एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में जल है तो कल है की थीम के साथ भारतीय खान व्यूरों का कार्यक्रम आयोजित किया गया। खनन पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण सप्ताह के तहत रखे गए कार्यक्रम में organizing Comity के member के साथ विभिन्न संस्थाओं और Mines के क्षेत्र में कार्यरत विशिष्टजन भी उपस्थित रहे। सभी ने अपने अनुभवी विचारों से कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए मशविरा दिया। 29वें "Mines Environment and Minerals Conservation Week" 2019.2020 के आयोजन में कार्यक्रम की अध्यक्षता एकेएस वि.वि. के Mining विभाग के मि. पालित ने की। इस मौके पर सम्पूर्ण खाका खींचते हुए खनन पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण सप्ताह के कार्यक्रमों का सिलसिलेवार एजेण्डा विवरण दिया गया जिसे मि.आर.पुरोहित, Indian व्यूरो of Mines ने प्रस्तुत किया और सभी से संवाद करते हुए उन्होंने organizing comity, Co ordinance, Calendar, souvenir, budget, poster, slogans, inspection team पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम में एकेएस वि.वि. के प्रोचांसलर ओर चेयरमैन अनंत कुमार सोनी,प्रो.जी.सी.मिश्रा,प्रो.जी.के.प्रधान,अनिल मित्तल,प्रो दास गुप्ता,प्रो.प्रसाद,प्रो.बी.के.मिश्रा के साथ अन्य विशिष्टजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में वि.वि. के प्रोचासलर अनंत कुमार सोनी ने मि.पुरोहित को स्मुति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के आयोजक केजेएस सीमेंन्ट रहे।
एकेएस वि.वि. सतना के #Fashion designing विभाग में तीन दिवसीय Hand Made Slik Thread Jewelry के प्रशिक्षण के दूसरे दिन Ear Ring में slik Tread का प्रयोग कैसे करें व कम लागत में बेहतर ज्वैलरी केसे बनाऐं इस पर प्रशिक्षण संपन्न हुआ। Fashion डिजायनिंग विभाग के प्रथम दिन के कार्यक्रम में 100 से ज्यादा प्रशिक्षणार्थियों को बेंगल्स में Slik Tread का प्रयोग बताया गया।महिलाओं के गहनों में प्लास्टिक Best झुमका बनाना सिखाया गया जिसमें बकरम, आई पिन, slik Thread, Stone Chain, purl chain, earring stud Base जैसी चीजों का बेहतर इस्तेमाल करते हुए उनकों कम लागत में तैयार करने का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम की trainer प्रियंका बागरी ने बताया कि रचनात्मकता कुछ अलग करने की प्रेरणा देती है जब उन्होंने इनका कार्य प्रारंभ किया था तो यह एक शैाक था जो अब जुनून बन गया है। Fashion कभी पुराना या नया नहीं होता है इसका pattern बदल जाता है और जो ट्रेड को समझ जाता है वह हुनरमंद कहलाता है। jewelry designing भी एक रचनात्मक कार्य है ट्रेनिंग के अंतिम दिन प्रियंका necklace, greeting cards, Best through Best, paper Ring और Work from home पर उपस्थित प्रतिभागियों को विस्तृत जानकारी और मार्गदर्शन देंगी। तीन दिनो तक चलने वाले Training में दिल्ली से अपना प्रिया Collection चलाने वाली प्रियंका बागरी ने बताया कि Hand made Slik Thread जूलरी ट्रेनिंग कार्यक्रम में स्टेप बाय स्टेप प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है प्रशिक्षिका ने बताया कि घर पर रहकर कार्य करने और रोजगार का माध्यम बनाने के लिए महिलाओं के यह प्रशिक्षण काफी महत्वपूर्ण है। इसके साथ रचनात्मक दृष्टिकोण रखने वाली महिलाओं ओर Girls के लिए भी यह महत्वपूर्ण training है। कार्यक्रम में चुमन यादव और रेनू शुक्ला ने प्रियंका बागरी के साथ विद्यार्थियों को चीजों को बारीकी से समझने में मदद की।
