एकेएस विश्वविद्यालय के Department of pharmacy में fresher's party स्किट, नृत्य, गीत, संगीत और थिरकते कदमों के साथ मना डे
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एक पल में जाने कब किस्सा हो जाता है, जाने कौन कब जिंदगी का हिस्सा बन जाता है ये रंग और नूर रहा एकेएस विश्वविद्यालय के Department of pharmacy में कला के विविध रंगों के साथ फ्रेशर्स पार्टी का जो कलारंग सबके सर चढ़कर बोला। एंकर्स आदर्श और नेहा ने कला वीथिका के पहले चरण की पतवार सम्हाली तो दूसरा चरण अखण्ड आनन्द और अभिषेक के नाम रहा। तीसरे चरण में साहिब सिद्दीकी ने खूब रंग जमाया। आदर्श, यश, सिमरन, ध्रुव, दिव्यांशी, ऐशा, नंदिनी, ज्योत्सना, आदर्श, आकांक्षा, आशुतोष, शशांक, रोशनी, सिमरन, विकास, राजलक्ष्मी, भारती, कल्याण, शेफाली, पुष्पेन्द्र, हिमांशु, श्वेता, नम्रता, शिवानी, नेहा, प्रणीत, अंकित, दिव्याश, निखिल, रूपा, दामिनी, अंजलि, दीपांशी ने कला के विविध रंगों को मंच में माध्यम से खूबसूरत एहसास में तब्दील किया। दर्शकदीर्घा में उपस्थित लोगों ने इन्हें गौर से निहारा और कलाकारों की हुनरमंदी की दाद दी। नृत्य मंे जहां बहुरंगी छटा बिखरी, वहीं गीत गायन में सुरों के लम्बे फन जमे, ड्रामा में सभी इमोशन्स की खूबसूरत तस्वीर बनी तो अन्य कार्यक्रमों ने भी खूब दाद बटोरी। नृत्य के कार्यक्रम के दौरान, सभी के पांव थिरकते रहे तो गीतों में कोरस भी खूब हुआ। वन्स मोर वन्स मोर का शोर सभी कार्यक्रमों के लिये गूंजा। कार्यक्रम का शुभारंभ अक्षत के चावल, पूजा के विविध पुष्प और देव आराधना के साथ हुआ। उपस्थितजनों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच सभी कार्यक्रमों ने आकाशीय ऊंचाइयां हासिल कीं। बी. फार्मेसी और डी. फार्मेंसी के सभी प्राध्यापक, विभागाध्यक्ष डाॅ. सूर्यप्रकाश गुप्ता, डाॅ. मधु गुप्ता, प्रभाकर तिवारी, पारस कोसे, नेहा गोयल, प्रिया द्विवेदी, इवनीत कौर भाटिया, दुर्गेश गुप्ता, पूनम द्विवेदी, विवेक चन्द्राकर, मनोज द्विवेदी, सुमित पाण्डेय, शिवम् अग्निहोत्री, रिंकी, शिखा, रैना की उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम के विजेता प्रतिभागियों को नई सोच, नई ऊर्जा के साथ एक नये मचं पर सम्मानित करने का वादा देकर फ्रेशर्स पार्टी के अंत में नायक वो जो उम्मीदों के पार उतर जाय, आजादी जो दिल में बसकर रार मिटा जाय, जोश वही जो छत बन जाय बादल फटने पर, मकसद वो जो सबको दरिया पार करा जाय, जुनूं जगे तो वतन तरक्की के पथ पर होगा, धूप सा जज्बा मन का सब अंधियारा खा जाय के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम के अंत में यादों की बारात बनी रहे इस बावत् मंच पर टीचर्स ने अपने स्टूडेंट्स के साथ स्नैप क्लिक कराये और मौके को यादगार बनाया स्टूडेन्टस ने सेल्फी के यादगार लम्हे एक दूसरे से साझा किए।