सतना। एकऐस वि.वि. सतना ने 27 जून को दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में सेंटर फार एजुकेशन ग्रोथ एण्ड रिसर्च के तत्वावधान में आयोजित कांफ्रेंस में भाग लिया एवं विभिन्न संस्थानों के साथ विविध एकेडेमिक एक्सिलेंस के मुद्दों पर चर्चा की। एकेएस वि.वि. की तरफ से युनिवर्सिटी के प्रो चांसलर अनंत कुमार सोनी और प्रतिकुलपति डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी ने शिक्षा के विकास और विविध आयामों पर विभिन्न युनिवर्सिटीज/शैक्षणिक संस्थानों से चर्चा की एवं प्रथम बार एकेडमिया-एकेडमिया कोलैबरेशन के तहत 16 युनिवर्सिटीज एवं उच्च शिक्षा संस्थानों के साथ मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग साइन किया। इस मौके पर श्री ए.पी. मित्तल, मेम्बर सेक्रेटरी एआईसीटीई, वाइस चांसलर गुजरात टेक्निकल युनिवर्सिटी उपस्थित रहे। एकेएस वि.वि. ने गुजरात टेक्निकल युनिवर्सिटी, जी हिमगिरी युनिवर्सिटी, हिमालयन युनिवर्सिटी, अरूणाचल युनिवर्सिटी, आईईसी युनिवर्सिटी, शोभित युनिवर्सिटी सहित विभिन्न संस्थानों के साथ एमओयू साइन किया। इस एमओयू से एकेएस वि.वि. तथा संबंधित युनिवर्सिटीज/संस्थानों के बीच फैकल्टी एक्सचेंज, स्टूडेंट एक्सचेंज, गेस्ट लेक्चर्स, कोलैबरेटिव रिसर्च और सांस्कृतिक आदान प्रदान का परस्पर विनिमय हो सकेगा। उल्लेखनीय है कि इण्डस्ट्री एकेडमिया के अलावा एकेडमिया-एकेडमिया कोलैबरेशन की बात कई मंचों पर एकेएस वि.वि. के प्रो चांसलर अनंत कुमार सोनी हमेशा उठाते रहे हैं। यह पहली बार है जब इतनी संख्या में युनिवर्सिटीज/संस्थान एक ही मंच पर एक साथ आए हों और उन्होंने आपसी सहमति के आधार पर एमओयू साइन किया हो। इससे एकेएस वि.वि. के विभिन्न संकायों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उच्च मानकों वाले संस्थानों में अध्ययन/रिसर्च करने का मौका मिलेगा।

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सतना। एकेएस वि.वि. सतना में दो दिवसीय वर्कषाॅप का आयोजन किया गया। चर्चा का आयोजन 26 और 27 जून केा एकेएस वि.वि. के कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक की अध्यक्षता में किया गया। उल्लेखनीय है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ,नई दिल्ली द्वारा गठित कमेटी प्रो.कस्तूरीरंगन समिति ने अपना सुझाव केन्द्र सरकार को सौंप दिया है जो मानव संसाधन विकास मंत्रालय की वेबसाइट्स पर उपलब्ध है। वर्कषाॅप की अध्यक्षता करते हुए एकेएस वि.वि. के कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक ने ट्रान्सफार्मिग एज्यूकेषन-राष्ट्रीय षिक्षा आयोग के गठन ओर कार्यप्रणाली और लिबरल आर्ट एज्यूकेषन पर विस्तार से प्रकाष डाला। अपने सारगर्भित उदबोधन में उन्होने रिपोर्ट के संदर्भ में अत्यंत उपयोगी सुझाव दिए। चार्टर्ड एकांउटेंट सिंघई संजय जैन ने कहा कि जो संस्थाऐं, ट्रस्ट, समितियाॅ, निजी षिक्षण संस्थान स्थापित करती हैं उन्हें कंपनी एक्ट की धारा 25 के अंतर्गत लाया जाए उन्होने विस्तार से वित्तीय संसाधनों के उपयोग और संकलन केे बारे में सारगर्भित जानकारी देते हुए कहा कि आयोग को समस्त निजी निवेषकों केा स्कूल, काॅलेज ,वि.