एकेएस वि.वि. सतना के #Department Of Art में मिर्जा समीउल्ला बेग के निदेशन में Hand made Slik Thread jewellery का प्रशिक्षण संपन्न हुआ। Department Of Art के प्रथम दिन के प्रशिक्षण में प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्हांने कहा कि हुनर कभी जाया नहीं होता है यह हमेशा हमे आगे बढाता है हुनरमंद बनिए और तरक्की करिए। कार्यक्रम की ट्रेनर प्रियंका बागरी रहीं जिन्होने इसके Basics और अन्य चरण बताए। लगातार तीन दिनो तक चलने वाले कार्यक्रम में Step by step प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। घर पर रहकर कार्य करने के लिए और रोजगार करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण है। कार्यक्रम में चुमन यादव और रेनू शुक्ला ने विद्यार्थियों को चीजों को बारीकी से समझने में मदद की।
रामपुर विकासखंड अन्तर्गत ग्राम पंचायत गाड़ा तथा सिंधौली में एकेएस विश्वविद्यालय के बीएससी कृषि 7वे सेमेस्टर के विद्यार्थियो द्वारा ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव 2019 के अंतर्गत, ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम के छात्रों ने रावेे समन्वयक सात्विक बिसारिया की अगुवाई में 6 नवंबर को किसान संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमे एकेएस विश्वविद्यालय के कृषि विभाग के अधिष्ठाता डॉ साहिब सिंह तोमर, डॉ भूमानन्द स्वामी, डॉ कुबेर राम मौर्य, श्री अब्दुल वारसी, श्री धेरेन्द्र चतुर्वेदी और कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ वेद प्रकाश और स्थानीय कृषक उपस्थित रहे। किसान संगोष्ठी में कृषि विशेषज्ञों ने जैविक कृषि के महत्व को बताया साथ ही साथ कृषको को इस बात की भी जानकारी दी गयी कि कैसे कृषक अपने खेतों में जैविक खेती करते हुए फसलों में लगने वाले रोग-व्याधि एवं कीटों का प्रवंधन कर सकते है। विशेषज्ञों के द्वारा कृषको को इस बात की भी जानकारी दी गयी की कैसे स्थानीय संसाधनों का उपयोग करते हुए फसलो की पोषक तत्वों के मांग की पूर्ति की जा सकती है तथा फसल उपज को बढ़ाया जा सकता है। संगोष्ठी में नछत्र आधारित कृषि पर भी चर्चा की गई और कृषको को बताया गया कि कैसे कृषि कार्यों को नछत्रो को ध्यान में रख कर करने से कृषक लाभान्वित हो सकते हैं। तत्पश्चात कृषि विशेषज्ञों ने किसानों के सवालों के जवाब भी दिए जिससे किसानों की कृषि से संबंधित सारी दुविधाओं को किसान संगोष्ठी में दूर किया गया। उक्त कार्यक्रम को कराने में विश्वविद्यालय के कृषि विभाग के डीन एस एस तोमर, एचओडी नीरज वर्मा, रावेे समन्वयक सात्विक बिसारिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा। साथ ही ग्राम सिंधौली व गाड़ा के रावे छात्र भी उपास्थि रहे।
एकेएस वि.वि. सतना के Computer Science विभाग द्वारा Red Hat Global Certification Training कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें Red hat System Administrator परीक्षा से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण रोष्ट्रिस Private Limited बेगलौर के द्वारा प्रदान किया गया। जिसमें प्रशिक्षक चंद्रशेखर ने विद्यार्थियों को training प्रदान की। कार्यक्रम में50 विद्यार्थियों की सहभागिता उल्लेखनीय रही। प्रशिक्षण के दौरान अखिलेश ए.बाउ अैार co-ordinator हरिमोहन मिश्रा ने Global Certification training कार्यक्रम का समस्त जिम्मा सॅभाला।इसकी परीक्षा भी 04 नवंम्बर को संपन्न हो गई।
