एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार में बुधवार को ”सहज मार्ग संस्था” द्वारा मेडिटेशन और सेल्फ रियलाइजेशन का आयोजन हुआ। पूरे विश्व में ”सहज मार्ग” के करोड़ों अनुयायी है। ”हार्टफुलनेस” कार्यक्रम का खुशनुमा माहौल में आरंभ माँ वीणा पाणि के समक्ष दीपों की लौ के साथ किया गया। ”हार्टफुलनेश” के पहले चरण में रिलैक्शेसन, द्वितीय चरण में एक विंन्दु पर ध्यान का केन्द्र निर्मित करना, तृतीय चरण में ईश्वर की अनुभूति करते हुए उपस्थित सभी जन इंस्ट्रक्टर की आवाज के बीच मेडिटेशन में लीन रहे। विचार शून्यता के स्तर पर सभी ने ”हार्टफुलनेश” की प्रक्रिया को प्रेरणादायी और रोचक माना। गौरतलब है कि ”हार्टफुलनेश” की यह प्रक्रिया तनाव कम करने और काम को आनंद में तब्दील करने की गहरी सीख देती है। एकेएस विश्वविद्यालय में पहले ही आध्यात्म को शिक्षा का एक विशेष पहलू नियत किया गया है। बुधवार को ”सहज मार्ग कार्यक्रम का विधिवत् समापन किया गया।
ध्यान के पलों मे ये रहे उपस्थित
डाॅ. दीपमाला भटिजा एवं दीपिका श्रीवास्तव ने ”हार्टफुलनेश” के बारे में उपस्थित जनों को रूबरू कराया। ध्यान की इस पद्धति मे एकेएस के सभागार में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी.के. बनिक, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, ओ.एस.डी. प्रो. आर.एन. त्रिपाठी के साथ विभिन्न संकाय के फैकल्टीज ने सहभागिता दर्ज कराई।
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एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार में डाॅ. प्रीती सिंह (आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष ) का ”मार्केटिंग रिसर्च एवं केस स्ट्डी आॅफ हावर्ड यूनिवर्सिटी” विषय पर तीन दिवसीय स्पेशल गेस्ट लेक्चर का आयोजन किया गया । डाॅ. प्रीती ने विद्यार्थियों को कान्सेप्ट आॅफ मार्केटिंग रिसर्च, जर्नल रिसर्च मैथेडोलाॅजी, क्रिटकल कान्सेप्ट आॅफ मार्केटिंग, केस स्ट्डी डिस्कस आॅन हावर्ड यूनिवर्सिटी एंड लंदन बिजनेस स्कूल, के बारे विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवधन, ओएसडी प्रो. आर. एन त्रिपाठी, विभागाध्यक्ष डाॅ. कौशिक मुखर्जी के साथ फैकल्टी श्वैता सिंह, शीनू शुक्ला, साधना शुक्ला, कोयल चमड़िया , डाॅ प्रदीप चैरसिया, प्रमोद द्विवेदी, विजय चतुर्वेदी, चंदन सिंह, प्रकाश सेन के साथ बीबीए, एवं एमबीए के विद्यार्थी उपस्थित रहे।
मीडिया विभाग
एकेएस विष्वविद्यालय सतना
सतना-आई.आई.टी. खड़गपुर में आयोजित टेक-फेस्ट क्षितिज-2016 में एकेएस विश्वविद्यालय के छात्रों ने आई.सी. ईंजन कार माॅडल प्रेजेन्ट करके एक बड़ा सम्मान हासिल किया है। आई.आई.टी. खड़गपुर में एकेएस वि.वि. के होनहार बी.टेक. मैकेनिकल चतुर्थ सेमेस्टर के छात्रों अंकित सिंह, रजनीश पटेल, शिवम डांगे ने मैकेनिकल ई.डी.एम. में प्रजेन्टेशन दिया । तीनो छात्रों ने उपस्थित विद्वत्जनो को अपने कार्य से प्रभावित किया और सर्टिफिकेट के हकदार बने । टेक-फेस्ट क्षितिज-2016 में सहभागिता और उत्कृष्ट प्रर्दशन पर वि. वि. के कुलाधिपति बी. पी. सोनी, कुलपति प्रो. पी. के. बनिक, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवधन, प्रतिकुलपति डाॅ. आर. एस. त्रिपाठी, ओएसडी प्रो. आर. एन. त्रिपाठी,इंजी. आर. के. श्रीवास्तव, डाॅ. जी. के. प्रधान, विभागाध्यक्ष पंकज श्राीवास्तव एवं समस्त संकायों के फैकल्टीज ने छात्रों को उज्जवल शुभकामनाएं दी है।
