25/06/2014 एकेएस यूनिवर्सिटी के मेगा सेमिनार का बेहद सफल आयोजन
- Font size: Larger Smaller
- Hits: 2195
- 0 Comments
- Subscribe to this entry
- Bookmark
एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, दिल्ली के सभागार में 21 और 22 जून को आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार को शानदार प्रतिसाद मिला। भुवनेश्वर से प्रकाशित ‘‘द इंडियन माइनिंग एण्ड इंजीनियरिंग जर्नल’’ द्वारा आयोजित यह सेमिनार ‘‘सस्टेनेबल डेवलेपमेंट इन मिनरल एंड अर्थ रिर्सोसेस’’ विषय पर था। इस आयोजन में एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना ने नाॅलेज पार्टनर के रुप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया।
21 एवं 22 जून को हुआ आयोजन
21 एवं 22 जून को उद्घाटन उत्सव पर पी.के. लहरी, इंडियन स्कूल आॅफ माइन्स के गवर्निंग काउंसिल, चेयरमैन मुख्य अतिथि रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता एस.जे. सिब्बल भारत सरकार के पूर्व डी.जी.एम.एस. ने की। अन्य प्रमुख अतिथियों के रूप में वी.पी. सोनी कुलाधिपति एकेएसयू, प्रो. एस. जयन्तु एन.आई.टी.राउरकेला मंचासीन रहे।
मेगा सेमिनार में वक्ताओं ने पर्यावरण सुरक्षा पर जोर दिया। इस अवसर पर ‘‘सस्टेनेबल डेवलेपमेंट इन मिनरल एंड अर्थ रिर्सोसेस’’ विषय पर लिखित पुस्तक का विमोचन भी किया गया।
दो दिन के ये रहे कार्यक्रम
सेमिनार के पहले दिन 8 की - नोट स्पीच विशिष्ट वैज्ञानिको और इंजीनियरों द्वारा प्रस्तुत किये गये। इसमें भारत की 60 संस्थाओं में से संदर्भ प्रस्तुतकर्ता और डेलीगेट्स शामिल हुए। सेमिनार के दूसरे सत्र में ‘‘द आई.एम.ई. जर्नल’’ का वार्षिक पुरस्कार वितरण समारहो का आयोजन किया गया। जिसमे प्रतिभावान विद्वान इंजीनियरों और वैज्ञानिकों को पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है। सेमिनार के दूसरे दिन कार्यक्रम की अध्यक्षता एस.जे. सिब्बल (पूर्व डी.जी.एम.एस.) ने की। सेमिनार में विश्लेषित करीब 60 लेखों के आधार पर रिकमण्डेसन तैयार किया गया है जिनके फाइनलाइजेशन के बाद भारत सरकार के विभिन्न संस्थानों में भेजा जाएगा।
दिये गये एवार्ड
इस वर्ष का सर्वोच्च पुरस्कार द आई.एम.ई. गोल्डन जुबली लाइफ टाईम एचीवमेंट आवार्ड से पी.के. लहरी को नवाजा गया। शांति लता साहू (एन.सी.एल. सिंगरौली सहप्रबन्ध निदेशिका), रमेश चन्द्र (निदेशक ईस्टन कोल फील्ड), वी.पी. उपाध्याय (भारत सरकार पर्यावरण निदेशक) को भी पुरस्कृत किया गया। सेमिनार में कुल 150 वैज्ञानिक पब्लिक इंजीनियर, आई.आई.टी. बाम्बे, आई.आई.टी. खड़गपुर, आई.आई.टी. बी.एच.यू, एन.आई.टी. रायपुर, राऊरकेला सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी आसाम, विनोबा भावे विश्वविद्यालय झारखण्ड, के साथ एकेएस के 22 फैकल्टीज ने सहभागिता दर्ज कराई।
सेमिनार में 110 रिसर्च पेपर्स आयोजकों द्वारा प्रकाशित किये गये जिनका विधिवत अनावरण किया गया। भारत की जानी मानी संस्था तैल एवं प्राकृतिक गैस अधीनस्थ, डी.सी.आर.ए आॅल इंडिया लिमिटेड, एन.एम.डी.सी ईस्टन कोल फील्डस लिमिटेड, महानदी कोल फील्डस लिमिटेड., इत्यादि संस्थाओं ने आर्थिक सहयोग प्रदान किया।
सेमिनार में एकेएस की तरफ से कुलाधिपति वी.पी. सोनी ने एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना में विद्यार्थियों को दिये जाने वाले स्प्रिच्युअल स्ट्डीज पर अपना वक्तव्य दिया। सेमिनार में इंजी. आर.के. श्रीवास्तव के साथ अन्य फैकल्टी मैम्बर उपस्थित रहें।
सेमिनार के प्रतिभागियों की यह रही राय
सेमिनार में शामिल एकेएस यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधि मण्डल ने बताया कि सेमिनार में माइनिंग क्षेत्र के नाए आयामों पर चर्चा हुई। विश्वविद्यालय प्रबन्धन ने बताया कि अगला मेगा सेमिनार जनवरी, 2015 में आयोजित किया जाएगा।