एकेएस वि.वि. सतना के शिक्षा विभाग में 01 नवंबर को म.प्र. का स्थापना दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया और दो नवंबर को इसका विधिवत समापन अतिथियों की उपस्थिति में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो.आर.एन.त्रिपाठी ने की। कार्यक्रम के समापन अवसर पर भी अतिथियों का स्वागत किया गया तत्पश्चात मध्यप्रदेश की गरिमा,महिमा ओर ओजस्वी व्यक्तित्वों के बारे मे चर्चा की गई। कार्यक्रम में भव्य रंगारंग सांस्कृतिक प्रसतुतियाॅ आकर्षण का केन्द्र रहीं। डीएलएड की छात्राध्यापक कविता ने आशा और विश्वास पर आधारित गीत प्रसतुत किया। रागिनी और प्रियांशी द्वारा युगल गीत, पंकज पाण्डेय ने गीत प्रस्तुत किया। स्थापना दिवस कार्यक्रम में सभी को प्रदेश के विकास और समृद्वि के लिए दृढ प्रतिज्ञ होने का संकल्प दिलाया गया था। कार्यक्रम के दौरान निबंध लेखन, खेलकूद और फूड स्टाॅल सजाए गए थे। समापन अवसर पर कार्यक्रमों के दौरान एकेएस वि.वि. शिक्षा विभाग के डीन डाॅ. आर.एस.निगम,प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन, विभागाध्यक्ष डाॅ. आर.एस. मिश्रा, बी.डी.पटेल, पूर्णिमा सिंह, अनुरुद्व कुमार, डाॅ. कल्पना मिश्रा, रानू सोनी, नीरु सिंह, डाॅ. भगवानदीन, डाॅ.सुनील, नीता सिंह, विजय पाण्डेय, नरेन्द्र कुमार और शिखा त्रिपाठी की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। आभार प्रदर्शन विभागाध्यक्ष ने करते हुए सभी को कार्यक्रम के लिए आभार व्यक्त किया ओर विद्यार्थियों के परिश्रम की सराहना करते हुए इसे सफल कार्यक्रम बताया।
ए.के.एस. University एवं राजीव गाँधी College सतना के समाजकार्य विभाग द्वारा ‘अर्ली इयर्स’ (Early Years) 4-8 आयु वर्ग के बच्चों की शिक्षा की बुनियादी प्रारंभिक दक्षतायें जानने हेतु प्रथम education foundation की सर्वेक्षण इकाई असर center के माध्यम सतना जिले के में चयनित 60 गाँव का सर्वेक्षण किया जायेगा l इस प्रशिक्षण हेतु दिनांक 04 से 07 नवम्बर तक चार दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन राजीव गाँधी college सतना में संम्पन किया गया l इसमें करीब 60 Students को सर्वेक्षण के लिए प्रशिक्षित किया गया है l प्रशिक्षण की शुरुआत करते हुए कॉलेज प्राचार्य डाॅ. जी.ए,l- पाण्डेय ने कहा की किसी भी समाजकार्य के माध्यम से बच्चों में शिक्षा से सम्बन्धी दक्षताएँ एवं किसी भी कार्य को जमीनी स्तर से सीखने के लिए इस प्रकार के सर्वेक्षण एवं अनुसन्धान की महत्वपूर्ण आवश्यकता होती है l इससे ही आगे बच्चों के बुनियादी समझ में सुधार की सम्भावनाये बढेगी l समाजकार्य की विभागाध्य्क्ष प्रो. मंजू चटर्जी एवं शिक्षक कमलाकर सिंह ने असर सर्वे के माध्यम से शिक्षार्थियों की क्षमता विकास होने के साथ-साथ बच्चों की इस उम्र में क्या समझ होनी चाहिए इसकी वास्तविक जानकारी के बारे में बताया l Annual Status of Education Report (ASER) 2019 सर्वेक्षण के लिए भोपाल से आये कार्यक्रम समन्वयक श्री महेन्द्र सिंह यादव ने बताया की यह सर्वेक्षण देश के सभी राज्यों में किया जा रहा है जिसमें मध्य प्रदेश के सतना और भोपाल जिले को शामिल किया गया है और इसकी रिपोर्ट जनवरी में प्रकाशित की जाएगी, मुख्य प्रशिक्षक के रूप में श्री अखिलेश रिछारिया ,श्री श्याम कोलारे , दिल्ली से सुश्री स्वेता भूताड़ा, श्री राकेश चौहान, धर्मवीर सिंह , मीना शर्मा , सुश्री श्रष्टि ने प्रशिक्षणार्थियों को बच्चों से सम्बन्धी जानकारी लेना व असर टूल के माध्यम से जाँच करने की विस्तृत जानकारी दी l एवं असर सेंटर, प्रथम संस्थान की स्वायत्त अनुसंधान और मूल्यांकन इकाई है , Annual Status of Education Report (ASER) 2019 असर का लक्ष्य ‘अर्ली इयर्स’ (Early Years) पर प्रकाश डालना है और 4-8 आयु वर्ग के छोटे बच्चों के विद्यालय में नामांकन और कुछ अन्य महत्वपूर्ण विकासात्मक संकेतकों पर जानकारी प्रदान करना है |लगभग 60 स्वयंसेवकों Students की टीम जिले में सर्वेक्षण का नेतृत्व करेगी तथा सर्वेक्षण के लिए उपयोग में लाए जाने वाले टूल और प्रक्रियाओं को समझने और उनके अभ्यास हेतु टीम को कार्यशाला प्रशिक्षित किया गया है | चार दिवसीय प्रशिक्षण में कक्षा सत्र के साथ एक दिन का field अभ्यास भी कराया गया है
