
AKS University
AKS University, Satna M.P.
एकेएस विश्वविद्यालय के कृषि संकाय के छात्रों द्वारा सातवें सेमेस्टर में चल रहे रावे प्रोग्राम के अंतर्गत ग्राम सितपुरा मंे गाजर घास उन्मूलन की खास विधि बताई गई। इसमें उन्होने किसी रसायन का प्रयोग न करते हुए हाथों से उखाड़ा ही नहीं अपितु गाजर घास को नियंत्रित करने वाले कीट मैक्सिकन बीटल भी छोड़े और उसे एक गठ्ठे में इकट्ठा कर वहीं के किसानों को जैविक खाद बनाने की विधि भी समझाई। कृषक दिवाकर सिंह, धीरेन्द्र प्रसाद चतुर्वेदी, भूपेन्द्र पाण्डेय आदि कृषकों ने विधि समझी व सक्रिय योगदान भी दिया। इसमें छात्र भूपेन्द्र सिंह, अमरेश सिंह, अजय सिंह, सुमित, संजय, आशीष, अरुण, संदीप रजक शामिल रहे।
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एकेएस विश्वविद्यालय, सतना
एकेएस विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में गुरू पूर्णिमा के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण कर विद्यार्थियों द्वारा सरस्वती वन्दना प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात् छात्र-छात्राओं द्वारा भजन प्रस्तुत किया गया। विभागाध्यक्ष डाॅ. आर.एस. मिश्रा ने छात्रों को सम्बोधित हुए गुरू शिष्य परम्परा पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर बी.एड. विभाग के फैकल्टीज डाॅ. बी.डी. पटेल, अनिरूद्ध गुप्ता, शिखा त्रिपाठी, नीता सिंह एवं समस्त छात्र-छात्रायें उपस्थित रहंे।
एकेएस विश्वविद्यालय के कृषि संकाय के विद्यार्थियों ने पूर्व राष्ट्रपति डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के अन्तिम व्याख्यान ‘‘पृथ्वी को रहने योग्य गृह बनाना’’ से प्रेरित होकर वर्तमान में सतना शहर में तेजी से फैलने वाले गाजर घास (पार्थेरियम) की रोकथाम के लिए एक विशेष कीट जिसका नाम मैक्सिकन बीटल जो कि गाजर घास के बीज तथा पत्तियों को खाता है एवं पर्यावरण परिस्थितिकीय के साथ सन्तुलन बनाते हुए इस खरपतवार का समूल नाश करता है। छात्रों ने इस कीट का प्रसार करने का संकल्प लिया है। जिससे कि पर्यावरण को बिना क्षति पहंुचाये इस विषैले खरपतवार का अन्त किया जा सकें। गौरतलब है कि गाजर घास बहुत तेजी से फैलने वाली खरपतवार है इससे भूमि के उर्वरता के साथ-साथ मानव स्वास्थ्य पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है। इस दिशा में छात्रों का मार्गदर्शन कीट विज्ञान विशेषज्ञ डाॅ. डूमर सिंह, रमा शर्मा, इंजी. अजीत सराठे कर रहे है।
शनिवार को एकेएस विश्वविद्यालय के प्रांगण में हजारों विद्यार्थियों की उपस्थिति में निन्दा सभा का आयोजन किया गया । सतना जिले को उद्येेलित करने वाले दुष्कर्म के विरोध में मुखर होकर विश्वविद्यालय परिवार ने जैन समाज की नाबालिग बालिका के साथ हुए दुष्कर्म की घटना की कड़े शब्दों में निन्दा की विश्वविद्यालय के प्रांगण में विश्वविद्यालय के समस्त पदाधिकारियों, फैकल्टीज एवं हजारों विद्यार्थियों ने इस सभा में भाग लिया। समाज को शर्मसार करने वाली इस घटना की कड़े शब्दों में भत्र्सना करते हुए पीड़ित किशोरी को न्याय दिलाने की आवाज मुखर की गई। सभी ने हाथ उठाकर न्याय दिलाने का समर्थन नाबालिग को दिया समूचे घटनाक्रम में जिस तरह से नाबालिग को ब्लैकमेल किया किया गया और धोखाधड़ी की गई वह निश्चित ही समाज के माथे पर कलंक की तरह है। सतना शहर की बेटी को इन्साफ दिलाने हेतु निन्दा प्रस्ताव भी पास किया गया और इस तरह के घृणित कार्य की भत्र्सना की गई एक स्वर में सभी ने दोषियों को शीघ्र दंडित करने का प्रशासन से अनुरोध किया ।
