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एकेएस विश्वविद्यालय सतना के Diploma Electrical अंतिम वर्ष के विद्यार्थी Central Training Institute जबलपुर में 15 दिन की vocational Training प्राप्त कर रहे हैं। इस Training में वे Electricity के उत्पादन से लेकर वितरण तक की पूरी जानकारी व्यावहारिक और Academy के तहत प्राप्त करेंगे। विद्यार्थी मुख्य रूप से Transfer की कार्यप्रणाली विद्युत वितरण केन्द्र में उपयोग होने वाले नियंत्रण उपकरण, रिले, सर्किट, Breaker, आइसोलेटर के उपयोग की जानकारी भी प्राप्त करेंगे। ट्रेनिंग में मुख्य रूप से Central Institute के डायरेक्टर ए.के. तिवारी तथा विश्वविद्यालय की इलेक्ट्रिकल विभागाध्यक्ष रमा शुक्ला, इंजी. आर.के. श्रीवास्तव एवं इंजी. रवि कुमार नागवंशी का महत्वपूर्ण योगदान है।

 

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कई देशों में विज्ञान की प्रगति के साथ उद्योग धन्धे तेजी से पनपने लगे। यूरोप में राजतन्त्र था। सभी देशों में राजा राज्य के प्रमुख होते थे। विज्ञान एवं उद्योगों के कारण प्रजातन्त्र का विकास प्रारम्भ हुआ। राजा को मजबूर होकर जन प्रतिनिधियों की भागीदारी शासन में बढ़ानी पड़ी। धीरे-धीरे जन प्रतिनिधि अधिक शक्तिशाली हो गये, राजा अधिकारहीन हो गये। इंग्लैण्ड में राजा नाम के रह गये। फ्रान्स, जर्मनी एवं अन्य राज्यों में राजा को हटा दिया गया। इस प्रकार यूरोप के देशों में प्रजातन्त्र का विकास हुआ। सभी देशों में दो पार्टियाँ हैं जो राष्ट्रीय स्तर की होती हैं। दोनों पार्टियाँ शक्तिशाली होती हैं तथा क्रमशः शासन में सरकार बनाती रहती हैं। जनता जागरुक होकर प्रजातन्त्र पर विश्वास करती है।भारतीय नेता इंग्लैण्ड, फ्रान्स, जर्मनी, अमेरिका में शिक्षा ग्रहण करने गये। उन देशों में प्रजातान्त्रिक प्रणाली देखी। भारत की अंग्रेजी सरकार ने 1919 के अधिनियम के अनुसार धीरे-धीरे जनप्रतिनिधियों की विधानसभा में भागीदारी बढ़ाई। सन् 1935 के अधिनियम में जनता को अधिक अधिकार दिये गये। सन् 1919 एवं 1935 का अधिनियम इंग्लैण्ड में तैयार किया गया। सन् 1885 में कांग्रेस पार्टी का गठन हुआ। कांग्रेस पार्टी का गठन अंग्रेजी सरकार के अधीन हुआ। धीरे-धीरे कांग्रेस पार्टी पूरे देश में फैल गई। मुस्लिम लीग का गठन भी अंग्रेजी सरकार ने करवाया। मुस्लिम लीग छोटी पार्टी थी, राष्ट्रीय स्तर की पार्टी केवल कांग्रेस थी।15 अगस्त 1947 को देश स्वतंत्र हुआ। कांग्रेस पार्टी ही शासन की बागडोर संभाली। सबसे अच्छी शासन प्रणाली में प्रजातन्त्र को चुना गया। कांग्रेस पार्टी के अलावा क्षेत्रीय पार्टियाँ बनने लगीं। शोसलिस्ट पार्टी, जनसंघ पार्टी, राम राज्य पार्टी, कम्युनिष्ट पार्टी बनकर चुनाव में आगे आईं। क्षेत्रीय पार्टियों का प्रभाव राज्य तक सीमित रहा। राष्ट्रीय स्तर की केवल कांग्रेस पार्टी थी अतः केन्द्र में अकेली पार्टी का प्रभाव रहा। लोकसभा की तीन चैथाई सीटें कांग्रेस को मिलती रहीं। सन् 1947 से सन् 1963 तक जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री रहे, सन् 1964-65 तक कांग्रेस पार्टी के लाल बहादुर शास्त्री प्रधानमंत्री रहे। सन् 1965 से 1976 तक इन्दिरा जी प्रधानमंत्री रहीं।सन् 1976 में सभी छोटी पार्टियों को मिलाकर जयप्रकाश ने जे.पी. पार्टी बनाई। जे.पी. पार्टी का प्रभाव पूरे भारत में रहा, कांग्रेस पार्टी चुनाव में हार गई। जे.