
AKS University
AKS University, Satna M.P.
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के डिपार्टमेंट आॅफ बायोटेक्नोलाॅजी के विभागाध्यक्ष डाॅ. कमलेश चैरे अंतर्राष्ट्रीय सिम्पोजियम में एकेएस वि.वि. के प्रतिनिधित्व के साथ अपना पेपर प्रजेंन्टेशन करेंगे। ‘एक्सपोजिंग द हिडेन हाॅफ रूट रिसर्च एट द फोर फ्रंट आॅफ साइंस’जो 8-12 जुलाई 2018 येरिम होटल इजरायल में आयोजित हो रहा है जिसमें सम्पूर्ण विश्व से शोध के उन्नत विषय शामिल होंगे। डाॅ. कमलेश चैरे ‘‘नाॅवेल, नैनो, बायोफामर््यूलेशन आॅफ माइक्रोवियल कन्सोर्टियम टू इन्हैंस द ग्रोथ आॅफ साइसर एरिटिनम‘‘ का प्रजेंटेशन देंगे। आईएसआरआर-10 द्वारा उन्हें आमंत्रित किया गया है। डाॅ. कमलेश चैरे का पेपर प्रजेंटेशन 9 जुलाई 2018 को विश्व के 7 प्रमुख प्रजेंटेशन के बीच रखा गया है। सम्पूर्ण प्रजेंटेशन पीपीटी पर प्रस्तुत किया जायेगा। एकेएस वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी और कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक के साथ वि.वि. के समस्त संकायों के डीन, डायरेक्टर्स और फैकल्टीज ने डाॅ. कमलेश चैरे को शुभकामनाएं दी हैं।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना की बी.टेक, माइनिंग इंजी की छात्रा नीतू अहिरवार टाटा स्टील की अंडरग्राउण्ड कोल माइन्स की विजिट माइनिंग की फैकल्टी दीप्ति शुक्ला के मार्गदर्शन में कर रही हैं। नीतू वि.वि.के अध्ययन पैटर्न पर आधारित प्रैक्टिकल टेªनिंग प्राप्त कर रही हैं। यहाॅ वह माइनिंग की ओव्हरआॅल कार्यप्रणाली के बारे मे विस्तार से जानकारी प्राप्त कर रही हैं। उल्लेखनीय है कि माइनिंग के फील्ड मे महिलाओं की कम संख्या देखने को मिलती है वहीं दीप्ति ने इस मिथक को तोडने का काम भी किया है और अन्य छात्राओं के लिए भी मार्ग प्रशस्त किया है कि अगर आप में कुछ बडा करने का जज्बा हो तो असंभव कुछ भी नहीं बस लगन होनी चाहिए । एकेएस वि.वि. में अनुशासन और एकेडमिक एक्सीलेंस का अच्छा सम्मिश्रण है। बी.टेक.माइनिंग के समस्त सेमेस्टर के अध्ययन के दौरान नीतू का शानदार एकेडमिक रिकार्ड है। वि.वि. की छात्रा नीतू अहिरवार टाटा स्टील की अंडरग्राउण्ड कोल माइन्स की विजिट के बाद सेन्ट्रल इंन्स्टीट्यूट आॅफ माइनिंग फ्यूल एण्ड रिसर्च, भारत सरकार की खनन संस्था की विजिट करेंगी और माइनिंग की आधारभूत कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से जानेंगीं तत्पश्चात नीतू आईआईटी,आईएसएम में भी पे्रक्टिकल ट्रेनिंग प्राप्त करेगीं । वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी,कुलपति पारितोष के. बनिक,माइनिंग इंजी.डीन प्रो. जी.के. प्रधान के साथ समस्त फैकल्टीज ने नीतू को भविष्य की श्भकामनाऐं दीं हैं।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के 15 छात्रों ने 11 जून से 25 जून तक लोक निर्माण विभाग सतना (पीडब्ल्यूडी) में वरिष्ठ इंजीनियर्स के मार्गदर्शन में इण्डस्ट्रियल ट्रेनिंग पूर्ण की। विद्यार्थियों का मार्गदर्शन इंजी. विवेक दुबे, साइट इंजी. एस.के. द्विवेदी और विशुतोष वाजपेयी ने किया।सिविल इंजी.विभागाध्यक्ष इंजी शिवानी गर्ग ने बताया कि डिप्लोमा चतुर्थ सेमेस्टर सिविल इंजीनियरिंग के 15 छात्रों ने लर्न व्हायल यू डू के तहत सिवलि इंजी के बारे मे विस्तार से जानकारी प्राप्त की। विद्यार्थियों मे पामुल सिंह,ओमप्रकाश, सचिन वर्मा,शुभम शुक्ला, अमन, सुहैल, एम.