विश्व पर्यावरण दिवस 2020 के अवसर पर तीन दिनों का Webinar आयोजित
- Font size: Larger Smaller
- Hits: 1026
- 0 Comments
- Subscribe to this entry
- Bookmark
विश्व पर्यावरण दिवस 2020 के अवसर पर तीन दिनों का Webinar आयोजित
AKS यूनिवर्सिटी सतना एवं NSAI भोपाल Academy of Environmental Biology and Society of Life Science के द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस 2020 के अवसर पर तीन दिनों का Webinar आयोजित किया गया । आज Webinar के पहला दिन का आयोजन हुआ। एकेएस यूनिवर्सिटी के चेयरमैन सहित 7 experts एवं speakers आज webinar में उपस्थित रहे । प्रवक्ता भारत एवं विदेश के नामी गिरामी संस्थानों से है। Webinar के संयोजक महेंद्र तिवारी ,Head of department of Environmental Science ,एकेएस विश्वविद्यालय ,सतना ने webinar के विषय का परिचय दिया और विशेषज्ञों एवं सहभागिदारो का स्वागत किया। विश्वविद्यालय के चेयरमैन ने कार्यक्रम को आगे बढ़ाया और Covid-19 का भविष्य पर जो असर है उसपे भी चर्चा की। प्रोफेसर एस डी त्रिपाठी ,पूर्व vice chancellor ,APSU रीवा एवं महामंत्री NSAI प्रयागराज ,UP, ने उद्घाटन भाषण के सकत विषय का विवरण भी दिया। Dr. कृषणा गोपाल ,संचालक IIDM ,लखनऊ ने जैवीक्विविद्य क महत्व बताया और पारितंत्र के विकृति का कारण बताया। उन्होंने इसकी मरम्मत के तरीके भी बताये और infection से बचने के लिए पुराने रीति रिवाज अपनाने की सलाह भी दी।डॉक्टर राकेश दुबे ,पूर्व संचालक ,Disaster Management Institute ,मध्य प्रदेश सरकार , ने Covid 19 के समय पर्यावरण को चुनौती एवं उसके प्रबंधन के बारे में बताया और इस महामारी के वक्त की सकारात्मकता की ओर भी ध्यान दिया कि कैसे इसकी वजह से हमारा पयार्वरण ,हवा , पानी , जंगल आदि का सुधार हुआ है।डॉ सज्जन खान ,सीनियर पर्यावरण विशेषज्ञ, क़तर पेट्रोलियम, दोहा क़तर, ने "Covid 19 :पर्यावरण एवं स्वास्थ्य को चुनौती और असर " पर सभी को संबोधित किया।उन्होंने Covid 19 के निरीक्षण ward से फेंका हुआ पानी और ईस्तेमाल की हुई PPE पर भी चर्चा की। डॉ उलरिच बर्क ,राष्ट्रपति ,German Association of Home Therapy ,ने home therapy के "अग्निहोत्र "के बारे में बताया । उनकी प्रस्तुति को काफी सराहना मिली। डॉ प्रशांत एन सुरवझला , वरिष्ठ वैज्ञानिक, System Biology, BISR ,जयपुर राजस्थान , ने अनेक virus के बीच अंतर बताया और सभी viruses के बारे में विवरन भी दिया। Webinar के अंत में डॉ महेंद्र तिवारी ने सभी को धन्यावाद किया ।