पी. पार्टी शासन में आई परन्तु इस पार्टी के प्रथम प्रधानमंत्री पुराने कांग्रेसी नेता मुरार जी देशाई हुए। जयप्रकाश नारायण शारीरिक रूप से कमजोर हो गये। जे.पी. पार्टी विभाजित होने लगी। अतः कांग्रेस पार्टी पुनः सरकार में आ गई। इन्दिरा जी के बाद, राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने। राजीव गांधी के बाद नरसिंहा राव प्रधानमंत्री बने। कांग्रेस कमजोर हो गई। जनता पार्टी की सदस्य पार्टियाँ अलग-अलग हो गईं। जनसंघ पार्टी भारतीय जनता पार्टी के रूप में सामने आई।धीरे-धीरे कांग्रेस पार्टी कमजोर होती गई। कांग्रेस पार्टी को जिताने वाले एस.टी./एस.सी. की जनता बहुजन समाज पार्टी को वोट देने लगी। धीरे-धीरे भा.ज.पा. राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बन गई। कांग्रेस पार्टी का जनाधार घटता जा रहा है। पहले केवल कांग्रेस पार्टी थी, अब भा.ज.पा. राष्ट्रीय पार्टी के रूप में है। पूरे देश में कांग्रेस पार्टी के सदस्य हैं, परन्तु केन्द्रीय नेतृत्व कमजोर है। स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि सोनिया गांधी को भारत की जनता ने स्वीकार नहीं किया। केवल स्वार्थी नेता सोनिया जी को आगे लाते रह गये तथा कांग्रेस पार्टी को कमजोर करते गये। राहुल गांधी माँ से प्रभावित है, जनता ने राहुल को अपना नेता नहीं माना। देश के हित में कांग्रेस पार्टी का अस्तित्व होना आवश्यक है जिससे दो राष्ट्रीय पार्टियाँ कांग्रेस एवं भाजपा देश का नेतृत्व कर सकें।कांग्रेस पार्टी किसी अच्छी छवि के नेता को अध्यक्ष बनाये। ऐसा नेता जो जनता पर प्रभाव डाल सके। जनता में अच्छी छवि के नेता ही प्रभाव डाल पायेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारतीय जनता पार्टी को एक राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बना दिये हैं। प्रजातन्त्र के लिये कांग्रेस की आवश्यकता है। दो राष्ट्रीय पार्टी के बिना प्रजातन्त्र खतरे में रहता है। निरंकुश तन्त्र पनपने लगता है। दो राष्ट्रीय पार्टी होने से शासन में रहने वाली पार्टी पर अंकुश बना रहता है। कांग्रेस पार्टी के सदस्य पूरे देश में हैं और गाँव-गाँव में सक्रिय हैं। सही नेतृत्व की आवश्कता है।

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एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के नोडल प्रभारी सिविल सर्जन, सतना डाॅ. प्रवीण श्रीवास्तव नें कोविड वायरस संक्रमण की वस्तुस्थिति, सुरक्षा एवं बचाव पर समस्त जानकारियाॅ साझा करते हुए वैक्सीन लगवानें की जरुरत पर चर्चा के साथ एहतियात के उपाय भी बताए। उन्होंने कहा कि ठंडा पदार्थ कम से कम लें, गरम पानी पिऐं, 3 से चार बार भाप लें, Social Distance और Hand Wash के साथ थ्री लेयर Mask लगाना जरुरी है इसी के साथ हम सभी को अपनी दिनचर्या पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है और भोजन में पोषक आहार लेना आवश्यक है जिससे आपको स्वस्थ रहने में मदद तों मिलेगी ही इसी के साथ आपको अपनी डाइट में विटामिन सी,बी काम्पलेक्स, 60 हजार यूनिट का विटामिन डी हर हफ्ते, हाई रिच प्रोटीन शामिल करना है, आक्सीजन का लेबल हमेशा आपके शरीर में उचित बना रहना चाहिए इसमें 2 फीसदी की भी गिरावट नहीं होना चाहिए। जब कभी भी ऐसा प्रतीत हो कि कोविड के कुछ लक्षण मिल रहे हैं तो इसकी जॅाच करा लेना चाहिए न कि पैनिक करना चाहिए क्योंकि यह इन्फेक्सियस तो है पर वायरस की मोर्टलिटी रेट कम है। उन्होंने कहा कि 22 से 45 के लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं उन्हें मास्क, सैनिटाइजर, ग्लब्ज, कैप का इस्तेमाल कार्य की प्रकृति के अनुसार जरुर करना चाहिए। टीकाकरण महोत्सव के बारे में बताते हुए टीकाकरण महोत्सव 11 से 14 अपै्रल तक है इसके लिए सतना को कोविडशील्ड वैक्सीन की डोज हासिल हो चुकी है। कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार के चलते निजी अस्पतालों को भी टीकाकरण प्रक्रिया में शामिल किया गया है। अधिक जानकारी के लिए शासन के टोल फ्री नम्बर पर काॅल करके जानकारी हासिल करें। कोविड का इलाज है, घबराऐं नहीं और अपनी बारी आने पर टीका जरुर लगवाऐं न कि अफवाहों पर घ्यान दें मल्टीविटमिन,जिंक,कैल्सियम अपने आहार में शामिल करें, योग घ्यान करें और व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। कार्यक्रम में वि.वि. के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।

 

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एकेएस वि.वि. सतना के चार विद्यार्थियों शिवम कुमार,बीएससी, एग्रीकल्चर, आनर्स अभिनव कुमार, बीएससी,एग्रीकल्चर,आनर्स,शिवम सिंह बीटेक,माइनिंग और नीरज पटेल,बी.काॅम,सीए ने राष्ट्रीय सेवा योजना के शिविर मे हिस्सा लिया। अपनी भागीदारी निभाते हुए छात्रों ने अपने अनुभव शेयर किए और बताया कि सुबह की शुरुआत प्रभातफेरी से होती थी।योग,व्यायाम इसका नियमित हिस्सा थे तत्पश्चात परियोजना कार्य के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में पहुॅचकर भी कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ। एकेएस वि.वि. के कार्यक्रम समन्वयक डाॅ. महेन्द्र तिवारी और कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. दीपक मिश्रा ने चारों छात्रों का सतत मार्गदर्शन किया। शिविर में डाॅ. क्रांति राजौरिया,शासकीय महाविद्यालय ने सभी छात्रों को राष्ट्रीय सेवा योजना के महत्व से परिचित कराया। शिविर 16 से 22 मार्च तक चला जिसमें छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत करके अपने हुनर का प्रदर्शन किया। 

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एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में सतना जिले के विभिन्न विद्यालयों के गणित, विज्ञान कामर्स और आर्ट्स संकाय के विद्यार्थियों ने भ्रमण करके जानकारी प्राप्त कर रहे हैं और निःशुल्क कॅरियर काउंसिलिंग प्राप्त कर रहे हैं। कॅरियर ओरिएन्टेड काउंसिलिंग के दौरान छात्रों ने विभिन्न वक्ताओं को सुना और वि.वि. में चल रहे विभिन्न कोर्सेस की जानकारी प्राप्त की। विद्यार्थियों ने वायोटेक लैब, फार्मेसी लैब, कम्प्यूटर प्रयोगशाला, फूड टेक लैब, रिसर्च एण्ड डेव्हलपमेंट लैब का अवलोकन किया। आर्टस संकाय में कम्प्यूटर लैब, लायब्रेरी, फैशन डिजायनिंग विभाग के साथ गणित संकाय के लिए फिजिक्स और रसायन विज्ञान की प्रयोगशाला जो आगामी जीवन में उपयोगी है इसी के साथ वि.वि. के समस्त संकायों की जानकारी भी प्राप्त की। वि.वि. की पारदर्शी परीक्षा प्रणाली,समय पर परीक्षा समय पर परिणाम, उन्नत क्लासरुम के साथ पूरे कैम्पस का भ्रमण करके विद्यार्थियों ने समस्त जानकारियाॅ विषय विशेषज्ञों ने दीं इसी कार्यक्रम में वि.वि. के विभिन्न संकायों इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर, फूड टेक.कम्प्यूटर, कामर्स, मैनेजमेंट, फार्मेसी,बेसिक साइंस, पैरामेडिकल, लाइफ साइंस, फाइन आर्टस ,डिजाइन, हयूमैनिटीज, एज्यूकेशन के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई। शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक माध्यमिक व्यावसायिक नोडल अधिकारी मनोज मिश्रा ,जैतवारा ने विद्यालय के विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। उनके साथ विद्यालय के शिक्षक प्रवीण द्विवेदी,राजकिरण कुशवाहा,दिव्या त्रिपाठी,प्रतिमा सिंह उपस्थित रहीं।

