कारगिल विजय दिवस पर एकेएस वि.वि. में वृहद कार्यक्रम
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सैनिक की समस्त तैयारी देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत होती है-ब्रिगेडियर एस.पी. सिंह
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के सेंट्रल हाल में 20वां कारगिल विजय दिवस गरिमामय तरीके से मनाया गया। शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का बाकी यही निशां होगा की अनुगूंज और भारतीय सेना के अद्भुत पराक्रम के प्रतीक कारगिल युद्ध पर वृहद कार्यक्रम के दौरान विशिष्टजन उपस्थित रहे। 20वें कारगिल विजय दिवस का आयोजन पूर्व सैनिक सेवा परिषद जिला इकाई सतना, वेटरन्स इंडिया और एहसास फाउण्डेषन के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर एस.पी. सिंह सतना निवासी, सेना मुख्यालय, नई दिल्ली ने कहा कि सेना का हर जवान देषभक्ति की भावना से ओतप्रोत होता है। अपनी कमी देखने और खुद में डूबा व्यक्ति विकास करता है। राष्ट्ररक्षा उसका सूत्र वाक्य है उसका निर्माण होता है और वह कहता है देष है तो हम हैं। वह अपनी समस्त तैयारी देष की सुरक्षा के लिये करता है। गुरू और पालकों को खुद सक्षम होना जरूरी है तभी भविष्य सक्षम होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बी.पी. सोनी, चांसलर, एकेएस वि.वि. ने कार्यक्रम की तारीफ करते हुए कहा कि समूचा कार्यक्रम राष्ट्र भावना से ओतप्रोत रहा। उन्होने विष्व सरकार की जरुरत और विष्व बंधुत्व पर चर्चा करते हुए विष्व सरकार की चर्चा की।कार्यक्रम में विषिष्ट अतिथि अनंत कुमार सोनी, प्रो. चांसलर, एकेएस वि.वि, डाॅ. पी.के. बनिक, डाॅ. हर्षवर्धन श्रीवास्तव, प्रो. वाइस चांसलर प्रो. आर.एस. त्रिपाठी, मिसेज चमन खान, म.प्र. राज्य समन्वयक, वेटरन्स नई दिल्ली, क्रांति रजौरिया, एनएसएस नोडल अधिकारी, ब्रिगेडियर देवेन्द्र सिंह, ब्रिगेडियर की धर्म पत्नी शमां सिंह, कैप्टन बी.बी. सिंह, सतना एसपी रियाज इकबाल, आर.आर. तिवारी, टी.पी. सिंह उपस्थित रहे।
मौके पर किया गया शहीदों की धर्मपत्नियों को सम्मानित
इस मौके पर कारगिल युद्ध के शहीदों की धर्मपत्नियों को सम्मानित किया गया। राजदुलारी सिंह पति स्व. बाबूलाल सिंह, गीता सिंह पति स्व. समरबहादुर सिंह, सुधा सिंह पति स्व. कन्हैया लाल सिंह, संतोष कुमारी पति स्व. कैलाश कुशवाहा को वि.वि. के सभागार में उनके शहीद पतियों के कार्यों को याद करते हुए उन्हें नमन किया गया और शाॅल, श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। ये पल कुछ गमगीन हुए जब वंदे मातरम् की पंक्तियाँ सभागार में गूंजीं।
कार्यक्रम का हुआ औपचारिक षुभारंभ
एहसास फाउण्डेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सर्वप्रथम भारत माता और सरस्वती माता की प्रतिमा पर गणमान्य अतिथियों द्वारा माल्यार्पण, दीप प्रज्जवलन किया गया। स्वागत गीत प्रमोद शर्मा, सुधांशु और शैलेन्द्र की सुमधुर धुन पर श्रेयशी और प्रियांशी ने प्रस्तुत किया। मंचासीन अतिथियों का पुष्प गुच्छ द्वारा स्वागत किया गया। और पूर्व सैनिक सेवा परिषद एवं एहसास संस्था द्वारा मंचासीन अतिथियों का स्वागत किया गया। भूतपूर्व सैनिकों एवं कारगिल युद्ध में भाग लेने वाले सैनिकों का सम्मान किया गया। स्वागत भाषण एवं कार्यक्रम का उद्देश्य डाॅ. ब्रिगेडियर देवेन्द्र सिंह, पूर्व सैनिक सेवा परिषद द्वारा दिया गया। उन्होंने कहा कि शहीदों को नमन करें जिससे हमारा देश कभी शहीदों को न भुलाये। एकेएस वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन ने इस कार्यक्रम के अगले वर्ष वि.वि. में फिर से आयोजित करने की बात की। एहसास फाण्डेशन के बारे में मंजेश सिंह ने तर्कपूर्ण चर्चा की। कारगिल वार पर दिखाई गई डाक्यूमेंट्री ने हकीकत से परिचय कराया। सेना के शौर्य एवं बलिदान को और अद्भुत घटनाओं का प्रदर्शन वीडियो फिल्म द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में हुए उद्बोधन और सांस्कृतिक कार्यक्रम
20वें कारगिल विजय दिवस के मौके पर 10वीं के छात्र समीर ने हिमालय की बुलंदी से गीत प्रस्तुत किया। प्रो. क्रांति ने उद्बोधन में शहीदों को नमन किया। सोलो डांस संदेशे आते हैं की प्रस्तुति ने आंखों को नम किया। प्रियांशु कुशवाहा ने वीर जवानों ने कविता प्रस्तुत की। श्रेयशी ने देश रंगीला गीत से शहीदों को नमन किया। गार्जियन गाइड स्कूल के छात्र छात्राओं ने नाटक में देशभक्ति का रंग भरा। वि.वि. के कुलपति डाॅ. पी.के. बनिक ने अपने उद्बोधन में शहीदों को याद करते हुए हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। आस्था ग्रुप ने देशभक्ति गीत, प्रियांशी नायडू ने सारे जहाँ से अच्छा, आशुतोष सिंह ने मेरा रंग दे बसंती चोला प्रस्तुत किया।
अंत में हुआ प्रमाण पत्र वितरण
कार्यक्रम के अतिथियों द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र का वितरण किया गया तत्पश्चात् एहसास फाउण्डेशन के अध्यक्ष समर सिंह ने आभार प्रदर्शन करते हुए सभी उपस्थितजनों का आभार माना। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से किया गया। कार्यक्रम के अंत में जय हिंद जय भारत का उद्घोष करते हुए कारगिल युद्ध के वीर शहीदों और जीवित सैनिकों को याद करते हुए उन्हें सलामी दी गई। कार्यक्रम का संचालन अरविंद यादव ने किया। इस मौके पर एडमिनिस्ट्रेटर ब्रजेन्द्र सोनी के सथ समस्त फैकल्टी, छात्र छात्रायें और एहसास संस्था के सदस्य प्रदीप पटेल, अंकुर सेठ, चंदन द्विवेदी, एस.के. सोनी, अनिल शुक्ला, संदीप सिंह इत्यादि उपस्थित रहे।