AKS University
AKS University, Satna M.P.
एकेएस वि.वि. सतना के Electrical संकाय में कॅरियर Opportunity पर व्याख्यान
Electrical संकाय में कॅरियर के अपार मौकेां का लाभ युवाओं को मिले -डाॅ.अशोक कुमार तिवारी
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के Electrical संकाय में तीन दिवसीय National Webinar के दौरान व्याख्यान माला का आयोजन किया जा रहा है जिसमें डाॅ.अशोक कुमार तिवारी,Director, Central Training Institute ने बताया कि Electrical संकाय में कॅरियर के अपार मौके हैं और वि.वि. के Electrical संकाय का course industry oriented है,career opportunities के बारे मे बात करते हुए उन्होने बताया कि Central Government में Class One Officer में Indian Engineering Services, public sector के लिए Graduate Aptitude Test in Engineering, Self Employment और Franchisee Business के अपार अवसर हैं। युवाओं को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि आपको सबसे पहले career goals बनाना होगा। आज से ही तैयारी शुरु कीजिए, अपनी सभी कक्षाऐं attend कीजिए, अध्ययन में सिंसियर रहिए, GATE और अन्य प्रतियोगिताओं की तैयारी दिल से करिए। आपके लिए career में समस्याऐं आज के दौर में इसलिए है क्योंकि कई बाधाऐं आज के दौर में कार्य कर रही है जैसे mobile additions, ज्यादा मिलना जुलना,poor sleeping की आदतें ओर motivation का अभाव इत्यादि इन बाधाओं को पार करिए, अपनी आदतें सुधारिए और career की राह में आगे बढिए। इस मौके पर वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कमार सोनी, इंजी.डीन प्रो.जी.के. प्रधान,इंजी.आर.के.श्रीवास्तव, इंजी.रमा शुक्ला के साथ विभाग के सभी फैकल्टी मेंम्बर्स और विभिन्न प्रदेशों के प्रतिभागी भी उपस्थित रहे और व्याख्यान का लाभ लिया।
एकेएस वि.वि. के Faculty of Management में National Webinar
स्वदेशी भावना राष्ट्रभावना है नैतिकता को केन्द्र में रखकर कार्य करें-प्रो.एडीएन.वाजपेयी
स्वास्थ्य,वातावरण और आर्थिक गतिविधियाॅ स्वदेशी में समाहित- प्रो.अशोक कुमार मित्तल
सतना।एकेएस वि.वि. सतना के Faculty of Management में एकदिवसीय national webinar का आयोजन किया गया जिसमें 500 प्रतिभागियों के साथ वार्तालाप करते हुए प्रबुद्व स्पीकर्स ने अपनी राय रखी इस मौके पर प्रेा.अशोक कुमार,मित्तल ,Vice Chancellor आगरा यूनिवर्सिटी, ने कहा कि covid-19 का दौर सीखने समझने और आगे बढने का दौर है उन्होने निरक्षरता को विकेन्द्रीकरण और स्वदेशी के मार्ग का रोडा माना प्रो.मित्तल ने कहा कि विकेन्द्रीकरण एक अच्छा कदम था और स्वदेशी इसमें मणिकांचन योग की तरह है हमने कृषि पर ध्यान दिया और ग्रामीण विकास को पटरी पर नहीं लाए जिससे विकास रुका। विस्थापन की पीडा का जिक्र करते हुए उन्होने कहा कि सबसे ज्यादा दर्द का केन्द्र है पलायन जो अपने साथ बेरोजगारी,भुखमरी और आत्महत्या जैसे कारण लेकर आता है स्वदेशी को आगे बढाना है तो हमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी प्रोडक्ट बनाने होगें जैसे पतंजलि ने किया और पूरे देश में उत्पाद दस वर्षो में ही छा गए। पतंजलि जैसी सप्लाई्र चेन सुदृढ होगी तो प्रोडक्ट के लिए बाजार बनेगा। सरकार की योजनाओं में जागरुकता जरुरी है तभी गाॅव, स्वदेशी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ होगी। डाॅ.