मीडिया विभाग
एकेएस विष्वविद्यालय सतना
बचपन में दिल की सुनते थे ,बड़े होने पर दिमाग की सुनते है- डाॅ. संजय सिंह, हार्टफुलनेश
एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार में सोमवार को ”सहज योग संस्था” द्वारा मेडिटेशन और सेल्फ रियलाइजेशन का आयोजन हुआ। डाॅ. संजय सिंह ने सभागार में उपस्थित मैनेजमेंट एवं विभिन्न संकाय के फैकल्टीज को बताया कि श्री माता जी निर्मला देवी के कथनानुसार ”सहज योग दूसरे योग से इस पहलू पर अलग है कि यह स्वतः अनुभूति से प्रारंभ होता है।” पूरे विश्व में ”सहज योग” के करोड़ों अनुयायी है। ”सहज योग” कार्यक्रम का खुशनुमा माहौल में आरंभ माँ वीणा पाणि के समक्ष दीपों की लौ के साथ किया गया।
तीन चरणों की सहज प्रक्रिया है ”सहज योग”
जैसे-जैस सहज योग और हार्टफुलनेश की अवधारणा को टी.आर.एस. काॅलेज रीवा, में पदस्थ केमेस्ट्री के प्रोफेसर डाॅ. संजय सिंह ने विस्तारित करके बताया तो उपस्थित जनों ने ”सहज योग” किया। उन्हांेने कहा कि बचपन में खेलने का दिल है तो खेलना यानि जो करना है वो करेगें है फिर बड़े हुए तो दिल चला जाता है अहम् में, दिमाग दुनियादारी, भौतिकता, कुटिलता में लगता है और परेशानियां बढ़ती है। ”सहज योग” के पहले चरण में रिलैक्शेसन द्वितीय चरण में प्रश्न लेकर उसी के आस-पास ध्यान का केन्द्र निर्मित करना, तृतीय चरण में ईश्वर की अनुभूति करते हुए उपस्थित सभी जन इंस्ट्रक्टर की आवाज के बीच मेडिटेशन में लीन रहे। विचार शून्यता के स्तर पर सभी ने ”सहज योग” की प्रक्रिया को प्रेरणादायी और रोचक माना। गौरतलब है कि ”सहज योग” की यह प्रक्रिया तनाव कम करने और काम को आनंद में तब्दील करने की गहरी सीख देती है। एकेएस विश्वविद्यालय में पहले ही आध्यात्म को शिक्षा का एक विशेष पहलू नियत किया गया है। मंगलवार को भी आधे घ्ंाटे का ”सहज योग” कार्यक्रम रखा गया। बुधवार को कार्यक्रम का विधिवत् समापन किया जाएगा।
ध्यान के पलों मे ये रहे उपस्थित
डाॅ. दीपमाला भटिजा महिला रोग विशेषज्ञ ने ”सहज योग” के बारे में उपस्थित जनों को रूबरू कराया। ”सहज योग” की पद्धति पर एकेएस के सभागार में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी.के. बनिक, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, ओ.एस.डी. प्रो. आर.एन. त्रिपाठी के साथ विभिन्न संकाय के फैकल्टीज ने सहभागिता दर्ज कराई।
सोमवार को एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार में मैपकास्ट, भोपाल के डाॅ. राजेश सक्सेना ने एग्रीकल्चर, फार्मेसी, बाॅयोटेक के छात्रों के समक्ष ‘‘बाॅयोडायवर्सिटी’’ एवं उसके विभिन्न आयामों पर व्याख्यान दिया। डाॅ. सक्सेना ने बाॅयोडायवर्सिटी, इंम्पोर्टेन्स और जैवविविधता की खूबसूरती पर रोचक दृष्टान्तों के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी। डाॅ. सक्सेना ने बाॅयोडायवर्सिटी के विभिन्न घटकों पर प्रकाश डालते हुए एलोवेरा, ब्राम्ही, शंखपुष्पी, अश्वगंधा, सर्पगंधा, लेमन ग्रास, यूकेलिप्ट्स और हरश्रृंगार के आयुर्वेदिक पहलुओं और दादी-नानी के नुस्खें भी बताए। प्लांट टिश्यू कल्चर पर प्रकाश डालते हुए उन्होने फूड चेन की विविधता को भी पारिभाषित किया। बाॅयोडायवर्सिटी