the shopkeeper is aware of the diseases that have come in the field of agriculture, then he will increase the crop of the farmer by giving the right medicines and if he is not aware then the pesticides given to him will turn into losses than profits. We have increased the production of food grains, there has been good production of pulses. If we talk of more benefits, then sowing of soybean, gram and pulses crops and soil testing has been completed by this year. The sole profit kept for these crops was Rs. 5000 thousand. He also observed the production of cucumber and rose garden in poly house of AKS University and advocated that similar work need to be updated among the farmers. He highlighted government schemes with crop insurance and support price. Young entrepreneurs should learn new technology and Students of agriculture should visit and study in model villages which will inspire them to do good work. Milk, Curd, Paneer, khowa, vegetables etc. should also be handled as such that people engaged in such enterpreuneurship, may earn good profits in the district. In the program, Dr. Kuril threw light on the works of Daisy Atma Project and discussed the facilities available to the farmers. Vedprakash Singh said that the first batch of 2017 has been prepared optimally, while this is the second batch, they will be proficient by having 40 classrooms and 8 field visits. At the end of the program, MP(Satna Constituency) Ganesh Singh and other people gave certificates from the platform. University's Pro Chancellor Anant Kumar Soni, told that AKS University Satna is continuously training farmers in the field of advanced farming in collaboration with agriculture scientists, with the goal of taking employment-oriented work with farmers of 40 blocks. He thanked all the guests. The program was conducted by Prof. Wyohar. In the distribution of certificates the presence of distinguished guests and members of faculty was remarkable. The graceful presence of Pro Chancellor, Anant Kumar Soni, Per Vice Chancellor Prof.R.N. Tripathi, Chairman of MPPSC, Prof. Wyohar, DDA BL Kuril, facilitator Dr. Vedprakash Singh, Prof. SS Tomar, Dr. Neeraj Verma, Satvik Sahai Bisaria, Prof. Ayodhya Pandey, Santosh Pandey along with other faculty and students of BSC Agriculture encouraged the participants.
एकेएस वि.वि. सतना में आयोजित आत्मा प्रोजेक्ट के तहत फार्मर Wellfare And Agriculture Department सतना के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित करते हुए सतना सांसद गणेश सिंह ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है जितने भी परिवर्तन कृषि के क्षेत्र में आकार ले रहे हैं वह सब भविष्येान्मुखी हैं उन्होंने कृषि आदान विक्रेताओं और उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि सतना जिले को टमाटर मंडी का तमगा मिला है तो इस दिशा में बडा काम होना चाहिए और किसानो को मिटट् का परीक्षण करवाना चाहिए