
AKS University
AKS University, Satna M.P.
एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में राष्ट्रीय युवा संगठन, सर्वोदय मंडल ने एक मंच से सभी जनों को गाॅधी मार्ग से शांति का पैगाम देने का बीडा उठाया है। इसी कडी में इकठठा हुए सभी जनों ने गाॅधी जी के दर्शन के साथ अन्य प्रकृति के अन्य उपादानों जल, जंगल,जमीन पर विचारों का आदान प्रदान किया। गोष्ठी में एक है धरती, एक हैं लोग मिशन को साकार करने के पुनीत उद्येश्य को लेकर दोस्ती के लिए दोस्तों की यात्रा का पडाव मंगलवार को वि.वि.में हुआ। सर्वप्रथम देवार्चन और दीप प्रज्वलन के बाद राष्ट्रपिता महात्मा गाॅधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस पडाव में विचार गोष्ठी वि.वि. के सभागार मे आयोजित हुई जिसमें यात्रा के वृत्तांत पर विधिवत जानकारी कार्यक्रम के आयोजकों ने दी। कार्यक्रम का संचालन करते हुए वरिष्ठ पत्रकार बलराम जी ने सभी अतिथियों का क्रमानुसार पदानुक्रम में परिचय दिया स्वागत भाषण अरुण भारती ने दिया और उपस्थित जनों का सभागार में स्वागत करते हुए उन्हाने गाॅधी और विनोबा भावे के आपसी विश्वास और कार्यशैली पर परिचय भी दिया।उल्लेखनीय है कि यात्रा अनूपपुर से 11 सितंबर को विनोबा जयंती पर प्रारंभ हुई है और इसे प्रदेश के विभिन्न अंचलों और समस्त जिलों की तहसीलों तक ले जाना उद्येश्य है जिससे समरसता,भाईचारा,सौहार्द,प्रेम,आपसी विश्वास का माहौल मिर्मित हो ओर सभी जन वैष्णव जन बनकर संसार में रहें और निबाह करें। भूपेन्द्र तिवारी ने इसका उद्येश्य बताते हुए कहा कि इंसान का इंसान से हो भाईचारा यही उद्येश्य हमारा है। सीता प्रसाद ने आचार्य विनोवा भावे के सर्वधर्म समभाव प्रार्थना गाकर सभी को इसका महत्व रेखांकित किया। आर.एस.त्रिपाठी ने कहा कि परहित सरिस धर्म नहिं भाई,परपीडा सम नहिं अधमाई,उन्होंने कहा कि जितना जरुरी हो उतना ही संचय करें यही गाॅधी दर्शन है। वैद्य और किसान वृजवासी जी ने गाॅधी जी के जीवन की तीन कहानियों के माध्यम से प्रासार को परिचित कराया। भूपेश जी ने बताया कि गैर राजनीतिक मंच है उनका संगठन,जिसमें स्वविवेक से लोग जुडते हैं ओर विचार प्रधान जीवन जीकर लोगों को उत्प्रेरित करते हैं। वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने आसंदी से संबोधित करते हुए कहा कि उनके जीवन में गाॅधी दर्शन गहरे तक समाया है और गाॅधी का प्रभाव आज 150 वर्षो के बाद भी धूमिल न होकर और प्रखर हुआ है जो आज के माहौल में और भी प्रासंगिक है। जीवन की घटनाऐं रास्ता बनाती है, हमारे देश मे सर्व की स्वीकार्यता सदियों से रही है जिसकी वजह से हम सर्वधर्म समभाव की मिसाल कायम करते आए है।बुजुर्गो का सम्मान हमारा रिवाज है,उन्होंने एकेएस वि.वि. के शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे सदप्रयासों के साथ वि.वि. के विभिन्न अनुक्रमों पर जानकारी देते हुए कहा कि उनके पिता ने उन्हें जो सिखाया वह नजीर है और पिता के ही उच्च विचार उन्हें आगे बढने की प्रेरणा देते है उन्होेंने यात्रा की सुखद सफलता की कामना की। इस मौके पर डाॅ.शैला तिवारी ने विनोवा भावे से जुडे प्रसंगों पर विधिवत चर्चा की। इस मौके पर प्रभुदयाल शर्मा, सुल्तान शेख, इश्ताक शहडोली, रामबिहारी विश्वकर्मा, रामकुमार विश्वकर्मा, राजेन्द्र नामदेव, रमेश गुप्ता, अजमत भाई, अंकुश शुक्ला, अलीबद्र के साथ वि.वि. के छात्र-छात्राऐं प्रमुख रुप से उपस्थित रहे और अतीत की यादों के साथ हमारी संस्कृति व विरासत से भी परिचित हुए।
