एकेएस वि.वि. के डिपार्टमेंट आफ बायोटेक्नाॅलाॅजी द्वारा तीन दिवसीय उद्यमिता वर्कशाॅप का समापन-तीन दिवसीय वर्कशाॅप के दौरान छात्रों ने सीखा उद्यमिता की विधा
- Font size: Larger Smaller
- Hits: 1357
- 0 Comments
- Subscribe to this entry
- Bookmark
सतना। एकेएस वि.वि. के डिपार्टमेंट आफ बायोटेक्नाॅलाॅजी के छात्रों ने तीन दिवसीय उद्यमिता वर्कशाॅप में हिस्सा लिया। कार्यक्रम डीएसटी, एनआईएमएटी (निमैट) द्वारा सैक्संन्ड रहा। तीन दिवसीय एंटपे्रन्योरशिप वर्कशाॅप का शुभारंभ माॅ सरस्वती की प्रतिमा केे समक्ष दीप प्रज्जवलन और माॅ वीणापाणि की आराधना से हुआ।तत्पश्चात एमएसएमई के डिस्ट्रिक्ट कोआर्डिनेटर आर.के.शुक्ला,सेन्टर आफ एंटप्रेन्योरशिप डेव्हलपमेंट,सतना ने हिस्टोरिकल बैकग्राउंड,इंडियन वैल्यूज ओर वर्तमान परिदृष्य पर चर्चा की। आर.के.शुक्ला ने विषयवार विजनेश आर्पाच्युनिटीज फाॅर एंटपे्रन्योर्स एंड मैकेनिज्म आफ प्रोडक्ट सेलेक्सन पर भी जानकारी दी। विषय की प्रासंगिकता पर डाॅ.कमलेश चैरे ने मैकेनिज्म आफ प्रोडक्ट सेलेक्सन एण्ड टेक्नाॅलाूजी एसिस्टेंस फ्राम आरएण्डडी लैब्स एण्ड अदर्स आन च्वाइसेस आफ टेक्नाॅलाॅजी इत्यादि पर बात की। डाॅ कौशिक मुखर्जी ने क्रिएटिविटी एण्ड बिजनेश.द मैन बिहाइंड वेन्चर,द बिहेविरल साइंटिस्ट एपरोच पर उदृबोधन दिया। कार्यक्रम 26 मार्च से 28 मार्च समापन तक रहा। जिसमें कई वक्ता शामिल हुए और विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। शुभारंभ अवसर पर एंटपे्रन्योरशिप कोर्स एवं कैम्प के उद्येश्यों पर डाॅ.सूर्यप्रकाश गुप्ता ने व्याख्यान किया। द्वितीय दिवस इलाहाबैद बैंक के मि. योगेन्द्र सिन्हा ने फायनेन्सियल आस्पेक्टस आॅफ एसएसआई यूनिट इन्क्लूडिंग सैलिएन्ट फीचर्स आॅफ प्रोजेक्ट रिपोर्ट और हाउ टू स्टार्ट एसएसआई यूनिट जनरल काॅन्सेप्ट एबाउट द गवर्नमेंट फार्मेलिटीज,रुल्स एण्ड रेगुलेशंस,लोकेसन्स एण्ड डिफरेन्ट आस्पेक्टस आॅफ एन इंडस्ट्रियल वेन्चर ने व्याख्यान दिए। चीफ प्रोजेक्ट कोआर्डिनेटर एस.के.उइके, ने सपोर्ट एण्ड फायनेन्सियल असिस्टेंट फ्राॅम गवर्नमेंट एजेन्सीज, बैंक्स,फायनेन्सियल इंन्स्टीटयूंसस पर चर्चा की। कम्युनिकेशन स्क्ल्सि पर अखिलेश ए.बाउ ने जानकारी दी।विद्यार्थियों ने अंतिम दिन इंडस्ट्री विजिट करके जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम के अंतिम दिन प्रतिभागियों ने अपने अनुभव शेयर किए। इस मौके पर प्रो.आर.एन.त्रिपाठी,प्रो.जी.पी.रिछारिया ने कार्यक्रम की गरिमा बढाई और अपने अमूल्य सुझाव दिए।कार्यक्रम में डाॅ.अश्विनी ए.बाउ और संध्या पाण्डेय कोआर्डिनेटर रहे।