‘‘डायग्नोस्टिक्स टूलिंग बाॅयोटेक्नालाॅजी एंड देयर एप्लीकेशन्स इन असर सिन्ड्रोम’’
एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार सी-11 में ‘‘यूनिवर्सिटी आॅफ यूटा’’ अमेरिका में अध्ययनरत् डाॅ. प्रणव माथुर ने ‘‘डायग्नोस्टिक्स टूलिंग बाॅयोटेक्नालाॅजी एंड देयर एप्लीकेशन्स इन असर सिन्ड्रोम’’ विषय पर रोचक, तथ्यपूर्ण एवं जानकारी पूर्ण व्याख्यान दिया। डाॅ. माथुर एक होनहार एवं प्रतिभावान रिसर्च स्काॅलर है। इनके दस से ज्यादा रिसर्च पेपर अमेरिकी जर्नल में प्रकाशित हो चुके है। गौरतलब है कि 1914 में चाल्र्स असर ने एक सिन्ड्रोम के बारे में शोध किया था। असर सिन्ड्रोम का प्रभाव आँखों की रोशनी एवं श्रवण क्षमता पर काफी बुरा पड़ता है। डाॅ. माथुर ने क्लोनिंग, सीक्वेसिंग, आइसोलेशन, एक्जाॅन्स, एन्ट्रान्स, स्कैनिंग और अन्य जानकारियों पर विस्तार से कृषि संकाय के छात्रों को रूबरू कराया। रिसर्च के क्षेत्र में परिकल्पना (हाइपोथिसिस) का महत्व प्रतिपादित करते हुए डाॅ. प्रणव ने कहा कि माउस माॅडल के द्वारा अनेक फाइंडिंग्स के बीच उन्होंने अमेरिका में ‘‘असर सिन्ड्रोम’’ पर रिसर्च किया। उन्होंने पी.पी.टी. के माध्यम से असर सिन्ड्रोम की विभिन्नताओं, रेमेडी एवं स्कैनिंग के बारे में बताया। व्याख्यान के अन्त में डाॅ. माथुर ने कहा कि रिसर्च के दौरान हाइपोथिसिस अहम है और इसे कई बार प्रयोग के बाद ही मान्यता मिलती है। क्योंकि विज्ञान का अर्थ ही है प्रयोगों द्वारा निर्धारित सही ज्ञान। उन्होंने जीन टेक्नोलाॅजी के बारे में चर्चा के साथ विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं पर भी जानकारी दी। कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति प्रो. बनिक ने धन्यवाद देकर किया। व्याख्यान के दौरान कृषि संकाय के डीन एवं फैकल्टी मेम्बर्स उपस्थित रहें।
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एकेएस विष्वविद्यालय सतना

AKS University
AKS University, Satna M.P.