का कान्जर्वेशन एक इमंर्जिग क्षेत्र है टिश्यू कल्चर लैब्स के विकास से स्वरोजगार के क्षेत्र उन्नत होंगें ,यूथ कोआॅपरेटिव्स बना सकते हैं। मैपकाॅस्ट के उद्देश्यों को उल्लेखित करते हुए उन्होंने कहा कि नागरिकों को टेक्निकली साउण्ड करना मैपकाॅस्ट का उद्देश्य है। इसी कड़ी में छात्रों को फाइनेन्सियल सपोर्ट देने के साथ बेस्ट साइंटिस्ट एवार्ड 25 विधाओं में मैपकास्ट द्वारा प्रदान किए जाते हैं और चयनित सर्वश्रेष्ठ पेपर्स को 25 हजार पुरुस्कार की नगद राशि प्रदान की जाती है। उन्हांेने सीएसआर काॅन्सेप्ट,मशरूम की खेती,सोशियो कल्चरल अपलिफ्टमेंट, सेटेलाइट डेटा, प्रकृति की छटा, वैल्यूएडीशन के साथ विंध्य क्षेत्र में मेडिसनल प्लांट की प्रचुरता के बारे में कहा कि रीजन की बायोडायवर्सिटी को संवर्धित किया जाना आवश्यक है। गौरतलब है कि डाॅ. सक्सेना, ‘‘डिपार्टमेन्ट आॅफ साइंस टेक्नालाॅजी गवर्नमेन्ट आॅफ मध्यप्रदेश‘‘ के प्रिंन्सपल साइंटिस्ट और इंचार्ज है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.पी.के. बनिक द्वारा डाॅ. सक्सेना को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, ओ.एस.डी. प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, डीन डाॅ. आर.पी.एस. धाकरे, डाॅ. नीरज वर्मा, डाॅ. कमलेश चैरे, सूर्यप्रकाश गुप्ता के साथ बाॅयोटेक फार्मेसी एवं एग्रीकल्चर के छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय सतना
सतना। कार्यक्रम का संचालन कर रहीं रमा शुक्ला नें अतिथि परिचय करवाया। बेटी,‘‘तुम्हारा स्वागत है‘‘ कितना मधुर व कर्णप्रिय शब्द है, बेटियाॅ, दो परिवारो की संस्कृति, परम्परा, सम्मान, धरोहर केा सनातन से समेटती, सहेजती बेटिंयाॅ, धन्य हैं वो आॅगन जहाॅ बेटिंयाॅ जन्मती है कुछ इसी तरह के उद्बोधनों के बीच एकेएस विश्वविद्यालय में शनिवार को ‘‘स्थानीय इंडियन मेडिकल एसोसिएशन‘‘नें बर्कशॅाप का आयोजन किया।‘‘वेलकम द गल्र्स चाइल्ड‘‘ विषय पर जहाॅ कुछ तल्ख़ अंदाज में वक्ताओं ने समाज की कुरीतियों पर विषयसम्मत तर्क दिए तो समाज को आईना दिखाती अतीत से वर्तमान के परिदृष्य व उसमें हो रहे नैतिक पतन पर भी रोचक जानकारी व चर्चा उपस्थित जनों ने की।
सभी ने लिया संकल्प -करेंगें समाज को जागरुक
विचारों की लौ यहीं पर नहीं रुकी इस पर संवैधानिक और नैतिक स्तरों का भी वैचारिक आदान प्रदान हुआ।‘‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बढ़ाओ, वुमेन राइट्स, वुमेन जस्टिस एवं दहेज प्रथा के साथ अन्य विषयों पर चर्चा के साथ संकल्प किया गया कि समाज की कुरीतियों को जड़ से मिटाना है।
इनके विचार बने प्रेरणा के केन्द्र
कार्यक्रम के दौरान वि. वि. के कुलपति प्रो. पी. के. वनिक, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन , डाॅ हरिकिरण बावा, डाॅ. ज्योत्सना जैन, डाॅ. राकेश जैन, डाॅ. मनीषा अग्रवाल, डाॅ. हिमांशू अग्रवाल, प्रो. आर.एन.त्रिपाठी, डाॅ राजेश सक्सेना, के विचारों को सुनने के लिए सभागार खचाखच भरा रहा। कार्यक्रम में रेनी निगम, डाॅ. सुधा अग्रवाल, निधि गौतम शिखा त्रिपाठी, नीता सिंह,एवं सभी संकायो की छात्राएं उपस्थित रही।
