सतना। एकेएस वि.वि. सतना में वर्कशाॅप का शुभारंभ 29 जनवरी को किया गया। एक्रिलिक और एकेएस वि.वि. के फाइन Art द्वारा इसका आयोजन किया जा रहा है। स्वाति तिवारी, विशाल सुखेजा द्वारा एक्रेलिक वर्कशाप का 3 दिवसीय आयोजन किया जा रहा है। इस मौके पर पेबल आर्ट जिसमें पत्थरों पर विविध प्रकार की नक्कासी कर और एक्रेलिक पेंट का इस्तेमाल करके विविध डिजाइन निर्मित की जाती है जिसमें सीनरी टेक्सचर और महोबा आर्टस के साथ काम किया जाता है। बाॅटल आर्ट जिसमें सभी प्रकार के यूज्ड बाॅटल का उपयोग करके कई तरह की डिजाइन बनती है जिसका इस्तेमाल इंटीरियर में किया जाता है। टाई एण्ड डाई (बंधेज वर्क) में कई प्रकार के प्रयोग करके उन्हें सजाया जाता है। इन सभी पर इंटीरियर डिजाइनर द्वारा एकेएस वि.वि. के 80 विद्यार्थियों को 3 दिवसीय ट्रेनिंग प्रदान की जा रही है। कार्यक्रम की संयोजक नीरू सिंह और खुशबू पाल हैं। वर्कशाप के दौरान चुमन यादव, रेनू सिंह और प्रियंका ने भी सहभागिता दर्ज कराई। वर्कशाप के बारे मे जानकारी देते हुए खुशबू और नीरू ने बताया कि मनुष्य की रचनात्मकता का विराट संसार है जिसे इंटीरियर के माध्यम से दीवारों, पर्दों, रैक व अन्य जगहों पर इस्तेमाल किया जाता है जिससे कल्पना का संसार,सुख का संसार घर एक खूबसूरत जगह बन जाता है। इस वर्कशाप का उद्देश्य ही है रचनात्मकता की लौ को बढ़ाना और दिल में चल रहे रंगों के संयोजन को घर के आंगन तक उतार लाना। 3 दिवसीय वर्कशाप के दौरान ‘वेस्ट टू बेस्ट’ पर अन्य जानकारियां भी प्रदान की जायेंगी।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना में विनय चैरसिया, टेक्निकल मैनेजर जबलपुर जोन, अल्ट्राटेक सीमेन्ट द्वारा ‘कैच देम यंग’ पाॅलिसी ओर जाॅब प्रोस्पेक्टस पर विस्तार से चर्चा की। इस मौके पर उन्होंने एकेएस वि.वि. के बी.टेक सीमेन्ट टेक्नोलाॅजी और सिविल इंजीनियरिंग के तकरीबन 80 विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब युवा डिग्री लेकर जाॅब की फील्ड में प्रवेश करता है तो उसे विविध अनुभव होते हैं। एकेएस वि.वि. में अध्ययनरत विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के माध्यम से दक्षता दी जाती है जिससे उनमें विश्वास होता है और वह चीजों को बेहतर तरीके से समझते हैं। इस मौके पर डिपार्टमेंट आॅफ सीमेन्ट टेक्नोलाॅजी के डायरेक्टर प्रो. जी.सी. मिश्रा, फैकल्टी पीयूष गुप्ता, रवि पाण्डेय, आयुष गुप्ता उपस्थित रहे। मि. विनय चैरसिया ने सीमेन्ट और सिविल के क्षेत्र में तैयार हो रहे जाॅब प्रास्पेक्ट्स पर बात करते हुए कहा कि नवीन तकनीकी युग में अल्प ज्ञान घातक होगा इसकी जगह पर विद्यार्थी लांग टर्म बेसिस पर काम करें और शार्टकट से बचें, अच्छे व्यक्तित्व का निर्माण करें, वार्तालाप समुचित उपयुक्त रखें, अनुशासित बनें, फील्ड की जरूरत को समझें और प्रैक्टिकल वर्क को ज्यादा तवज्जो दें जिससे उन्हें कांस्ट्रक्शन, और अन्य किसी भी पहलू पर कार्य करना पड़े तो वह विविध पहलुओं से परिचित रहें। व्याख्यान के पश्चात विद्यार्थियों द्वारा पूछे गये प्रश्नों के सारगर्भित और सही उत्तर व्याख्यानकर्ता ने दिये। कार्यक्रम के समापन पर वि.