आलम, राहुल सिंह, रावेन्द्र, बसंत, राहुल पाण्डेय, प्रदुम्न मिश्रा, शीवेन्द्र, राजेन्द्र सोनी, गोवर्धन सिंह और लाखन सिंह रहे। यहां विद्यार्थियों ने बिल्डिंग कांस्ट्रक्शन के अहम पहलुओं पर विस्तार से जानकारी प्राप्त की जिसमें प्रमुखतः बिल्डिंग कांस्ट्रक्शन में फोर्टिंग, रेन फोर्स, कालम, लिंटल, बिल्डिंग एस्टीमेशन के साथ रोड कांस्ट्रक्शन में सिंगल रोड कांस्ट्रक्शन, रिजिड पेवमेंट, रोड क्लीयरेंस पर विस्तार से 15 दिन जानकारी हासिल की। विद्यार्थी लोक निर्माण विभाग की विभिन्न साइट पर भ्ज्ञी गए और निर्माण की बारीकियों से अवगत हुए। विभाग के सभी फैकल्टीज ने टेªनिंग को परिणाम पूर्ण बताया।
Through campus drives, students belonging to various faculties of AKS University are getting the opportunity of appearing and cracking the interviews. In this sequence, AKS University, which has been ranked 27th among the 400 Private Universities of India, which has been conferred with the “Leading University in Central India,2018” award, has organized yet another campus drive, where Belco Pharmaceutical Limited came to recruit the students for the post of “Trainee Chemist”. After the completion of final round, three students were selected by the recruiters. Names of selected students are: Shivam Kumar Pandey, Shubhanjali Garg and Deepak Pandey.
Students have been selected on a salary package of 1.8 Lakhs/annum. Principal (Pharmacy), Surya Prakash Gupta; Director T&P,MK Pandey; TPO, Balendra Vishwakarma, Prachi Mishra and Manoj Singh, have congratulated the students for their selection.
सतना। एकेएस वि.वि. में कैम्पस के माध्यम से सभ्ज्ञी संकाय के विद्यार्थियों का विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियों मे चयन का सिलसिला लगातार जारी है इसी कडी में ‘लीडिंग युनिवर्सिटी इन सेन्ट्रल इंडिया 2018’ और भारतवर्ष के 400 प्राइवेट युनिवर्सिटीज के बीच इंडियाज बेस्ट प्राइवेट युनिवर्सिटीज रैंकिंग में 27वां स्थान हासिल कर चुकी एकेएस युनिवर्सिटी सतना में बेल्को फार्मास्यूटिकल्स लिमि. द्वारा ट्रेनी केमिस्ट पद के लिये कैम्पस का आयोजन किया गया। बी.फार्मेसी के विद्यार्थियों शिवम कुमार पाण्डेय, शुभांजलि गर्ग और दीपक पाण्डेय का चयन ट्रेनी केमिस्ट पद के लिये किया गया। विद्यार्थियों का सैलरी पैकेज 1.8 लाख पर एनम तय किया गया है। विद्यार्थियों के चयन पर फार्मेसी प्राचार्य सूर्यप्रकाश गुप्ता, ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट डायरेक्टर एम.के. पाण्डेय, ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट आॅफीसर बालेन्द्र विश्वकर्मा, प्राची मिश्रा और मनोज सिंह ने छात्रों को बधाई दी है।
Food Production Unit of International Flight of Chhatrapati Shivaji International Airport, Andheri, has selected the six students named Harsh Tarkar, Rahul Pratap, Anirudh Patel, Jahnvi Gautam, Monika Uike and Vivek Kumar Tiwari (all from six semester, B.Tech Food Technology, AKSU) to impart the training for the food safety audit of the foodstuffs, served in international flights.