Faculty members and the students of Environmental Science celebrated the “#Ozone Divas” organized at the auditorium of AKS University, on Monday. Addressing to students on the occasion, Neeladri Shekhar, the faculty member, threw lights on the importance of Ozone layer, and said that the gases like chlorofluro carbon, have been thoroughly responsible for the gradual deterioration of Ozone layer, another reason, he revealed, was “Deforestation in larger scale”, which could be held responsible for the development of massive holes in Ozone layer.Endorsing the points of Neeladri Shekhar, Suman Patel, the faculty member, said: “If the ozone layer gets thinner, larger doses of harmful ultraviolet radiation reach the earth’s surface, which are responsible for one of the deadliest deseases like cancer, so, the serious matter like this, needs to be addressed in priority.” The programme was attended by almost all the faculty members and the students of Environmental Science Department.
Engineering Department of AKS University celebrated the #Engineers Day on 15th of September to pay tribute to Dr. Mokshagundam Vishvashwaraiya, who dedicated his life for the technological upliftment of the country. Programme began with “offering of flowers” on the large portrait of “Greatest Engineer”, which was followed by the series of lectures, delivered to commemorate the contribution of “Legendary Engineer”. Programme included “certain plays” which were quite informative, and were appreciated by audience with big round of applause. In one of the plays, people were told about the ways regarding the conservation of energy. Second play appraised the audience about the safety measures, need to be taken, when the fire breaks out. The third play communicated the various methods to save us from electrocution. An event named Poster Presentation was also organized, which was won by Sudheer Chaudhari while Abhishek Mahto and Rohit Maskole secured second and third position respectively. On this occasion, almost all the faculty members from Department Engineering & Technology were present.
एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में पर्यावरण विज्ञान विभाग के Msc के छात्र-छात्राओं एवं विभाग के शिक्षकों के द्वारा विश्व ओजोन दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विभाग के प्राध्यापक नीलाद्री शेखर राॅय ने ओजोन परत के महत्व और उसकी वर्तमान स्थिति पर विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि इसका क्षरण क्लोरोफ्लोरेा कार्बन और अन्य जहरीली गैसों की बदौलत तेजी से हो रहा है विश्व में वनों के घटने की वजह से यह कम होती जा रही थी और इसमें एक विशाल छिद्र निर्मित हो गया है जो पर्यावरण के लिहाज से काफी नुकसानदायक है। उन्होने बताया कि हम 16 सितंबर को विश्व ओजोन दिवस मनाते हैं। विभाग की प्राध्यापक सुमन पटेल ने बताया कि वर्तमान में कई समस्याऐं इसकी वजह से हो रही हैं जिसमें विकिरणों के प्रभाव से कैंसर जैसी बीमारियाॅ शामिल हैं। कार्यक्रम में फैकल्टी भूपेन्द्र सिंह के साथ एमएससी के छात्र-छात्राऐं खास तौर पर उपस्थित रहे।
एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में 1955 में भारतरत्न प्राप्त सर डाॅ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वररैया की याद में Electrical engineering विभाग द्वारा अभियंता दिवस मनाया गया। वि.वि. के Electrical engineering संकाय के तत्वावधान में सभागार में सर्वप्रथम विश्वेश्वररैया की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम में Poster Presentation प्रथम विजेता सुधीर चैधरी, द्वितीय स्थान अभिषेक महतो और तृतीय स्थान पर रोहित मास्कोले रहे।उर्जा संरक्षण के सही तरीके बताए गए बिजली की बचत कैसे करें पर विस्तार से एक नाटक में आग लगने के कारण,सुरक्षा के प्रकार और उसे बचाने की विधियों पर जानकारीप्रद यह नाटक काफी सराहा गया अग्निशमन यंत्र का उपयोग कैसे करें और कैसे सुरक्षित रहें पर भी जानकारी दी गई। विद्युत झटका लगना एक सामान्य प्रक्रिया है विद्युत झटका लगने के बाद क्या सुरक्षा सावधानियाॅ रखनी है, इस पर विस्तार से जानकारियाॅ रखी गई। इस मौके पर प्रशासक इंजी.आर.के.श्रीवास्तव,इंजी.अनिल कुमार मित्तल,ओएसडी प्रो.आर.एन.त्रिपाठी,डाॅ.पी.पी.रिछारिया,इंजी.डी.सी.शर्मा,इलेक्टिकल विभागाध्यक्ष रमा शुक्ला,इले.,विशुतोष वाजपेयी के साथ engineering के समस्त Facultyऔर तकनीकी सहायकों के साथ B tech. Electrical संकाय के छात्र-छात्राऐं खास तौर पर उपस्थित रहे।
चंद्रयान दों को समर्पित रही बेसिक साइंस विभाग की Freshers Party-2019, जिसमें शामिल रहे Bsc maths, Bsc, Cs, और Msc phsics विभाग के नवप्रवेशी विद्यार्थी। विद्यार्थियों के अध्ययन का नया आकाश एकेएस वि.वि. के अध्ययन आगन में, नए सपनों की आवाज कॅरियर को उन्नति देने के लिए, पापा-मम्मी के अरमानों की धुन को नए साज से पूरा करने की जिद, कल्पना के आकाश में एक शोर, झिलमिलाते रंगों के बीच Ceniars की उपस्थिति, गुरुजनों के आशीर्वचन के अनमोल पल एक दूसरे से परिचय के आत्मीय पलों के बीच Freshers Party दी गई। यह नजारा था एकेएस वि.वि. सतना के Basic Science के छात्रों की यादगार Freshers Party के आयोजन का। Bsc maths, Bsc cs, Bsc.zoology और Msc phsics विद्यार्थियों ने मिलकर Freshers Party का आयोजन किया। सर्वप्रथम अल्फाजों के माध्यम और सृजन के भरपूर सांस्कृतिक रंगों से वि.वि. के अधिकारियों और फैकल्टीज का स्वागत तिलक लगाकर और पुष्प प्रदान करते हुए किया गया। अतिथियों ने विद्यार्थियों को भविष्य की शुभकामनाऐं देते हुए शुभशीष दिया और लक्ष्य पर एकाग्र रहने के गुर बताए। अतिथियों के उद्बोधन के पश्चात संस्कृतिक कार्यक्रमों में खुद को Students ने बेहतर दिखाने की चाह में एक से एक शानदार अलहदा कार्यक्रम गीत,संगीत,नृत्य,नाटक,extempore,Stanndup comedyप्रस्तुत किए। कला की त्रिवेणी जब बही तो सुमधुर धुनों का ऐसा मेला-मजमा लगा कि सारा सभागार एकाकार होकर झूम उठा ओर खुशियों के रंग चैतरफा बह चले। सभागार में मेलोडी पर Senior ने junior को सुनाया-वी Welcome you all as the Name of Freshers , Giving best wishes for your brights future, work hard and study smart believing youself, again,the new batch of students set on the desk and bench complete unaware of the what stories those things hold in the इसके पश्चात तालियाॅ बजीं और सभागार गीत-संगीत की स्वर लहरियों की निनाद में लंबें समय तक डूबा रहा। एकेएस वि.