संजय कुमार सत्यार्थी, प्रिसिपल गवर्नमेंट काॅलेज दमन ने अपने व्याख्यान में बताया कि 1911 में बाल गंगाधर तिलक ने स्वदेशी को और और गाॅधी जी ने कहा कि स्वराज्य की आत्मा स्वदेशी में बसती है उन्होने अंत्योदय और विकेन्द्रीकरण पर अपनी बात रखी। प्रो.ए.डी.एन.वाजपेयी राष्ट्रय विचारक,,ख्यात अर्थशास्त्री और हिमांचल यूनिवर्सिटी,महात्मा गाॅधी चित्रकूट ग्रामोदय वि.वि. और एपीएस वि.वि.के पूर्व कुलपति, प्रतिभागियों को webinar के विषय Decentralized Economy and स्वदेशी पर व्याख्यान देते हुए कहा कि स्वदेशी भावना,राष्ट्रभावना है,देश में स्वदेशी राजनीति ओर स्वदेशी धर्म होना चाहिए। उन्होने globalization, industrialization की बात करते हुए कहा कि स्वदेशी में परंपरागत साधनों प्रकृति, पशु, वनसंपदा, कृषि को शामिल करें और नैतिकता को केन्द्र में रखकर कार्य करें जिसका उद्येश्य पुनीत हो उन्होंने कहा कि सत्याग्रही ओर चरखा चलाकर कार्य करने वालों को गाॅधी ने बराबर दर्जा दिया था।उन्होने विष के सभी आयामों को वर्णित करते हुए प्रतिभागियों से बातचीत की। पूरे भारतवर्ष से जुडे 500 से ज्यादा प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए उन्होने समझाया कि कार्यक्रम में विवि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी प्रतिकुलपति प्रो.आर.एस.त्रिपाठी, मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष कौशिक मुखर्जी,फैकल्टीज प्रमोद द्विवेदी,प्रदीप चैरसिया,श्वेता सिंह के मार्गदर्शन में प्रतिभागियों को e-certificates प्रदान किए गए। कार्यक्रम का संचालन डाॅ.कौशिक मुखर्जी ने किया जबकि विषय विस्तार वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन ने किया कार्यक्रम की सफलता पर वि.वि. प्रबंधन ने शुभकामनाऐं दी है।
एकेएस वि.वि. के फैकल्टी आॅफ मैनेजमेंट में नेशनल वेबिनाॅर
एकेएस वि.वि. के Mining विभाग में एक दिवसीय National Webinar
Covid 19 Pandemic के दौर से हम बाहर निकलेंगें-पी.एस.मिश्रा
अगले दशक में कोल इंडस्ट्री का क्या होगा भविष्य इस पर चर्चा
सतना। Covid 19 के दौर में एकेएस वि.वि. सतना के Department of Mining में अगले दशक में coal industry के भविष्य पर Webinar के माध्यम से चर्चा हुई। इस मौके पर वि.वि. के प्रो.पी.के.पलित,Director Research ने मुख्य वक्ता पी.एस.मिश्रा का परिचय अतिथियों और प्रतिभागियों को दिया इसी के साथ उन्होेने बताया कि कार्यक्रम का विषय अगले दशक में coal industry का भविष्य क्या होगा इस सम सामयिक विषय पर चर्चा होगी। Webinar कार्यक्रम में मुख्य वक्ता पी.एस.