एकेएस विश्वविद्यालय के इलेिक्ट्रकल इंजीनियरिंग के छात्रों ने आई.टी.डी. पी. (इण्डस्ट्रियल ट्रेनिंग डेवलपमेंट प्रोगाम ) भोपाल में 1 माह का प्रशिक्षण प्राप्त किया। छत्रों ने इस दौरान मैट्रिक्स लेबोरेटरी, ग्राफिकल यूजर इंटरफेस, सिमलिंग सेम्यूलेशन, टू डी एवं थ्री डी प्लाटिंग का तकनीकी ज्ञान अर्जित किया।
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एकेएस विश्वविद्यालय,सतना
एकेएस विश्वविद्यालय सतना के बी.एस.सी एग्रीकल्चर सातवे सेमेस्टर के 244 छात्रों कों आई.सी.ए.आर (इंडियन काउंसिल आॅफ एग्रीकल्चर रिसर्च )नई दिल्ली द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार रावे (रुरल ंएग्रीकल्चर वर्क एक्सपीरियंस ) ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव योजना के अंतर्गत 6 माह के प्रशिक्षण कार्यक्रम द्वारा प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी जा रही है । यह 27 जुलाई से प्रारंभ होकर आगामी नवम्बर 2015 तक जारी रहेगा।
अनुभवी किसानों से मिलकर लेंगें जानकारी
प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत विद्यार्थीयों को 10 -10 के समूहो में अनुभवी एवं विकासशील किसानों के यहां जिले के 24 गांवो नारायणपुर,लोहरौरा, महूरच, बड़खुरा, निपनियां, तिघरा , सहजना, उबरी, भटनवारा, खरबारी ,बड़खेरा, जाखी, बिहरा, सितपुरा, रैगांव, गुड़रू, जिगनहट, अटरा, बाबूपुर, सोहौला, सोहावल, शेरगंज, इटमा, देउरा में कृषि कार्य से संबंधित प्रायोगिक ज्ञान प्राप्त कर रहे है । इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में छात्रों को एकेएस वि.श्वविद्यालय के सुयोग्य शिक्षकों द्वारा नियमित मार्गदर्शन मिल रहा है। जो उन्हें कृषि की बारीकियों से अवगत कराते हैं।
जानेंगें डिजास्टर मैनेजमेंट एवं संसाधनों को
ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव हेतु विद्यार्थी किसाानों के साथ रहकर कृषि पöतियों तथा संपूर्ण कृषि एवं ग्रामीण विकास से संबंधित कार्य बुवाई, जुताई, फसल उगाना , किसानों की सामाजिक एवं आर्थिक स्थित का अवलोकन कर अध्ययन करना ,प्राकृतिक संसाधनों की उपलब्धता , कृषि के लिए उपयोग में आने वाले उपकरणों , सिचाई के साधन एवं कृषि के दौरान आने वाली समस्याओं एवं शासन की बेहतर योजनाओं के क्रियान्यवन का अध्ययन करेंगें जिससे विद्यार्थीयों का वास्तविक कृषि ज्ञान एवं संपूर्ण विकास के नए अनुभव प्राप्त होंगें।
ये फैकल्टीज कर रहे हैं विद्यार्थियों का मार्गदर्शन
विद्यार्थियों का मार्गदर्शन कृषि विभाग के फैकल्टी डाॅ. डूमर सिंह, ,एस.एस. गर्ग रमा शर्मा ,अभिषेक सिंह, धीरेन्द्र चतुर्वेदी, योगेश तिवारी, अफसारिका खान, निधी खन्ना, संतोष श्रीवास्तव, उमेंश सिंह, शैलेन्द्र उपाध्याय,सुनील केवट कर रहे हैं।
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एकेएस विश्वविद्यालय,सतना