वि. बेसिक साइंस विभाग के इस कार्यक्रम में वि.वि.के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.पारितोष के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी, डाॅ.हर्षवर्धन, ओएसडी प्रो. आर.एन.त्रिपाठी ,डाॅ.जी.पी.रिछारिया, इंजी.आर.के.श्रीवास्तव, डाॅ.नीलेश राॅय, डाॅ. भरतराज जायसवाल, कान्हा सिंह तिवारी, नाहिद उस्मानी, साकेत शर्मा,दिनेश बाल्मीकि आदि उपस्थित रहे।
A Fresher’s party was organized in Department of Pharmacy, where seniors welcomed their “Newly enrolled juniors”, who had now entered into a “Tremendous learning environment”, undoubtedly, an environment, which will be instrumental in realization of their dreams. Programme began with a “warm welcome” accorded to the guests and teachers, by applying auspicious mark on their forehead, in return, teachers wished “all the best” to students for their upcoming educational journey. Also, the teachers took this opportunity in transmitting “basic rules” into the mind of students, which play a vital role in a student’s life. Students were advised to get more focused on their studies, and students pledged to leave no stone unturned to achieve academic excellence in their chosen discipline. Motivational speeches of the faculty members were followed by the cultural programmes, where every performance looked better than the previous one. On this occasion, top officials of the University, and almost all the faculty members of Pharmacy department named: SP Gupta (Principal), Dr. Madhu Gupta, Prabhakar Tiwari, Neha Goel, Satyendra, Priya Dwivedi, Saibee Saudagar, Pushpendra Mishra, Paras Kose, Naval Singh, Manoj Dwivedi, Pradeep Singh, Sumit Pandey, Kajal Dwivedi, Shivam Agnihotri and Ankur Agrawal, were present.
एकेएस वि.वि. सतना के Department Of mining के Diploma mining के विद्यार्थी विजय कुमार केवट ने अपने अल्प प्रयास से ही बडी सफलता हासिल की है उन्होंने engineering की प्रतिष्ठित परीक्षा में अपना मुकाम बनाया है वह associate Member Of The institution Of engineering बने हैं। उन्होने Section A और D की परीक्षा में प्रयास किया और सफल रहे। उनका मार्गदर्शन engineering डीन प्रो. जी. के. प्रधान ने सम्पूर्ण रुप से किया और विद्यार्थी का लगातार मनोबल भी बढाया। एकेएस वि.वि.के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.पारितोष के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन, डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी, ओएसडी डाॅ.आर.एन.त्रिपाठी,इंजी. डीन डाॅ. जी. के. प्रधान, डाॅ. जी. पी. रिछारिया,इंजीनियर आर.के.श्रीवास्तव ने विद्यार्थी के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उसे शुभकामनाऐं दीं हैं। Students ने अपनी सफलता का श्रेय एकेएस वि.वि. की शैक्षणिक गुणवत्ता पूर्ण प्रणाली,अपने प्राध्यापकों के सतत मार्गदर्शन और अपने परिजनों के आर्शीवचनों को दिया है।
वि.वि. के केन्द्रीय सभागार में अतीत के शानदार पलों के साथ सीनियर्स की उपस्थिति में जूनियर्स के लिए Freshers Party का आयोजन किया गया। अध्ययन का नया आकाश विशाल University के आगन में, नए सपनों की आवाज कॅरियर को उन्नति देने के लिए, पापा-ं मम्मी के अरमानों की धुन को नए साज से पूरा करने की जिद, कल्पना के आकाश में एक शोर, हजयलमिलाते रंगों के बीच सीनियर्स की उपस्थिति, गुरुजनों के आशीर्वचन के अनमोल पल एक दूसरे से परिचय के आत्मीय पल यह नजारा था एकेएस वि.वि. सतना के Faculty of Pharmaceutical Sciences and Technology के Department of Pharmacy में यादगार Freshers Party के आयोजन का। बी.फार्मेसी और डी.फार्मेसी विद्यार्थियों ने मिलकर Freshers Party का आयोजन किया। सर्वप्रथम अक्षरों के अक्षत से अतिथियों को सम्मानित किया गया और सृजन के सांस्कृतिक रंगों से वि.वि. के अधिकारियों और Faculty का स्वागत रोली का टीका लगाकर किया गया। अतिथियों ने विद्यार्थियों को भविष्य की शुभकामनाऐं देते हुए शुभाशीष दिया और लक्ष्य पर एकाग्र रहने के गुर बताते हुए कहा कि विद्यार्थी मे काकचेष्ठा, बकुलध्यानम, श्वान निद्रा जैसे गुण होने चाहिए। इन गुणों पर प्रकाश डालते हुए अतिथियों ने कहा कि विद्यार्थी को हमेशा एकाग्रचित्त होकर अध्ययन करना चाहिए। अतिथियों के उद्बोधन के पश्चात संस्कृतिक कार्यक्रमों में खुद को बेहतर दिखाने की चाह में एक से एक अलहदा कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कला की त्रिवेणी में सुमधुर धुनों का ऐसा मेला-ंउचयमजमा लगा कि सारा सभागार एकाकार होकर -हजयूम उठा। सभागार में मेलोडी पर सीनियर्स ने जुनियर्स को सुनाया-ंउचयवी Welcom you all, As the Name of Freshers, Giving Best wishes for your bright Future, Work Hard and Study Smart, Beliving Your self, Again,The new batch of student set on the desk and benches completly unaware of the what stories those things hold in the‘ इसके पश्चात तालियाॅ बजीं और सभागार गीत-ंउचयसंगीत की स्वर लहरियों की निनाद में लंबें समय तक सराबोर रहा। एकेएस वि.वि. Pharmacy विभाग के इस कार्यक्रम में वि.वि.के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.पारितोष के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, ओएसडी प्रो. आर.एन.त्रिपाठी ,डाॅ.जी.पी.रिछारिया, डाॅ. सूर्य प्रकाश गुप्ता,डाॅ.मधु गुप्ता,प्रभाकर तिवारी,नेहा गोयल, सत्येन्द्र, प्रिया द्विवेदी, सैबी सौदागर, पुष्पेन्द्र मिश्रा, पारस कोसे, नवल सिंह, मनोज द्विवेदी, प्रदीप सिंह, सुमित पाण्डेय, काजल द्विवेदी, शिवम अग्निहोत्री, अंकुर अग्रवाल आदि उपस्थित रहे। उनके साथ अन्य विभागों के फैकल्टीज की उपस्थिति भी उल्लेखनीय रही। शोर थमता उसके पूर्व दो चेहरों ने सभी का ध्यान खींचा उन्हें मिस फ्रेसर और मिस्टर फ्रेसर का ताज पहनाकर खास होने का एहसास कराया गया। कुछ खास यादें सीनियर्स ने जूनियर्स से शेयर की।