-स्वच्छ भारत एवं मेक इन इंडिया पर विस्तार से चर्चा-
स्वतंत्रता के बाद भारतवर्ष को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कई प्रयास हुए।भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मेक थिंग्स इन इंडिया’ के विजन में लगातार इनोवेशन हो रहे हैं । विश्व की आधुनिकतम तकनीक का इस्तेमाल करते हुए समस्त क्षेत्रों मे‘‘ मेक इन इंडिया ‘‘बनाने की कोशिश है। शनिवार को एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के सभागार में मेक इन इंडिया रीजनल सेमिनार ‘मेक इन इंडिया इनिशियेटिव इन माइनिंग’ का आयोजन किया गया। माॅ शारदा की अराधना के बाद कन्वीनर जी.के. प्रधान द्वारा अतिथि परिचय दिया गया,आईएमई जरनल के चीफ एडीटर प्रो. एस. जयंतू ने वेल्कम एड्रेस दिया। संचालन श्रद्वा ने किया।
आब्जेक्टिव आॅफ सेमिनार-माइनिंग है जाॅब से भरपूर क्षेत्र
भारत सरकार के मेक इन इंडिया के संबंध में माइनिंग के क्षेत्र में क्या उम्मीदें हैं व भविष्य में क्या तब्दीली आयेगी इस विषय पर विस्तार से चर्चा की गई। उपस्थित विद्वजनों ने‘‘ मेक इन इंडिया‘‘- इनीशियेटिव इन माइनिंग के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। माइनिंग क्षेत्र के स्टार्टअप व इण्डस्ट्री नीड्स पर भी सार्थक चर्चा हुई। माइनिंग को जाॅब ओरएन्टेड फील्ड निरुपित किया गया।
इनकी गरिमामयी उपस्थिति में कार्यक्रम हुआ संपन्न रहे मंचासीन
इस अवसर पर मंचासीन अतिथियों में इजी. एस.के. तिवारी, एडवाइजर (माइन्स एण्ड प्रोजेक्ट) मैहर सीमेंट, श्री एस. राॅय,( कन्ट्रोलर आॅफ माइन्स, इंडियन ब्यूरो आॅफ माइन्स जबलपुर), प्रो. ए. जमाल, (प्रो. माइनिंग आईआईटी बीएचयू ) प्रो. एस जयंतू , प्रो. एस. राय के साथ सभागार में एकेएस विवि. के कुलपति प्रो. पी.के. बनिक, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी एवं फैकल्टी मेम्बर्स उपस्थित रहे। कार्यक्रम में वोट आॅफ थैंक्स इं. आर.के. श्रीवास्तव ने दिया।
सीमेंट इंडस्ट्री है शिव की तरह सभी जहर पीने वाली- जी.सी मिश्रा डायरेक्टर सीमेंट एकेएस
टेक्निकल सेशन में ‘‘वेस्ट जनरेशन इन इंडिया एण्ड देयर पोटेंशियल यूज्ड इन सीमेंट एण्ड कांक्रीट प्रोडक्शन‘‘ पर सीमेंट टेक्नाॅलाॅजी के डायरेक्टर जी.सी. मिश्रा ने प्रजेन्टेशन दिया। उनका कहना था कि सीमेंन्ट इंडस्ट्री सभी अनुपयोगी पदार्थो को यूजफुल बनाती है इसलिए वह भगवान शिव की तरह कही जा सकती है क्योंकि शिव नें मानव-दानव की रक्षा हेतु जहर का प्याला पी लिया था।
इनका रहा सराहनीय योगदान
कार्यक्रम बेहद सफल रहा और इसकी सफलता में फैकल्टी शिवानी गर्ग, एकता श्रीवास्तव, गौरी रिछारिया, मनीष अग्रवाल, सुधा अग्रवाल, आशुतोष दुबे, अतुलदीप सोनी इत्यादि की सराहनीय भूमिका रही। सभी विशेषज्ञों ने एकेएस के विभिन्न संकायों की मुक्त कंठ से तारीफ की
फाइंडिंग्स आॅफ सेमिनार