भारतवर्ष में मिसाइलमैन के नाम से प्रसिद्ध वैज्ञानिक एवं लोकप्रिय पूर्व राष्ट्रपति डाॅ0 ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के निधन पर वि. वि. में आदरांजलि देते हुए शोकसभा का आयोजन 28 जुलाई, को 4 बजे किया गया । शोकसभा में दो मिनट का मौन रखकर गोलोकवासी आत्मा की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना की गई। शोकसभा में विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षक, स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थिति रहे।
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एकेएस विश्वविद्यालय,सतना
विंध्य क्षेत्र व उच्चतर शिक्षा जगत की जानी पहचानी शख्सियत् ए.डी.एन.वाजपेयी किसी परिचय के मोहताज नही है। उन्होने वैश्विक परिदृश्य में यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। वर्तमान में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति पद पर पदस्थ प्रो.ए.डी.एन.वाजपेयी,लंदन स्थित राष्ट्रमण्डल विश्वविद्यालय संघ की परिषद् के सदस्य निर्वाचित हुए हैं। प्रो.वाजपेयी का कार्यकाल दो वर्ष का होगा और उनके मनोनीत होने पर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय को भी गौरव प्राप्त हुआ है। उनकी नियुक्ति पर एकेएस वि. वि. में गौरव एवं हर्ष का माहौल है।
गौरतलब है कि राष्ट्रमण्डल विश्वविद्यालय संघ विश्व की पहली और सबसे पुरानी ऐसी संस्था है जिसकी स्थापना 1913 में हुई तथा अब तक इसमें विकासशील और विकसित राष्ट्रों के लगभग 500 विश्वविद्यालय सदस्य हैं। इस संघ का मुख्य उद्देश्य उच्चतर शिक्षा के प्रचार-प्रसार में सहयोग करना तथा किसी भी सदस्य राष्ट्र में सांस्कृतिक, आर्थिक और सामाजिक विकास में शैक्षणिक सहयोग प्रदान करना है। प्रो. वाजपेयी को शिक्षा क्षेत्र का अग्रणी बौöिक व्यक्तित्व माना जाता है।
आचार्य वाजपेयी अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा, महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट, मध्य प्रदेश के कुलपति भी रह चुके हैं। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर में अर्थशास्त्र के आचार्य हैं तथा भारतीय अर्थशास्त्र संघ के मानद् सचिव एवं कोषाध्यक्ष भी रहे हैं। भारतीय विश्वविद्यालय संघ, नई दिल्ली के महासचिव पद पर भी सुशोभित हुए हैं।
एकेएस वि.वि. के कुलाधिपति वी.पी.सोनी, कुलपति डाॅ. पारितोष के.बनिक, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति प्रो. हर्षवर्धन, प्रतिकुलपति प्रो.आर.एस.़ित्रपाठी ओएसडी प्रो. आर.एन.त्रिपाठी एवं समस्त फैकल्टीज ने शुभकामनाएं देते हुए उज्जवल भविष्य की बधाई दी है।
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एकेएस विश्वविद्यालय,सतना
विन्ध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय के विशाल सभागार में फ्रैन्ससिसकन शल्यूसन्स प्रा. लि. ग्रेटर नोयडा की प्रतिष्ठित सॅाफ्टवेयर डेव्हलपमेंट एवं बेब डिजाइनिंग कंपनी नें दस्तक दी। कंपनी के सूत्र वाक्य‘‘ वी रियलाइज हाउ इम्र्पोटेन्ट योर नीड्स आर ‘‘ के स्लोगन के तहत वि.वि. की प्रतिभाओं को मैनेजर पद के लिए जाॅचा परखा। चयनित छात्र इलाहाबाद की विभिन्न ब्रान्चेज में कार्य करेंगें।
इन संकाय के विद्यार्थी हुए शामिल