मिश्रा, CMD, Eastern Coalfields Limited ने संबोधित करते हुए बताया कि Covid 19 Pandemic एक ऐसा दैार है जब जीचें थम सी गई है एैसे में हमें sustainable Development,आत्मनिर्भर भारत के साथ advanced operational technology पर ध्यान देने की जरुरत है। उन्होने कहा कि Covid जैसी बीमारियाॅ, लडाइयाॅ या विध्वंश आते है तो परिणाम के लिए दोनो पक्ष लडते हैं कोरोना मानव जाति पर बडा संकट है पर विश्वास की शक्ति से हम इससे जीतेंगें। उन्होने कहा कि कोयले के दूसरे विकल्प भी भविष्य में आ सकते है पर अभी हमारा ध्यान इस कोरोना संकट से उबरना है जिसमें पूरा देश साथ में खडा है। उन्होने Eastern Coalfields Limited के विभिन्न प्रोजेक्टस यथा मिशन मितवा के बारे में बताया,उनका कहना था कि कोयले के खनन ,उद्भव, विकास और वर्तमान परिदृष्य के बीच बहुत बदलाव आए हैं नए दौर में बडे प्रोजेक्टस हैं उन्हे पूरा करना है मिशन इंद्रधनुष के माध्यम से हम सभी को एक साथ कार्य करने के लिए प्रेरित कर रहे है जबकि मिशन जटायु के माध्यम से लोगों में जनजागरुकता भी बढाई जा रही है। उन्होने कहा कि हम digital transformation की कितनी भी बात कर लें पर प्रक्ति सम्मत व्यवहार भी जरुरी है। nature को protect करना जरुरी है। सभी को आगे की तैयारी करना चाहिए । उन्होने वि.वि. का आभार मानते हुए कहा कि वि.वि. ने विभिन्न मौकेां पर safety, protection पर जो भी सुझाव ECL को दिए उन्हें लागू किया गया और वह हमेशा लाभदायी रहे।उन्होंने कहा कि वि.वि के सैकडों छात्र Eastern Coalfields Limited से training प्राप्त कर चुके हैं और भविष्य में भी ECL के विभिन्न संस्थानों में एकेएस वि.वि. के छात्र training प्राप्त करके job oriented बनेंगें। इस मौके पर वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने गुढ के solar project के बारे में उनसे चर्चा की। Webinar में वि.वि. के कुलपति प्रो.पी.के.बनिक, इंजी.डीन प्रो.जी.के.प्रधान, अनिल मित्तल, डाॅ.बी.के.मिश्रा, प्रो.जे.एन.सिंह, प्रो.दासगुप्ता ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दी। इस मौके पर हजारों छात्रों ने कार्यक्रम का लाभ प्राप्त किया।
ए के एस विश्वविद्यालय में कृषि संकाय के द्वारा E चौपाल का आयोजन
विषय Effect of Covid-19 on Agriculture Marketing and Finance
ए के एस विश्वविद्यालय में कृषि संकाय के द्वारा ई चौपाल का आयोजन विषय Effect of Covid .19 on Agriculture Marketing and Finance पर 11 7 2020 दिन शनिवार सुबह 10रू00 बजे से दोपहर 1रू00 बजे तक किया गया है ई चौपाल के प्रमुख वक्ता के रूप में कृषि अर्थशास्त्र के विशेषज्ञों ने चर्चा में भाग लिया जिसमें प्रोफेसर विपिन व्यवहारए पूर्व अध्यक्षए मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोगए डॉ आशुतोष श्रीवास्तवए प्रोफेसरए कृषि अर्थशास्त्रए जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालयए जबलपुरए डॉक्टर जे के गुप्ताए विभागाध्यक्षएकृषि अर्थशास्त्र महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालयए चित्रकूटए सतना एवं डॉ वी के चौधरीए विभागाध्यक्षए कृषि अर्थशास्त्रए इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालयए रायपुरए छत्तीसगढ़ ने चर्चा में भाग लिया द्य ई चौपाल मैं प्रोफेसर आशुतोष श्रीवास्तव ने पूर्ति श्रंखला के रुकावट Covid-19 के द्वारा कैसे हुए एवं कटाई संबंधी हुई आयात पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा साथ ही प्रति की तरलता लगता आदि भी ही बाधित हुई जिसके कारण की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है प्रोफेसर विपिन व्यवहार ने बताया कि Covid-19 का प्रभाव पूरे विश्व में पड़ा है साथ ही विश्व की अर्थव्यवस्था ग्रामीण या शहरी पूरी तरह प्रभावित हुई इसके प्रभाव अथवा हानि कम करने के लिए अपनी आवश्यकता कम करके पूरा किया जा सकता है साथ ही ग्रामीण कृषि आधारित उद्योग एवं रोजगार उपलब्ध करके दूर किया जा सकता है डॉक्टर के के गुप्ता ने बताया कि इसे आप विपणन सूचना तथा गुणवत्ता तथा उचित मूल्य किसान को उपलब्ध करा कर भी प्रभाव को कम किया जा सकता है डॉक्टर जेके गुप्ता ने दवद.उवदमजंतल इनपुट अर्थात निशुल्क संसाधन जैसे सौर ऊर्जा जल शक्ति आदि के प्रबंधन पर विशेष जोर दिया माननीय प्रधानमंत्री के द्वारा रीवा जिले में विश्व स्तरीय सौर ऊर्जा केंद्र का भी किसान के हित उपयोग करने के लिए कहा और इन संसाधनों को अवसर में परिवर्तित करने को कहा अंत में डॉ वीके चौधरी ने बताया कि परिवहन व्यवस्था तथा कृषि उत्पाद के संग्रहण प्रबंधन करने की सलाह दी क्योंकि वर्तमान Covid-19 के कारण परिवहन पूरी तरह प्रभावित है जिससे उत्पाद को स्थानांतरण में भी प्रभावित हुए हैं चौपाल के अंत में प्रश्न उत्तर के कार्यक्रम में इसके विभिन्न प्रकार के प्रश्नों के तथा विशेषज्ञों द्वारा उत्तर दिए गए तथा अंत में प्रोफेसर हर्षवर्धन श्रीवास्तव प्रति कुलपति ;विकासद्ध ए के एस विश्वविद्यालय ने अपने विचार रखे एवं ग्रामीण कृषि व्यवस्था मजबूत करने के लिए जोर दिया तथा कृषि शिक्षा रोजगार पूर्ण होने पर भी विशेष जोर दिया है डॉ एस एस तोमरए अधिष्ठाताए कृषि संकाय ने भी कृषि को उन्नत करने पर जोर दिया तथा विशेषज्ञों का धन्यवाद दिया साथ ही डॉ के आर मौर्याए निदेशक; उद्यानिकीद्ध ए के एस विश्वविद्यालय ने कृषि में बदलाव तथा इसके प्रभाव की चर्चा किया की ई चौपाल मैं कृषि संकाय के सभी प्राध्यापकए विभागाध्यक्ष डॉ नीरज वर्मा तथा ई चौपाल के मॉडरेटर श्री आशुतोष गुप्ता एवं डॉ वीरेंद्र विश्वकर्मा उपस्थित रहे चेयरमैन एवं प्रति कुलपति इंजीनियर ई अनंत सोनी की अनुमति से चौपाल का समापन किया गया |
एकेएस वि.वि. के Pharmacy विभाग में National Webinar
600 से ज्यादा प्रतिभागियों ने जाना Indian Pharmacopoeia के बारे में
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के Department of Pharmaceutical Science and Technology में डाॅ. जयप्रकास ने Indian Pharmacopoeia के इतिहास, Year Wise Publication और Monographs के Development पर व्याख्यान दिया। उन्होने 600 से ज्यादा प्रतिभागियों को बताया कि Indian Pharmacopoeia महत्वपूर्ण संस्थान है। Pharmacy विभागाध्यक्ष डाॅ. सूर्यप्रकाश गुप्ता ने कार्यक्रम का संयोजन, Vote of Thanks सतेन्द्र गर्ग ने किया। कार्यक्रम के दौरान वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी और प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन उपस्थित रहे। कार्यक्रम की सफलता पर वि.वि. प्रबंधन ने शुभकामनाऐं दी है।