एकेएस वि.वि. की Acadmic उन्नति से करता हूॅ जुडाव महसूस,एनएमडीसी,के डायरेक्टर ने Industry Academia Meet में सुनाए अपने अनुभव -Department of mining के आयोजन में Industry की Working और कर्मचारियों के चयन के मापदंडों पर की चर्चा,सिलेबस में नई तकनीक जोडने की कही बात
- Font size: Larger Smaller
- Hits: 778
- 0 Comments
- Subscribe to this entry
- Bookmark
एकेएस वि.वि. सतना के Department of mining Engineering के विशेष आमंत्रण पर वि.वि. में श्री पी.के.सतपथी(नेशनल मिनरल डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन) का आगमन एक खास मौका बना। इस पल पर उन्होंने कहा कि एकेएस वि.वि. की एकेडमिक उन्न्ति से जुडाव महसूस करता हूॅ उन्होंने बताया कि नेशनल मिनरल डेव्हलपमेंट का आयरन ओर के क्षेत्र में बृहद योगदान है इसी के साथ उन्होने वैश्विक परिदृष्य पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। Department of mining के आयोजन में सभी इंडस्ट्रीज की वर्किंग और उनके कर्मचारियों के चयन के मापदंडों पर भी बृहद चर्चा के साथ सिलेबस में नई तकनीक जोडने पर उन्होंने जोर दिया। Department of mining के आयोजन में इंडस्ट्रीज की वर्किंग और कर्मचारियों के चयन के मापदंडों पर भी उन्होंने चर्चा की। सिलेबस में नई तकनीक जोडने की उन्होंने बात कही।कार्यक्रम के संदर्भ में प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन और डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी ने भी अपनी अमूल्य राय व्यक्त की।
प्रकुति सम्मत हो हमारा कार्य और व्यवहार- अपनी माइंस और मिनरल के क्षेत्र में किए गए विस्तृत यात्रा वृत्तान्त और अनुभवों से रुबरु कराते हुए उन्होंने बताया कि मिनरल और खनन के क्षेत्र में आस्ट्रेलिया, चाइना, इंडिया, ब्राजील अग्रणी प्लेयर हैं जबकि भारतवर्ष में उडीसा, छत्तीसगढ, कर्नाटक और झारखंड देश का बहुतायत प्रतिनिधित्व करते हैं।इसी केे साथ उन्होंने इंडस्ट्री-एकेडेमिया के इंटरैक्टिव सेशन में भाग लेंते हुए कुछेक सवालों के जवाब भी दिए उन्होंने कहा कि पर्यावरण को संरक्षित करते हुए खनन करना प्रकृति सम्मत है और यह क्रम अनवरत चलना चाहिए।हमें प्रकृति का संरक्षण और विकास दोनो पहलुओं पर जागरुक रहने की दरकार है।
कैसे मिले स्टूडेन्टस को ज्यादा कार्यअनुभव और रोजगार - वि.वि. के समस्त संकायों के डीन, डायरेक्टर्स और फैकल्टी मेंम्बर्स से इंडस्ट्री-एकेडेमिया के विविध पहलुओं पर संवाद करते हुए उन्होने कहा कि अब सभी संस्थानों में छात्रों को विशेष ट्रेनिंग दी जानी चाहिए जो उस क्षेत्र की इंडस्ट्रीज की जरुरत के मुताबिक हो। जिसमें Industry की वर्तमान Technology के साथ स्किल Development जरुरी है। शैक्षणिक संस्थानों को Students को Industry oriented syllabus अध्ययन करवाना चाहिए। वह वर्तमान में एनएमडीसी लिमिटेड में बतौर डायरेक्टर (प्रोडक्सन) अपनी सेवाऐं प्रदान कर रहे हैं मिनरल के क्षेत्र में उनका अग्रणी नाम है। मेटल और Mining Industry में अपने कार्यो और अनुभव को भी उन्होंने पीपीटी के माध्यम से सिलसिलेवार सुनाया। उन्होंने वि.वि. के Labs और Academic की भी विजिट कर जानकारी ली और अपनी शुभकामनाऐं वि.वि. की उन्नति के लिए प्रदान कीं।
ये वरिष्ठजन रहे उपस्थित-कर्यक्रम के अंत में उन्हें शाल, श्रीफल के साथ मोमेंन्टों देकर सम्मानित किया गया इस मौके पर वि.वि. के केन्द्रीय सभागार में डाॅ.आर. एन. त्रिपाठी, प्रो. पी. के. पालित, प्रो. दासगुप्ता, प्रो.सिंह,इंजी. डीन प्रो.प्रधान, प्रो.अनिल मित्तल, इंजी.मनीष अग्रवाल के साथ सभी संकायों के डीन,डायरेक्टर्स और फैकल्टी मेंम्बर्स उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रज्ञा श्रीवास्तव ने किया।कार्यक्रम परिचय प्रो. प्रधान ने करवाया जबकि आभार इंजी.आर.के.श्रीवास्तव ने व्यक्त किया। कार्यक्रम का शुभारंभ पूजा के अक्षत पुष्पों की सुगंधि, शुभमंत्रोच्चार और माॅ वीणापाणि के समक्ष दीप प्रज्वलन करके बंद नेत्रों से सर्वेभवन्तु सुखिनःकी मनोकामना के साथ किया गया।