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भारत की आजादी की 75वें वर्ष के पूर्व का स्वदेशी विज्ञान महोत्सव एवं विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को स्थापित करने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश विज्ञान सम्मेलन एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत समूचे मध्यप्रदेश में विज्ञान यात्रा शैक्षणिक संस्थाओं में जाकर वैज्ञानिक उपलब्धियों से अवगत करा रहा है। विज्ञान यात्रा का आयोजन विज्ञान भारती, म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् भोपाल एवं आई.टी.आई. इंदौर के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है।
यह विज्ञान यात्रा ए.के.एस. विश्वविद्यालय में पहुँची जहाँ भव्य स्वागत किया गया। विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में प्रोचांसलर इंजी. अनंत सोनी, विज्ञान संकाय के डीन डाॅ. जी.पी. रिछारिया, पर्यावरण विज्ञान के विभागाध्यक्ष डाॅ. महेन्द्र तिवारी, डाॅ. कमलेश चैरे, डाॅ. अखिलेश ए. वाऊ, भूपेन्द्र सिंह, डाॅ. अश्विनी वाऊ, धीरेन्द्र, साइंस कम्युनिकेटर श्री राजेन्द्र सिंह, कोआर्डिनेटर सुनील सिंह, तकनीकि सदस्य देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से अंश जैन, मिहिर जोशी, अक्षय दशौरा एवं शैक्षणिक स्टाॅफ तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।
ए.के.एस. विश्वविद्यालय के प्रोचांसलर अनंत सोनी ने विज्ञान यात्रा को ऐतिहासिक कदम बताते हुए विज्ञान के चमत्कार पर विस्तार से प्रकाश डाला। पर्यावरण विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. महेन्द्र कुमार तिवारी ने विज्ञान यात्रा के इस विशाल आयोजन पर शानस को बधाई देते हुए कहा कि इससे विश्वविद्यालयीन छात्र-छात्राओं एवं शाधार्थियों को शोध के मार्ग प्रशस्त होंगे जो आगामी समय में भारत के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। डीन डाॅ. जी.पी. रिछारिया ने विज्ञान के महत्व एवं योगदान पर प्रकाश डाला।
भोपाल से आये साइंस कम्यूनिकेटर श्री राजेन्द्र सिंह ने इस विज्ञान यात्रा के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आयोजन संस्थायें विज्ञान के क्षेत्र में अविस्मरणीय कार्य एवं बच्चों में विज्ञान के प्रति जिज्ञासा जागृत कर रही हैं। उन्होंने बताया कि म.प्र. विज्ञान सम्मेलन एवं प्रदर्शनी का भव्य आयोजन मई 11 से 13 तक आई.टी.आई. इन्दौर में किया जा रहा है जहाँ पर विज्ञान प्रदर्शनी, शोध, तकनीक, पारम्परिक विशेष ज्ञान प्रदर्शित करने का मौका विद्यार्थियों को मिलेगा। श्री राजेन्द्र सिंह ने विज्ञान यात्रा में लगे विशेष उपकरणों से छात्र-छात्राओं का परिचय कराया जिसमें गति के नियम, ए.डी. करेंट, विभवान्तर, भाप का इंजन, टेस्ला कुंडली, स्टोवोस्कोप रोचक रहे। वहीं कुछ प्रयोगों को करके भी बताया जिसे विद्यार्थियों ने बहुत सराहा। विश्वविद्यालय परिवार की ओर से आये हुए अतिथियों को शाॅल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डाॅ. महेन्द्र कुमार तिवारी ने करते हुए कहा कि अंधविश्वास हटायें वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनायें एवं राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें।