कैश क्राप के उत्पादन में अब कमी आई है जो बढना चाहिए। आत्मा द्वारा प्रारंभ किए गए प्रोजेक्ट की उन्होंने तारीफ की और कहा कि जो बीमारियाॅ कृषि के क्षेत्र में आई हैं उनके बारे में अगर दुकानदार को जानकारी है तो वह सही दवाऐं देकर किसान की फसलोत्पादन में वृद्वि करेगें और अगर जानकारी नहीं हैं तो उनकी दी हुई कीटनाशक फायदे की जगह नुकसान में तब्दील हो जाऐंगीं। खाद्यान के उत्पादन में हमने वृद्वि की है,दलहन में अच्छा उत्पादन हुआ है अगर और ज्यादा फयदे की बात करें तो सोयाबीन,चने ओर दलहनी फसलों की बुवाई हो और मिट्टी का परीक्षण हो जाए जो इस साल पूर्ण हुआ है जिसे 5000 हजार रखा गया था। उन्होंने एकेएस वि.वि. के पाॅली हाउस के खीरे और गुलाब का मुजाहिरा किया और ऐसे ही कार्य किसानों के बीच पहुॅचाने की वकालत की। फसल बीमा,समर्थन मूल्य के साथ उन्होेने सरकारी योजनाओ पर भी प्रकाश डाला। युवा उद्वमी नई तकनीक सीखें और एकेएस वि.वि. के एग्रीकल्चर के छात्र माॅडल गाॅवों में विजिट करें ओर अध्ययन करें जिससे उन्हें अच्छे कार्य की प्रेरणा मिले ।दूध,दही,पनीर,खेावा,सब्जी इत्यादि पर भी जिले में नूतनता के साथ कार्य होना चाहिए।आत्म निर्भर भारत,आत्म निर्भर म.प्र. के साथ सतना भी आत्मनिर्भर होना चाहिए। कार्यक्रम में डाॅ.कुरील ने डेसी आत्मा परियोजना के कार्यो पर प्रकाश डाला और किसानों को मिलने वाली सुविधाओं पर बातचीत की। वेदप्रकाश सिंह ने कहा कि 2017 के प्रथम बैच को बेहतरीन रुप से तैयार किया गया है जबकि ये दूसरा बैच है इन्हें 40 क्लासरुम और 8 फील्ड विजिट करवाकर दक्ष किया जाएगा। कार्यक्रम के अंत में सतना सांसद गणेश सिंह और अन्य जनों ने प्रमाण पत्र मंच से प्रदान किए। वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने बताया कि एकेएस वि.वि. सतना द्वारा कृषि वैज्ञानिको के साथ मिलकर उन्नत खेती के क्षेत्र में निरंतर किसानों को प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है भविष्य में 40 विकासखंडोें के किसानों को साथ लेकर रोजगारोन्मुखी कार्य करने का लक्ष्य है जिसे पूर्ण किया जाएगा। उन्होंने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन प्रो.व्योहार ने किया।
ये विशिष्ट और सम्मानित जन रहे उपस्थित
आत्मा के प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम में एकेएस वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी,प्रतिकुलपति प्रो.आर.एन.त्रिपाठी,एमपीपीएससी के पूव्र चेयरमेन प्रो.वी.व्योहार,डीडीए बी.एल कुरील,फैसिलिटेटर डाॅ.वेदप्रकाश सिंह,प्रो.एस.एस.तोमर,डाॅ.नीरज वर्मा,सात्विक सहाय बिसारिया,प्रो.अयोध्या पाण्डेय,संतोष पाण्डेय के साथ अन्य फैकल्टीज और बीएससी एग्रीकल्चर के छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहे।
एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में सतना जिले के गवर्नमेंट हायरसेकेन्डरी स्कूल भटनवारा विद्यालय के गणित, विज्ञान कामर्स और आर्ट्स संकाय के विद्यार्थी काउंसिलिंग सत्र में शामिल हुए। उनमें हाईस्कुल और हायरसेकेन्डरी के विद्यार्थियों ने भ्रमण करके जानकारी प्राप्त की।निःशुल्क कॅरियर काउंसिलिंग के दौरान एकेएस वि.वि. के एक्जीक्यूटिव अनूप सिंह महेन्द्र कुशवाहा,बीरेन्द्र कुशवाहा,शिवम पाण्डेय ने विद्यार्थियों को गाइड किया। कॅरियर ओरिएन्टेड काउंसिलिंग के दौरान छात्रों ने एकेएस वि.