‘‘एकेएस विवि. की इले.डिपार्टमेंट में रंगारंग फ्रेसर्स पार्टी‘‘ प्रेरणा व गौरव बने नजरों के नूर-खिताब से नवाजे गए विनर चिटिंयाॅ कलाइयाॅ वे के शुरुर से बंधा समा,पेश हुई कला की बाजीगरी
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हौले-हौले म्यूजिक की तरंगें जब वि.वि. के डी.ब्लाॅक के सभागार में आयोजित फ्रेसर्स पार्टी के बीच शामिल हुई तो जूनियर्स और सीनियर्स के बीच का फासला अपनेपन ने ले लिया। फ्रेसर्स पार्टी का आगाज़ माॅ वीणापाणि के समक्ष प्रार्थना से हुआ। अक्षय तिवारी ने नग्मों की परछंाई को सुर देकर सभी जूनियर्स का वेल्कम किया। प्रदीप मिश्रा ने कुमार विश्वास की कविता कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है को भावनाओं की परवाज दी कविता की पंक्तियाॅ जैसे ही विराम पातीं तालियों के शोर में पूरा सभागार गूॅज में खेा जाता। अनूप और गौरव ने भी कविता में अपना जौहर नुमाॅयाॅ किया। कार्यक्रम के दौरान इजी.आर.के.श्रीवास्तव, इंजी.रमा,इंजी.डी.सी.शर्मा,डाॅ.सुधा के साथ इले.इंजी.विभाग के फैकल्टी मेम्बर्स ने छात्रों को अतीत के काॅलेज के पलों की किस्सागोई बताई।रोहित और विनय ने कार्यक्रम की कमान संभाली।फ्रेसर्स पार्टी में रंग घोला एंकर्स के मीठे बोलेां, कविता की उन्मुक्त पक्तियों और संगीत की थाप पर नृत्य की जादूगरी करते कदमों की चाल ने,जोक्स हुए,गेम्स में भी छात्रों ने खूब एन्ज्वाय किया। फेसर्स पार्टी के यादगार लम्हों में इन पलों ने भावनाओं को नैसर्गिक रंग मिलाया,सीनियर्स ओर जूनियर्स के एक दूसरे के प्रति परस्पर सम्मान और अपनेपन का। पार्टी में मिस फ्रेसर्स प्रेरणा एवं मिस्टर फ्रेसर्स गौरव मिश्रा को चुना गया। सभी ने इनका तालियो से इस्तकबाल किया।