एकेएस वि.वि. सतना के Sports विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि एकेएस वि.वि. की Girls Badminton Team अटल बिहारी वाजपेयी University,बिलासपुर में कौशल दिखा चुकी है।उसने अपना पहला मैच के IIT University के खिलाफ खेला ओर विजेता का तमगा हासिल किया। East Zone All India Inter University Games Badminton 2019-20 का खेल All India University Association के तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। Badminton खिलाडियों में प्रतिभा है और उन्हे विजयी होकर लौटने का विश्वास भी है। एकेएस वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी,कुलपति प्रो. पारितोष के.बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी,डाॅ. हर्षवर्धन,प्रो.आर.एन.त्रिपाठी,इंजी.आर.के.श्रीवास्तव,डाॅ.जी.के. प्रधान,,के साथ समस्त Dean, Directors और Faculty member ने खिलाडियों की सफलता की कामना करते हुए उन्हे पुनः विजयी होने का शुभाशीष देते हुए शुभकामनाऐं दी हैं। All India Inter University Games 2019-20 में अपने खेल का पराक्रम दिखाने के लिए कोच प्रतिभा खरे के मार्गदर्शन में मोहिनी दास, दिया मरावी, तुल्लिका पनिगरी और साक्षी विमटे के साथ Team ने पहला मैच खेला और विजय श्री का वरण किया। उनका मार्गदर्शन सुनील पाण्डेय, विजय कुमार यादव, प्रतिमा खरे और बाबूलाल ने किया है। Team का अगला मैच वर्धमान University से होना तय हुआ है।
राष्ट्रपिता महात्मा गाॅधी की 150वीं पुण्य तिथि और उसके उपलक्ष्य में आयोजित विचार प्रधान कार्यक्रम, वक्ता यथार्थवादी चिंतक महात्मा गाॅधी के प्रपौत्र जिन्होंने गाॅधी के विचारों को देखा, पढा, समझा, जो गाॅधी को सुनते हुए प्रखर हुए, मौका भावपूर्ण भी था और विचारों की श्रंखला को उच्चमत श्रेष्ठता तक महसूस करने का भी। एकेएस वि.वि. सतना के केन्द्रीय सभागार में एक स्वर्णिम पृष्ट तब जुड गया जब यथार्थवादी चिंतन और सामयिक दृष्टिकोंण की नई आवृत्तियाॅ निर्मित करते हुए तुषार सभागार में उपस्थित हुए। प्रासार में चिंतकों, सुधीजनों, विद्यानों,एकेएस के फैकल्टीज और विद्यार्थियों से बातचीत करते हुए तुषार गाॅधी ने व्याख्यान के दौरान कहा कि बंधुवर, वो बदलाव आप खुद में लाइए जो आप दुनिया में लाना चाहते हैं, तालियों की गडगडाहट में गाॅधी जी के प्रति उमडा अटूट सम्मान था जिन्हे हम पाठ्यपुस्तकों में पढते आए हैं वह साकार रुप से हम सुन रहे थे, और गाॅधी को महसूस करते समूचे लम्हें भी थे। दीवार पर महात्मा गाॅधीं की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में लगा जीवंत पोस्टर और उनके विचारों को सुनने के लिए खचाखच भरा एकेएस वि.वि. का कलामंच। कारण था गाॅधी के आॅगन का वह फूल जिसे तुषार गाॅधी कहते हैं वह हमारे बीच उपस्थित थे, उन्होंने मोहन के बारे में बताया, महात्मा बनने की दास्तां बयाॅ की। मोहनदार की करुणा, मानवीय मुल्यों और उनकी सोच पर प्रकाश डाला। उनका कहना था मोहनदास को दुनिया मानवीय रुप में समझे,जिन्होंने मानवीय कमजोरियों को दूर कर बेहतर इंसान बनना सीखा, उन्होंने पूर्ण स्वराज्य का संदेश देते हुए कहा कि जब तन,मन,और आत्मा स्वतंत्र हो जहाॅ विचारों पर पाबंदियाॅ न हों तब शिक्षा स्वतंत्र है। शिक्षा में आदर्श निर्मित कीजिए तब प्रासंगिक हो जाऐंगें महात्मा गाूधी और भगत सिंह जिन्होने भारत को स्वतंत्र बनाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। भारतवर्ष के प्रखर चिंतक एवं गाॅधी शांति प्रतिष्ठान के ट्रस्टी श्री तुषार गाॅधी एकेएस वि.वि. परिवार और उपस्थित अन्य विद्यजनों से संवाद कर रहे थे। उन्होनें कहा कि अंदर की शक्ति को पहचानिए और आप वह कर जाऐंगें जो कल्पनातीत होगा। गाॅधी को जब आप और हम मानवीय स्वरुप में देखेंगें और दैवीय मुलम्मा न चढाऐंगें तो हमें गाॅधी प्रासंगिक लगेंगें। माननीय श्री तुषार गाॅधी महात्मा गाॅधी के दर्शन एवं वर्तमान परिवेश में उनकी प्रासंगिकता के साथ देश की शिक्षा प्रणाली की समीक्षा करते हुए उन्होने कहा कि शिक्षा प्रणाली में प्रजातंत्र होना चाहिए,न कि गुलामी, आज न शिक्षक स्वतंत्र हैं न विद्यार्थी और न ही संस्थान, स्टूडेन्टस मैकेनिकल रोबोट हो गए हैं।मुल्क का विकास तभी होता है जब क्रांति आती है क्रांति यानी नवरचना की लहर, नवपल्लव और विचारों के कोपलों को फूटने का वक्त मिले। शिक्षा प्रणाली का लक्ष्य अगर सिर्फ नौकरी प्राप्त करना हो तो स्टूडेन्ट कमोडिटी बन जाता है। उन्होंने देश के स्वच्छता अभियान की सराहना की पर इसमें नागरिक सहयोग की कमी की भी बात की। उन्होने इंगित किया कि प्रकाश पुंज आप खुद बनिए वि. वि. के कुलाधिपति श्री बी.पी.सोनी जी ने उनका शॅाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह से सम्मान किया अैोर अपने संवेदनात्मक उदृबोधन में उन्हांेने कहा कि महात्मा गाॅधी के कुल और उनके प्रपौत्र के आने से वि.वि. परिवार धन्य महसूस कर रहा है और उनके विचारों की सरलता और सूक्ष्मता, समग्र को सूक्ष्म में देखने की दृष्टि से हम आभारी हैं और उनके विचारों ने हमें नई उर्जा का सूत्रपात किया है। वि.वि. के प्रोचासलर अनंत कुमार सोनी ने उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा कि गाॅधी और उनके यथार्थ विचार, सत्य शेाधक विचार एक बहुमूल्य धरोहर हैं भारतवर्ष की सम्पूर्ण विश्व कांे दी गई अमूल्य निधि है गाॅधी। जिनके विचारों से संसार सदियों तक रोशन होता रहेगा। ज्ञातव्य है कि इस वर्ष सम्पूर्ण भारत में महात्मा गाॅधी की 150वीं जयंती का आयोजन पूरे देश में किया जा रहा है इसलिए यह आयोजन अत्यंत महत्वपूर्ण है इसी कडी में यह आयोजन गाॅधी को समझने का अत्यंत महत्वपूर्ण पल साबित हुआ। कार्यक्रम का संचालन प्रो.आर.एन त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि वि.वि. में 11 संकाय,40 कोर्सेस और 8500 स्टूडेन्टस है ओर यह वि.वि. इकलौता वि.वि. है जहाॅ स्प्रिच्युअल स्टडीज एक जरुरी विष के रुप में स्टूडेन्अस को पढाया जाता है। कार्यक्रम के दौरान वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवध्रन,डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी,सुधीर जैन और अरुण भारती जी उपस्थित रहे।
एकेएस वि.वि. सतना के प्रबंधन ने जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 3 नवंबर को भारतवर्ष के एक प्रखर चिंतक एवं गाॅधी शांति प्रतिष्ठान के ट्रस्टी श्री तुषार गाॅधी एकेएस वि.वि. परिवार और उपस्थित अन्य विद्यजनों से संवाद करेगें।संवाद का समय 11 बजे से 13.30 तक रहेगा। उल्लेखनीय है कि श्री तुषार गाॅधी महात्मा गाॅधी के पडपोते हैं साथ ही उनका सामाजिक और राजनैतिक क्षेत्र में अपना विशेष योगदान रहा है।वर्तमान में वे लोक सेवा ट्रस्ट मुम्बई के अध्यक्ष हैं। उनकी बहुत सारी विचारप्रधान पुस्तकें विश्वप्रसिद्व रही हैं लेट अस किल गाॅधी उसका उदाहरण है। वर्ष 2019 से वे गाॅधी search Foundation, जलगाॅव के डायरेक्टर हैं। वि.वि. प्रबंधन ने अवगत कराया है कि माननीय श्री तुषार गाॅधी महात्मा गाॅधी के दर्शन एवं वर्तमान परिवेश में उनकी प्रासंगिकता पर व्याख्यान के दौरान प्रकाश डालेंगें। वि. वि. द्वारा उनका सम्मान भी किया जाएगा। ज्ञातव्य है कि इस वर्ष सम्पूर्ण भारत में महात्मा गाॅधी की 150वीं जयंती का आयोजन पूरे देश में किया जा रहा है इसलिए यह आयोजन अत्यंत महत्वपूर्ण है इसी कडी में यह आयोजन गाॅधी को समझने का अत्यंत महत्वपूर्ण पल भी साबित होगा। अतएव वि.वि. परिवार के साथ विद्यार्थियों को भी व्याख्यान के दौरान उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं।
एकेएस वि.वि. सतना के प्रबंधन ने जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 3 नवंबर को भारतवर्ष के एक प्रखर चिंतक एवं गाॅधी शांति प्रतिष्ठान के ट्रस्टी श्री तुषार गाॅधी एकेएस वि.वि. परिवार और उपस्थित अन्य विद्यजनों से संवाद करेगें।संवाद का समय 11 बजे से 13.30 तक रहेगा। उल्लेखनीय है कि श्री तुषार गाॅधी महात्मा गाॅधी के पडपोते हैं साथ ही उनका सामाजिक और राजनैतिक क्षेत्र में अपना विशेष योगदान रहा है।वर्तमान में वे लोक सेवा ट्रस्ट मुम्बई के अध्यक्ष हैं। उनकी बहुत सारी विचारप्रधान पुस्तकें विश्वप्रसिद्व रही हैं लेट अस किल गाॅधी उसका उदाहरण है। वर्ष 2019 से वे गाॅधी search Foundation, जलगाॅव के डायरेक्टर हैं। वि.वि. प्रबंधन ने अवगत कराया है कि माननीय श्री तुषार गाॅधी महात्मा गाॅधी के दर्शन एवं वर्तमान परिवेश में उनकी प्रासंगिकता पर व्याख्यान के दौरान प्रकाश डालेंगें। वि. वि. द्वारा उनका सम्मान भी किया जाएगा। ज्ञातव्य है कि इस वर्ष सम्पूर्ण भारत में महात्मा गाॅधी की 150वीं जयंती का आयोजन पूरे देश में किया जा रहा है इसलिए यह आयोजन अत्यंत महत्वपूर्ण है इसी कडी में यह आयोजन गाॅधी को समझने का अत्यंत महत्वपूर्ण पल भी साबित होगा। अतएव वि.वि. परिवार के साथ विद्यार्थियों को भी व्याख्यान के दौरान उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं।
Tushar Gandhi, the great grandson of Mahatma Gandhi was in AKS University last week to participate in a symposium organized on 150th birth anniversary of Mahatma Gandhi. Addressing the audience on the occasion, he said: “We must change ourselves prior to bringing changes in society.” The AKS staff welcomed each and every statement of the speech with “big round of applause” as it was fully drenched with the “Gandhian philosophy”, a philosophy which may bring “drastic changes” in one’s personality, if implemented positively. Speaking on Mahatma Gandhi, he said, “The messages of Bapu are quite relevant and motivate us to become a good human being.” Laying emphasis on the need of freedom, he said the people of the country must enjoy the complete freedom only then the innovative ideas will generate, and these ideas will be shaping the destiny of the country. He said: “We need to have the faith on our inner strength to achieve the desirable goal of the life.” Throwing lights on the education system of India he said, “Our education system is deprived of the freedom, and its various entities like teachers, students and institutions, may be termed “slaves” of it. He said: “Now a days, the objective of education is to get the good job and the students are satisfied to become a “commodity” only. He appreciated the “Swacchata Abhiyan” of the government but lamented for “non-cooperation” of the people in successful execution of this campaign. At the end of the programme, BP Soni, the Chancellor, expressed his gratitude towards Tushar Gandhi for making his esteemed presence in AKS University, while “vote of thanks” was proposed by Professor RN Tripathi.