वि. के वरिष्ठ वक्ताओं को सुना जिन्होने विवि. के शिक्षकों ओर विद्यार्थियों के एज्यूकेशन ट्यूर के साथ वि.वि. में चल रहे विभिन्न कोर्सेस की जानकारी दी। विद्यार्थियों को बताया गया कि वि.वि. केा बेस्ट इनोवेटिव यूनिवर्सिटी इन म.प्र.2019,बेस्ट यूनिवर्सिटी इन सेन्ट्रल इंडिया 2019 और लीडिंग यूनिवर्सिटी इन सेन्ट्रल इंडिया 2019 एवार्ड से नवाजा जा चुका है। विद्यार्थियों ने वायोटेक लैब, फार्मेसी लैब, कम्प्यूटर प्रयोगशाला, फूड टेक लैब, रिसर्च एण्ड डेव्हलपमेंट लैब का अवलोकन किया। आर्टस संकाय में कम्प्यूटर लैब, लायब्रेरी, फैशन डिजायनिंग विभाग के साथ गणित संकाय के लिए फिजिक्स और रसायन विज्ञान की प्रयोगशाला जो आगामी जीवन में उपयोगी है इसी के साथ वि.वि. के समस्त संकायों की जानकारी भी प्राप्त की। वि.वि. की पारदर्शी परीक्षा प्रणाली,समय पर परीक्षा समय पर परिणाम, उन्नत क्लासरुम के साथ पूरे कैम्पस का भ्रमण करके विद्यार्थियों ने समस्त जानकारियाॅ विषय विशेषज्ञों ने दीं इसी कार्यक्रम में वि.वि. के विभिन्न संकायों इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर, फूड टेक.कम्प्यूटर, कामर्स, मैनेजमेंट, फार्मेसी,बेसिक साइंस, पैरामेडिकल, लाइफ साइंस, फाइन आर्टस ,डिजाइन, हयूमैनिटीज, एज्यूकेशन के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, भटनवारा और बाल भारती स्कूल,अमरपाटन के अध्यापक और छात्र-छात्राऐं इस मौके पर उपस्थित रहे।
एकेएस वि.वि. सतना के बायोटेक विभाग में तीन दिवसीय नेशनल साइंस फेस्टिवल 2021 का समापन 20 मार्च को किया गया। डीन प्रो.जी.पी. रिछारिया ने बताया कि बायोक्रिएशन -2021 कार्यक्रम एम.पी. काउंसिल आफ साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी, भोपाल, द नेशनल एकेडमी आफ साइंस, भेापाल चैप्टर,द बायोटेक रिसर्च योसायटी, इंडिया, महाकौशल विज्ञान परिषद, विज्ञान भारती, सोसायटी आफ लाइफ साइंसेस, सतना और माइक्रोबायोलाॅजिस्ट सोसायटी, इंडिया के तत्वावधान में आयोजित किया गया। बायोक्रिएशन 2021 का मूल उद्येश्य बायो इनोवेशन के लिए टेक फेस्ट का आयोजन करना था। समाज के विकास में अपना योगदान देने के लिए लालयित युवा वैज्ञानिकों को यह एक आदर्श प्लेटफार्म रहा। कार्यक्रम में विज्ञान के क्षेत्र के ग्रेजुएट,पोस्ट ग्रेजुएट विद्यार्थी और रिसर्च स्काॅलर्स ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम की थीम साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी, इनोवेशन पाॅलिसी, इफैक्ट आन एज्यूकेशन एण्ड स्किल थी। इंटरैक्टिव सेशन के साथ 19 प्रकार की विज्ञान गतिविधियाॅ यहाॅ पर जजेस की पारखी निगाहों से गुजरीं और विजेता बनने की कश्मकश के लिए प्रतिभागी चुनें गए। प्रतियोगिताओं में माॅडेस्टी प्ले, बायोएक्सप्रेशन, बायोव्यूवर्स, वायेाप्लेयर्स, बायोइमेजर्स, टेक्सचुअल प्ले, क्रिएटिव कार्नर, बायोब्रेन्स, बायोडिजायनर्स, माइक्रोटयून्स, बायोइनफार्मेसिया,स्क्ल्सि इन थ्रिल्स, सोलो एण्ड ग्रुप, यूफोरिया और रिसर्च स्कालर्स के लिए माॅडेस्टी प्ले, बायोएक्सप्रेशंस, बायोइग्नीशन, बायोविजन, माइक्रोट्यून्स, बायोइन्फार्मेसिया प्रमुख प्रतियोगिताऐं आयोजित होगीं। । बायोक्रिएशन-2021 कार्यक्रम के सभी विनर्स को वि.वि. के बायोटेक लैब में फ्री ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी इस बात की जानकारी कार्यक्रम के पूर्व दे दी गई थी।