“After the completion of one month training, all the six students will complete their internship training programme also from the same Aviation Unit”, Rajesh Mishra (HoD) said.
Notably, students selected for the training will learn the auditing of both processed and unprocessed food following the guidelines of FSSI. Interestingly, students thus trained will also get geared up to get the permanent job here in Aviation Unit.
Rajesh Mishra (HoD, Food Tech) has advised the students to receive the training with full dedication as the training thus received will open the new doors of opportunities for them.
सतना। एकेएस वि.वि. के बी.टेक सिक्स्थ सेमेस्टर के छः छात्रों का चयन फूड प्रोडक्शन यूनिट आॅफ इंटरनेशनल फ्लाइट फार छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अंधेरी द्वारा टेनिंग हेतु किया गया है। यहां पर एकेएस वि.वि. के विद्यार्थी अंतर्राष्ट्रीय विमानों के खाद्य पदार्थों का फूड सेफ्टी आॅडिट टैनिंग करेंगे। एक महीने की ट्रेनिंग के पश्चात् विद्यार्थी 5 महीने की इंटर्नशिप ट्रेनिंग भी यहीं से प्राप्त करेंगे। एवियेशन विभाग के नागेश श्रीमाल, जनरल मैनेजर हैं ।यहाॅ एकेएस वि.व. के फूड टेक के विद्यार्थी हर्ष टरकर, राहुल प्रताप, अनिरुद्ध पटेल, जाह्नवी गौतम, मोनिका उइके और विवेक कुमार तिवारी टेनिंग प्राप्त करेंगें।उल्लेखनीय हे कि 1942 से संचालित एम्बेसडर्स स्काई शेफ मुम्बई में स्थित है, यहां पर विद्यार्थी एफएसएसआई के निर्देशानुसार यहां पर अंतर्राष्ट्रीय प्रोसेस्ड और अन प्रोसेस्ड खाने की गुणवत्ता की आॅडिट सीखेंगे इसके बाद विद्यार्थी यहां पर कार्य करने के लिये भी तैयार होंगे। फूड टेक्नोलाॅजी विभागाध्यक्ष डाॅ. राजेश मिश्रा ने विद्यार्थियों को लगन से ट्रेनिंग करने की जरूरत बताई है उन्होने कहा कि यह ट्रेनिंग विद्यार्थियों के कॅरियर के लिए अहम होगी और विद्यार्थी इसके पश्चात बेहतर अवसर प्राप्त करेंगें।
सतना। ‘लीडिंग युनिवर्सिटी इन सेन्ट्रल इंडिया 2018’ और इंडिया टुडे द्वारा 400 प्राइवेट युनिवर्सिटीज के बीच इंडियाज बेस्ट प्राइवेट युनिवर्सिटीज रैंकिंग में 27वां स्थान हासिल कर चुकी एकेएस युनिवर्सिटी सतना में स्ट्राटा जियोग्राफ इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमि. मुम्बई ब्रांच द्वारा विपिन द्विवेदी का चयन बतौर साइट इंजीनियर किया गया है। विपिन द्विवेदी को 2.8 लाख पर एनम के पैकेज पर कार्य के लिये चयनित किया गया है इसके पूर्व भी वि.वि. के कई छात्र विभिन्न कम्पनियों में कैम्पस के माध्यम से चयनित किये गये हैं। सिविल इंजीनियरिंग 2018 पासआउट बैच के द्वारा विपिन की सफलता पर वि.वि. प्रबंधन ने उन्हें तल्लीनता से कार्य करने की सलाह दी है और चयनित होने पर शुभकामनाएं भी दी हैं। स्ट्राटा जियोग्राफ इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमि. मुम्बई ब्रांच के एचआर मैनेजर ने एकेएस वि.वि. की एकेडेमिक एक्सिलेंस और छात्र हित में दी गई सुविधाओं की तारीफ की और वि.वि. में भविष्य में भी कैम्पस आयोजित करने की मंशा जाहिर की। छात्र के चयन पर ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट डायरेक्टर एम.के. पाण्डेय, ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट आॅफीसर बालेन्द्र विश्वकर्मा और मनोज सिंह ने छात्र को बधाई दी।
