एकेएस विवि. के #National Seminar के दूसरे दिन बृहद किसान अदालत
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एकेएस वि.वि. सतना के Department Of Agriculture science and Technology संकाय में तीन दिवसीय #National Seminar के दूसरे दिन पूरे भारतवष से कृषि वैज्ञानिक और डेलीगेट्स आए और कार्यक्रम की सराहना की कृषि को रोजगारोन्मुखी बनाने तथा कृषकों की आय में बढोत्तरी करने हेतु नवीन अनुप्रयोगों पर विस्तार से चर्चा हुई।-Technical session जिसमें प्रस्तुत हुए- अहम सुझाव technical session चार का विषय Live-Stoke management and Hitech horticulture, पाॅचवाॅ सेशन Agro-ecosystem and Environmental management, छठवाॅ सेशन farm management and agribusiness Management रहा जिसमें जैव प्रौद्योगिकी और टिकाउ खेती के द्वारा कृषकों की आय 2022 तक दोगुनी करना विषय पर विस्तृत चर्चा हुई। तकनीकी सत्र में Agronomy, कृषि वनिकी, पशुपालन, कृषि अर्थशास्त्र पर विस्तृत व्याख्यान हुए ओरल और Poster presentation के दौरान Live Stock Management and Hitech agriculture पर 50 से ज्यादा paper present किए गए। और किसानों की वास्तविक समस्या को जानकारों ने समझा और समाधान प्रस्तुत किए साथ ही शासन द्वारा संचालित विभिन्न लाभदायक योजनाओं का विवरण भी प्रस्तुत किया। वि.वि. की इस सकारात्मक पहल की सराहना भी की। किसान अदालत में आए 500 से ज्यादा अंचल के किसान बहुप्रतीक्षित बृहद किसान अदालत में 500 से ज्यादा किसानों ने सहभागिता दर्ज कराते हुए खेती में आ रही समस्याओं पर अधिकारियों के समक्ष अपनी बात खुलकर रखी। किसान अदालत के दौरान डाॅ. अखिलेश पाण्डेय जी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वि.वि. हमेशा इनोवेशन पर कार्य करता है उन्हांेने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कम्युनिटी development पर कार्य किया जाना चाहिए और कम्युनिटी यंत्रों के माध्यम से लागत घटाकर उपज पग्दा करने की कोशिश किसान भाई करें व आपस में बैठकर जरुरतें तय करें, खेत-खलिहान ,मृदा व बीज की जानकारी कृषि केन्द्रो से प्राप्त करे व परामर्श लें जिससे वह ज्यादा फायदा ले सके। विशिष्ट अतिथि पद्मश्री बाबूलाल दाहिया ने कहा कि परम्परागत खेती अभी भी विकास के नए आयाम तय कर सकती है जिसमें लागत कम आती है व उत्पादन बढेगा इसी के साथ उन्होने अपने अन्य तर्कसंगत सुझाव भी दिए। विषय पर विशेषज्ञों से चर्चा को किसानों ने अहम बताय इस मौके पर डाॅ. नीरज वर्मा ने बताया कि एकेएस वि.वि.के एग्रीकल्चर संकाय के रावे छात्रों के माध्यम सेे ज्यादा से ज्यादा गाॅवों में जागरुकता कार्यक्रम किए जाऐंगें। आर्गनायजिंग सेक्रेटरी शैम्पी जैन ने कहा कि किसानों के लिए बुलेटिन बनाकर उन्हे मासिक रुप से दिया जाएगा जिससे वह technology से अवगत होकर बेहतर उत्पादन प्राप्त करें। ये रहे National seminar कार्यक्रम के दूसरे दिन उपस्थित वि.वि. के प्रासार में डाॅ. रामप्रसाद, पूर्व ,पीसीसीएफ, म.प्र.सरकार और पूर्व वाइस चांसलर बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी,डिप्टी डायरेक्टर श्री गिरीष कुमार, विशिष्ट अतिथि डाॅ.आर.एस.नेगी, केवीके, मझगवाॅ, कार्यक्रम के अध्यक्ष डाॅ. अखिलेश पाण्डेय, पूर्व चेयरमैन, एम.पी.प्रायवेट यूनिवर्सिटी और रानी दुर्गावती वि.वि. में कार्यरत, प्रो.बी.एस.बिसेन,विपिन व्योहार,पूर्व चेयरमैन,एमपी.पीएससी, प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक, विशिष्ट अतिथि पद्मश्री बाबूलाल दाहिया, डाॅ.हर्षवर्धन, ओएसडी. प्रो.आर.एन.त्रिपाठी, डाॅ.एस.एस.तोमर, डाॅ.के.आर.मौर्या, डाॅ.आर.एस.पाठक, डाॅ.आर.सी.मिश्रा, श्री धीरेन्द्र चतुर्वेदी, अजीत सराठे, सात्विक सहाय बिसारिया, संतोष श्रीवास्तव उपस्थित रहे। इस दौरान एकेएस वि..वि. के बी.एस.सी. एग्रीकल्चर, आनर्स, डिप्लोमा एग्रीकल्चर, बी.टेक.एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग, एमएससी, एग्रीकल्चर के 1200 से ज्यादा विद्यार्थी, 250 विभिन्न प्रदेशों के महाविद्यालयों के स्टूडेन्टस, 45 डेलीगेटस, 500 से ज्यादा संख्या में किसान बंधु उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन फैकल्टी शिवानी ने किया। समापन अवसर पर तीसरे दिन एकेएस वि.वि. में आयोजित नेशनल कान्फ्रेन्स में सतना सांसद श्री गणेश सिंह की उपस्थित उल्लेखनीय रहेगी। कार्यक्रम सेन्ट्रल हाॅल,सी.11 और विवेकानंद सभागार में चल रहे है।कार्यक्रम के अंत मे सभी अतिथियों को मोमेन्टो देकर सम्मानित किया गया।