वि. के प्रो. जी.सी. मिश्रा ने मि. विनय का आभार व्यक्त किया।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना में विभिन्न संकाय के विद्यार्थियों के लिये कैम्पस ड्राइव आयोजित किये जा रहे हैं। वि.वि. में ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट डिपार्टमेंट लगातार विभिन्न प्रतिष्ठित कम्पनियों के कैम्पस का आयोजन करवा रहा है। इसी कड़ी में वृक्ष फाउंडेशन, बॅगलूरु ने साॅफ्टवेयर डेव्हलपर पोस्ट के लिये कैम्पस ड्राइव का आयोजन किया जिसमें वि.वि. के दो विद्यार्थियों अमित कुशवाहा ओर आकाॅक्षा तिवारी ने 3 चरणों की प्रक्रिया में भाग लिया। लिखित परीक्षा, ग्रुप डिस्कशन, इंटरव्यू के माध्यम से वि.वि. के बी.टेक के 2 विद्यार्थियों का सलेक्शन किया गया। इनका चयन बेगलूरु के लिये किया गया। इनका सैलरी पैकेज 2 लाख पर एनम तय किया गया है। चयनित विद्यार्थियों में प्रसंन्नता हैं। चयनित विद्यार्थियों को एकेएस वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी और ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट विभाग ने बधाई दी है।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के विशाल प्रांगण में हजारों जनों की उपस्थिति में भारत के राष्ट्रीय गर्व का प्रतीक तिरंगा जनगणमन की धुन के बीच फहराया गया। वि.वि. की प्राचीर से एकेएस वि.वि. के कुलाधिपति बी.पी. सोनी ने झण्डारोहण किया। झण्डारोहण के पश्चात राष्ट्रगान का गायन गणतंत्र दिवस के सम्मान में किया गया। 16 एनसीसी कैडेट्स ने जोरदार बैण्ड की ध्वनि पर तिरंगे को सलामी दी और परेड के दौरान राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत गीत बजाए गये।
आयोजित हुआ कार्यक्रम-हुए देशभक्ति से ओजप्रोत ओजपूर्ण उदबोधन
झण्डारोहण के पश्चात वि.वि. के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बी.पी. सोनी ने कहा कि सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे संतु निरामयः, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्चित दुःख भावेत की भावना से ओतप्रोत उनके वक्तव्य में शिक्षकों के लिये मार्गदर्शन, विश्व सरकार की अवधारणा पर उनके स्फूर्त विचार शामिल रहे। सर्वप्रथम उन्होंने विश्वविद्यालय के साथ साथ नागरिकों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए अपना संदेश दिया उन्होंने कहा कि कल्पनाशीलता से व्यक्ति वह बन सकता है जो वह बनना चाहता है। विद्यार्थियों में सृजनशीलता हो और सकारात्मक रहकर शिक्षको को महान नागरिक गढ़ने होंगे। उन्होंने कहा कि विश्व सरकार में शान्ति और सहृदयता प्रमुख तत्व हैं। हिरोशिमा नागाशाकी के विनाश का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण विश्व मंे शान्ति का वातावरण निर्मित होना चाहिय न कि युद्ध और अशान्ति का। डाॅ. अब्दुल कलाम की विकसित राष्ट्र की परिकल्पना का उन्होंने उल्लेख किया जिसमें उन्होंने बताया था कि 2020 तक भारत विकसित राष्ट्र कैसे बन सकता है। कुलाधिपति ने कहा कि गुरु का दर्जा ईश्वर से भी बडा है, उन्होने शिक्षको का आहवान करते हुए कबीर की चंद पंक्तियाॅ गुरु कुम्हार शिश कुंभ है,गढि-गढि काढै खेाट,अंतर हाथ सहार दे बाहर मारै चोट सुनाई और उन्हें बडे होने की बडी जिम्मेदारी भी बताई।