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एकेएस वि.वि. सतना में आयोजित आत्मा प्रोजेक्ट के तहत फार्मर Wellfare And Agriculture Department सतना के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित करते हुए सतना सांसद गणेश सिंह ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है जितने भी परिवर्तन कृषि के क्षेत्र में आकार ले रहे हैं वह सब भविष्येान्मुखी हैं उन्होंने कृषि आदान विक्रेताओं और उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि सतना जिले को टमाटर मंडी का तमगा मिला है तो इस दिशा में बडा काम होना चाहिए और किसानो को मिटट् का परीक्षण करवाना चाहिए कैश क्राप के उत्पादन में अब कमी आई है जो बढना चाहिए। आत्मा द्वारा प्रारंभ किए गए प्रोजेक्ट की उन्होंने तारीफ की और कहा कि जो बीमारियाॅ कृषि के क्षेत्र में आई हैं उनके बारे में अगर दुकानदार को जानकारी है तो वह सही दवाऐं देकर किसान की फसलोत्पादन में वृद्वि करेगें और अगर जानकारी नहीं हैं तो उनकी दी हुई कीटनाशक फायदे की जगह नुकसान में तब्दील हो जाऐंगीं। खाद्यान के उत्पादन में हमने वृद्वि की है,दलहन में अच्छा उत्पादन हुआ है अगर और ज्यादा फयदे की बात करें तो सोयाबीन,चने ओर दलहनी फसलों की बुवाई हो और मिट्टी का परीक्षण हो जाए जो इस साल पूर्ण हुआ है जिसे 5000 हजार रखा गया था। उन्होंने एकेएस वि.वि. के पाॅली हाउस के खीरे और गुलाब का मुजाहिरा किया और ऐसे ही कार्य किसानों के बीच पहुॅचाने की वकालत की। फसल बीमा,समर्थन मूल्य के साथ उन्होेने सरकारी योजनाओ पर भी प्रकाश डाला। युवा उद्वमी नई तकनीक सीखें और एकेएस वि.वि. के एग्रीकल्चर के छात्र माॅडल गाॅवों में विजिट करें ओर अध्ययन करें जिससे उन्हें अच्छे कार्य की प्रेरणा मिले ।दूध,दही,पनीर,खेावा,सब्जी इत्यादि पर भी जिले में नूतनता के साथ कार्य होना चाहिए।आत्म निर्भर भारत,आत्म निर्भर म.प्र. के साथ सतना भी आत्मनिर्भर होना चाहिए। कार्यक्रम में डाॅ.कुरील ने डेसी आत्मा परियोजना के कार्यो पर प्रकाश डाला और किसानों को मिलने वाली सुविधाओं पर बातचीत की। वेदप्रकाश सिंह ने कहा कि 2017 के प्रथम बैच को बेहतरीन रुप से तैयार किया गया है जबकि ये दूसरा बैच है इन्हें 40 क्लासरुम और 8 फील्ड विजिट करवाकर दक्ष किया जाएगा। कार्यक्रम के अंत में सतना सांसद गणेश सिंह और अन्य जनों ने प्रमाण पत्र मंच से प्रदान किए। वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने बताया कि एकेएस वि.वि. सतना द्वारा कृषि वैज्ञानिको के साथ मिलकर उन्नत खेती के क्षेत्र में निरंतर किसानों को प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है भविष्य में 40 विकासखंडोें के किसानों को साथ लेकर रोजगारोन्मुखी कार्य करने का लक्ष्य है जिसे पूर्ण किया जाएगा। उन्होंने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन प्रो.व्योहार ने किया।
ये विशिष्ट और सम्मानित जन रहे उपस्थित
आत्मा के प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम में एकेएस वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी,प्रतिकुलपति प्रो.आर.एन.त्रिपाठी,एमपीपीएससी के पूव्र चेयरमेन प्रो.वी.व्योहार,डीडीए बी.एल कुरील,फैसिलिटेटर डाॅ.वेदप्रकाश सिंह,प्रो.एस.एस.तोमर,डाॅ.नीरज वर्मा,सात्विक सहाय बिसारिया,प्रो.अयोध्या पाण्डेय,संतोष पाण्डेय के साथ अन्य फैकल्टीज और बीएससी एग्रीकल्चर के छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहे।