वि. स्थापित करने की प्रक्रिया में कम्पनी एक्ट की धारा 25 मे सम्मिलित करने से अधिक निवेष भी होगा और पारदर्षिता भी रहेगी। प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन ने ट्रान्सफार्मिग द रेग्युलेटरी सिस्टम ( नियामक संस्था) और उसकी माॅनिटरिंग पर अहम सुझाव दिए। प्रो.जी.सी.मिश्रा ने इंन्स्टीटयूषनल रिस्ट्रक्चरिंग एण्ड कन्सोलिडेषन पर सुझाव देते हुए संसाधनों की उपलब्धता और उनके उपयुक्त उपयोग के बारे में सुझाव दिया। डाॅ.कमलेष चैरे ने रिसर्च फाउंडेषन के लिए एक व्यवस्थित योजना दर्षाई जिससे कि देष में उपयोगी एवं महत्वपूर्ण षेाध हो सकें जिससे समाज,उद्योग,स्वास्थ्य विषयों पर अंतरराष्ट्रीय रिसर्च हो सके। वर्कषाप का संचालन करते हुए ओएसडी प्रो.आर.एन.त्रिपाठी ने बताया कि वि.वि.प्रबंधन और प्रषासन द्वारा गठित समिति में षामिल वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी,कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक,डाॅ हर्षवर्धन,डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी,प्रो.आर.एन.त्रिपाठी,प्रो.जी.सी.मिश्रा के मार्गदर्षन में सभी सुझावों को पुनर्परीक्षित कर मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार को 30 जून 2019 तक प्रेषित किया जाएगा। वर्कषाॅप में डाॅ.जी.के.प्रधान,कैपासिटी,प्लानिंग,गवर्नेन्स,रेग्युलेषन एण्ड एक्रीडिएषन इन टेक्निकल एज्यूकेषन ने अपने सुझाव दिए। वर्कषाॅप में डाॅ.आर.एस.पाठक ने गवर्नेन्स, रेग्युलेषन एण्ड एक्रीडिएषन इन एग्रीकल्चर एज्यूकेषन,डाॅ.एस.एस.तोमर ने न्यू रिसर्च फाउंडेषन एण्ड फडिंग फाॅर रिसर्च, डाॅ.कौषिक मुखर्जी ने वोकेषनल एज्यूकेषन ,डाॅ. आर.सी.त्रिपाठी ने लीगल एज्यूकेषन, डाॅ. अखिलेष बाउ ने आईटी,एज्यूकेषन,, डाॅ.एस.पी.गुप्ता ने प्रेाफेषलन एज्यूकेषन, इंजी.आर.के.श्रीवास्तव ने इम्प्रूविंग टीचिंग लर्निग एण्ड इवैलयुएषन प्रोसेस, डाॅ.त्रिभुवन सिंह ने एज्युकेषन आॅफ एग्रीकल्चर, बीरेन्द्र पाण्डेय ने हेल्थकेयर एज्यूकेषन पर अपने अहम सुझाव दिए।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना में दो दिवसीय वर्कषाॅप का आयोजन किया गया। चर्चा का आयोजन 26 और 27 जून केा एकेएस वि.वि. के कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक की अध्यक्षता में किया गया। उल्लेखनीय है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ,नई दिल्ली द्वारा गठित कमेटी प्रो.कस्तूरीरंगन समिति ने अपना सुझाव केन्द्र सरकार को सौंप दिया है जो मानव संसाधन विकास मंत्रालय की वेबसाइट्स पर उपलब्ध है। वर्कषाॅप की अध्यक्षता करते हुए एकेएस वि.वि. के कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक ने ट्रान्सफार्मिग एज्यूकेषन-राष्ट्रीय षिक्षा आयोग के गठन ओर कार्यप्रणाली और लिबरल आर्ट एज्यूकेषन पर विस्तार से प्रकाष डाला। अपने सारगर्भित उदबोधन में उन्होने रिपोर्ट के संदर्भ में अत्यंत उपयोगी सुझाव दिए। चार्टर्ड एकांउटेंट सिंघई संजय जैन ने कहा कि जो संस्थाऐं, ट्रस्ट, समितियाॅ, निजी षिक्षण संस्थान स्थापित करती हैं उन्हें कंपनी एक्ट की धारा 25 के अंतर्गत लाया जाए उन्होने विस्तार से वित्तीय संसाधनों के उपयोग और संकलन केे बारे में सारगर्भित जानकारी देते हुए कहा कि आयोग को समस्त निजी निवेषकों केा स्कूल, काॅलेज ,वि.