सतना । एकेएस विश्वविद्यालय के प्रागंण में स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों की स्मृति में मौन रखा गया। सुबह ग्यारह बजे दो मिनट का मौन रखकर समस्त कार्य और सभी गतिविधियाॅ रोक दी गई और ग्यारह बजकर दो मिनट पर मौन तोडा गया। इससे पूर्व वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ हर्षवर्धन एवं ओएसडी प्रो. आर. एन. त्रिपाठी ने स्वतंत्रता संग्राम के बीर और अमर शहीदों की पुण्यतिथि पर बताया कि मौन उन अमर शहीदो की कुर्बानियों को याद करके उन्हे सम्मान देने की परम्परा का परिचायक है। इस अवसर पर वि. वि. के फैकल्टीज उपस्थित रहे।
सतना ।विन्ध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय में नियमित कैम्पस हो रहे हैं इसी कडी में शनिवार 30 जनवरी को ‘‘बैकिंग एवं इंश्योरेंस सेक्टर‘‘ की अग्रणी कम्पनी ‘‘पाॅलिसी बाजार‘‘, गुड़गांव छात्रों का चयन करेगी। ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट डायरेक्टर एम. के. पाण्डेय ने बताया कि छात्रो का चयन ”सीनियर सेल्स एक्जक्यूटिव” पद के लिए किया जाएगा। विद्यार्थियों का 2.4 से 3.6 के एनुअल पैकेज पर नियुक्ति दी जाएगी।कैम्पस में एकेएस वि. वि. एवं आरजीआई के एमबीए, आॅल स्ट्रीम ग्रैजुएट्स भाग लेगें और अपने कॅरियर के सपनों को पूरा करने के लिए चयन के विभिन्न मानकों पर खरा उतरने की कोशिश करेंगें।वि.वि. प्रबंधन ने विद्यार्थियों को सफलता के लिए शुभकामनाऐं दी है।
सतना । एकेएस विश्वविद्यालय के पर्यावरण विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. महेन्द्र कुमार तिवारी एवं बी.टेक सीमेंट टेक्नाॅलाजी के पांच छात्रों रवि पाण्डेय, दीपक सोनी, सुमित गुप्ता, ध्रुवांश गुप्ता, प्रदीप सिंह ने ‘‘इन्वायर्नमेंट मैनेजमेंट एण्ड वेस्ट मिनिमाईजेशन” पर म. प्र. पाल्यूशन कण्ट्रोल बोर्ड सतना और राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद दिल्ली द्वारा आयोजित सेमिनार में हिस्सा लिया। सेमिनार में विभिन्न कंपनियो के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया। पाल्यूशन कण्ट्रोल बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डाॅ. आर. एस. परिहार एवं राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद दिल्ली के डायरेक्टर के. डी. भारद्वाज द्वारा छात्रों को सर्टिफिकेट प्रदान किए गए।
एकेएस विश्वविद्यालय में फहराया गया तिरंगा
कुलाधिपति एवं कुलपति के साथ वि.वि. परिवार रहा उपस्थित
सतना। प्रातः नौ बजे एकेएस वि.वि. की प्राचीर पर गणमान्य अतिथि एवं एकेएस वि.वि. के कुलाधिपति वी.पी.सोनी ने जैसे ही तिरंगा फहराया, हजारों की संख्या में उपस्थित भारत के बेटों और बेटियों नें तालियों की करतल ध्वनि से परिसर में गर्व एवं शान का संचार किया। आन,बान और शान के प्रतीक फहराते तिरंगें के समक्ष समवेत स्वरों में राष्ट्रगान ‘‘जन गण मन‘‘ गाया गया। भारत माता की जय से फिजाॅ में राष्ट्रीयता और देशभक्ति की लहरें उठी। राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक स्वर लहरियों से भारत के वैभव और गौरव की शान गाई गई। एकेएस वि.वि. परिवार से कुलपति प्रो. पी.के. बनिक, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी ,प्रो. आर.एन. त्रिपाठी,प्राचार्य गौरीशंकर पाण्डेय,डाॅ. धाकरे,इजी.श्रीवास्तव,प्रो.पाठक के साथ सभी विभागों के डीन,डायरेक्टर्स ,विभागाध्यक्ष,फैकल्टी मेम्बर्स ,कर्मचारी एवं छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहे।