एकेएस वि.वि. सतना के Department Of Biotechnology में कार्यरत Associate professor डाॅ.अश्विनी ए.वाउ.ने #Chennai की वीडी Technology Factoryमें आयोजित पहली #International scientist and Medicine के कार्यक्रम में 14 और 15 सितम्बर को हिस्सा लिया। उन्हें Woman Research awards से सभागार मे सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में उन्हें विभिन्न विद्वानों और विषय विशेषज्ञों के बीच सम्मानित किया गया। Engineering Science and Medicine के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम के दौरान वीडी Good professional Association के कई professional भी उपस्थित रहे।

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विद्यार्थियों में ज्ञान का पुंज फैलाने और जागरुकता लाने के उद्येश्य से एकेएस वि.वि. में निरंतर विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राऐं भ्रमण करके वि.वि. में चल रहे Courses के साथ ही भविष्योन्मुखी चर्चा का हिस्सा बनते है। इसी कडी में विद्यार्थियों ने एकेएस वि.वि. सतना केCentral Hall में वि.वि. के डायरेक्टर अमित कुमार सोनी की गरिमामयी उपस्थिति में जानकारी प्राप्त की। भ्रमण कार्यक्रम में Government Excellence Higher Secondary School मैहर और Government Excellence Higher Secondary School रामपुर बाघेलान के High School अैार Higher Secondary के 300 से ज्यादा विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया और Career Counselling प्राप्त की। शैक्षणिक भ्रमण के दौरान उनके प्राध्यापक भी उपस्थित रहे। भ्रमण के दौरान स्टूडेन्टस ने सभी विभागों की कार्यशैली सुयोग्य फैकल्टीज के मार्गदर्शन में देखी। विद्यार्थियों को समस्त Labs, जिनमें Biotech,Pharmacy और Computer lab शामिल रहे के साथ Control Room, Central library ,सभी Acadmic Block भी दिखाए गए। वि.वि. के डायरेक्टर अमित कुमार सोनी ने मुख्य अतिथि की आसंदी से कहा कि IT Secter अब नया रोजगार का केन्द्र है रोज हजारों नई नौकरियाॅ Computer Field में मिल रही हैं। इस मौके पर डाॅ.आर.एन.त्रिपाठी इंजी.आर.के.श्रीवास्तव,प्रो.जी.पी.रिछारिया,अखिलेश वाउ,विनय श्रीवास्तव,बीरेन तिवारी के साथ अन्य फैकल्टीज की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। वि.वि. की विजिट पर आए छात्र विनय ने अपने छात्र सहपाठियों के साथ बताया कि एकेएस वि.वि. में आकर शैक्षणिक ज्ञान बढा और कॅरियर किस विषय में बनाना है यह भी जानकारी मिली इसी के साथ हमें अन्य जानकारियाॅ मिलीं जिसमें वि.वि. का इतिहास और किस तरह यह विन्घ्य की शान है यह भी जानकारी मिली। शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम में मार्केटिंग हेड अविनाश मिश्रा, मार्केटिंग मैनेजर अशोक मिश्रा, संजय शुक्ला, आशीष श्रीवास्तव, बीरेन्द्र कुशवाहा, अनूप सिंह इत्यादि का प्रमुख योगदान रहा।
एकेएस वि.वि. सतना के प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन अपनी 30 दिन की लंदन यात्रा के लिए 18 सितम्बर को रवाना हो गए हैं। लंदन में डाॅ. हर्षवर्धन एकेएस वि.वि. की तरफ से वहाॅ के प्रमुख विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर्स से एकेडमिक चर्चा करेगें और संदर्भित बिंदुओं को एकेएस वि.वि. के परिप्रेक्ष्य में विचार के लिए सतना आने के पश्चात वि.वि. में चर्चा करेगें। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रस्तावित नई शिक्षा नीति के अंतर्गत विश्वविद्यालयीन शिक्षा में अनेक परिवर्तन किए जा रहे हैं इसी तारतम्य में वह लंदन में प्रचलित उच्च शिक्षा के स्वरुप अध्ययन, अध्यापन एवं पाठ्यक्रमों को विस्तारपूर्वक अध्ययन करेगें और इसे आधुनिक तकनीकी और पाठ्यक्रम के लिहाज से भारत सरकार के अनुमोदन के पश्चात लागू किए जाऐगें।
एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में राष्ट्रीय युवा संगठन, सर्वोदय मंडल ने एक मंच से सभी जनों को गाॅधी मार्ग से शांति का पैगाम देने का बीडा उठाया है। इसी कडी में इकठठा हुए सभी जनों ने गाॅधी जी के दर्शन के साथ अन्य प्रकृति के अन्य उपादानों जल, जंगल,जमीन पर विचारों का आदान प्रदान किया। गोष्ठी में एक है धरती, एक हैं लोग मिशन को साकार करने के पुनीत उद्येश्य को लेकर दोस्ती के लिए दोस्तों की यात्रा का पडाव मंगलवार को वि.वि.में हुआ। सर्वप्रथम देवार्चन और दीप प्रज्वलन के बाद राष्ट्रपिता महात्मा गाॅधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस पडाव में विचार गोष्ठी वि.वि. के सभागार मे आयोजित हुई जिसमें यात्रा के वृत्तांत पर विधिवत जानकारी कार्यक्रम के आयोजकों ने दी। कार्यक्रम का संचालन करते हुए वरिष्ठ पत्रकार बलराम जी ने सभी अतिथियों का क्रमानुसार पदानुक्रम में परिचय दिया स्वागत भाषण अरुण भारती ने दिया और उपस्थित जनों का सभागार में स्वागत करते हुए उन्हाने गाॅधी और विनोबा भावे के आपसी विश्वास और कार्यशैली पर परिचय भी दिया।उल्लेखनीय है कि यात्रा अनूपपुर से 11 सितंबर को विनोबा जयंती पर प्रारंभ हुई है और इसे प्रदेश के विभिन्न अंचलों और समस्त जिलों की तहसीलों तक ले जाना उद्येश्य है जिससे समरसता,भाईचारा,सौहार्द,प्रेम,आपसी विश्वास का माहौल मिर्मित हो ओर सभी जन वैष्णव जन बनकर संसार में रहें और निबाह करें। भूपेन्द्र तिवारी ने इसका उद्येश्य बताते हुए कहा कि इंसान का इंसान से हो भाईचारा यही उद्येश्य हमारा है। सीता प्रसाद ने आचार्य विनोवा भावे के सर्वधर्म समभाव प्रार्थना गाकर सभी को इसका महत्व रेखांकित किया। आर.एस.त्रिपाठी ने कहा कि परहित सरिस धर्म नहिं भाई,परपीडा सम नहिं अधमाई,उन्होंने कहा कि जितना जरुरी हो उतना ही संचय करें यही गाॅधी दर्शन है। वैद्य और किसान वृजवासी जी ने गाॅधी जी के जीवन की तीन कहानियों के माध्यम से प्रासार को परिचित कराया। भूपेश जी ने बताया कि गैर राजनीतिक मंच है उनका संगठन,जिसमें स्वविवेक से लोग जुडते हैं ओर विचार प्रधान जीवन जीकर लोगों को उत्प्रेरित करते हैं। वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने आसंदी से संबोधित करते हुए कहा कि उनके जीवन में गाॅधी दर्शन गहरे तक समाया है और गाॅधी का प्रभाव आज 150 वर्षो के बाद भी धूमिल न होकर और प्रखर हुआ है जो आज के माहौल में और भी प्रासंगिक है। जीवन की घटनाऐं रास्ता बनाती है, हमारे देश मे सर्व की स्वीकार्यता सदियों से रही है जिसकी वजह से हम सर्वधर्म समभाव की मिसाल कायम करते आए है।बुजुर्गो का सम्मान हमारा रिवाज है,उन्होंने एकेएस वि.वि. के शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे सदप्रयासों के साथ वि.वि. के विभिन्न अनुक्रमों पर जानकारी देते हुए कहा कि उनके पिता ने उन्हें जो सिखाया वह नजीर है और पिता के ही उच्च विचार उन्हें आगे बढने की प्रेरणा देते है उन्होेंने यात्रा की सुखद सफलता की कामना की। इस मौके पर डाॅ.शैला तिवारी ने विनोवा भावे से जुडे प्रसंगों पर विधिवत चर्चा की। इस मौके पर प्रभुदयाल शर्मा, सुल्तान शेख, इश्ताक शहडोली, रामबिहारी विश्वकर्मा, रामकुमार विश्वकर्मा, राजेन्द्र नामदेव, रमेश गुप्ता, अजमत भाई, अंकुश शुक्ला, अलीबद्र के साथ वि.वि. के छात्र-छात्राऐं प्रमुख रुप से उपस्थित रहे और अतीत की यादों के साथ हमारी संस्कृति व विरासत से भी परिचित हुए।
एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में पर्यावरण विज्ञान विभाग के Msc के छात्र-छात्राओं एवं विभाग के शिक्षकों के द्वारा विश्व ओजोन दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विभाग के प्राध्यापक नीलाद्री शेखर राॅय ने ओजोन परत के महत्व और उसकी वर्तमान स्थिति पर विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि इसका क्षरण क्लोरोफ्लोरेा कार्बन और अन्य जहरीली गैसों की बदौलत तेजी से हो रहा है विश्व में वनों के घटने की वजह से यह कम होती जा रही थी और इसमें एक विशाल छिद्र निर्मित हो गया है जो पर्यावरण के लिहाज से काफी नुकसानदायक है। उन्होने बताया कि हम 16 सितंबर को विश्व ओजोन दिवस मनाते हैं। विभाग की प्राध्यापक सुमन पटेल ने बताया कि वर्तमान में कई समस्याऐं इसकी वजह से हो रही हैं जिसमें विकिरणों के प्रभाव से कैंसर जैसी बीमारियाॅ शामिल हैं। कार्यक्रम में फैकल्टी भूपेन्द्र सिंह के साथ एमएससी के छात्र-छात्राऐं खास तौर पर उपस्थित रहे।