एकेएस वि.वि. के शिक्षा विभाग में हिन्दी दिवस समारोह को संबोधित करते हुए तकरीबन सभी जनों ने यह बात दुहराई। एकेएस वि.वि. सतना के शिक्षा विभाग में 14 सितम्बर हिन्दी दिवस के पुनीत मौके पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर वि.वि. के बी.एड. और डी.एल.एड. के छात्र-छात्राओं ने हिन्दी भाषा की थाली में अक्षरों के अक्षत और सृजन के सुमन सॅजोकर हिन्दी साहित्य की विशेषता पर चर्चा की।इस मौके पर बताया गया कि 1949 में इसी दिन भारत की संविधान सभा ने हिन्दी को देश की राष्ट्रभाषा के रुप मे स्वीकार किया था।इस मौके पर विभागाध्यक्ष डाॅ.आर.एस.मिश्रा ने कहा कि किसी भी देश में भाषाओं का आना इतिहास के तथ्य और यथार्थ पर निर्भर करता है कि शासक वर्ग किस धर्म व भाषा के रहें। हिन्दी में साहित्य सृजन की हर विधा पर पैनी निगाह डालते हुए विषय का विस्तार मधुसूदन ने किया। माधुरी,रागिनी,स्नेहलता,शुभ्रा,शिव,महेष आदि छात्रों ने हिन्दी भाष की प्रतिष्ठा ओर सम्मान में गीत प्रस्तुत किए। इस मौके पर शिखा त्रिपाठी,डज्ञॅ.बी.डी.प्टेल,नीता सिंह,अनिरुद्व कुमार,नरेन्द्र कुमार,पूर्णिमा सिंह,विजय पाण्डेय,शीनू शुक्ला,प्रियंका मिश्रा की उपस्थिति के बीच कार्यक्रम का संचालन रुचि ओर प्रियांसी ने किया। सभी उपस्थित जनों का आभार रागिनी ने किया।
एकेएस वि.वि. सतना के Department Of Biotechnology में श्री गणेश महोत्सव एवं शिक्षक दिवस सम्मान समारोह का अभूतपूर्व आयोजन किया गया संस्कृतिक कार्यक्रमों की कडी में गणेश वंदना, छत्तीसगढी डांस और पंजाबी डांस ने ऐसा शमाॅ बाॅधा कि पूरा सभागार खुशी से झूम उठा। बीते दस दिनों से जारी गणेश उत्सव का उत्साह गृरुवार को एकेएस वि.वि. में अनंत चतुर्दशी को थम गया। वि.वि. के चेयरमैन का जन्म दिन भी केक काटकर मनाया गया। सभी ने उन्हें शुभकामनाऐं दीं। कार्यक्रम में एकेएस वि.वि.के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.पारितोष के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन, डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी, ओएसडी डाॅ.आर.एन.त्रिपाठी,इंजी. डीन डाॅ. जी. के. प्रधान, डाॅ. जी. पी. रिछारिया, डाॅ. दीपक मिश्रा,डाॅ.अश्विनी वाउ,रेनी निगम,कीर्ति समदरिया के साथ सभी संकाय के फैकल्टीज ओर छात्र छात्राऐं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का आयोजन बायोटेक विभाग एवं सांस्कृतिक निदेशालय के संयुक्त तत्वावधान में हुआ। गणपति बप्पा मोरया के जयघोष के साथ बप्पा की विदाई हुई। विदाई के पूर्व गणेश जी का पूजन-अर्जन और आराधना के समय वि.वि. परिवार ने हवन विधान में हिस्सा लिया।
एकेएस वि.वि.सतना के बी.टेक. इले.इंजी. सकाय के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों ने Vindhya Telelinks Limited रीवा की एक दिवसीय विजिट की। इस मौके पर विद्यार्थियों ने इंजी. रवि नागवंशी ओर अजय सिंह के मागदर्शन में भ्रमण किया और जानकारी प्राप्त की। Vindhya Telelinks private Limited में छात्रों ने Telelinks communication में इस्तेमाल होने वाले जेलीकिलेड communication cable की पाॅच लेयर से चैबीस Layer तक की उत्पादन विधि का प्रशिक्षण लिया और उत्पादन प्रक्रिया देख् उल्ल्खनीय है कि BSANS,AMTNAL,NTPC,reliance jio,Railway तथा Defence में भी की Vindhya Telelinks private Limited मे बनी हुई Copper Telephone Cable ओर optical-fiber cable उपयोग की जाती है। विजिट में इजीनियर आर.के.श्रीवास्तव और रमा शुक्ला का मार्गदर्शन रहा