एवार्डस की केटेगरी में आउटस्टैंडिंग इंन्स्टीट्यूशन एवार्ड,बेस्ट परफार्मर,बडिंग रिसर्चर एवार्ड,इंस्पायर एवार्ड,आइकाॅन एवार्ड,टीम इंपैक्ट एवार्ड,बेस्ट फैकल्टी कोआॅर्डिनेटर एवार्ड,पार्टिसिपेशन सर्टिफिकेट,बेस्ट एम्बेस्डर एवार्ड,अट्रेक्टिव रिकाॅग्निशन इत्यादि पारितोषिक प्रदान किए गए। सभी प्रतिभागियों के लिए नियत दिशा-निर्देश तय किए गएं। इस कार्यक्रम का शुभारंभ प्रो.भरतशरण सिंह,माननीय चेयरमैन,एमपी प्रायवेट यूनिवर्सिटी,म.प्र. काउंसिल आॅफ साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी,रेग्यूलेटरी कमीशन,प्रो.अनिल कोठारी, डायरेक्टर जनरल.म.प्र.सरकार,श्री प्रवीण रामदास,नेशनल सेक्रेटरीविज्ञान भारती,प्रो.अखिलेश पाण्डेय,कुलपति,विक्रम वि.वि. उज्ज्ैन,एवं प्रो.सुनीता शर्मा अध्यक्ष, महाकौशल विज्ञान परिषद,जबलपूर एवं गवर्नमेंट साइंस काॅलेजके आतिथ्य ने किया था जबकि समापन के मौके के मुख्य अतिथि प्रो. त्रिपाठी रहे। उन्होंने सभी विजेताओ को पुरस्कृत किया जिसमें प्रथम द्वितीय ओर तृतीय पुरस्कारों में प्रियंका विश्वकर्मा, कुमार सानू रवि, प्रेमा सिंह, सुप्रिया द्विवेदी,संजोली खरे,पारुल शुक्ला,अभय शर्मा,श्रुति शुक्ला,सुनीता कुशवाहा,संस्कृति सिंह,प्रतीक निगम,प्रदीप नायक,सुनीता कुशवाहा,बीरेन्द्र पाण्डेय,अनम रईन,साहिबा बेगम,श्रिष्टी सोनी,श्रष्टी प्रजापति,आयुष कुमार विश्वकर्मा इत्यादि प्रमुख रहे। कार्यक्रम का समापन गरिमामयी तरीके से किया गया। कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक एकेएस वि.वि. के कुलाधिपति माननीय बी.पी.सोनी जी,संरक्षक प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी रहे। कार्यक्रम के चेयरमैन प्रो.जी.पी. रिछारिया और कार्यक्रम संयोजक प्रो.शिवेश प्रताप सिंह,सेक्रेटरी नासी बनाए गए थे। आर्गनायजिंग सेक्रेटरी डाॅ.दीपक मिश्रा, डाॅ.अश्विनी बाऊ,डाॅ.रेनी निगम और कोआर्गनायजिंग सेक्रेटरी डाॅ.लवली महावर और संध्या पाण्डेय रहे। कार्यक्रम के कोआॅर्डिनेटर प्रो.कमलेश चैरे,विभागाध्यक्र्ष िडपर्टमेंट आॅफ बायोटेक्नाॅलाॅजी,सतना रहे।
एकेएस वि.वि. सतना के बायोटेक विभाग में तीन दिवसीय नेशनल साइंस फेस्टिवल 2021 का समापन 20 मार्च को किया गया। डीन प्रो.जी.पी. रिछारिया ने बताया कि बायोक्रिएशन -2021 कार्यक्रम एम.पी. काउंसिल आफ साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी, भोपाल, द नेशनल एकेडमी आफ साइंस, भेापाल चैप्टर,द बायोटेक रिसर्च योसायटी, इंडिया, महाकौशल विज्ञान परिषद, विज्ञान भारती, सोसायटी आफ लाइफ साइंसेस, सतना और माइक्रोबायोलाॅजिस्ट सोसायटी, इंडिया के तत्वावधान में आयोजित किया गया। बायोक्रिएशन 2021 का मूल उद्येश्य बायो इनोवेशन के लिए टेक फेस्ट का आयोजन करना था। समाज के विकास में अपना योगदान देने के लिए लालयित युवा वैज्ञानिकों को यह एक आदर्श प्लेटफार्म रहा। कार्यक्रम में विज्ञान के क्षेत्र के ग्रेजुएट,पोस्ट ग्रेजुएट विद्यार्थी और रिसर्च स्काॅलर्स ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम की थीम साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी, इनोवेशन पाॅलिसी, इफैक्ट आन एज्यूकेशन एण्ड स्किल थी। इंटरैक्टिव सेशन के साथ 19 प्रकार की विज्ञान गतिविधियाॅ यहाॅ पर जजेस की पारखी निगाहों से गुजरीं और विजेता बनने की कश्मकश के लिए प्रतिभागी चुनें गए। प्रतियोगिताओं में माॅडेस्टी प्ले, बायोएक्सप्रेशन, बायोव्यूवर्स, वायेाप्लेयर्स, बायोइमेजर्स, टेक्सचुअल प्ले, क्रिएटिव कार्नर, बायोब्रेन्स, बायोडिजायनर्स, माइक्रोटयून्स, बायोइनफार्मेसिया,स्क्ल्सि इन थ्रिल्स, सोलो एण्ड ग्रुप, यूफोरिया और रिसर्च स्कालर्स के लिए माॅडेस्टी प्ले, बायोएक्सप्रेशंस, बायोइग्नीशन, बायोविजन, माइक्रोट्यून्स, बायोइन्फार्मेसिया प्रमुख प्रतियोगिताऐं आयोजित होगीं। । बायोक्रिएशन-2021 कार्यक्रम के सभी विनर्स को वि.