एकेएस विश्वविद्यालय के बी.काॅम आनर्स ,सीएपी (कार्पोरेट एकाउटिंग प्रैक्टिसेस ) बी.काॅम आनर्स सीएसपी (कार्पोरेट सेक्रेट्रियल प्रैक्टिसेस )एवं काॅमर्स विभाग द्वारा एक दिवसीय टैली एकाउटिंग पर सेमीनार का आयोजन किया गया। सेमीनार में एक्सपर्टस जीतेन्द्र सिंह, निशा शर्मा एवं राकेश कुमार सेन ने टैली के विषय में आधारभूत जानकारियां छात्र- छात्राओं से शेयर की। विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, ओ.एस.डी. प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, विभागाध्यक्ष डाॅ. असलम सईद, बी.काॅम सीएसपी के सयोजक विपुल शर्मा, संच्चिदानन्द, डाॅ. धीरेन्द्र ओझा, बालेश्वर कुमार, भरत सोनी, रितिका बंसल, रेखा पटेल, छिप्रा माथुर ने भी टैली की उपयोगिता पर जानकारियां शेयर की।
हौले-हौले म्यूजिक की तरंगें जब वि.वि. के डी.ब्लाॅक के सभागार में आयोजित फ्रेसर्स पार्टी के बीच शामिल हुई तो जूनियर्स और सीनियर्स के बीच का फासला अपनेपन ने ले लिया। फ्रेसर्स पार्टी का आगाज़ माॅ वीणापाणि के समक्ष प्रार्थना से हुआ। अक्षय तिवारी ने नग्मों की परछंाई को सुर देकर सभी जूनियर्स का वेल्कम किया। प्रदीप मिश्रा ने कुमार विश्वास की कविता कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है को भावनाओं की परवाज दी कविता की पंक्तियाॅ जैसे ही विराम पातीं तालियों के शोर में पूरा सभागार गूॅज में खेा जाता। अनूप और गौरव ने भी कविता में अपना जौहर नुमाॅयाॅ किया। कार्यक्रम के दौरान इजी.आर.के.श्रीवास्तव, इंजी.रमा,इंजी.डी.सी.शर्मा,डाॅ.सुधा के साथ इले.इंजी.विभाग के फैकल्टी मेम्बर्स ने छात्रों को अतीत के काॅलेज के पलों की किस्सागोई बताई।रोहित और विनय ने कार्यक्रम की कमान संभाली।फ्रेसर्स पार्टी में रंग घोला एंकर्स के मीठे बोलेां, कविता की उन्मुक्त पक्तियों और संगीत की थाप पर नृत्य की जादूगरी करते कदमों की चाल ने,जोक्स हुए,गेम्स में भी छात्रों ने खूब एन्ज्वाय किया। फेसर्स पार्टी के यादगार लम्हों में इन पलों ने भावनाओं को नैसर्गिक रंग मिलाया,सीनियर्स ओर जूनियर्स के एक दूसरे के प्रति परस्पर सम्मान और अपनेपन का। पार्टी में मिस फ्रेसर्स प्रेरणा एवं मिस्टर फ्रेसर्स गौरव मिश्रा को चुना गया। सभी ने इनका तालियो से इस्तकबाल किया।
एकेएस विश्वविद्यालय में फैकल्टी आॅफ बेसिक साइंस के ‘‘डिपार्टमेंट आॅफ फिजिक्स’’ द्वारा नोबल पुरस्कार विजेता सर चन्द्रशेखर वेंकट रमन के डिस्कवरी आॅफ द रमन इफेक्ट पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उल्लेखनीय है कि 28 फरवरी को ‘‘नेशनल साइंस डे‘‘ मनाया जाता है एकेएस वि.वि. में ‘‘नेशनल साइंस डे’’ की पूर्व संध्या पर प्रो. आर.ए. सिंह एवं डाॅ. ए.पी. मिश्रा (हरिसिंह गौर सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी, सागर) ने डिस्कवरी आॅफ रमन इफेक्टस पर विस्तृत व्याख्यान दिया और ‘‘नेशनल साइंस डे‘‘ की उपादेयता एवं मानव जीवन में विज्ञान के महत्व पर प्रकाश डाला और छात्रों को विज्ञान और तकनीकी से अवगत कराया।
छात्रों ने किया पोस्टर प्रजेन्ट-जजेस ने की तारीफ