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एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में सतना जिले के गवर्नमेंट हायरसेकेन्डरी स्कूल भटनवारा विद्यालय के गणित, विज्ञान कामर्स और आर्ट्स संकाय के विद्यार्थी काउंसिलिंग सत्र में शामिल हुए। उनमें हाईस्कुल और हायरसेकेन्डरी के विद्यार्थियों ने भ्रमण करके जानकारी प्राप्त की।निःशुल्क कॅरियर काउंसिलिंग के दौरान एकेएस वि.वि. के एक्जीक्यूटिव अनूप सिंह महेन्द्र कुशवाहा,बीरेन्द्र कुशवाहा,शिवम पाण्डेय ने विद्यार्थियों को गाइड किया। कॅरियर ओरिएन्टेड काउंसिलिंग के दौरान छात्रों ने एकेएस वि.वि. के वरिष्ठ वक्ताओं को सुना जिन्होने विवि. के शिक्षकों ओर विद्यार्थियों के एज्यूकेशन ट्यूर के साथ वि.वि. में चल रहे विभिन्न कोर्सेस की जानकारी दी। विद्यार्थियों को बताया गया कि वि.वि. केा बेस्ट इनोवेटिव यूनिवर्सिटी इन म.प्र.2019,बेस्ट यूनिवर्सिटी इन सेन्ट्रल इंडिया 2019 और लीडिंग यूनिवर्सिटी इन सेन्ट्रल इंडिया 2019 एवार्ड से नवाजा जा चुका है। विद्यार्थियों ने वायोटेक लैब, फार्मेसी लैब, कम्प्यूटर प्रयोगशाला, फूड टेक लैब, रिसर्च एण्ड डेव्हलपमेंट लैब का अवलोकन किया। आर्टस संकाय में कम्प्यूटर लैब, लायब्रेरी, फैशन डिजायनिंग विभाग के साथ गणित संकाय के लिए फिजिक्स और रसायन विज्ञान की प्रयोगशाला जो आगामी जीवन में उपयोगी है इसी के साथ वि.वि. के समस्त संकायों की जानकारी भी प्राप्त की। वि.वि. की पारदर्शी परीक्षा प्रणाली,समय पर परीक्षा समय पर परिणाम, उन्नत क्लासरुम के साथ पूरे कैम्पस का भ्रमण करके विद्यार्थियों ने समस्त जानकारियाॅ विषय विशेषज्ञों ने दीं इसी कार्यक्रम में वि.वि. के विभिन्न संकायों इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर, फूड टेक.कम्प्यूटर, कामर्स, मैनेजमेंट, फार्मेसी,बेसिक साइंस, पैरामेडिकल, लाइफ साइंस, फाइन आर्टस ,डिजाइन, हयूमैनिटीज, एज्यूकेशन के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, भटनवारा और बाल भारती स्कूल,अमरपाटन के अध्यापक और छात्र-छात्राऐं इस मौके पर उपस्थित रहे।

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एकेएस वि.वि. सतना के बायोटेक विभाग में तीन दिवसीय नेशनल साइंस फेस्टिवल 2021 का समापन  20 मार्च को किया गया। डीन प्रो.जी.पी. रिछारिया ने बताया कि बायोक्रिएशन -2021 कार्यक्रम एम.पी. काउंसिल आफ साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी, भोपाल, द नेशनल एकेडमी आफ साइंस, भेापाल चैप्टर,द बायोटेक रिसर्च योसायटी, इंडिया, महाकौशल विज्ञान परिषद, विज्ञान  भारती, सोसायटी आफ लाइफ साइंसेस, सतना और माइक्रोबायोलाॅजिस्ट सोसायटी, इंडिया के तत्वावधान में आयोजित किया गया। बायोक्रिएशन 2021 का मूल उद्येश्य बायो इनोवेशन के लिए टेक फेस्ट का आयोजन करना था। समाज के विकास में अपना योगदान देने के लिए लालयित युवा वैज्ञानिकों को यह एक आदर्श प्लेटफार्म रहा। कार्यक्रम में विज्ञान के क्षेत्र के ग्रेजुएट,पोस्ट ग्रेजुएट विद्यार्थी और रिसर्च स्काॅलर्स ने हिस्सा लिया।  