कुलाधिपति ने ली परेड की सलामी-मार्च पास्ट का शानदार नजारा
गणतंत्र दिवस के मौके पर एनसीसी कैडेट प्रांजलि सिंह, भूमिजा सिंह, प्रीति अहिरवार, सुमित्रा प्रजापति, आंचल सोनी, सोनिया साहू, अदिति सिंह, रोशनी साहू, शिवांगी गौतम, कृति सिंह, ज्योति सिंह, रितिक्षा श्रीवास्तव, एकता सिंह, अंशू यादव, अनीषा सिंह, रागिनी कुशवाहा ने एनसीसी आॅफीसर महिला विंग प्राची सिंह के मार्गदर्शन में शानदार मार्च पास्ट की जिसको उपस्थित जनों की करतल तालियाँ मिलीं।
गणतंत्र अमर है और अमर ही रहेगा वक्ताओं ने दी जानकारी
कार्यक्रम को प्रतिकुलपति डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी,डाॅ.हर्षवर्घन,अंजू ओटवानी, डाॅ.प्रधान,प्रो.वी.प्रसाद,फैकल्टी चन्द्रशेखर,डाॅ. विकास साहा और इंजी. रवि पाण्डेय ने भी अपने विचारों से अवगत कराया। सबने कहा कि 26 जनवरी को हमारा देश गणतंत्र घोषित किया गया। इसे बनने में 2वर्ष 11 माह ओर 18 दिन लगे। यह दुनिया का सबसे बडा लिखित संविधान है जिसमें 444 अनुच्छेद,22 भाग ओर 12 अनुसूचियाॅ हैं। जन गण मन को संविधान सभा ने 24 जनवरी 1950 को राष्ट्रगान के रुप में स्वीकार किया। उल्लेखनीय है कि 26 जनवरी 1930 को इसी दिन पूर्ण स्वतंत्रता का संकल्प लिया गया था।
हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम-देशभक्ति के रंग में रॅगा एकेएस सभागार
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कड़ी में प्रियांशु नायडू ने वंदे मातरम् देशभक्ति गीत की ओतप्रोत प्रस्तुति दी। कुणाल डोंगरे ने सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा प्रस्तुत किया जिसमें प्रवीण पाण्डेय और रोहित सिंह ने साथ दिया। प्रियांशु नायडू और रोहित सिंह परिहार ने तू मेरा कर्मा तू मेरा धर्मा तू मेरा ईमान है राष्ट्रभक्ति गीत से ओतप्रोत प्रस्तुति से सभागार को सम्मोहित किया। 26 जनवरी 2019 गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बीपी सोनी, चांसलर एकेएस विश्वविद्यालय ने परेड का निरीक्षण किया।
ये रहे उपस्थित और दी गणतंत्र पर आयोजित कार्यक्रम को गरिमा
कार्यक्रम के दौरान एकेएस वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, डाॅ. जी.के. प्रधान, डाॅ. आर.एस. पाठक, प्रो. एस.एस. तोमर, प्रो. जी.सी. मिश्रा, डाॅ. भूमानंद सरस्वती, प्रो. जी.पी. रिछारिया, इंजी. आर.के. श्रीवास्तव,गौरीशंकर पाण्डेय, एकेएस वि.वि. और राजीव गाॅधी गु्रप आॅफ इंस्टीटयूशंस के पदाधिकारी, वि.वि. के सभी संकायों के डीन, डायरेक्टर्स, फैकल्टीज के साथ छात्र छात्रायें उपस्थित रहे।इस पुनीत ओर गरिमामय मौके पर पूर्व में एचडीएफसी बैंक द्वारा वि.वि. में आयोजित सफल रक्तदान शिविर के प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए जो यादगार हो गए।