रीजनल सेमिनार के समापन अवसर पर सभी ने इस तथ्य को एक मत से स्वीकार किया कि माइनिंग का क्षेत्र विस्तृत जाॅब संभावनाओं से भरा है और भविष्य में इसमें और सकारात्मक बदलाव आयेंगे। शासन की योजनाओं में विस्तृत संभावनाओं का क्षेत्र है माइनिंग और यह‘‘ मेक इन इंडिया‘‘ में सक्रिय एवं विस्तृत भागीदारी सुनिश्चित करेगा। सभी ने एक मत से कहा कि नाॅलेज पार्टनर एकेएस यूनिवर्सिटी व इंडियन माइनिंग व इंजीनियरिंग जरनल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस सेमिनार में ‘‘स्वच्छ भारत‘‘ मिनरल्स, माइनिंग्स, इंटरनेशनल कोलैबोरेशन,नेशनल जियोग्राफी,माइन्स प्रोडक्शन एफिसिएन्सी पर तथ्यपूर्ण एवं रोचक चर्चा हुई। माइनिंग क्षेत्र में स्वच्छ भारत अभियान का भी अमूल्य योगदान है। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।
एकेएस विश्वविद्यालय के लाइब्रेरी विभागाध्यक्ष ने 18 से 21 जनवरी तक आयोजित चार दिवसीय नेशनल कांफ्रेस में सहभागिता दर्ज की। दशरथ पाटीदार ने नेशनल सोशल साइन्स डॅाक्यूमेंन्टेशन सेन्टर (नासडाॅक) एवं इंडियन कांउंसलिंग आॅफ सोशल रिसर्च (आईसीएसएसआर) दिल्ली एवं सेन्टर फाॅर रिसर्च एंड इन्डसट्रियल स्टाफ परफामेंश (क्रिस्प) भोपाल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया।”नेेक्स्ट जनरेशन लाइब्रेरियनशिप” विषय पर दशरथ ने रिसर्च पेपर प्रेजेंट किया और लाइब्रेरी में उपयोग होने वाले ओपेन सोर्स साॅफ्टवेयर जैसे कोहा,जुमला आदि पर अपने विचार भी प्रस्तुत किए ।
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सतना-गुरुवार को एकेएस विश्वविद्यालय के कलागृह में मनीषियों एवं विद्वानों की गरिमामय उपस्थिति में ‘‘एकात्म मानववाद शेाधपीठ‘‘ ‘‘शोध एवं संदर्भ केन्द्र‘‘ का उद्घाटन भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश प्रभारी डाॅ.विनय सहस्त्रबुद्वे के मुख्य आतिथ्य एवं गणेश सिंह सांसद सतना की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। माॅ वीणापाणि की वन्दना के पश्चात अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया।
डाॅ सहस्त्रबुद्वे ने कहा सतना जैसे शहर अब उर्जा के केन्द्र-एकेएस विवि को दी शुभकामनाऐं
शेाध केन्द्र उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डाॅ.विनय सहस्त्रबुद्वे ने कहा कि एकात्म मानववाद का दर्शन ‘‘बाॅटो मत,जोडों‘‘की अवधारणा एवं विचार का प्रतीक है।‘‘शोध एवं संदर्भ केन्द्र‘‘ एक ऐसा प्रयास है जिसका विचार बडा व्यापक है और एकेएस वि.वि. इस कार्य के लिए प्रशंसा का पात्र है वि.वि. नें अल्प समय में शिक्षा की उन्नति एवं राष्ट्र विकास के लिए जो रुपरेखा नियत की है वह प्रशंसनीय है।उन्होने ग्लोबलाइजेशन,प्रायवेटाइजेशन,लिबराइजलेशन की अवधारणा स्पस्ट की और एकात्म मानववाद पर विचार व्यक्त किए।
इन्हांने कार्यक्रम में शरीक होकरमा बढ़ाई उद्घाटन की गरि