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के बी.एससी. एग्रीकल्चर सातवें सेमेस्टर के 400 विद्यार्थियों का उन्मुखीकरण कार्यक्रम 19 व 20 जून को आयोजित किया गया। रावे के महत्व पर चर्चा करते हुए कार्यक्रम अधिकारी सात्विक सहाय विसारिया ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। कृषि की उन्नत तकनीकें जानना, परम्परा खेती के विषय में भी जानकारी प्राप्त करना और कृषकों की आय में वृद्धि करने के लिए किसानों को जानकारी देना रावे के प्रमुख उद्देश्य होते हैं। द्विपक्षीय कार्यप्रणाली से जिसमें वि.वि. के विद्यार्थी अध्ययन की हुई जानकारियों को कृषकों से साझा करते हैं वहीं उनसे कई विषयों में जानकारी भी प्राप्त करते हैं। वि.वि. के विद्यार्थियों की 30 टीमें बनाकर उसमें बराबर संख्या में छात्र रखे गये हैं जो सतना जिले के 4 ब्लाक और 30 गावों में जाकर मृदा परीक्षण, बीज की गुणवत्ता, कौन से खेत में कौन सी फसल ज्यादा प्रभावी होगी इत्यादि जानकारी अन्य अधिकारियों संतोष कुमार, डाॅ. डूमर सिंह, अखिलेश जागरे, डी.पी. चतुर्वेदी, अभिषेक सिंह के मार्गदर्शन में कृषकों के बीच जाकर शेयर करेंगे। उल्लेखनीय है कि रबी की फसल में शामिल धान, सोयाबीन, उर्द, मूंग, अरहर, और अन्य दलहनी फसलें किसान के खेतों में होंगी। इन कार्यक्रमों में क्षेत्र के कृषि वैज्ञानिक वि.वि. के एक्सपर्ट, सम्बंधित विभाग, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक ट्रेनिंग प्रदान करेंगे। छात्रों के सभी समूह पूरे कार्यक्रम की प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी बनायेंगे, ये कुल 5 विषयों में निर्धारित 100-100 अंकों के लिए रिपोर्ट शामिल करेंगे जिसमें क्राप प्रोडक्शन, फसल सुरक्षा, ग्रामीण अर्थशास्त्र, प्रसार कार्यक्रम, ट्रेनिंग और विजिट्स शामिल हैं। उन्मुखीकरण कार्यक्रम के दौरान एकेएस वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने कहा कि व्यवहारिक पहलुओं पर छात्रों को जानकारी मिले और वो बेहतर तरीके से संवाद करके किसानों को जानकारी दें और उनसे भी जानकारी प्राप्त करें। डाॅ. एस.एस. तोमर ने कहा कि यह एग्रीकल्चर के विद्यार्थियों के लिए बेहतरीन मौका है जहां वह प्रेक्टिकल नाॅलेज ग्रहण करके इसे अपने कॅरियर की उन्नति में उपयोगी जानकारी के रूप इकट्ठा करेंगे। 12 हफ्ते तक लगातार चलने वाले कार्यक्रम के दौरान सभी समूह 22 जून से नवम्बर तक कार्य करते रहेंगे। उल्लेखनीय है कि आईसीएआर द्वारा प्रस्तावित चैथी डीन कमेटी की रिपोर्ट के अनुरूप प्रत्येक कृषि वि.वि. एवं ऐसे वि.वि. जहां स्नातक स्तर की पढ़ाई एग्रीकल्चर संकाय में की जाती है। वहां रावे की प्रायोगिक जानकारी छात्र छात्राओं को होनी चाहिए। इस कार्यक्रम में 240 छात्र और 64 छात्राएं शामिल हो रहे हैं। एग्रीकल्चर विभागाध्यक्ष डाॅ. नीरज वर्मा ने बताया कि रावे प्रायोगिक पहलू है जो छात्र 3 वर्षों के दौरान क्लासरूम्स में पढ़ते हैं उन्हें ग्रामीण कृषि क्षेत्रों में जाकर समझते हैं। इस मौके पर बी.एसससी. एग्रीकल्चर संकाय के समस्त फैकल्टीज और छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।