गौरतलब है कि विद्यार्थियों ने स्टीम इंजन, आॅटो इंजन, टाॅपिक हीट इंजन, थर्माकपल, मार्श आर्बिट मिशन, डायरेक्ट सोलर सिस्टम, पोल हीटर, पार्टिकल एक्सेपरेटर्स, रेफ्रिजरेटर, सोलर कुकर, लाइट एमीटिंग डायोेड, सोलर सेटेलाइट पावर, विंड पावर इंजन, सोलर पैनल, न्यूक्लियर्स पावर, एनर्जी कन्जर्वेशन, रेन वाॅटर हार्वेंस्टिंग, सोलर प्लांट, प्लांटेशन, सेव इन्वायर्नमंेट, पेरिस्कोप, रेल इंजन इत्यादि विषयों पर छात्र-छात्राओं ने ज्ञानवर्धक, विचारोत्तेजक, समसमायिक, पर्यावरण सेवी आकर्षक पोस्टर प्रजेन्टेशन किया। वि.वि के कुलपति प्रो. पी.के. बनिक, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, ओ.एस.डी. प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, इंजी. आर.के. श्रीवास्तव, डाॅ. नीलेश राय, डाॅ. दिनेश मिश्रा, डाॅ सुधा अग्रवाल एवं समस्त फैकल्टीज के समक्ष शानदार पोस्टर प्रजेन्टेशन की प्रस्तुति दी और प्रशंसा के हकदार बने।
अतिथियों को स्मृति चिन्ह और छात्रों के दिए गए विजेता पारितोषिक
‘‘नेशनल साइंस डे’’ कार्यक्रम में अथितियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं के एवार्ड भी प्रतिभागियों को प्रदान किये गए। पुरुस्कार वितरण कार्यक्रम में क्विज काम्पीटीशन, पोस्टर प्रजेन्टेशन, वाद-विवाद प्रतियोगिता, निबन्ध राइटिंग प्रतियोगिता के अव्वल विजेताओं को सर्टिंफिकेट देकर पुरस्कृत किया गया। सभागार में छात्र-छात्राओं ने विजेता प्रतिभागियों का तालियों की गड़गड़ाहट से उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम का संचालन ओएसडी प्रो. आर. एन. त्रिपाठी ने किया।
एकेएस विश्वविद्यालय के 9 छात्र आई.आई.टी. दिल्ली में वर्कशाॅप में शामिल होंगें। इनमें आकाश गुप्ता, अभिलाष पटेल, राहुल वर्मा, राजेश गुप्ता, अरविन्द सिंह, निहाल निगम, प्रकाश पटेल, नरेन्द्र कुशवाहा, राजीव लोचन शामिल हैं। वर्कशाॅप में आॅटो मोबाइल इन्ट्रोडक्शन टू आई.सी.ईंजन, चेचिस डिजाइनिंग, टू स्टोप, फोर स्टोप के बारे में तकनीकी ज्ञान अर्जित करेंगे।
”ब्रिज डिजाइनिंग”एवं टेस्टिंग की तकनीकी जानकारियां की हासिल
गुरुवार को एकेएस विश्वविद्यालय के सिविल इंजीनियरिंग विभाग एवं ए.आर.के.टेक्नो सल्यूशन, मुम्बई एवं आई.आई.टी.,मद्रास के संयुक्त तत्वाधान में ”ब्रिज डिजाइनिंग” पर दो दिवसीय नेशनल वर्कशाॅप के दूसरे दिन योगेश भोले ,रिसर्च एंड डेवलेपमेंट इंजीनियर ने कार्यक्रम समापन पर ब्रिज माॅडल मेकिंग एण्ड टेस्टिंग की टेक्निकल नाॅलेज शेयर कीं। प्रतिभागियों द्वारा बनाये गए ब्रिज माॅडल में से सर्वश्रेष्ठ चयनित अव्वल थ्री माॅडल को आई.आई.टी. मद्रास में आयोजित सी-फेस्ट- 2016 चैम्पियनशिप के लिए चयनित किया गया। वर्कशॅाप में फैकल्टी शिवानी गर्ग, राधेश्याम सोनी, सतीश तिवारी, विशुतोष वाजपेयी, श्रद्धा पाण्डेय, सरोजनी सिंह के साथ प्रतिभागी छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहें।
एकेएस विश्वविद्यालय के ‘‘मैनेजमेंट विभाग ‘‘के फैकल्टी डाॅ. प्रदीप चैरसिया, श्वेता सिंह एवं प्रकाश सेन ने इन्टरनेशनल कांन्फ्रेन्स में पेपर प्रस्तुत किया। पेपर का सब्जेक्ट ‘‘रोल आॅफ गुड्स एंड सर्विस टैक्स इन द ग्रोथ आॅफ इंडियन इकोनाॅमी’’था। ‘‘इन्टरनेशलन जनरल आॅफ साइंस टेक्नोलाॅजी एंड मैनेजमेंट‘‘ के 02 फरवरी, 2016 अंक में प्रकाशित हुआ है। पेपर की फाइडिंग्स में यह आॅब्जर्व किया गया कि यदि जी.एस.टी. भारत में लागू किया जाए तो भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 2 प्रतिशत बढ़त की सम्भावना है। पेपर में विभिन्न देशों में जी.एस.टी. के सकारात्मक प्रभाव पर विस्तार से चर्चा की गई है।