एकेएस वि.वि. में वास्तु एवं ज्योतिष पर कार्यशाला वास्तु के अनुसार कोई दिशा अशुभ नहीं- राजीव बैरागी-वास्तु विशेषज्ञ
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एकेएस वि. वि. सतना के विशाल प्रांगण में वास्तु विशेषज्ञ राजीव बैरागी ने एक दिवसीय कार्यशाला में सतत चार घंटे व्याख्यान दिया उन्होने समस्त जनों की जिज्ञासाओं का यथोचित समाधान भी दिया। उन्होंने कहा कि वास्तु विज्ञान घर,प्रासाद,भवन अथवा मंदिर निर्माण करने का प्राचीन विज्ञान है। दक्षिण भारत में वास्तु का नीव परंपरागत साधु मायन को माना जाता है और उत्तर भारत में विश्वकर्मा को वास्तु स्वामी माना जाता है। वास्तु के अनुसार पूर्व दिशा को खुला रखना चाहिए क्योंकि यह सूर्योदय की दिशा है। रसोईघर का निर्माण आग्नेय और दक्षिण में दोष होने से परेशानी होती है। ईशान कोण में शौचालय नहीं बनाना चाहिए। दैनिक जीवन में व्यक्ति के उत्थान के लिए वास्तु बहुत उपयोगी हो सकता है।वास्तु के अनुसार कोई दिशा अशुभ नहीं होती हैं उन्होने द्वार चक्र पर विशेष जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि सभी दिशाओं के स्वामी की स्थिति के अनुसार ही घर निर्माण का कार्य संपन्न कराना चाहिए। नेतृत्व हासिल करने ऋण से मुक्ति पाने,कन्या का सही समय पर विवाह,नौकरी आदि प्राप्त करने में भी वास्तु का सही उपयोग है। इस मौके पर वि. वि. के प्रोचांसलर और चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने कहा कि वास्तु में कई अभिनव प्रयोग हैं जो उपयोगी भी होते हैं। उन्हें प्रोत्साहित करें। इस मौके पर वि.वि. के प्रोचांसलर और चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, आर्ट्स विभाग के विभागाध्यक्ष मिर्जा समीउल्ला बेग,प्राची सिंह, योग गुरु दिलीप तिवारी, सिविल विभागाध्यक्ष विशुतोष वाजपेयी,सिविल विभाग के विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम BA Arts के तत्वावधान में आयोजित किया गया।