एकेएस वि.वि. के जैव प्रौद्योगिकी विभाग में Biotech E-Refresher Course का शुभारंभ
- Font size: Larger Smaller
- Hits: 1005
- 0 Comments
- Subscribe to this entry
- Bookmark
एकेएस वि.वि. के जैव प्रौद्योगिकी विभाग में Biotech E-Refresher Course का शुभारंभ
digital माध्यम से 3 सितंबर से 15 अक्टूबर तक चलेगा पाठ्यक्रम
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के जैव प्रौद्योगिकी विभाग में E-Refresher Course का शुभारंभ किया जा रहा है कोर्स की समयावधि 3 सितंबर से 21 अक्टूबर तक रखी जाएगी। इस Refresher Course के बारे मे जानकारी देते हुए डाॅ.कमलेश चैरे विभागाध्यक्ष Biotechnology ने बताया कि डिजिटल माध्यम से आयोजित होने वाले कोर्स में देश भर के शिक्षक, वैज्ञानिक एवं Biotechnology जगत के विख्यात शोधकर्ताओं के साथ industry experts जुडेंगें। इस कोर्स में भारत की प्रमुख सोसायटीज जेसे National Academy of Sciences,इंडिया भोपाल चैप्टर के साथ ,अंतरराष्ट्रीय Bio-Processing Association और Indian Probiotic Society Abiotech Research Society of India शामिल रहेंगी। इस कोर्स की विशेषता यह है कि इसमें 15 से भी अधिक जैवप्रौद्योगिकी कंपनी के expert Biotech के अत्याधुनिक, रिसर्च तकनीक के विषय में अपना उदबोधन प्रस्तुत करेगें। इस E-Refresher Course में 20 कार्यशाला online आयोजित की जाएगी इसी के साथ सौ से अधिक वैज्ञानिक Biotech से जुडे प्रमुख विषयों पर अपना व्याख्यान प्रतिभागियों के साथ साझा करेंगें डाॅ.अशोक पाण्डेय,Founder President Biotech Richter Society,India इस e-Refresher course के चेयरमैन रहेंगें। सभी प्रतिभागियों को online e-certificate एवं hard copy certificate प्रदान किए जाऐंगें। कार्यक्रम के अंतिम दिन सभी वैज्ञानिक, शोधकर्ता, विद्यार्थी और शिक्षक live interaction में हिस्सा लेंगे और Biotech से जुडे प्रमुख विषयों पर चर्चा होगी। एकेएस वि.वि. के Pro-chancellor अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन, डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी, डाॅ.आर.एन.त्रिपाठी ने E-Refresher Course के लिए शुभकामनाऐं देते हुए हर्ष व्यक्त किया है। E-Refresher Course की संरचना निर्माण में Biotechnology विभागाध्यक्ष डाॅ.कमलेश चैरे,डीन डाॅ.जी.पी.रिछारिया, आर्गनायजिंग कमेटी के सदस्य डाॅ.अश्विनी वाउ, डाॅ.अरविंद गुप्ता, डाॅ.दीपक मिश्रा, रेनी निगम, श्रेयांस परसाई,अर्पित श्रीवास्तव, संध्या पाण्डेय, विवेक अग्निहोत्री, सौरभ सिंह एवं बीरेन्द्र पाण्डेय का प्रमुख योगदान रहा।