एकेएस वि.वि. के इंटरनेशनल कान्फ्रेंस में तीन दिन होगा अतिथियों का जमावडा इजरायल से आए प्रो.मेनाकेम मोसैलियन ,अन्य देशों के प्रतिनिधि भी होगें शामिल
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सतना। भारत के 28 राज्यों के 900 से ज्यादा प्रतिभागियों और कई देशों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में एकेएस विश्वविद्यालय सतना में इंटरनेशनल कान्फ्रेंस का शुभारंभ 5 अपै्रल को हुआ। इंटरनेशनल कान्फ्रेंस आॅन एडवांसेस एण्ड इनोवेसन्स इन बायाटेक्नोलाॅजी फार सस्टेनेबल डेव्हलपमेंट अतिथियों की उपस्थिति में हुआ। इस अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में इजराइल, नेपाल, ताइवान, अमेरिका, अफ्रीका,लीबिया एवं भारत के प्रमुख वैज्ञानिक अपने रिसर्च प्रस्तुत कर रहे है। अतिथियों ने भारत के पर्यावरण संरक्षण के स्तर को जैव प्रौद्योगिकी के साथ मिलकर कैसे उसे सशक्त बनाएं एवं समाज में पर्यावरण में आने वाले नकारात्मक बदलाव को कम करने के लिये अपने वक्तव्य प्रस्तुत किये।
अतिथियों ने किया उपस्थितजनों को संबोधित
डाॅ.अखिलेश कुमार पाण्डेय पूर्व चेयरमैन,निजी वि.वि. विनियामक आयोग ने इंम्पाॅर्टेन्स आॅफ फन्जाई इन हर्बीसाइड के बारे में व्याख्यान दिया ओर साथ ही उन्होने भारत में सूक्ष्मजीवो के कल्चर सेन्टर को बढाने की बात कही वि.वि. के जैवप्रोद्योगिकी प्रयोगशाला की तारीफ करते हुए कहा कि इससे विन्घ्य क्षेत्र में रिसर्च को बढावा मिलेगा। कुलाधिपति बी.पी.सोनी ने विश्व सरकार की अवधारणा पर प्रकाश डालाजिसे सभी ने सराहा। विशिष्ट अतिथि डाॅ. अशोक पाण्डेय ने भारत की मिट्टी की गुणवत्ता में होने वाले बदलाव एवं सालाना 2 से 3 डिग्री बढ़ते हुए तापमान को देखते हुए गहरी चिंता जताई। अतिथियों ने म्यूनिसिपल साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर फोकस किया और वेस्ट से ऊर्जा कैसे प्राप्त करें इस पर अपने विचार रखे। चाइना और कोरिया के अभूतपूर्व विकास का उदाहरण वेस्ट मैनेजमेंट के रूप में प्रस्तुत किये।
कई वैज्ञानिक मंच से किए गए सम्मानित
अधिष्ठापन समारोह में सोसाइटी आॅफ लाइफ साइंसेस ने विशिष्ट वैज्ञानिकों को लाइफटाइम अचीव्हमेंट अवार्ड से सम्मानित भी किया गया। इस मौके पर लाइफटाइम अचीव्हमेंट अवार्ड से प्रो. रहस्यमयी मिश्रा,प्रो. मधु त्रिपाठी,डाॅ. चन्द्रशेखर चतुर्वेदी एवं प्रो. अजय कुमार शर्मा को सम्मानित किया गया। सोसायटी आॅफ बायोइन्फर्मेटिक्स एवं बायोलाजिकल साइंसेस से डाॅ. बेचन शर्मा को लाइफटाइम अचीव्हमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया और प्रो. कमलेश चैरे को आउटस्टैण्डिंग अवार्ड से सम्मानित किया गया।
प्लेनरी सेशन में की नोट लेक्चर्स
तत्पश्चात प्लेनरी शेशन प्रथम में मेडिकल एंड फार्मास्युटिकल बायोटेक्नाॅलाॅजी पर सेन्ट्रल हाॅल में डाॅ.अपरुप दास और डाॅ.संजीव गौतम की अध्यक्षता में की नोट लेक्चर्स हुए। जिसमें ट्रासजेनिक माइक्रोआर्गेनिज्म,आर्टिफिसियल मीट,माइकोबैक्टीरियम एवं एचआईवी चर्चा एवं गहन अध्ययन का विषय रही। विवेकानंद सभागार में फूड एवं एग्रीकल्चरल बायोटेक्नाॅलोजी कें विशेषज्ञ डाॅ.अशोक के.पात्रा ने भारतीय मृदा को एक नया प्रारुप देने की प्रकृति पर प्रकाश डाला और भारत में खेती से संबंधित मिटटी पर पडने वाले दुष्प्रभाव से वहाॅ के जनजीवन पर पडने वाले प्रभाव के बारे में भी बताया। डाॅ.जीतेन्द्र ठाकुर ने पर्यावरण संरक्षण में जैव प्रौद्वोगिकी के सरल एवं सूक्ष्म रुप की विवेचना की।डाॅ मनोज प्रसाद ने फूड सिक्योरिटी और मौसम में होने वाले परिवर्तन पर तकनीकी रिसर्च के बारे मे बताया। उपस्थित समस्त जनों ने एकेएस वि.वि. के इस विशेष कार्य के लिए बधाई दी है। इस कान्फे्रन्स में फिजियोलाॅजिकल फीनोटाइपिंग के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला और वि.वि. की प्रगति की कामना की। इंटरनेशनल कान्फे्रन्स के दौरान वि.वि. के कुलपति प्रो.पारितोष के.बनिक प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन,डाॅ.आर.एन.त्रिपाठी, डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी के साथ वि.वि. के पदाधिकारी और वरिष्ठजन उपस्थित रहे।दीप प्रज्जवलन के साथ ही सभी अतिथिगण एवं वैज्ञानिकों ने इस कान्फ्रेंस में होने वाले सभी प्रजेंटेशन्स के लिये रिसर्च स्कालरों एवं विद्यार्थियों को बधाई दी। साथ ही सभी ने इस कान्फ्रेंस से बायोटेक्नोलाॅजी के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने की शुभकामनायें दीं। कार्यक्रम का समग्र स्वरुप प्रो.प्रमोद रामटेके चेयरमैन कान्फे्रन्स ने दिया जबकि वोट आॅफ थैक्स ओएसडी प्रो. आर.एन त्रिपाठी के द्वारा दिया गया। कार्यक्रम का संचालन माही चैरे (असि.प्रोफेसर ने किया।
इन्होंने कार्यक्रम को दी गरिमा -किया संबोधित
इस अवसर पर एकेएस युनिवर्सिटी के चांसलर बी.पी. सोनी, प्रो चांसलर अनंत कुमार सोनी, आर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी प्रो. कमलेश चैरे एवं विशिष्ट अतिथियों में प्रो. अशोक पाण्डेय, प्रो. अशोक पात्रा एवं एमपीसीएसटी के हेड ने अपने विचार से बायोटेक्नोलाॅजी के विद्यार्थियों एवं रिसर्च स्कालरों को विषयवार बधाई दी।