करीने से सजे़ शानदार सभागार के मंच से जैसे ही गणमान्य अतिथियों नें ‘‘शोध एवं संदर्भ केन्द्र‘‘ की पटिट्का पर अंकित ‘‘एकात्म मानववाद शेाधपीठ‘‘ का अनावरण किया तो उपस्थित जनों नें तालियों की गड़गड़ाहट से तहेदिल से प्रंशसा की। इस मौके पर मंचासीन श्री श्री कृष्ण माहेश्वरी, वरिष्ठ समाजसेवी, शंकरलाल तिवारी विधायक,सतना,हितेष वाजपेयी, वी.पी. सोनी, एकेएस वि.वि. के कुलाधिपति ममता पाण्डेय, महापौर ,सतना,डाॅ.रश्मि सिंह,जिला पंचायत उपाध्यक्ष,,सतीश शर्मा,संयोजक,विचार चेतना मंच भी इस पावन एवं पुनीत उद्येश्यों के लिए समर्पित शेाधपीठ उद्घाटन के साक्षी बने।
हुआ माइनिंग पर लिखी हैण्डबुक का लोकार्पण
मौका भी था और दस्तूर भी ,इसी कडी में माइनिंग डीन डाॅ. जी.के प्रधान की माइनिंग पर लिखी हैण्डबुक का लोकार्पण भी अतिथियों के करकमलों द्वारा किया गया।
स्मृति चिन्ह एवं मोमेन्टो देकर किया गया सम्मानित
‘‘एकात्म मानववाद शेाधपीठ‘‘ के उद्घाटन में शरीक हुए डाॅ विनय सहस्त्रबुद्वे को वि.वि. की ओर से स्मृति चिन्ह एवं मोमेन्टो देकर सम्मानित किया गया।मौके को रमेश सिंह,स्टार आॅटोमोबाइल,डाॅ.संजय माहेश्वरी,डाॅ राकेश जैन,मिस्टर अहलूवालिया,इलाहाबाद बैंक के साथ विशिष्ट एवं गणमान्य मागरिकों समेत एकेएस वि.वि. के कुलपति पारितोष के बानिक,चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, विचार चेतना मंच के अध्यक्ष एवं वि.वि. के डायरेक्टर अवनीश सोनी,प्रतिकुलपति डाॅ.त्रिपाटी,डाॅ हर्षवर्धन के साथ वि.वि. के पदाधिकारी एवं फैकल्टीज ने गरिमा प्रदान की।
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एकेएस विश्वविद्यालय में नियमित कैम्पस से विद्यार्थियों का भविष्य संवर रहा है। इसी कडी़ में मंगलवार को प्रतिष्ठित ई.टेक. ग्लोबल सर्विसेस, बडो़दरा गुजरात ने कैम्पस ड्राइव का आयोजन किया । ई. टेक देश की इंटेलीजेंस सेल्स, सर्विस एवं टेक्नाॅलाजी सल्यूशन्स के क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी है। ई. टेक द्वारा एकेएस वि. वि. एवं राजीव गाॅधी काॅलेज के बीबीए, बीसीए, बीकाॅम, एमबीए, बीए के विद्यार्थियों का चयन ‘‘आॅनलाइन चैट टेक्निकल एक्जक्यूटिव‘‘ पोस्ट पर किया गया। चयनित छात्रों में गरिमा रिछारिया,लोकेन्द्र पाण्डेय,अमर गुप्ता,इमरान अहमद अंसारी,पूजा राॅय,शालिनी पाठक,नीलम दासवानी,क्षिप्रा अहिरवार,श्वेता पाण्डेय,श्रेयता दीक्षित,पूजा शाहू का चयन कंपनी के एच.आर. विमलेश गौतम एवं माजिद खान ने किया। चयनित छात्रों की पोस्टिंग बडो़दरा में 2.2 से 2.8 पर एनम के पैकेज पर की जाएगी । विद्यार्थियों के चयन पर वि.वि. प्रबंधन एवं पदाधिकारियों नें बधाई दी है। कैम्पस के दौरान ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट विभाग के एम.के.पाण्डेय, बालेन्द्र विश्वकर्मा,आदर्श सिंह,मनोज सिंह एवं मोनू त्रिपाठी की अहम भूमिका रही।
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एकेएसविष्वविद्यालयसतना