गौरतलब है कि सोमवार को वि.वि. के विभिन्न संकाय जिनमें एमबीए, एमसीए, बीसीए, बीएससी आई टी, बीबीए, बीसीए, बीकाॅम एवं डिप्लोमा इंजीनियरिंग के 110 छात्रों ने अग्रणी कम्पनी फ्रैन्ससिसकन शल्यूसन्स प्रा. लि. ग्रेटर नोयडा के लिए कैम्पस प्लेसमेंट में पार्टिसिपेट किया। कंपनी के एच.आर. ने बताया कि क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस वि.वि. से 10 ओपनिंग्स के लिए छात्र चयनित किए गए। चयनित छात्र ई.आर.पी (इन्टरप्राइजेज रिसोर्स प्लानिंग) मैनेजर पद् पर कार्य करेंगें।
तीन चरणेंा की रही चयन प्रक्रिया
कैम्पस चयन के प्रथम चरण में फ्रैन्ससिसकन शल्यूसन्स प्रा. लि. कम्पनी का प्रोफाइल पीपीटी के माध्यम से छात्रों को दिखाया गया। विद्यार्थियों का थ्री-स्टेप रिटेन टेस्ट जिसमें एप्टीट्यूड एवं कम्युनिकेशन स्किल्स, ग्रुप डिस्कशन में सब्जेक्ट नाॅलेज ,लीडरशिप क्वालिटी एव पर्सनल इन्टरव्यू में वर्क प्रोफाइल के साथ सैलरी एवं लोकेशन पर चर्चा के आधार पर चयन किया गया। ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट आॅफीसर एम.के. पाण्डेय ने बताया कि कंपनी बेबसाइट मेन्टीनेंस, बेब डेव्हलपमेंट, ग्राफिक डिजाइनिंग, बेब होस्टिंग, इंटरनेट मार्केटिंग, स्कूल ईआरपी के क्षेत्र में प्रतिष्ठित नाम है।चयनित विद्यार्थियों को स्ट्राइपेन्ड के साथ वार्षिक पैकेज 1.8 लाख चयन के समय दिया जाएगा तत्पश्चात सालाना ग्रोथ के साथ इंडस्ट्री बेस्ड सेलरी पैकेज दिया जाएगा।
इनकी रही खास भूमिका
एकेएस वि.वि. के कैम्पस प्लेसमेंट में डायरेक्टर एम.के पाण्डेय, ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट आॅफीसर रजनीश तिवारी, ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट एसिस्टेंट मनोज परिहार का विशेष योगदान रहा।
ये छात्र हुए चयनित
चयनिच छात्रों में अजेन्द्र श्रीवास्तव एमबीए, फायनेन्स प्लस बैंकिग, मार्केटिंग प्लस बैंकिंग, शिवम पाण्डे एमबीए, ऋितिका बागची एमएस डब्ल्यू,संजय द्विवेदी बीकाॅम आनर्स, सुरेन्द्र प्रताप सिंह एमसीए, प्रमुख रहें।
इन्होंने दी शुभकामनाऐं
कैम्पस प्लेसमेंट में उम्दा प्रदर्शन कर चयन का ताज पहनने वाले विद्यार्थियों को एकेएस वि.वि. के कुलाधिपति वी.पी.सोनी,कुलपति डाॅ. पारितोष के.बनिक, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुपलति प्रो.हर्षवर्धन, प्रतिकुलपति प्रो.आर.एस.़ित्रपाठी एवं वि.वि. के पदाधिकारियों ने बधाई दी है एवं फ्रैन्ससिसकन शल्यूसन्स का आभार माना है।
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एकेएस विश्वविद्यालय, सतना
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय के सी-11 सभागार में स्लाइड्स पर प्रथम बैच 2014-2015 की यादों और उपलब्धियों का पीपीटी प्रजेन्टेशन बी.एड के नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिये यादगार बन गया । एनसीटीई से मान्यता प्राप्त एकेएस वि.वि. के शिक्षा विभाग द्वारा इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन 2015.2016 सत्र के लिए किया गया। मंचासीन अतिथियों एकेएस के चेयरमैन एवं वि.वि. के वरिष्ट अधिकारियों ने कार्यक्रम का शुभारंभ मां वीणा वादिनी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण कर किया ।
मिली सीख-अनुशासन एवं समयबद्वता की
