एकेएस विश्वविद्यालय के प्रासार में डयूटी, एकता और अनुशासन के साथ मना एनसीसी डे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी भी रह चुके हैं कैडेट-इंजी.आर.के.श्रीवास्तव
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एकेएस विश्वविद्यालय सतना के प्रासार में विश्वविद्यालय के कैडेटों द्वारा राष्ट्रीय कैडेट कोर की 71 वीं वर्षगांठ मनाई गई इस मौके पर संबोधित करते हुए बताया गया कि इसमें नौसेना,सेना और एअर विंग शामिल हैं जो देश के युवाओं को अनुशासित और देशभक्त नागरिकों के रुप में सॅवारने में लगे हुए हैं। कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन ने कहा कि एनसीसी एक वालियंटियरी आर्गेनाइजेशन है।स्कूल काॅलेज में पढ़ने वाले युवा अपनी इच्छा से इसे ज्वाइन कर सकते हैं। एनसीसी कैडेट को देश की सेनाओं की यूथ विंग कहा जाता है। इंजीनियरिंग एडमिनिस्ट्रेटर इंजी. आर.के. श्रीवास्तव ने उद्बोधन में पाकिस्तान के साथ हुए युद्व का जिक्र किया 1965 और 1971 में जंग हुई तो एनसीसी कैडेट्स को आर्डिनेंस फैक्ट्रियों में भेजा गया ताकि वे मोर्चे पर तैयान सैनिकों को हथियार और गोला बारूद भेजने में मदद कर सकें।इसके साथ ही दुश्मन के पैराट्रोपर्स को पकड़ने के लिये इन्हें पेट्रोलिंग पार्टीज के तौर पर भी प्रयोग किया गया। खास बात यह रही कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी एनसीसी कैडैट रह चुके हैं। प्रो.जी.सी. मिश्रा ने अपनी राय दी कि एनसीसी ज्वाइन करने के लिये आपका भारतीय नागरिक होना पहली और अनिवार्य शर्त है। इसी के साथ छात्रों को मानसिक तथा शारीरिक रूप से फिट होना जरूरी है। टीपीओ एम.के. पाण्डेय ने एनसीसी को स्कूल के समय में छात्रों को सेना में जाने के लिये प्रोत्साहित करने वाला संगठन निरुपित किया। इसके अगले क्रम में मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष डाॅ. कौशिक मुखर्जी ने बतौर सेना में रहते अपने अनुभवों से रुबरु कराया कि एनसीसी लड़के और लड़कियों दोनों ही के लिये है। लड़कियों के लिये जूनियर विंग और सीनियर विंग और लड़कों के लिये जूनियर डिवीजन, सीनियर डिवीजन है। लेफ्टिनेंट प्राची सिंह ने डयूटी, एकता और अनुशासन के नियम बताए साथ ही जानकारी दी कि एनसीसी में सर्टिफिकेशन ए सर्टिफिकेट जूनियर के उन कैडेट्स को मिलता है जो दो साल की ट्रेनिंग को पूरा कर लेते हैं, बी सर्टिफिकेट सीनियर छात्रों को दो साल की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद मिलता है जबकि एनसीसी सी सर्टिफिकेट उन छात्रों को मिलता है जो तीन साल की ट्रेनिंग पूरी कर लेते हैं। मिर्जा समीउल्ला बेग ने मंच से कहा कि एनसीसी ज्वाइन करने के लिये न्यूनतम आयु 12 साल और अधिकतम आयु 26 साल है। प्रो. राजीव बैरागी ने स्थापना बिंदु के लिए कहा कि एनसीसी की शुरुआत 15 जुलाई 1948 को नेशनल कैडेट कोर एक्ट के तहत हुई थी, एनसीसी पाकिस्तान के साथ हुए युद्धों में सेकेण्ड लाइन आॅफ डिफेंस के तौर पर था। कार्यक्रम के अंत में बताया गया कि एनसीसी डे सेलिब्रेशन से राष्ट्रीय गरिमा का आभास होता है,देश में कोविड-19 के खिलाफ जारी वैक्सिनेशन अभियान में वैक्सीन सेंटर पर आर्मी यूनिफार्म में जो युवा नजर आते हैं वह एनसीसी का ही हिस्सा हैं। कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये और एनसीसी डे सेलिब्रेशन का औचित्य भी समझाया गया।