सतना-एकेएस विश्वविद्यालय के बीटेक माइनिंग इंजीनियरिंग चतुर्थ सेमेस्टर के छात्रों नं एज्यूकेशनल विजिट की। 16 जनवरी को 40 विद्याथर््िायों ने एनएमडीसी पन्ना एवं 67 विद्यर्थियों ने शारदा ओपेन कास्ट माइन्स सुहागपुर की विजिट की। छात्रों ने ‘‘मैथड आॅफ वर्क फार ओपेन कास्ट माइन्स, डायमण्ड डिपोजिट, प्रोसेस आॅफ रिेकवरिंग डायमण्ड इट्स ओर के बारे तकनीकी ज्ञान प्राप्त किया। इनका मार्गदर्शन माइनिंग फैकल्टी डी. एस. माथुर, एवं जे. एन. सिंह , दीप्ती शुक्ला, ने एनएमडीसी पन्ना गए विद्याथर््िायों का मार्गदर्शन किया जबकि शारदा ओपेन कास्ट माइन्स सुहागपुर में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन डाॅ, एस. के. झा, ए. के. मेहरा एवं आनंद पाण्डेय ने किया।
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उद्यमशीलता को बढ़ावा देना एवं स्टार्ट-अप पर चर्चा
सतना,सोमवार -एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार एकदिवसीय सेमिनाॅर में कम्पनी सेक्रेटरी प्रशान्त जैन ने बीकाॅम (सीएसपी) एवं (सीएपी) विभाग के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि फिलवक्त भारत सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नें स्टार्टअप से जो उम्मीदें जगाई हैं उससे देश में लगातार स्टार्टअप की संख्या में इजाफा हो रहा है। कार्यक्रम का शुभारंभ एकेएस वि.वि. के कुलपति प्रो. पारितोष के बानिक नें माॅ वीणापाणि की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया।कार्यक्रम की रुपरेखा विभागाध्यक्ष विपुल शर्मा ने पेश की। रोचक एवं जानकारी पूर्ण सेमिनार में आं़त्रपेन्योरशिप, ई-काॅमर्स, स्टार्ट अप प्रोजेक्ट पर विस्तार से जानकारी कम्पनी सेक्रेटरी प्रशान्त जैन ने छात्रों से शेयर कीं। विपुल शर्मा ने बताया कि सेमिनार के आयोजन का उद्येष्य बीकाॅम (कार्पोरेट सेक्रेट्रियल प्रैक्टिसेस(सीएसपी) एवं (कार्पोरेट एकाउंट प्रैक्टिसेस) (सीएपी) के छात्रों को वर्तमान वैश्विक अर्थव्यवस्था में हो रहे नीतिगत बदलावों एवं भारतीय इकोनाॅमी के आयामों पर प्रकाश डाला। क्वेश्चन राउंड में छात्रों की जिज्ञाशा का समाधान भी किया गया।
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एकेएस विष्वविद्यालय सतना
शनिवार को एकेएस विश्वविद्यालय में यातायात पुलिस सतना द्वारा जागरूकता के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गौरतलब है कि 10 से 16 जनवरी तक ”यातायात सड़क सुरक्षा सप्ताह” मनाया जा रहा है। एकेएस वि. वि. के सभागार में यातायात विभाग में पदस्थ एएसआई नारायण नामदेव ने छात्रों को कार्यक्रम की प्रासंगिक्ता जानकारी दी। इस मौके पर यातायात सूबेदार अनिमा तिर्की ने यातायात नियमो की चर्चा की यातायात नियमो पर कार्यक्रम को रोचक बनाते हुए जादूगर ललित विश्वकर्मा ने गीत , जादू और कविताओं की शानदार प्रस्तुति यातायात को संदर्भित करतें हुए दी। सभागार में विद्यार्थियों ने हेल्मेट पहनने एवं यातायात नियमो एवं सड़क सुरक्षा के विचारों को ध्यान पूर्वक सुना। एकेएस विश्वविद्यालय के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने कहा कि यातायात विभाग का यह कदम नितांत सराहनीय कदम है और आम एवं ख़ास सभी को यातायात नियमो के सभी पहलुओं का नियमतः पालन करना चाहिए उन्होने कहा कि जीवन अनमोल है क्योकि हम घर -परिवार और समाज के प्रति जिम्मेदार है तो हमे सामाजिक सरोकारों का पालन करना ही चाहिए इस मौके पर यातायात विभाग से रामकिशोर कुशवाहा, मुकेश यादव एवं समाजसेवी पंकज उरमलिया उपस्थित रहे।