कार्यक्रम की थीम साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी, इनोवेशन पाॅलिसी, इफैक्ट आन एज्यूकेशन एण्ड स्किल थी। इंटरैक्टिव सेशन के साथ 19 प्रकार की विज्ञान गतिविधियाॅ यहाॅ पर जजेस की पारखी निगाहों से गुजरीं और विजेता बनने की कश्मकश के लिए प्रतिभागी चुनें गए। प्रतियोगिताओं में माॅडेस्टी प्ले, बायोएक्सप्रेशन, बायोव्यूवर्स, वायेाप्लेयर्स, बायोइमेजर्स, टेक्सचुअल प्ले, क्रिएटिव कार्नर, बायोब्रेन्स, बायोडिजायनर्स, माइक्रोटयून्स, बायोइनफार्मेसिया,स्क्ल्सि इन थ्रिल्स, सोलो एण्ड ग्रुप, यूफोरिया और रिसर्च स्कालर्स के लिए माॅडेस्टी प्ले, बायोएक्सप्रेशंस, बायोइग्नीशन, बायोविजन, माइक्रोट्यून्स, बायोइन्फार्मेसिया प्रमुख प्रतियोगिताऐं आयोजित होगीं। । बायोक्रिएशन-2021 कार्यक्रम के सभी विनर्स को वि.वि. के बायोटेक लैब में फ्री ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी इस बात की जानकारी कार्यक्रम के पूर्व दे दी गई थी।एवार्डस की केटेगरी में आउटस्टैंडिंग इंन्स्टीट्यूशन एवार्ड,बेस्ट परफार्मर,बडिंग रिसर्चर एवार्ड,इंस्पायर एवार्ड,आइकाॅन एवार्ड,टीम इंपैक्ट एवार्ड,बेस्ट फैकल्टी कोआॅर्डिनेटर एवार्ड,पार्टिसिपेशन सर्टिफिकेट,बेस्ट एम्बेस्डर एवार्ड,अट्रेक्टिव रिकाॅग्निशन इत्यादि पारितोषिक प्रदान किए गए। सभी प्रतिभागियों के लिए नियत दिशा-निर्देश तय किए गएं। इस कार्यक्रम का शुभारंभ प्रो.भरतशरण सिंह,माननीय चेयरमैन,एमपी प्रायवेट यूनिवर्सिटी,म.प्र. काउंसिल आॅफ साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी,रेग्यूलेटरी कमीशन,प्रो.अनिल कोठारी, डायरेक्टर जनरल.म.प्र.सरकार,श्री प्रवीण रामदास,नेशनल सेक्रेटरीविज्ञान भारती,प्रो.अखिलेश पाण्डेय,कुलपति,विक्रम वि.वि. उज्ज्ैन,एवं प्रो.सुनीता शर्मा अध्यक्ष, महाकौशल विज्ञान परिषद,जबलपूर एवं गवर्नमेंट साइंस काॅलेजके आतिथ्य ने किया था जबकि समापन के मौके के मुख्य अतिथि प्रो. त्रिपाठी रहे। उन्होंने सभी विजेताओ को पुरस्कृत किया जिसमें प्रथम द्वितीय ओर तृतीय पुरस्कारों में प्रियंका विश्वकर्मा, कुमार सानू रवि, प्रेमा सिंह,  सुप्रिया द्विवेदी,संजोली खरे,पारुल शुक्ला,अभय शर्मा,श्रुति शुक्ला,सुनीता कुशवाहा,संस्कृति सिंह,प्रतीक निगम,प्रदीप नायक,सुनीता कुशवाहा,बीरेन्द्र पाण्डेय,अनम रईन,साहिबा बेगम,श्रिष्टी सोनी,श्रष्टी प्रजापति,आयुष कुमार विश्वकर्मा इत्यादि प्रमुख रहे। कार्यक्रम का समापन गरिमामयी तरीके से किया गया। कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक एकेएस वि.वि. के कुलाधिपति माननीय बी.पी.सोनी जी,संरक्षक प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी रहे। कार्यक्रम के चेयरमैन प्रो.जी.पी. रिछारिया और कार्यक्रम संयोजक प्रो.शिवेश प्रताप सिंह,सेक्रेटरी नासी बनाए गए थे। आर्गनायजिंग सेक्रेटरी डाॅ.दीपक मिश्रा, डाॅ.अश्विनी बाऊ,डाॅ.रेनी निगम और कोआर्गनायजिंग सेक्रेटरी डाॅ.लवली महावर और संध्या पाण्डेय रहे। कार्यक्रम के कोआॅर्डिनेटर प्रो.कमलेश चैरे,विभागाध्यक्र्ष िडपर्टमेंट आॅफ बायोटेक्नाॅलाॅजी,सतना रहे। 

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एकेएस वि.वि. सतना के बायोटेक विभाग में तीन दिवसीय नेशनल साइंस फेस्टिवल 2021 का समापन  20 मार्च को किया गया। डीन प्रो.जी.पी. रिछारिया ने बताया कि बायोक्रिएशन -2021 कार्यक्रम एम.पी. काउंसिल आफ साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी, भोपाल, द नेशनल एकेडमी आफ साइंस, भेापाल चैप्टर,द बायोटेक रिसर्च योसायटी, इंडिया, महाकौशल विज्ञान परिषद, विज्ञान  भारती, सोसायटी आफ लाइफ साइंसेस, सतना और माइक्रोबायोलाॅजिस्ट सोसायटी, इंडिया के तत्वावधान में आयोजित किया गया। बायोक्रिएशन 2021 का मूल उद्येश्य बायो इनोवेशन के लिए टेक फेस्ट का आयोजन करना था। समाज के विकास में अपना योगदान देने के लिए लालयित युवा वैज्ञानिकों को यह एक आदर्श प्लेटफार्म रहा। कार्यक्रम में विज्ञान के क्षेत्र के ग्रेजुएट,पोस्ट ग्रेजुएट विद्यार्थी और रिसर्च स्काॅलर्स ने हिस्सा लिया।  