एकेएस वि.वि. के बेसिक साइंस विभाग की फेयरवेल पार्टी में जमंकई अलहदा रंग
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एकेएस वि.वि. के बेसिक साइंस विभाग की फेयरवेल पार्टी में जमंकई अलहदा रंग
आगाज तेरे जाने की खुशी और दिल उदास है और अंजाम याद न करना मुझे की मिसरों से
सतना। तेरे जाने की खुशी और दिल उदास है दूर हम हुए तो क्या दिल तो दिल के पास है तू कल चला जाएगा तो मै क्या करुंगा तू याद बहुत आएगा तो मै क्या करुंगा...जैसे ही नाम फिल्म का ये गीत फिजाओं में लहर की तरह गूॅजा तों एकबारगी तो समूचा प्रासार जुदा होने के एहसास से भर गया, फिर ये नजारा था एकेएस वि.वि. सतना के बेसिक साइंस विभाग के जूनियर स्टूडेन्टस ने सीनियर स्टूडेन्टस के लिए आयोजित कलरफुल फेयरवेल पार्टी का जिसमें जब मनोरंजन का तडका लगा 35 कार्यक्रमों से उम्दा गुलदस्ता बना तो माहौल भी खुशी में बदला। टेक्निकल सपोर्ट के लिए प्रज्जवल और आफताब ने हर हुनर की नुमाइश की जिससे समूचा रंगमंच इंद्रधनुषी रंगों की छटा से भर उठा। कार्यक्रम में सूत्रधार ने अल्फाजों की जुगलबंदी की जिसके साथ खुबसूरत से इक पल का किस्सा बन जाता है न जाने कौन कब जिंदगी का हिस्सा बन जाता है के लिए रावेन्द्र, सपना, नैन्सी, सौम्या, अनुराग और अंशिका को मुफीद माना गया इन्होने अपने लफ्जों को ऐसी बानगी पेश की कि जैसे लहरें किनारों से टकराऐं, जैसे हवाऐं आसमान छूना चाहें, जैसे खुश्बू सरहदों से पार जाए, जेसे सूरज की किरण सात समंदर पार लहराए,जैसे चमकता चाॅद रोशन हुआ जाए ये सिलसिला देर तक चला, नग्मानिगारी, गुलुकारी, मौशिकीकारी के अलहदा रंगों के साथ, रिवाज और परंपराओं, हमारी सभ्यता और संस्कृति की साझी विरासत का रंग भी उभरा। बेसिक साइंस प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं ने अंतिम वर्ष के अपने सीनियर्स को भावभीनी विदाई देते हुए उन्हे समय, सम्मान और प्रतीकों से भी नवाजा। कार्यक्रम में एमएससी से जागृति कुशवाहा को मिस फेयरवेल,शिवांक सिह को मिस्टर फेयरवेल,मिस्टर परफेक्ट हीरालाल और मिस परफेक्ट संचिता, रोशनी को मिस ईवा, बीएससी फाइनल से मानस निगम मिस्टर फेयरवेल और श्रुति शर्मा मिस फेयरवेल चुने गए। हिमांशु मिस्टर परफेक्ट और शेजल मिस परफेक्ट चयनित हुई। मिस्टर ईवा रावेन्द्र और मिस ईवा श्रुति उन्नति को चुना गया। हुनर की जुगलबंदी में तुलसी त्रिपाठी को गायकी का, जान्हवी सोनी को नृत्य का, पंकज कुशवाहा को सर्वश्रेष्ठ नाटक के उम्दा परफार्मेस के लिए नाम मंच से पुकारा गया बलून गेम के विजेता मानस निगम,कपल चेयर बलून में शिवांक और संचिता,आॅरेंज गेंम में प्रदीप पाॅल ग्रुप विजेता रहा। आप एक लंबे और खूबसूरत कार्यक्रम के गवाह बनें फिर फूड जोन न देखें कैसे संभव है हुआ भी यही और सूरज,निखिल,सुधाकर,साकेत कुमार और बाल कुष्ण ने चटपटे और लजीज व्यंजनों की खुश्बू से सारा शमाॅ तरबतर कर दिया जो भी है जहाॅ खिंचा चला आए..जेसे ही एनाउंसमेंट हुआ कि कार्यक्रम अब अपने अंतिम पडाव पर है और घडी की सुइयाॅ अब इसे अंतिम पायदान पर लाने की ओर इशारा कर रही हैं तो सभी कदम अनायास ही फूड जोन की तरफ चले गए ओर देर तक ये कारवाॅ गपशप और व्यंजनों की टेबल पर थोडा और खाने तक चला यादगार शाम का अंत भावुक पलों के साथ बधाइयाॅ और शुभकामना देने के साथ अंजाम तक पहुॅचा। कार्यक्रम में प्रो.आर.एस.त्रिपाठी, प्रो.आर.एन.त्रिपाठी, प्रो.जी.सी,मिश्रा, प्रो.जी.पी.रिछारिया, इंजी.आर.के.श्रीवास्तव, डाॅ.ओ.पी.त्रिपाठी, डाॅ.सुधा अग्रवाल, डाॅ. दिनेश मिश्रा, डाॅ. नीलेश राॅय, डाॅ.एकता श्रीवास्तव, नाहिद उस्मानी, लवली सिंह, सुषमा सिंह, वंदना सोनी, घनश्याम सेन, नीलकांत नापित, आर.के.शुक्ला, डाॅ.शैलेन्द्र यादव, कान्हा सिंह तिवारी, सुंदरम खरे, डाॅ.सी.पी.सिंह और दिनेश बाल्मीकि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। अंत में फिर याद न करना मुझे हॅस के दिन गुजारना की चंद लाइनों की मंद मंद बयार के साथ जूनियर्स ने सीनियर्स को अलविदा कहा गुड लक...गुड बाय,,सी यू ....अगेन ...