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एकेेएस विश्वविद्यालय,सतना
एकेएस विश्वविद्यालय के ‘‘ मैथ्स विभाग‘‘ की विभागाध्यक्ष सुधा अग्रवाल की पी.एच.डी. की उपाधि पूर्ण हुई है। इनका विषय‘‘मैथमैटिक्स में कोस्मोलाॅजी ’’था । इनका शेाध अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा से डाॅ. आर. के. तिवारी के मार्गदर्शन में पूरा हुआ। एकेएस विश्वविद्यालय में कार्यक्रम आयोजित कर प्रबंधन एवं फैकल्टीज ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।
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खेलों के हर पल का सभी नें उठाया लुत्फ-रोमांचक रहे मुकाबले
बुुधवार के दिन एकेएस विश्वविद्यालय के खेल प्रांगण में स्वामी विवेकानन्द जयंती के उपलक्ष्य में मैत्री मैचों का आयोजन किया गया। पुरुष एवं महिला वर्ग में समस्त फैकल्टीज नें बढ़-चढ़ कर सहभागिता दर्ज कराई।जज्बा,रोमांच और स्पोर्टस स्पिरिट से सभी ने मैच का आनंद लिया।
उठो,जागों और तब तक न रुको जब तक लक्ष्य प्राप्ति न हो जाए-कुलपति एकेएस वि.वि.
कुलपति प्रो. पी.के. बनिक , चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने अपने उद्बोधनों में स्वामी विवेकानंद के चरित्र को रेखाकिंत किया एवं उनके विराट व्यक्तित्व व पुनीत कार्यो पर प्रकाश डाला।
इन स्पर्धाओं में दिखा दमखम- पुरुष एवं महिला वर्ग में प्रतिस्पर्धाऐं
वूमेन की विभिन्न खेल विधाओं में फास्टवाकिंग रेस में दिनिशा तिवारी, सपना एवं छिप्रा माथुर विजेता रही। 50 मीटर मदर-रेस में क्रमशः अव्वल पायल टण्डन,द्वितीय मोनू त्रिपाठी एवं तुतीय स्थान पर रामेश्वरी मिश्रा, 100 मीटर रेस में छिप्रा माथुर, सपना जैन, रामेश्वरी मिश्रा, पुरूष वर्ग में बाॅली-बाल, एवं क्रिकेट स्पर्धा संपन्न हुई। रोमांचक क्रिकेट स्पर्धा में विजेता टीम जनरल एडमिन की अगुवाई बृजेन्द्र सोनी ने की उनकी पे्ररणदायी कैप्टेन्सी में जनरल एडमिन ने लगातार दोनो मैचों में फतह हासिल की।
ये रहे निर्णायक,कमेंटेटर एवं स्कोरर
निर्णायक की भूमिका भाग्यवेन्द्र सिंह एवं सुनील पाण्डेय एवं कमेन्टेªटर की भूमिका रवि नागवंशी एवं सराफत अली स्कोरर आशुतोष दुबे ने स्कोरिंग की।
वि.वि. के पदाधिकारियो नें बढ़ाया उत्साह
