एकेएस वि. वि. के बायोटेक विभाग का नाम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्र्रालय भारत सरकार में शामिल छाात्रों को मिलेगें ट्रेनिंग के अवसर- रिसर्च को बढ़ावा देना प्रतिबöता बायोटेक क्षेत्र में एकेएस ने मारी छलांग
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एकेएस विश्वविद्यालय का नाम अब बायोटेक कानसारसियम इंडिया लिमिटेड, डिपार्टमेंन्ट आॅफ बायोटेक्नोलाॅजी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार में शामिल हो गया है। इस उपलब्धि के बाद अब विश्वविद्यालय में पढ़ रहे बायोटेक के छात्र एवं छात्रायें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा संचालित किये जा रहे टेªनिंग एवं रिसर्च प्रोग्राम में भाग ले सकते है मंत्रालय द्वारा संचालित बायोटेक इंडस्ट्रियल टेªनिंग प्रोग्राम के अंतर्गत अब विद्यार्थी देश की प्रतिष्ठित बायोटेक कंपनीयों में टेªनिंग लेकर अच्छे अवसर प्राप्त कर सकते है। एकेएस के बायोटेक छात्र अभी विश्वस्तरीय रिसर्च संस्थानों जैसे सेन्टर फार सेलूलर एवं मालक्यूलर बायोलाॅजी (सी.सी.एम.बी) हैदराबाद, आल इंडिया इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साईसेस (एम्स), जालमा इंस्टीट्यूट, इंडियन काउंन्सिल आॅफ मेडिकल रिसर्च (आई.सी.एम.आर) आगरा, इंडिययन काउंन्सिल आॅफ सीड रिसर्च (आई.सी.एम.आर), इंडिययन काउंन्सिल आॅफ एग्रीकल्चरल रिसर्च (आई.सी.ए.आर.), मऊ, नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ ओसिओनोग्राफी (एन.आई.ओ.), काउंन्सिल आॅफ साइन्टिफिक एवं इंडस्ट्रीयल रिसर्च (सी.एस.आई.आर), गोवा एवं देश की प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों एवं रिसर्च सेन्टर में टेªनिंग एवं डिजरटेशन कार्य हेतु चयनित हुये है। विश्वविद्यालय बायोटेक में रिसर्च को बढ़ावा देने हेतु सेन्टर आॅफ एक्सलेंस इन बायोटेक्नालाॅजी रिसर्च एवं टेªनिंग (सी.ई.वी.आर.टी) की स्थापना कर चुका है जिसमें विश्वविद्यालय के अलावा मध्यप्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों के छात्र रिसर्च एवं टेªनिंग कर रहे है।