एकेएस वि.वि. के शिक्षा विभाग का इंडक्शन कार्यक्रम वरिस्टजनों द्वारा विद्यार्थियों को अनुशासित जीवन एवं समयबद्धता की सीख देने के साथ आगे बढ़ा। नवप्रवेशित उत्साही छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि डाॅ. हर्षवर्धन ने कहा कि एक शिक्षक जीवन की दशा और दिशा नियत करता है आप भविष्य के शिक्षक हैं आप पर गुरुत्तर दायित्व है। ओ.एस.डी. प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने विद्यार्थियों को एक अच्छा शिक्षक बन कर सुदृढ़ राष्ट्र का निर्माण करने की दिशा में मार्गदर्शन दिया। प्रतिकुलपति डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी ने कहा कि टीचिंग इज फन और इसे रोचक तरीके से जीवन्त बनाना आना चाहिए। इंडक्शन कार्यक्रम ऊर्जावान छात्र छात्राओं के वि.वि. में प्रवेश के उत्साह से खुशनुमा रहा। कार्यक्रम के अंत मंे शिक्षा विभाग के डीन डाॅ. आर.एस. निगम ने विद्यर्थियों को समय पर परीक्षा, समय पर परिणाम,सेमेस्टर परीक्षा जो कि एकेएस वि.वि. की विशिष्ट पहचान है जैसे कई पहलुओं से परिचय करवाया। तत्पश्चात नवप्रवेशित विद्यार्थियों को नवीन शिक्षा सत्र के लिये शुभकामनायें दी गईं।
ये रहे मंचासीन
इस मौके पर विश्वविद्यालय के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, डाॅ. आर.पी.एस. धाकरे,, डीन लाइफ साइंसेस, आर.के. श्रीवास्तव, प्रशासक इंजीनियरिंग प्रो. जी.सी. मिश्रा,डायरेक्टर सीमेंट टेक्नाॅलाॅजी,एवं व्याख्याता डाॅ. बी.डी. पटेल, प्रो. अनिरुद्ध गुप्ता,प्रो. नीता सिंह, प्रो. शिखा त्रिपाठी के साथ 2015.2016 सत्र के छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. आर.एस. मिश्रा बी.एड विभागाध्यक्ष ने करते हुए छात्रों से कहा कि लहरों से डरकर कभी नौका पार नहीं होती कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती जीवन में इन पहलुओं के साथ आगे बढे तो कॅरियर एवं जीवन दोनों में संतुलन बनता है इस मौके पर 2014.2015 सत्र के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों द्वारा सामूहिक कार्यो वृक्षारोपण,प्रेाजेक्ट वर्क का भी प्रजेन्टेशन उम्दा एवं रोचक रहा।
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एकेएस विश्वविद्यालय, सतना
एकेएस विश्वविद्यालय के कृषि संकाय द्वारा 22 एवं 23 जुलाई को बी. एस. सी एग्रीकल्चर सातवे सेमेस्टर के छात्रों के लिए दो दिवसीय ओरिएण्टेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम मे विद्यार्थियों को आई. सी. ए. आर (इंडियन इन्स्टीट्यूट आॅफ एग्रीकल्चर इंन्स्टीट्यूट )नई दिल्ली द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार गामीण कृषि कार्य अनुभव की महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई । इस अवसर पर वि. वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने विद्यार्थियों को किसानों के साथ रहकर कृषि की वास्तविकता सीखने की दिशा में मार्गदर्शन किया । कार्यक्रम में एग्राीकल्चर डीन डाॅ. आर.एस पाठक, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, प्रो. नन्दराम , प्रो. त्रिभुवन सिंह , डाॅ. नीरज वर्मा ने छात्रों को गांव में ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव से सम्बन्धित नियमों की तथ्यपरक जानकारी दी। कार्यक्रम मे छात्रों को रावे पाठ्यक्रम की जानकारी डाॅ. डूमर सिंह द्वारा दी गई । इस अवसर पर कृषि विभाग के फैकल्टी रमा शर्मा ,अभिषेक सिंह, धीरेन्द्र चतुर्वेदी, योगेश तिवारी, दिनेश किरार,, उपस्थित रहे।
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एकेएस विश्वविद्यालय,सतना