इस मौके को प्रतिकुलपति डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. आर.पी.एस. धाकरे, डाॅ. जी.के. प्रधान, इंजी. आर.के. श्रीवास्तव, डायरेक्टर अमित सोनी,एडमिनिस्ट्रेटर बृजेन्द्र सोनी,सोनू सोनी नें अपनी गरिमामयी उपस्थिति से खास बनाया। समस्त विभागों के फैकल्टीज एवं छात्र-छात्राओं ने तालियो की गडगडाहट सें पूरे खेल परिसर को रोमांचित करके रखा जिससे खिलाडियों नें उम्दा एव ंनायाब खेल का मुजाहिरा पेश किया।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश शासन के बाॅयो डायवर्सिटी बोर्ड द्वारा फण्डेड मेजर रिसर्च प्रोजेक्ट सतना जिले के परसमनिया पठार एवं उससे लगे हुए क्षेत्रों की जैव विविधता का आंकलन , संरक्षण एवं प्रोपेगेशन का कार्य एन्वायरर्नमेंट साइंस विभागाध्यक्ष एवं प्रिंसिपल इनवेस्टिगेटर डाॅ. महेन्द्र कुमार तिवारी के निर्देशन मे किया जा रहा है। जिनमें कि इन क्षेत्रों में पाये जाने वाले आरईटी (रेयर इन्डेन्जर्ड थ्रेटेंड) को चिन्हित किया जा रहा है जिनमें बहुमूल्य औषधीय गुण है इनका प्रयोग स्थानीय लोगों द्वारा कई असाध्य रोगेंा के उपचार हेतु किया जाता है लेकिन विभिन्न जलवायुविक, मानव जनित एवं अन्य कारणों से इनकी संख्या में निरंतर कमी आ रही है। इस प्रोजेक्ट केे माध्यम से इन प्रजातियों का टेªडिशनल नाॅलेज ,डाॅक्यूमेंटेशन, कंजर्वेशन एवं प्रोपेगेशन विश्वविद्यालय द्वारा किया जा रहा है।
औषधीय पौधों की एकेएस कैम्पस में वृहद उपलब्धता
उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय के विशाल कैम्पस में औषधीय पौधों वच, अस्वगंधा, सर्पगंधा, पथरचटा, सतावर, हल्दी ऐलोेवेरा, सदाबहार, ग्रीनहेज, क्रिसमस ट्री, रूद्राक्ष, सिन्दूर प्लांट, काउल मोगरा, चाइना अमरूद, बिगोनिया, वाटल पाॅम, नोलीना, फाइकाल, दहीमन, क्रोटन, पाइनसेटिया, कचनार, साइकस, बनाना पाॅम, लक्ष्मण कंद, महासुदर्शन, योका पाॅम के संरक्षण एवं उत्पादन में सूक्ष्म जीवों एवं माइकोराइजा के प्लांट कंजर्वेशन, प्लांट प्रोपेगेशन, प्लांट साइंटफिक वैलिडेशन एवं विभिन्न रोगों के उपचार एवं मेडिसनल प्लांट की भूमिका कंजर्वेशन(सुरक्षित करने) प्रोपेगेशन(प्रसारित करने) के बारे मे जानकारियां इंस्टीट्यूट में एकत्रित की जाएगी वि. वि. के सभी औषधीय पौधों का डेटाबेस तैयार करवाया जा रहा है। मेडिसिन वल्र्ड में अमूल्य माने जाने वालें मेडिसनल प्लांट विंध्य क्षेत्र के साथ ही वि. वि. परिसर में प्रचुर रूप से उपलब्ध है परिसर में उपलब्ध सजावटी पौधों में गुड़हल, गेंदा, डेहेलिया, लोटस, गुलाब, मधुकामिनी, गुलकाबली, सदाबहार, गुलदाउदी एवं अन्य औषधीय प्रभाव के पौधेंा का अध्ययन फार्मेसी , बाॅयोटेक एवं एग्रीकल्चर, संकाय के विद्यार्थी करेगें
बनेगा ‘‘पारंपरिक मेडिसिन नाॅलेज‘‘ का डेटाबेस
एकेएस वि. वि. में ‘‘रिसर्च सेंटर‘‘ स्थापित होगा। विंध्य क्षेत्र ही नहीं बल्कि समूचे भारतवर्ष में उपलब्ध ‘‘पारंपरिक मेडिसिन नाॅलेज‘‘ का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है और इस आॅकडे़ की मदद् से रोगों पर रिसर्च के साथ औषधीय पौधों का प्रोपेगेशन एवं कंजर्वेशन किया जाएगा। हर्बल गार्डन में मौजूद औषधीय महत्व के पौधेंा की फार्माक्लाॅजीकल एवं फाइटोकांस्टिटूयन्ट स्ट्डीज फार्मेसी विभाग द्वारा की जाएगी।
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