एकेएस वि.वि. के एग्रीकल्चर संकाय में रावे- एग्रो इंडस्ट्री अटैचमेंट कार्यक्रम फैकल्टी आफ एग्रीकल्चर साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी में अतिथियों की उपस्थिति में उद्घाटन
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सतना। एकेएस वि.वि. सतना के फैकल्टी आफ एग्रीकल्चर साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी में अतिथियों की उपस्थिति में बृहद उद्घाटन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रावे-(ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव) एग्रो इंडस्ट्री अटैचमेंट कार्यक्रम के एग्रीकल्चर संकाय के 532 स्टूडेन्टस के लिए कार्यक्रम का आयांजन किया गया। इसमें फैकल्टी आफ एग्रीकल्चर साइंस एण्ड टेक्नाॅलाॅजी 2016-2019 बैच के विद्यार्थी शामिल हुए। रावे-(ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव) एग्रो इंडस्ट्री अटैचमेंट कार्यक्रम के समन्वयक सात्विक सहाय बियारिया के मार्गदर्शन मे आयोजित होगा जिसमें एग्रीकल्चर संकाय के विद्यार्थी सतना औा आसपास के 36 गाॅवों मेें जाकर कृषक संगोष्ठी,सामाजिक सोद्वेश्यता के कार्य,महिला सशक्तिकरण,स्वच्छता अभियान, बाल मजदूरी ग्रामीण क्षेत्रों में फैली कुरीतियों पर व्यापक जनअभियान चलाऐंगें। रावे-(ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव) एग्रो इंडस्ट्री अटैचमेंट कार्यक्रम के पिछले बैच के विद्यार्थियों ने कई मानक स्थापित करते हुए ग्रामीण परिवेश,खेती-बाडी और सभी एकेडमिक संदर्भो केा समझा और अब कई विद्यार्थी विभिन्न कंपनियों में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाऐं भी प्रदान कर रहे हैं।सोमवार को हुए इस आयोजन में विपिन वेहवार,पूर्व चेयरमैन एमपीपीएससी,साकेत मालवीय,जिला पंचायत,सीईओ,आर.एस.शर्मा,उपसंचालक कृषि,इलीशियस कुजूर,डीडीएम,नाबार्ड,गैारव शर्मा, कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक,प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन,ओएसडी प्रो.आर.एन.त्रिपाठी, डीन हार्टीकल्चर, प्रो.के.आर.मौर्या, वि.वि. के डायरेक्टर अवनीश सोनी, डीन एग्रीकल्चर, एस.एस.तोमर के साथ वि.वि. के एग्रीकल्चर संकाय के छात्र-छात्राऐं शामिल हुए। अतिथियों ने इस मौके पर बताया कि एग्रीकल्चर भारत का परिचय हे और हम कृषि प्रधान देश है भविष्य में कृषि आधारित उद्योग धन्धे बढेंगें और रोजगार के अवसर भी सुगम होगें। अब खेतों में हरियाली लहलहा रही है, नहरे पानी दे रही हैं और अब खेती किसानी का प्रयोग भी बढा है। खेती का रकबा बढ रहा है ओर आप सब जब गाॅवों में जाऐंगें तो किसानों को नई तकनीकों पर जानकारी देंगें उन्हे उन्नत बीजों के बारे में बताऐंगें, उन्हे जागरुक करेगें तो निश्चित ही बदलाब की आहट आएगी। सभी अतिथियों ने अपने अनुभव शेयर किए और विद्यार्थियों को शुभाशीष ओर सीखें दी।