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b2ap3_thumbnail_unnamed-8_20150626-055128_1.jpgएकेएस विश्वविद्यालय में छात्रों के उत्तरोतर विकास के लिए वि. वि में स्थापित लाईब्रेरी को हाईटेक करने के लिए डेलनेट (डेवलपिंग लाइब्रेरी नेटवर्क )की सदस्यता ली गई है। इस बात की जानकारी देते हुए लाईब्रेरी विभागाध्यक्ष दशरथ पाटीदार ने बताया कि लाईब्रेरी के हाईटेक होने का लाभ विद्यार्थियों के साथ - साथ फैकल्टी मेम्बर्स को भी मिलेगा। इसके माध्यम से छात्र ई- बुक , आर्टिकल आईएलएल (इन्टर लाइब्रेरी लोन) की तरह प्राप्त कर सकते है। डेलनेट से विद्यार्थी एवं रिसर्च स्काॅलर अपने शोधकार्य को आसानी से करने के साथ अपने रिसर्च वर्क को बेहतरीन गति प्रदान कर सकते है। साथ ही छात्र ई- जर्नल्स, ई- बुक , मल्टीमीडिया डाटाबेस, थिसिस, डिर्जटेसन, डिजिटल लाइब्रेरी, एक्सेस कर सकते है। इसी कडी़ मे वि. वि. ने इन्फ्लिबनेट सेंटर (इनफार्मेशन लाइब्रेरी नेटवर्क) के साथ एम. ओ. यू पर हस्ताक्षर किए है। जिससे विद्यार्थी और फैकल्टी ई- बुक प्राप्त कर सकतें हैं वि. वि. के विद्यार्थी सुविधा का अधिकतम् लाभ ले रहे है।

मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना

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b2ap3_thumbnail_unnamed-1_20150626-053625_1.jpgबैंचलर इन फार्मेसी एवं बायोटेक्नालाॅजी के पाठ्यक्रमों में प्रायोगिक कार्यो के लिए विश्वविद्यालय द्वारा अत्याधुनिक ‘‘एनीमल हाउस लैबोरेटरी’’ का निर्माण करवाया गया है। जिसका प्रारम्भिक निरीक्षण सी.पीसीएसईए, नई दिल्ली के नाॅमिनी डाॅ. एस.सी. दुबे जो कि आई.सी.ए.आर के कन्सलटेन्ट एवं पूर्व संयुक्त संचालक, नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ हाई सिक्योरिटी एनीमल डिसिजेज द्वारा 22 जून को किया गया।
डाॅ. दुबे द्वारा विश्वविद्यालय की इस आधुनिक लैब में जाकर समस्त व्यवस्थाओ का अवलोकन किया गया एवं व्यवस्था के सम्बन्ध में अपना संतोष व्यक्त किया। ज्ञातव्य है कि फार्मेसी के अंतर्गत मानव हित के विविध परीक्षण, एवं औषधीय परीक्षण किये जाते है। औषधीय परीक्षण जो मानव के लिए लाभकारी हो सकते है, इसे प्रथमतः कुछ चुने हुए एनीमल पर ट्रायल के रूप में किया जाता है। यह प्रयोग विशेषतः चूहों एवं खरगोश पर किये जाते है। इनके अनुकूल एवं प्रतिकूल प्रभाव के आधार पर औषधियों का निर्माण लैब में किया जाता है।
विश्वविद्यालय द्वारा इस प्रकार परीक्षणों को सफलता पूर्वक करने के लिए छात्रों की आवश्यकता के अनुरूप यह निर्माण कार्य सी.पी.सी.एस.ई.ए, नई दिल्ली के मापदंडों के आधार पर किया गया।
‘‘एनीमल हाउस लैब’’ का सम्पूर्ण निरीक्षण का दायित्व फार्मेसी विभागाध्यक्ष प्रो. सूर्य प्रकाश गुप्ता एंवं फार्मेसी के फैकल्टीज अंकुर अग्रवाल, प्रियंका गुप्ता के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ पारितोष के. बानिक, चेयरमैन इंजी. अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ0 हर्षवर्धन, प्र्रतिकुलपति डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, डीन डाॅ. आर.पी.एस. धाकरे द्वारा इस लैब के निर्माण के एवं प्रमाणिकता के लिए फार्मेसी विभाग को बंधाई दी है।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना

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b2ap3_thumbnail_unnamed-1_20150626-050840_1.jpgb2ap3_thumbnail_unnamed-2_20150626-050842_1.jpgएकेएस विश्वविद्यालय के माइनिंग संकाय विद्यार्थी ट्रेनिंग के लिए साउथ ईस्टर्न कोल फील्ड लिमि. कार्यालय बिलासपुर में पै्रक्टिकल अध्ययन प्राप्त कर रहे हैं। विद्यार्थियों का प्रशिक्षण 28 दिवसीय है। विद्यार्थी जे एण्ड के, बैकुण्ठपुर, चिरमिरी, जोहिला, कोरबा, सोहागपुर, बिलासपुर छत्तीसगढ़ में प्रेक्टिकल ट्रेनिंग करेंगे। इस बात की जानकारी देते हुए एकेएसयू के माइनिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान ने बताया कि विद्यार्थी एसईसीएल की खदान एवं इकाइयों मे कार्य करेंगे।

 

मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना

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b2ap3_thumbnail_unnamed-7_20150622-054959_1.jpgसतना। एकेएस विश्वविद्यालय में मध्यप्रदेश वाटर सेक्टर रिस्ट्रक्चरिंग वल्र्ड बैंक के प्रोजेक्ट के तहत जल उपभोक्ता संथा के द्वारा किसानों को जागरुक करने के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें वाटर एण्ड लैंड मैनेजमेंट भोपाल के मास्टर ट्रेनर ज्ञान मिश्रा एवं कृषि विशेषज्ञ रघुवीर अहिरवार ने किसानों को नहरों के रखरखाव, प्रक्षेत्र के अवलोकन एवं समस्याओं के निराकरण संबंधी विस्तृत तकनीकी जानकारियां दीं। प्रशिक्षण कार्यक्रम में 10 टीसी मेंबर्स एवं आसपास के क्षेत्रीय किसानों के अलावा सब इंजीनियर्स की टीम ने हिस्सा लिया।

मीडिया विभाग
एकेएस विष्वविद्यालय, सतना

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b2ap3_thumbnail_14k29.1_20150619-064521_1.jpgराज्य शासन द्वारा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के उपलक्ष्य में डाॅ. हर्षवर्धन वर्तमान प्रतिकुलपति एकेएस विश्वविद्यालय एवं पूर्व प्राचार्य शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय सतना को सत्र 2012-2013 के लिए स्व. लक्ष्मण सिंह गौड़ स्मृति पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। स्मरणीय है कि पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री स्व. लक्ष्मण सिंह गौड़ की स्मृति में राज्य सरकार द्वारा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्राचार्य, शिक्षक संवर्ग में कार्यरत प्राध्यापकों एवं स्नातक स्तर के विद्यार्थियों को उनके द्वारा वर्ष भर में किए गए कार्यो के आधार पर उनका चयन किया जाता है तथा राज्य सरकार द्वारा उन्हें राजधानी में सम्मान समारोह में पुरस्कृत किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि डाॅ. हर्षवर्धन पूर्व प्राचार्य एवं वर्तमान प्रतिकुलपति एकेएस वि.वि. द्वारा शासकीय महाविद्यालय नागौद एवं शासकीय पी.जी. काॅलेज, सतना में उनके निष्काम भाव से किए गए कार्यो, रचनात्मक तथा अनवरत रुप से छात्र हित में किए कार्येंा के आधार पर उन्हें यह सम्मान प्रदान किया गया है।
ज्ञातव्य है कि इस राज्य स्तरीय महत्वपूर्ण पुरस्कार योजना के अन्तर्गत प्राचार्य संवर्ग में उत्कृष्ट कार्य करने वाले मध्यप्रदेश के तीन प्राचार्यो को प्रत्येक वर्ष एक-एक लाख रुपये नगद व प्रशस्ति पत्र, प्राध्यापक संवर्ग के अन्तर्गत चार शिक्षकों को पचहत्तर-पचहत्तर हजार रुपये एवं विद्यार्थी संवर्ग में चार-चार विद्यार्थियों में प्रथम को पचास हजार एवं अन्य को तीस-तीस हजार रुपये सम्मान राशि के रूप में प्रदान की जाती है। दिनांक 17 जून को समाचार पत्रों में इस पुरस्कार की सूचना प्राप्त होने पर एकेएस विश्वविद्यालय के चांसलर बी.पी. सोनी, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी प्रतिकुलपति, प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ओएसडी, डाॅ.आर.एस.पाठक,प्रो. जी.सी.मिश्रा,डायरेक्टर,सीमेंट टेक्नाॅलाॅजी,डाॅ. जी.के प्रधान,डीन माइनिंग,डाॅ.आर.पी.एस. धाकरे, डाॅ. आर.एस. निगम, इंजी. आर.के. श्रीवास्तव, डाॅ. शेखर मिश्रा, परीक्षा नियंत्रक, डाॅ. टेकचन्दानी, डायरेक्टर अवनीश सोनी, अमित सोनी तथा प्राध्यापकों द्वारा हर्ष व्यक्त किया गया और उन्हें बधाई दी गई।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना

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