वि. स्थापित करने की प्रक्रिया में कम्पनी एक्ट की धारा 25 मे सम्मिलित करने से अधिक निवेष भी होगा और पारदर्षिता भी रहेगी। प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन ने ट्रान्सफार्मिग द रेग्युलेटरी सिस्टम ( नियामक संस्था) और उसकी माॅनिटरिंग पर अहम सुझाव दिए। प्रो.जी.सी.मिश्रा ने इंन्स्टीटयूषनल रिस्ट्रक्चरिंग एण्ड कन्सोलिडेषन पर सुझाव देते हुए संसाधनों की उपलब्धता और उनके उपयुक्त उपयोग के बारे में सुझाव दिया। डाॅ.कमलेष चैरे ने रिसर्च फाउंडेषन के लिए एक व्यवस्थित योजना दर्षाई जिससे कि देष में उपयोगी एवं महत्वपूर्ण षेाध हो सकें जिससे समाज,उद्योग,स्वास्थ्य विषयों पर अंतरराष्ट्रीय रिसर्च हो सके। वर्कषाप का संचालन करते हुए ओएसडी प्रो.आर.एन.त्रिपाठी ने बताया कि वि.वि.प्रबंधन और प्रषासन द्वारा गठित समिति में षामिल वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी,कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक,डाॅ हर्षवर्धन,डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी,प्रो.आर.एन.त्रिपाठी,प्रो.जी.सी.मिश्रा के मार्गदर्षन में सभी सुझावों को पुनर्परीक्षित कर मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार को 30 जून 2019 तक प्रेषित किया जाएगा। वर्कषाॅप में डाॅ.जी.के.प्रधान,कैपासिटी,प्लानिंग,गवर्नेन्स,रेग्युलेषन एण्ड एक्रीडिएषन इन टेक्निकल एज्यूकेषन ने अपने सुझाव दिए। वर्कषाॅप में डाॅ.आर.एस.पाठक ने गवर्नेन्स, रेग्युलेषन एण्ड एक्रीडिएषन इन एग्रीकल्चर एज्यूकेषन,डाॅ.एस.एस.तोमर ने न्यू रिसर्च फाउंडेषन एण्ड फडिंग फाॅर रिसर्च, डाॅ.कौषिक मुखर्जी ने वोकेषनल एज्यूकेषन ,डाॅ. आर.सी.त्रिपाठी ने लीगल एज्यूकेषन, डाॅ. अखिलेष बाउ ने आईटी,एज्यूकेषन,, डाॅ.एस.पी.गुप्ता ने प्रेाफेषलन एज्यूकेषन, इंजी.आर.के.श्रीवास्तव ने इम्प्रूविंग टीचिंग लर्निग एण्ड इवैलयुएषन प्रोसेस, डाॅ.त्रिभुवन सिंह ने एज्युकेषन आॅफ एग्रीकल्चर, बीरेन्द्र पाण्डेय ने हेल्थकेयर एज्यूकेषन पर अपने अहम सुझाव दिए।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के फैकल्टी आफ एग्रीकल्चर साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी में अतिथियों की उपस्थिति में एग्रीकल्चर सातवे सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए बृहद उन्मुखीकरण कार्यक्रम के समापन अवसर पर रोगोपचार पर डाॅ.डूमर सिंह, और फूड इंडस्ट्री के बारे मे षक्ति सिंह चैहान ने विस्तार से बताया। रावे-(ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव) और एग्रो इंडस्ट्री अटैचमेंट कार्यक्रम में एग्रीकल्चर संकाय के सभी स्टूडेन्टस के लिए चार दिनी कार्यक्रम का आयांजन किया गया। । इसमें एग्रीकल्चर संकाय के विद्यार्थियों को सतना और आसपास के सभी गाॅवों मेें जाने के लिए विद्यार्थियों के समूह बनाए गए और कैसे गाॅवों में जाकर समस्या समझना है फिर उसके निराकरण के लिए कार्य करना है प्रसार गतिविधियों के दौरान यह बताया गया कि बेटी बचाओ, गाजर घास उन्मूलन कृषक संगोष्ठी, सामाजिक सोद्वेष्यता के कार्यक्रम ,महिला सषक्तिकरण, स्वच्छता अभियान, बाल मजदूरी ग्रामीण क्षेत्रों में फैली कुरीतियों पर व्यापक जनअभियान चलाने के बारे मे विस्तार से दिषा-निर्देष एग्रीकल्चर और फूड फैकल्टीज द्वारा प्रदान किए गए। रावे-(ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव) एग्रो इंडस्ट्री अटैचमेंट कार्यक्रम के पिछले बैच के विद्यार्थियों के कार्यो और समाचार पत्रों की कतरन को एकेएस वि.वि. की वेबसाइटस के माध्यम से दिखाया गया। समस्त गाॅवों की भैागोलिक संरचना और वहाॅ क्या कार्य किए जाऐं, ग्रामीण परिवेष,खेती-बाडी और सभी एकेडमिक संदर्भो केा समझाया गया। कार्यक्रम में एकेएस वि.वि. के प्रो-चांसलर अनंत कुमार सोनी ने कहा कि गाॅवों के परिवेष को समझे, किसानों से मिलें और उनसे कृषि की बारीकियाॅ भी समझें। कार्यक्रम में डीन डाॅ. एस.एस. तोमर, डाॅ. नीरज वर्मा, सात्विक सहाय बिसारिया, डी.पी.चतुर्वेदी, संजीव सिंह, रमा षर्मा ,अमित तिवारी, कुमार मंगलम मिश्रा, संतोष कुमार, राजवीर सिंह ने एग्रीकल्चर संकाय के छात्र-छात्राओं केा रावे की बारीकियों से अवगत कराया। इसमें फैकल्टी आफ एग्रीकल्चर साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी 2016-2019 बैच के विद्यार्थी षामिल हुए । रावे-(ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव) एग्रो इंडस्ट्री अटैचमेंट कार्यक्रम के समन्वयक सात्विक सहाय बिसारिया के मार्गदर्षन मे चार दिवसीय उन्मुखीकरण का बेहद सफल आयोजन हुआ विद्यार्थियों में उत्साह देखा गया।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के फैकल्टी आॅफ एग्रीकल्चर साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी में अतिथियों की उपस्थिति में एग्रीकल्चर सातवे सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए बृहद उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रावे-(ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव) और एग्रो इंडस्ट्री अटैचमेंट कार्यक्रम में एग्रीकल्चर संकाय के सभी स्टूडेन्टस के लिए कार्यक्रम का आयांेजन किया गया। इसमें फैकल्टी आॅफ एग्रीकल्चर साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी 2016-2019 बैच के विद्यार्थी षामिल हुए। रावे-(ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव) एग्रो इंडस्ट्री अटैचमेंट कार्यक्रम के समन्वयक सात्विक सहाय बिसारिया के मार्गदर्षन मे उन्मुखीकरण का बेहद सफल आयोजन हुआ। इसमें एग्रीकल्चर संकाय के विद्यार्थियों को सतना और आसपास के 36 गाॅवों मेें जाने के लिए विद्यार्थियों के 36 समूह बनाए गए और कैसे गाॅवों में जाकर समस्या समझना है फिर उसके निराकरण के लिए कार्य करना है इत्यादि के साथ कृषक संगोष्ठी, सामाजिक सोद्वेष्यता के कार्यक्रम ,महिला सषक्तिकरण, स्वच्छता अभियान, बाल मजदूरी ग्रामीण क्षेत्रों में फैली कुरीतियों पर व्यापक जनअभियान चलाने के बारे मे विस्तार से दिषा-निर्देष एग्रीकल्चर फैकल्टीज द्वारा प्रदान किए गए। रावे-(ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव) एग्रो इंडस्ट्री अटैचमेंट कार्यक्रम के पिछले बैच के विद्यार्थियों के कार्यो को स्लाइडस के माध्यम से दिखाया गया। कई गाॅवों की भैागोलिक संरचना और वहाॅ क्या कार्य किए जाऐं ,ग्रामीण परिवेष,खेती-बाडी और सभी एकेडमिक संदर्भो केा समझाया गया।कार्यक्रम में डीन डाॅ. एस.एसत्र. तोमर, डाॅ. नीरज वर्मा, सात्विक सहाय बिसारिया, डी.पी.चतुर्वेदी, संजीव सिंह,रमा षर्मा ,अमित तिवारी, संतोष कुमार, राजवीर सिंह ने एग्रीकल्चर संकाय के छात्र-छात्राओं केा रावे की बारीकियों से अवगत कराया।