एकेएस वि.वि. सतना के Department Of mining के Diploma mining के विद्यार्थी विजय कुमार केवट ने अपने अल्प प्रयास से ही बडी सफलता हासिल की है उन्होंने engineering की प्रतिष्ठित परीक्षा में अपना मुकाम बनाया है वह associate Member Of The institution Of engineering बने हैं। उन्होने Section A और D की परीक्षा में प्रयास किया और सफल रहे। उनका मार्गदर्शन engineering डीन प्रो. जी. के. प्रधान ने सम्पूर्ण रुप से किया और विद्यार्थी का लगातार मनोबल भी बढाया। एकेएस वि.वि.के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.पारितोष के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन, डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी, ओएसडी डाॅ.आर.एन.त्रिपाठी,इंजी. डीन डाॅ. जी. के. प्रधान, डाॅ. जी. पी. रिछारिया,इंजीनियर आर.के.श्रीवास्तव ने विद्यार्थी के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उसे शुभकामनाऐं दीं हैं। Students ने अपनी सफलता का श्रेय एकेएस वि.वि. की शैक्षणिक गुणवत्ता पूर्ण प्रणाली,अपने प्राध्यापकों के सतत मार्गदर्शन और अपने परिजनों के आर्शीवचनों को दिया है।
वि.वि. के केन्द्रीय सभागार में अतीत के शानदार पलों के साथ सीनियर्स की उपस्थिति में जूनियर्स के लिए Freshers Party का आयोजन किया गया। अध्ययन का नया आकाश विशाल University के आगन में, नए सपनों की आवाज कॅरियर को उन्नति देने के लिए, पापा-ं मम्मी के अरमानों की धुन को नए साज से पूरा करने की जिद, कल्पना के आकाश में एक शोर, हजयलमिलाते रंगों के बीच सीनियर्स की उपस्थिति, गुरुजनों के आशीर्वचन के अनमोल पल एक दूसरे से परिचय के आत्मीय पल यह नजारा था एकेएस वि.वि. सतना के Faculty of Pharmaceutical Sciences and Technology के Department of Pharmacy में यादगार Freshers Party के आयोजन का। बी.फार्मेसी और डी.फार्मेसी विद्यार्थियों ने मिलकर Freshers Party का आयोजन किया। सर्वप्रथम अक्षरों के अक्षत से अतिथियों को सम्मानित किया गया और सृजन के सांस्कृतिक रंगों से वि.वि. के अधिकारियों और Faculty का स्वागत रोली का टीका लगाकर किया गया। अतिथियों ने विद्यार्थियों को भविष्य की शुभकामनाऐं देते हुए शुभाशीष दिया और लक्ष्य पर एकाग्र रहने के गुर बताते हुए कहा कि विद्यार्थी मे काकचेष्ठा, बकुलध्यानम, श्वान निद्रा जैसे गुण होने चाहिए। इन गुणों पर प्रकाश डालते हुए अतिथियों ने कहा कि विद्यार्थी को हमेशा एकाग्रचित्त होकर अध्ययन करना चाहिए। अतिथियों के उद्बोधन के पश्चात संस्कृतिक कार्यक्रमों में खुद को बेहतर दिखाने की चाह में एक से एक अलहदा कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कला की त्रिवेणी में सुमधुर धुनों का ऐसा मेला-ंउचयमजमा लगा कि सारा सभागार एकाकार होकर -हजयूम उठा। सभागार में मेलोडी पर सीनियर्स ने जुनियर्स को सुनाया-ंउचयवी Welcom you all, As the Name of Freshers, Giving Best wishes for your bright Future, Work Hard and Study Smart, Beliving Your self, Again,The new batch of student set on the desk and benches completly unaware of the what stories those things hold in the‘ इसके पश्चात तालियाॅ बजीं और सभागार गीत-ंउचयसंगीत की स्वर लहरियों की निनाद में लंबें समय तक सराबोर रहा। एकेएस वि.वि. Pharmacy विभाग के इस कार्यक्रम में वि.वि.के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.पारितोष के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, ओएसडी प्रो. आर.एन.त्रिपाठी ,डाॅ.जी.पी.रिछारिया, डाॅ. सूर्य प्रकाश गुप्ता,डाॅ.मधु गुप्ता,प्रभाकर तिवारी,नेहा गोयल, सत्येन्द्र, प्रिया द्विवेदी, सैबी सौदागर, पुष्पेन्द्र मिश्रा, पारस कोसे, नवल सिंह, मनोज द्विवेदी, प्रदीप सिंह, सुमित पाण्डेय, काजल द्विवेदी, शिवम अग्निहोत्री, अंकुर अग्रवाल आदि उपस्थित रहे। उनके साथ अन्य विभागों के फैकल्टीज की उपस्थिति भी उल्लेखनीय रही। शोर थमता उसके पूर्व दो चेहरों ने सभी का ध्यान खींचा उन्हें मिस फ्रेसर और मिस्टर फ्रेसर का ताज पहनाकर खास होने का एहसास कराया गया। कुछ खास यादें सीनियर्स ने जूनियर्स से शेयर की।