कार्यक्रम की थीम साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी, इनोवेशन पाॅलिसी, इफैक्ट आन एज्यूकेशन एण्ड स्किल थी। इंटरैक्टिव सेशन के साथ 19 प्रकार की विज्ञान गतिविधियाॅ यहाॅ पर जजेस की पारखी निगाहों से गुजरीं और विजेता बनने की कश्मकश के लिए प्रतिभागी चुनें गए। प्रतियोगिताओं में माॅडेस्टी प्ले, बायोएक्सप्रेशन, बायोव्यूवर्स, वायेाप्लेयर्स, बायोइमेजर्स, टेक्सचुअल प्ले, क्रिएटिव कार्नर, बायोब्रेन्स, बायोडिजायनर्स, माइक्रोटयून्स, बायोइनफार्मेसिया,स्क्ल्सि इन थ्रिल्स, सोलो एण्ड ग्रुप, यूफोरिया और रिसर्च स्कालर्स के लिए माॅडेस्टी प्ले, बायोएक्सप्रेशंस, बायोइग्नीशन, बायोविजन, माइक्रोट्यून्स, बायोइन्फार्मेसिया प्रमुख प्रतियोगिताऐं आयोजित होगीं। । बायोक्रिएशन-2021 कार्यक्रम के सभी विनर्स को वि.वि. के बायोटेक लैब में फ्री ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी इस बात की जानकारी कार्यक्रम के पूर्व दे दी गई थी।एवार्डस की केटेगरी में आउटस्टैंडिंग इंन्स्टीट्यूशन एवार्ड,बेस्ट परफार्मर,बडिंग रिसर्चर एवार्ड,इंस्पायर एवार्ड,आइकाॅन एवार्ड,टीम इंपैक्ट एवार्ड,बेस्ट फैकल्टी कोआॅर्डिनेटर एवार्ड,पार्टिसिपेशन सर्टिफिकेट,बेस्ट एम्बेस्डर एवार्ड,अट्रेक्टिव रिकाॅग्निशन इत्यादि पारितोषिक प्रदान किए गए। सभी प्रतिभागियों के लिए नियत दिशा-निर्देश तय किए गएं। इस कार्यक्रम का शुभारंभ प्रो.भरतशरण सिंह,माननीय चेयरमैन,एमपी प्रायवेट यूनिवर्सिटी,म.प्र. काउंसिल आॅफ साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी,रेग्यूलेटरी कमीशन,प्रो.अनिल कोठारी, डायरेक्टर जनरल.म.प्र.सरकार,श्री प्रवीण रामदास,नेशनल सेक्रेटरीविज्ञान भारती,प्रो.अखिलेश पाण्डेय,कुलपति,विक्रम वि.वि. उज्ज्ैन,एवं प्रो.सुनीता शर्मा अध्यक्ष, महाकौशल विज्ञान परिषद,जबलपूर एवं गवर्नमेंट साइंस काॅलेजके आतिथ्य ने किया था जबकि समापन के मौके के मुख्य अतिथि प्रो. त्रिपाठी रहे। उन्होंने सभी विजेताओ को पुरस्कृत किया जिसमें प्रथम द्वितीय ओर तृतीय पुरस्कारों में प्रियंका विश्वकर्मा, कुमार सानू रवि, प्रेमा सिंह,  सुप्रिया द्विवेदी,संजोली खरे,पारुल शुक्ला,अभय शर्मा,श्रुति शुक्ला,सुनीता कुशवाहा,संस्कृति सिंह,प्रतीक निगम,प्रदीप नायक,सुनीता कुशवाहा,बीरेन्द्र पाण्डेय,अनम रईन,साहिबा बेगम,श्रिष्टी सोनी,श्रष्टी प्रजापति,आयुष कुमार विश्वकर्मा इत्यादि प्रमुख रहे। कार्यक्रम का समापन गरिमामयी तरीके से किया गया। कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक एकेएस वि.वि. के कुलाधिपति माननीय बी.पी.सोनी जी,संरक्षक प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी रहे। कार्यक्रम के चेयरमैन प्रो.जी.पी. रिछारिया और कार्यक्रम संयोजक प्रो.शिवेश प्रताप सिंह,सेक्रेटरी नासी बनाए गए थे। आर्गनायजिंग सेक्रेटरी डाॅ.दीपक मिश्रा, डाॅ.अश्विनी बाऊ,डाॅ.रेनी निगम और कोआर्गनायजिंग सेक्रेटरी डाॅ.लवली महावर और संध्या पाण्डेय रहे। कार्यक्रम के कोआॅर्डिनेटर प्रो.कमलेश चैरे,विभागाध्यक्र्ष िडपर्टमेंट आॅफ बायोटेक्नाॅलाॅजी,सतना रहे। 

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