वि. के बायोटेक लैब में फ्री ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी इस बात की जानकारी कार्यक्रम के पूर्व दे दी गई थी।एवार्डस की केटेगरी में आउटस्टैंडिंग इंन्स्टीट्यूशन एवार्ड,बेस्ट परफार्मर,बडिंग रिसर्चर एवार्ड,इंस्पायर एवार्ड,आइकाॅन एवार्ड,टीम इंपैक्ट एवार्ड,बेस्ट फैकल्टी कोआॅर्डिनेटर एवार्ड,पार्टिसिपेशन सर्टिफिकेट,बेस्ट एम्बेस्डर एवार्ड,अट्रेक्टिव रिकाॅग्निशन इत्यादि पारितोषिक प्रदान किए गए। सभी प्रतिभागियों के लिए नियत दिशा-निर्देश तय किए गएं। इस कार्यक्रम का शुभारंभ प्रो.भरतशरण सिंह,माननीय चेयरमैन,एमपी प्रायवेट यूनिवर्सिटी,म.प्र. काउंसिल आॅफ साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी,रेग्यूलेटरी कमीशन,प्रो.अनिल कोठारी, डायरेक्टर जनरल.म.प्र.सरकार,श्री प्रवीण रामदास,नेशनल सेक्रेटरीविज्ञान भारती,प्रो.अखिलेश पाण्डेय,कुलपति,विक्रम वि.वि. उज्ज्ैन,एवं प्रो.सुनीता शर्मा अध्यक्ष, महाकौशल विज्ञान परिषद,जबलपूर एवं गवर्नमेंट साइंस काॅलेजके आतिथ्य ने किया था जबकि समापन के मौके के मुख्य अतिथि प्रो. त्रिपाठी रहे। उन्होंने सभी विजेताओ को पुरस्कृत किया जिसमें प्रथम द्वितीय ओर तृतीय पुरस्कारों में प्रियंका विश्वकर्मा, कुमार सानू रवि, प्रेमा सिंह, सुप्रिया द्विवेदी,संजोली खरे,पारुल शुक्ला,अभय शर्मा,श्रुति शुक्ला,सुनीता कुशवाहा,संस्कृति सिंह,प्रतीक निगम,प्रदीप नायक,सुनीता कुशवाहा,बीरेन्द्र पाण्डेय,अनम रईन,साहिबा बेगम,श्रिष्टी सोनी,श्रष्टी प्रजापति,आयुष कुमार विश्वकर्मा इत्यादि प्रमुख रहे। कार्यक्रम का समापन गरिमामयी तरीके से किया गया। कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक एकेएस वि.वि. के कुलाधिपति माननीय बी.पी.सोनी जी,संरक्षक प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी रहे। कार्यक्रम के चेयरमैन प्रो.जी.पी. रिछारिया और कार्यक्रम संयोजक प्रो.शिवेश प्रताप सिंह,सेक्रेटरी नासी बनाए गए थे। आर्गनायजिंग सेक्रेटरी डाॅ.दीपक मिश्रा, डाॅ.अश्विनी बाऊ,डाॅ.रेनी निगम और कोआर्गनायजिंग सेक्रेटरी डाॅ.लवली महावर और संध्या पाण्डेय रहे। कार्यक्रम के कोआॅर्डिनेटर प्रो.कमलेश चैरे,विभागाध्यक्र्ष िडपर्टमेंट आॅफ बायोटेक्नाॅलाॅजी,सतना रहे।
Girish Kumar Karia, a student of Food Tech, AKS University Satna, has scored a 503 GATE score in the GATE exam. Son of Mr. Om Prakash Karia, a 2017 batch student of the Department of Food Tech, Girish Kumar Karia has secured 1441 rank in the GATE rankings. Student in the the near by region has received the merit. Now the student is eligible for the asmission in esteemed educational institutions in India. The student owes his success to the continuous guidance of his head of department, Eng.Rajesh Mishra and faculty Birendra Tiwari