एकेएस वि.वि. के शिक्षा विभाग में हिन्दी दिवस समारोह को संबोधित करते हुए तकरीबन सभी जनों ने यह बात दुहराई। एकेएस वि.वि. सतना के शिक्षा विभाग में 14 सितम्बर हिन्दी दिवस के पुनीत मौके पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर वि.वि. के बी.एड. और डी.एल.एड. के छात्र-छात्राओं ने हिन्दी भाषा की थाली में अक्षरों के अक्षत और सृजन के सुमन सॅजोकर हिन्दी साहित्य की विशेषता पर चर्चा की।इस मौके पर बताया गया कि 1949 में इसी दिन भारत की संविधान सभा ने हिन्दी को देश की राष्ट्रभाषा के रुप मे स्वीकार किया था।इस मौके पर विभागाध्यक्ष डाॅ.आर.एस.मिश्रा ने कहा कि किसी भी देश में भाषाओं का आना इतिहास के तथ्य और यथार्थ पर निर्भर करता है कि शासक वर्ग किस धर्म व भाषा के रहें। हिन्दी में साहित्य सृजन की हर विधा पर पैनी निगाह डालते हुए विषय का विस्तार मधुसूदन ने किया। माधुरी,रागिनी,स्नेहलता,शुभ्रा,शिव,महेष आदि छात्रों ने हिन्दी भाष की प्रतिष्ठा ओर सम्मान में गीत प्रस्तुत किए। इस मौके पर शिखा त्रिपाठी,डज्ञॅ.बी.डी.प्टेल,नीता सिंह,अनिरुद्व कुमार,नरेन्द्र कुमार,पूर्णिमा सिंह,विजय पाण्डेय,शीनू शुक्ला,प्रियंका मिश्रा की उपस्थिति के बीच कार्यक्रम का संचालन रुचि ओर प्रियांसी ने किया। सभी उपस्थित जनों का आभार रागिनी ने किया।
एकेएस वि.वि. सतना के Department Of Biotechnology में श्री गणेश महोत्सव एवं शिक्षक दिवस सम्मान समारोह का अभूतपूर्व आयोजन किया गया संस्कृतिक कार्यक्रमों की कडी में गणेश वंदना, छत्तीसगढी डांस और पंजाबी डांस ने ऐसा शमाॅ बाॅधा कि पूरा सभागार खुशी से झूम उठा। बीते दस दिनों से जारी गणेश उत्सव का उत्साह गृरुवार को एकेएस वि.वि. में अनंत चतुर्दशी को थम गया। वि.वि. के चेयरमैन का जन्म दिन भी केक काटकर मनाया गया। सभी ने उन्हें शुभकामनाऐं दीं। कार्यक्रम में एकेएस वि.वि.के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.पारितोष के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन, डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी, ओएसडी डाॅ.आर.एन.त्रिपाठी,इंजी. डीन डाॅ. जी. के. प्रधान, डाॅ. जी. पी. रिछारिया, डाॅ. दीपक मिश्रा,डाॅ.अश्विनी वाउ,रेनी निगम,कीर्ति समदरिया के साथ सभी संकाय के फैकल्टीज ओर छात्र छात्राऐं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का आयोजन बायोटेक विभाग एवं सांस्कृतिक निदेशालय के संयुक्त तत्वावधान में हुआ। गणपति बप्पा मोरया के जयघोष के साथ बप्पा की विदाई हुई। विदाई के पूर्व गणेश जी का पूजन-अर्जन और आराधना के समय वि.वि. परिवार ने हवन विधान में हिस्सा लिया।
एकेएस वि.वि.सतना के बी.टेक. इले.इंजी. सकाय के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों ने Vindhya Telelinks Limited रीवा की एक दिवसीय विजिट की। इस मौके पर विद्यार्थियों ने इंजी. रवि नागवंशी ओर अजय सिंह के मागदर्शन में भ्रमण किया और जानकारी प्राप्त की। Vindhya Telelinks private Limited में छात्रों ने Telelinks communication में इस्तेमाल होने वाले जेलीकिलेड communication cable की पाॅच लेयर से चैबीस Layer तक की उत्पादन विधि का प्रशिक्षण लिया और उत्पादन प्रक्रिया देख् उल्ल्खनीय है कि BSANS,AMTNAL,NTPC,reliance jio,Railway तथा Defence में भी की Vindhya Telelinks private Limited मे बनी हुई Copper Telephone Cable ओर optical-fiber cable उपयोग की जाती है। विजिट में इजीनियर आर.के.श्रीवास्तव और रमा शुक्ला का मार्गदर्शन रहा