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हृदय के मूल में बसे असली केंद्र की खोज के लिए Heartfulness ध्यान आवश्यक-रुचिवर्धन मिश्रा,DIG, Bhopal, PHQ

Posted by on in Daily University News in Hindi
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हृदय के मूल में बसे असली केंद्र की खोज के लिए Heartfulness ध्यान आवश्यक-रुचिवर्धन मिश्रा,DIG, Bhopal, PHQ
एकेएस वि.वि. सभागार में Heartfulness पर हुए कार्यक्रम में शामिल हुए वि.वि. के अधिकारी और faculties
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के सभागार में सतना को गौरवान्वित करने वाली 2006 बैच की IPS अधिकारी और Heartfulness Trainer श्रीमती रुचिवर्धन मिश्रा, DIG, Bhopal, PHQ ने कार्यक्रम के समापन के मौके पर बताया कि आध्यात्मिक रुपांतरण के लिए Heartfulness सहज योग,हृदय आधारित घ्यान पद्वति है यह 130 से अधिक देशों में निःशुल्क संचालित है। इसे Internet पर YouTube से या किसी भी सेटर से किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि हृदय के मूल में बसे असली केंद्र की खोज के लिए Heartfulness सहज योग आवश्यक है श्रीमती रुचिवर्धन ने बताया कि Relaxation और Meditation से उनके खुद के जीवन में कई सकारात्मक परिवर्तन हुए है जैसे समय प्रबंधन, Family Happiness, Anger Management, Communication skills और लोक व्यवहार में बेहतर समन्वय इत्यादि। Heartfulness पर अपने अनुभव शेयर करते हुए उन्होने सभागार को बताया कि हमें सबको अपने सुधार पर ध्यान देने की जरुरत है इसके लिए रास्ता Heartfulness Meditation से मिलता है। तनाव से मुक्ति पाने का Heartfulness Meditation महत्वपूर्ण विकल्प हो सकता है इसे मैने अपने जीवन में स्वयं अनुभव किया है, उन्होंने कहा कि आंतरिक शांति का अनुभव अपार खुशी प्रदान करता है तीन दिवसीय कार्यक्रम के समापन मौके पर उन्होंने ईश्वर की प्रार्थना की शक्ति से सभी को अवगत कराया, Heartfulness Meditation के माध्यम से पाई जाने वाली ईश्वरीय प्रेरणा, चिंतन और योग की पद्वति बडी सहज है हमारे जीवन का वास्तविक सत्य यह है कि सब ईश्वर से ही जन्म पाते है और ईश्वर में ही विलीन हो जाते है योग हमें शक्ति देता है, विचार हमारे मन की प्रक्रिया है जिसे खुशी के बीज में परिवर्तित करना है,ईश्वरीय प्रेरणा से कार्य करने से आनंद की अनुभूति आती है और इस निमित्त के लिए Heartfulness ध्यान पद्वति बहुत उपयोगी और कारगर है,उन्होनें कहा कि हमें क्रोध आता है तो परिस्थिति की जगह हमें खुद चिंतन करना चाहिए कि क्या उचित है जो अभी होना चाहिए दिन में जब भी समय मिले हमें हमारे मष्तिष्क को Heartfulness ध्यान पद्वति से सही दिशा में लाने का प्रयास करना चाहिए। Relaxation पद्वति हमें संतुलन सिखाती हैं। प्रार्थना हमें शक्ति देती है ध्यान,(सफाई)cleaning,प्रार्थना हमे उजाले की तरफ ले जाती है और विचारों के तम को हरती है। मौशिकी की प्रतिभा से बाकिफ सभागार के अनुरोध पर श्री मती रुचि ने बहुआयामी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए छुपा लो यूॅ दिल नग्में को आवाज देकर सभागार को तालियाॅ बजाने केा मजबूर कर दिया। कार्यक्रम में बहन डाॅ.दीपमला बठीजा और बहन दीपिका श्रीवास्तव ने Heartfulness, relaxation और meditation प्रक्रिया संपन्न कराने के साथ अपने अनुभव भी शेयर किए।कार्यक्रम में वि.वि. के Pro-chancellor अनंत कुमार सोनी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि श्रीमती रुचिवर्धन मिश्रा, DIG, भोपाल, PHQ ने अपना अमूल्य समय देकर हमें अनुग्रहीत किया है ओर हम सब उनके आभारी है। कार्यक्रम में प्रो.बी.बी.व्योहार म.प्र.लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष के साथ विभिन्न संकायों के Dean, Directors और faculties के साथ अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे सभी ने मुक्त कंठ से कार्यक्रम और उसकी उपादेयता की सराहना की।

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Guest Wednesday, 20 November 2024